आचार्य जी सादर प्रणाम स्कुंतला दुशियंत के पुत्र भारत के नाम पर भारत नाम पड़ा था लेकिन हिंदुस्तान नाम तो गुरू नानक देव जी ने अपने विश्व भ्रमड़ के समय जहा जहा पर गए थे उन्हों ने ही प्रचार किया था की में हिंदुस्तान से आया हु
आचार्य जी ! सादर प्रणाम !! क्या आप यह मानते हैं कि हमें अपने को हिन्दू नहीं मानना चाहिए? क्या विधर्मियों द्वारा हिंदू शब्द का अर्थ जो बताया गया वही हम सच मान लें ? क्या ' गर्व से कहो हम हिंदू हैं ' स्वामी विवेकानन्द जी ने गलत कहा है? क्या भा में रत व्यक्तियों को भारत(भरत की संतान children of God कहना गलत है ? क्या भरत का अर्थ ' भरण पोषण करने बाला' भी नहीं होता? क्या जब कोई मनुष्य अनार्य नहीं था तब भी आर्यावर्त था ? क्या अरब सागर द्वापर युग के पहले भी था? क्या भा में रत होने के कारण ही मनुष्य को आर्य नहीं कहा गया था? कृपया इन बिन्दुओं पर भी अपना मंतव्य स्पष्ट करें !
समझा नही पा रहे हैं आप , ठीक से रिसर्च करिए, आप सत्यार्थ प्रकाश को आधार मान रहे हो,जबकि आधार वेद पुराण शास्त्र उपनिषद महाभारत रामायण मनु स्मृति हैं , और देश का नाम भरत शकुंतला के पुत्र के नाम पर ही पड़ा है क्योंकि राजा दुष्यंत भारत के नही आर्यावर्त के राजा थे, और सबसे पहले देश का नाम जंबू द्वीप था , आपका अध्ययन गलत है, आपको खुदको प्रभाकर लिखते हो मगर हो नहीं , क्योंकि प्रभाकर कोई गोत्र नही है।
🚩जय श्री राम
🚩जय श्री कृष्ण
🚩जय शिवराय
🚩भारत माता की जय
सादर प्रणाम आचार्य जी।
Namesthe guru ji 🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी शुभकामनाएं आयुष्मान भव हार्दिक धन्यवाद: ओ३म् 🙏🏼🚩
🚩अति शीघ्र अखँड भारत। जय भारत🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
🙏🏻🙏🏻
आचार्य जी सादर प्रणाम स्कुंतला दुशियंत के पुत्र भारत के नाम पर भारत नाम पड़ा था लेकिन हिंदुस्तान नाम तो गुरू नानक देव जी ने अपने विश्व भ्रमड़ के समय जहा जहा पर गए थे उन्हों ने ही प्रचार किया था की में हिंदुस्तान से आया हु
पश्चिम सागर अरब सागर
तिब्बत आर्य वृत मैं आता है कि नही जी?
आचार्य जी !
सादर प्रणाम !!
क्या आप यह मानते हैं कि हमें अपने को हिन्दू नहीं मानना चाहिए?
क्या विधर्मियों द्वारा हिंदू शब्द का अर्थ जो बताया गया वही हम सच मान लें ?
क्या ' गर्व से कहो हम हिंदू हैं ' स्वामी विवेकानन्द जी ने गलत कहा है?
क्या भा में रत व्यक्तियों को भारत(भरत की संतान children of God कहना गलत है ?
क्या भरत का अर्थ ' भरण पोषण करने बाला'
भी नहीं होता?
क्या जब कोई मनुष्य अनार्य नहीं था तब भी आर्यावर्त था ?
क्या अरब सागर द्वापर युग के पहले भी था?
क्या भा में रत होने के कारण ही मनुष्य को आर्य नहीं कहा गया था?
कृपया इन बिन्दुओं पर भी अपना मंतव्य स्पष्ट करें !
Hum hindu nhi hai , hum sanatani arya hai
Hindu naam Portuguese iranio ka diya hua hai
💕🖕
😍oo ye el 💩 .. ó. 💕.?
💕
Oi i}my friend😊'o
प्रभाकर कोई गोत्र नही है,
समझा नही पा रहे हैं आप , ठीक से रिसर्च करिए, आप सत्यार्थ प्रकाश को आधार मान रहे हो,जबकि आधार वेद पुराण शास्त्र उपनिषद महाभारत रामायण मनु स्मृति हैं , और देश का नाम भरत शकुंतला के पुत्र के नाम पर ही पड़ा है क्योंकि राजा दुष्यंत भारत के नही आर्यावर्त के राजा थे, और सबसे पहले देश का नाम जंबू द्वीप था , आपका अध्ययन गलत है, आपको खुदको प्रभाकर लिखते हो मगर हो नहीं , क्योंकि प्रभाकर कोई गोत्र नही है।
पूरे सत्यार्थ प्रकाश में वेद, उपनिषद, दर्शन, रामायण, महाभारत और मनुस्मृति की बातें ही लिखी गई है।