आत्मा क्या, जीवात्मा क्या? क्या आत्मा का पुनर्जन्म होता है? || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)
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- เผยแพร่เมื่อ 22 เม.ย. 2024
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वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 20.7.19, अद्वैत बोधस्थल ,ग्रेटर नॉएडा, भारत
प्रसंग:
श्रीमद्भगवद्गीता (अध्याय 2, श्लोक 19)
य एनं वेत्ति हन्तारं यश्र्चैनं मन्यते हतम् |
उभौ तौ न विजानीतो नायं हन्ति न हन्यते ||
भावार्थः
जो इस आत्मा को मारने वाला समझता है तथा जो इसको
मरा मानता है, वे दोनों ही नहीं जानते ; क्योंकि यह आत्मा
वास्तव में न तो किसी को मारता है और न किसी के द्वारा मारा जाता है ।।
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श्रीमद्भगवद्गीता (अध्याय 2, श्लोक 20)
न जायते म्रियते वा कदाचि-न्नायं भूत्वा भविता वा न भूयः।
अजो नित्यः शाश्वतोऽयं पुराणोन हन्यते हन्यमाने शरीरे॥२०॥
भावार्थः
यह आत्मा किसी काल में भी न तो जन्मता है और न मरता ही है तथा न यह उत्पन्न होकर
फिर न होने वाला ही है क्योंकि यह अजन्मा, नित्य, सनातन और पुरातन है, शरीर के मारे जाने पर भी यह मारा नहीं जाता॥
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श्रीमद्भगवद्गीता (अध्याय 2, श्लोक 23)
नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः॥
भावार्थ:
इस आत्मा को शस्त्र नहीं काट सकते, आग इसको जला नहीं सकती,
जल इसको गला नहीं सकता और वायु इसको सुखा नहीं सकती॥
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~ आत्मा क्या है?
~ जीवात्मा क्या है?
~ आत्मा का पुनर्जन्म होता है?
~ सूक्ष्म शरीर को कैसे समझें?
~ जीव और आत्मा में क्या संबंध है?
संगीत: मिलिंद दाते
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Kabhi kabhi aapki baten sunke man dukhi sa ho jata hai fir bhi sunti hun kyon ki aapki baten saty se awgat krati hai naman aachary ji.
आत्मा परम सत्य है, और जीवात्मा परम भ्रम है,
जब जीवात्मा आत्मा बनने लगी तब बुद्ध को कहना पड़ा अनात्मा
जब हम छोटे थे तब तक तो सही प्रयोग होते सुना था माँ और नानी हमेशा जीव और आत्मा को अलग अलग ही कहती थी, सबकुछ कब अनर्थ हो गया नहीं जानते,जीव ही बदलता रहता है जो वस्त्रों की तरह आत्मा को ढके रहता है।
🌞🙏😌 satnam shree Vahe Guru jee, he pita parmeshavar hamari laz rakhi. Vahe Guru
Pranam Gurudev Charan Sparsh
गोलू खरगोश की बहुत याद आएगी। 😢🐰🐇
प्रणाम गुरु आचार्य 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐
Thanks
🙏🙏🙏💕💕💕🇳🇵
🙏नमन आचार्य जी
Pranam guruvar!
Pranam Acharya shri 🌼🕉️🌼🙏🙏
SATYA KO NAMAN💥
🕉️🙏
pranam guruvar!
🙏अतिउत्तम
Great day sir
प्रणाम आचार्य जी
Parnam acharya ji
Aacharya ji parnam
🙏
Wonderful analysis💥
🌄🌹🙏
बोधोअहम
Aatma n to peda hoti hae na hi Marti hai Aatma amar hae
❤😇😊👍💐🌺
Acharya ji, Pranaam!
1. Agar Jeevatama prakrati hai aur ek janm ek baar hi hai - To Sanskaar kya hai? Kyon ek hi ghar mein alag alag sanskaar ke siblings hain? Yeh sanskaar kaun carry kar raha hai - ek janm se doosre janm tak? Phir aatma kya ek hi hai ya alag alag? Teesra - bade ghar mein aur chhote ghar mein janm lene ka aadhaar kya hai? (Poorv janmon ke karm nahin?) - Kripya prakaash daalen guru ji...
Atma aur jeevatma me koi sambandh hai bhi ki nahi
Agar hai to kis tarah hai 🙏