ॐ भूर् भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् । भावार्थ:- तूने हमे उत्पन किया है, पालन कर रहा है तू। तुझसे ही पाते प्राण हम, दुकीओ के कष्ट हरता है तू। तेरा महान तेज है छाया हुआ सभी स्थान, श्रष्टि की वस्तु वस्तु में तू हो रहा है विद्यमान। तेरा ही ध्रते ध्यान हम,मांगते तेरी दया। हे ईश्वर, हमारी बुद्धि को श्रेष्ठ मार्ग पर चला।
परन्तु क्या आज की परिस्थितियों में वन मे जाकर रहना व अन्य कर्म करना संभव है. अथवा कोई अन्य व्यावहारिक पद्धतियों को अपनाया जा सकता है. कृपया मार्गदर्शन करें. धन्यवाद.
सत्य सनातन वैदिक धर्म, संस्कृति और सभ्यता की जय
Om jai hind hindu hindustan
ओ३म् 🙏🏻🙏🏻 महर्षि दयानंद सरस्वती जी की जय🙏🏻
ॐ भूर् भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ।
भावार्थ:-
तूने हमे उत्पन किया है,
पालन कर रहा है तू।
तुझसे ही पाते प्राण हम,
दुकीओ के कष्ट हरता है तू।
तेरा महान तेज है छाया हुआ सभी स्थान,
श्रष्टि की वस्तु वस्तु में तू हो रहा है विद्यमान।
तेरा ही ध्रते ध्यान हम,मांगते तेरी दया।
हे ईश्वर, हमारी बुद्धि को श्रेष्ठ मार्ग पर चला।
ओम् स्वामी जी
Om 🙏om
ओम
जय श्री राम सबको और सब भारतीय एक होजाओ भारतीय संस्कृति अपनाओ सुख शान्ति पाओ और देशद्रोहियों की सोच से मुक्ति पाओ
ओ३म्🙏
Very important chapter for elderly people
धन्यवाद आचार्य जी
ओम नमस्ते आचार्य जी
❤
🙏🚩
🕉👏
परन्तु क्या आज की परिस्थितियों में वन मे जाकर रहना व अन्य कर्म करना संभव है. अथवा कोई अन्य व्यावहारिक पद्धतियों को अपनाया जा सकता है. कृपया मार्गदर्शन करें. धन्यवाद.
Aum.Back to Vedas for establishing peace in God's creation.
MURKHATA KI BAJAR HE JATIBADI MANUBADI
धन्यवाद आचार्य जी
🚩🙏