लोगों ने अध्यात्म को मज़ाक बना दिया है आचार्य जी जब की अध्यात्म का सही अर्थ तो , स्वयं के गुण , दोषों, चेतना और मन के प्रति जो हमारा कर्तव्य है उसका पालन करना है।
यहाँ तक ठीक है आत्मा के ऊपर मन और शरीर की परतें चढ़ी हुई हैं लेकिन आत्म-साक्षात्कार का अर्थ आत्मा का साक्षात्कार नहीं है बल्कि आत्म-साक्षात्कार का अर्थ है मन और शरीर का साक्षात्कार। -आचार्य प्रशांत
प्रवचन के अन्त तक आते आते मौज का अनुभव हुआ.. तब ही आचार्यजी ने पूछा.. "मौज आ रही है? हम्म्म! ट्रेन भी आ रही है. ज्यादा मौज में मत आ जाना!" 😄😄 याद रहेगा, आचार्यजी! 🙏🙏
देखा है तुमने माया को और एक हो गए तुम आत्मा के साथ। उल्टा हिसाब मत बैठाना कि आत्मा के साथ एक होने के लिए आत्मा को देखना होगा। नही! आत्मा देखी जा ही नहीं सकती। -आचार्य प्रशांत
हर आदमी क्या माँग रहा है दुःख कि सुख? सुख माँग रहा है। सुख कब माँगेगा आदमी? जब दुःख में होगा! दुःख तुम्हारा जितना बढ़ेगा, सुख की तुम्हारी तड़प उतनी बढ़ेगी। तुम उतना ज़्यादा लालायित होकर भागोगे मनोरंजन की ओर। तो हमारे भीतर बहुत शोक है। इसीलिए जो मुक्त हो जाता है उसकी सुख की चाह बहुत कम हो जाती है या शून्य हो जाती है और ये मुक्ति का लक्षण होता है कि आदमी जैसे-जैसे मुक्त होने लगता है वैसे-वैसे वो सुख माँगना, उत्तेजना माँगना, प्रसन्नता माँगना कम कर देता है। -आचार्य प्रशांत
बहुत दुख होता है यह देखकर कि ऐसी ज्ञानवर्धक बातों की शिक्षा देने वाली वीडियो के लाइक्स इतने कम है। और उससे भी ज्यादा जिन्होंने इस वीडियो को डिस लाइक किया है
Thank you so much Acharya Ji for enlightening us. Every word spoken by you is guiding us towards light. I wish I came across your videos much earlier in life.
आचार्य जी, आपने बिल्कुल सही कहा। ऐसा लगता है की लगभग सभी गुरुओं ने आत्म को जाना नही। इसलिये उसे आत्मा कहकर आत्म को objectify कर दिया है।और उस object को एक प्रकाश, एक नाद आदि बना दिया है। आत्म, जो जानने वाला है उसे कोई और कैसे जान सकता है! ये सब उन्ही गुरुओं ने किया है जिन्होंने आत्म की अनुभूति नही ली है, केवल किताबो को पढ़ा है।
I never laughed like this I am laughing right now..! You are just awesome Prashant Sir ✌😂🙏🌅 You demolished everyone's doubt about themselves in a second with your word bombs. Mine too 😂👌🙏🙏
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बहुत गहरी कही
True hai. 👌🙏🙏
Pranam achrya ji...
" बुद्ध जितना आत्मा को समझें उतना समझने वाला कोई दूसरा नहीं था " आचार्य प्रशान्त
जिसने अपने भीतर के कचरे को देख लिया, वो कचरे से भिन्न हो गया।
-आचार्य प्रशांत
Sangat kar lo sadh ki, janam safal hoi joi., pranaam Aacharya ji. 🙏🙏🙏❤❤❤
लोगों ने अध्यात्म को मज़ाक बना दिया है आचार्य जी जब की अध्यात्म का सही अर्थ तो , स्वयं के गुण , दोषों, चेतना और मन के प्रति जो हमारा कर्तव्य है उसका पालन करना है।
जीस क्षण तुमने माया को देख लिया उस क्षण तुम सच हो गए
आचार्य जी सादर प्रणाम। आत्म साक्षात्कार के बारे में जो ॳध विश्वास है उसे आपने भली भांति काटा है। वास्तव में आप ही श्री कृष्ण है थनयबाद जी।
यहाँ तक ठीक है आत्मा के ऊपर मन और शरीर की परतें चढ़ी हुई हैं लेकिन आत्म-साक्षात्कार का अर्थ आत्मा का साक्षात्कार नहीं है बल्कि आत्म-साक्षात्कार का अर्थ है मन और शरीर का साक्षात्कार।
-आचार्य प्रशांत
बहुत ही खूबसूरत सर जी
आज एक संशय दूर हुआ। आंनद आ गया। प्रणाम
मेने गीता पढ़ी पर इतना गहरा अर्थ समझ में नही आया था, अब सही सब दिख रहा है अकेले रहना बड़े आनंद की बात लगती अब😊
जीसने आपकी बाते जान ली उसने सही अर्थ मे आध्यात्मिकता जान ली.
सही
खुद को देखने का मतलब है अपने विकृत और कुत्सित रूप को देखना, अपनी वृत्तियों को देखना, अपने आंतरिक छल-कपट को देखना।
-आचार्य प्रशांत
सहज दृष्टि इसे ही तो कहते हैं।
प्रणाम आचार्य जी...🙏🙏🙏❤😊
" आत्मा-साक्षात्कार का अर्थ होता है मन और शरीर का साक्षात्कार होना " ~ आचार्य प्रशांत जी🙏❤️👍👌🪔🍁🔥💯
सफाई करने के लिए.... सफाई नहीं गन्दगी देखनी होती है 🙏
Shat shat naman aaj muje us mein ka jwab mil gya apki spashta se aur ankhon ke piche bethi chetna se .Dhanyawad he guruji .🙏🙏🙏
आचार्य प्रशांत जी प्रचार प्रसार सब लोगों को साथ मिल कर करना है और वीडियो को सब तक पहुंचानाहै जिससे सबका कल्याण हो सके ।
प्रवचन के अन्त तक आते आते मौज का अनुभव हुआ.. तब ही आचार्यजी ने पूछा.. "मौज आ रही है? हम्म्म! ट्रेन भी आ रही है. ज्यादा मौज में मत आ जाना!" 😄😄
याद रहेगा, आचार्यजी! 🙏🙏
आत्म-साक्षात्कार का अर्थ नहीं है कि आत्मा को देख लिया, आत्मसाक्षात्कार का अर्थ है कि माया को देख लिया।
-आचार्य प्रशांत
हमारे भीतर दुःख ही दुःख है, तभी तो हमें इतना सुख चाहिए।
कभी सोचा नहीं तुमने?
-आचार्य प्रशांत
नमन गुरुदेव 🌹🌹🌹 प्रणाम बाबा 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌹 🌹🌹🌹🌹🌹
My next Raashtra pita AP 🙏🙏
Vvv Excellent nice Bhariyaa Acharyajii 💚🙏 Naman Acharyajii ♥️👏🌹👌🙂✅✅🙋😇🎊💜🌻
आत्मा का, इस लोक में, समय में, और स्थान में अस्तित्व नहीं होता।
-आचार्य प्रशांत
Aur jeev aatma ka????
Pranaam Gurudev
वर्तमान में फैले पाखंड चाहे वह ज्ञान मार्ग में हो या भक्ति मार्ग को समुचित चोट कि जरूरत है जो आचार्य जी बखुब ही अपने lectures में करते है🙏
Acharya ji, aapke baat ko samjhaane ka tareeka aur vichaaron ke gehrayion ka koi jawab nahi. 🙏 Real spirituality (practical and sensible one)
बंधन फिर से आ जाता। समस्या यही है। आचार्य जी असल धयान बताया
आत्मा आँखों के सामने नहीं होती है कि तुम उसे देख लोगे, आत्मा आँखों के पीछे होती है।
-आचार्य प्रशांत
Dekhnewala ko hi kaise dekhoge?
देखा है तुमने माया को और एक हो गए तुम आत्मा के साथ।
उल्टा हिसाब मत बैठाना कि आत्मा के साथ एक होने के लिए आत्मा को देखना होगा। नही!
आत्मा देखी जा ही नहीं सकती।
-आचार्य प्रशांत
सारे बाबाओं की रेड़ लगा दी
आचार्य जी
प्रणाम
हर आदमी क्या माँग रहा है दुःख कि सुख?
सुख माँग रहा है।
सुख कब माँगेगा आदमी?
जब दुःख में होगा!
दुःख तुम्हारा जितना बढ़ेगा,
सुख की तुम्हारी तड़प उतनी बढ़ेगी।
तुम उतना ज़्यादा लालायित होकर भागोगे मनोरंजन की ओर।
तो हमारे भीतर बहुत शोक है।
इसीलिए जो मुक्त हो जाता है
उसकी सुख की चाह बहुत कम
हो जाती है या शून्य हो जाती है
और ये मुक्ति का लक्षण होता है कि
आदमी जैसे-जैसे मुक्त होने लगता है
वैसे-वैसे वो सुख माँगना, उत्तेजना माँगना,
प्रसन्नता माँगना कम कर देता है।
-आचार्य प्रशांत
@@dimensionlessom4355 🙏🏼
Thanks guruji
यही ध्यान है।
गुरु जी, 🙏🙏🙏
Koti koti dhanyabad acharya ji
आजकल आपकी भाषाको देखकर मुझे अपनि भाषा वोलनेकि गल्तिका ऐहसास होता। आपका धन्यवाद है मुझे ऐहसास करवानेके लिए।
Means ?
मौज आ रही है " ट्रेन भी आ रही है " ख्याल रखना । ज्यादा मौज में मत आना।
गुह्य सत्य
नमन🙏🙏 आचार्य जी
Mistake hone se pahle guru ki awaj sun lena yahi sachcha shravan hai..ahobhav Acharya ji❤🙏
आत्म- साक्षात्कारी वो नहीं है जिन्हें सत्य दिखता है, आत्म साक्षात्कारी वो जिसे सर्वत्र पसरा हुआ झूठ ही झूठ दिखता है।
-आचार्य प्रशांत
बहुत दुख होता है यह देखकर कि ऐसी ज्ञानवर्धक बातों की शिक्षा देने वाली वीडियो के लाइक्स इतने कम है। और उससे भी ज्यादा जिन्होंने इस वीडियो को डिस लाइक किया है
हमलोग अपना काम करे ,,,, एक आदमी के सोनपुर मे 5_10 हजार लोग होते है उतने लोगो तक तो पहूँच
पहूंचा ही सकते है,,
फोनबूक
Thank you so much acharya ji pranam
33:57 - बस इसी स्थिति के लिए तड़प रहें हैं आचार्य जी। 😭😭😭
Best 👍🙏🙏🙏🙏
Pranam Aacharya ji 🌹❤️🙏 thanks for removing our illusions and doubts thanks
This is the best thing i ever encountered through the words of acharya ji.
I am just thankful to this moment.
Bahut sundar ❤🎉🌸🙏🙏
अहोभाव आचार्य श्री 🙏🌷🌸💕💓🌹
Karne se pahle dekh liya to bach gaye..Ye line bahut achhi lagi Acharya ji❤🙏
Pranam Acharya ji 🙏❤️🌹
Pranam Aacharya ji mein aapki baton ko sunkar mujhe bahut kuchh samajh mein a Gaya
आगे तो अहंकार ही होगा।
Thank you!
सच्चे गुरू जी🙏🙏🙏
गुरू जी 🙏🙏🙏
Naman guru dev
God bless the mission
Thank you so much Acharya Ji for enlightening us. Every word spoken by you is guiding us towards light. I wish I came across your videos much earlier in life.
Bhandhan pal tym dikhna chutkara vvvv nice Acharayjii 💚 Shukriyaa 🌷 Dhanywadh 🙏
Hari Om 🙇
Vah guru manna pdega kya smjhate ho bhot sundr
Maya se pahile guru pohoch jayega ...! ☺️🙏
पदार्थ का साक्षात्कार किया जा सकता है।
आत्मा थोड़े ही पदार्थ है?
उसका साक्षात्कार कैसे कर लोगे?
-आचार्य प्रशांत
Thanks for quoting
Jay guru dev ki charno me sat sat naman
Jse ki aap aur Arvind Kejriwal, you both are doing great work for country.
True brilliance👏
Mind blowing knowledge ❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏 प्रणाम आचार्य जी।
"माया पहुंचेंगी उससे पहले गुरु पहुँच जाएगा"
Acharya ji namaskaram
व्यक्तिगत कर्म का खाता बंद हो गया.. अब तो कचरा साफ करता हे वो दूसरों के...
धन्यवाद
पूरी बात ये है कि आत्मा तो है ही बस अपने जानवरपन को हटाने का प्रयास करो
Roomaniyt aajati h superb 👌 line 🙏👌💖
naman acharya ji
रिया 🙏 🙏🙏🙏🙂❤️
Bahut sunder 🙏
आपका टीवी पर भी आना चाहिए ये सब🙄 बांकी सबका आता है आचार्य जी का क्यों नही कमसे कम 2 घण्टे चलवाओ तभी जगत का कल्याण होगा।
🙏🙏🙏😊
Awesome.
"जब दिखाई दे की कितने घटिया आदमी हो तुम, तब समझना की आज कोई आध्यात्मिक घटना घटी है तुम्हारे साथ।" - आचार्य प्रशांत
Prakash is knowledge.
Behind the third eye lies the light and the sound
आचार्य जी, आपने बिल्कुल सही कहा। ऐसा लगता है की लगभग सभी गुरुओं ने आत्म को जाना नही। इसलिये उसे आत्मा कहकर आत्म को objectify कर दिया है।और उस object को एक प्रकाश, एक नाद आदि बना दिया है। आत्म, जो जानने वाला है उसे कोई और कैसे जान सकता है! ये सब उन्ही गुरुओं ने किया है जिन्होंने आत्म की अनुभूति नही ली है, केवल किताबो को पढ़ा है।
Bahut bahut clear
Naman.
🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️
❤❤❤❤❤wow wow
I never laughed like this I am laughing right now..! You are just awesome Prashant Sir ✌😂🙏🌅
You demolished everyone's doubt about themselves in a second with your word bombs. Mine too 😂👌🙏🙏
Agreed
After watching this..things struck me hard
🙏🙏🙏👌🌞💯👑
🙏🙏🌸🌸
आचार्य जी रात को 12 बजे आपको सुन रहा हूँ और जोरों से हसी आ रही है😂😂😂😂😂
पूरे साल मे पहली बार इतनी तेज हसी आयी है😂🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद🙏
Thanks
आचार्य जी ज्ञान ही गुरु है 👌♥️🙏🙏
" बुद्ध जितना आत्मा को समझें उतना समझने वाला कोई दूसरा नहीं था " आचार्य प्रशान्त
🙏🙏👍
🙏
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼