सर विल रजिस्टर्ड है प्रत्रक है विल में सिग्नेचर वसीयत कर्ता के बजाय लिखने वाले ने ही कर रखे है क्या पजीकरण कार्यालय में किये जाते है@@AdvocateDeepakAngrish
Sir mai Bihar ka hun.mere Grand Mother ke Naam Se jo Property thi us property ko mere Grand Father ne mere Father ke Naam Se Vasiyat Likhit me kiye huye hai kyun Ki Mere Grand Mother ka Seva mere Father ne hi kiye hain.Ab naa mere Grand Mother Hai naa mere Grand Father Hain Nahi mere Pita Hain.Ab mai Apane Naam Karana Chahat hun.kya Processing Hain Kya karu ki mere Naam ho Jaye
मेरे परिवार में कई बार 1939 एवं 1957 कोर्ट बंटवारा चला एवं अंत में सुलहनामा द्वारा तय हो पाया। पुनः मौखिक बंटवारा 1969 में हुआ पुनः दादा के मृत्यु के बाद में 1976 बेटों और बेटियों के बीच मे मौखिक हुई ,बाद दादी ने अपने हिस्से मे से अपने पौत्र को गिफ्ट कर दिया। एवं उनकी मृत्यु 1986 में हो गई । उनके मृत्यु के बाद पुनः शेष जमीनों का मौखिक रुप से वाटवारा हुआ और सभी अपने शेयर पर काबिज दाखिल हो गया। अब फरिक करीब साठ बयनामा बेचने के बाद बंटवारा केस 2005 मे कर दिया जो 2007मे मृत्यु के बाद अदल पैरवी में खारिज हो गई। अब उनकी बहन ने 2005मे ही कर रखा है जिसमें जमीन बिक्री पर रोक लगी है लेकिन उनके भाई की बेटियां जमीन बेच रही है। उनके उपर अलग से मिसलेनियस केश चल रही है वे लोग कोर्ट में अब हाजिर नहीं हो रहे हैं।
Thanks for This Video sir🎉
Good
Very nice and informative video.
Thanks.
Very useful judgement and information sir, thanks
Thanks
Om Sai Ram❤🎉❤
Om Sai Ram❤❤❤
सर विल रजिस्टर्ड है प्रत्रक है विल में सिग्नेचर वसीयत कर्ता के बजाय लिखने वाले ने ही कर रखे है क्या पजीकरण कार्यालय में किये जाते है@@AdvocateDeepakAngrish
Nice video
Nice video sir ❤
❤ hi
Rajsthan Ahore
Nameste sir? Muslim law bequest will ke bhare me suprem court ka judgement boliye?
कोर्ट में न्यू केस को कौन रजिस्टर करता है?
Sir mai Bihar ka hun.mere Grand Mother ke Naam Se jo Property thi us property ko mere Grand Father ne mere Father ke Naam Se Vasiyat Likhit me kiye huye hai kyun Ki Mere Grand Mother ka Seva mere Father ne hi kiye hain.Ab naa mere Grand Mother Hai naa mere Grand Father Hain Nahi mere Pita Hain.Ab mai Apane Naam Karana Chahat hun.kya Processing Hain Kya karu ki mere Naam ho Jaye
मेरे परिवार में कई बार 1939 एवं 1957 कोर्ट बंटवारा चला एवं अंत में सुलहनामा द्वारा तय हो पाया।
पुनः मौखिक बंटवारा 1969 में हुआ पुनः दादा के मृत्यु के बाद में 1976 बेटों और बेटियों के बीच मे मौखिक हुई ,बाद दादी ने अपने हिस्से मे से अपने पौत्र को गिफ्ट कर दिया। एवं उनकी मृत्यु 1986 में हो गई । उनके मृत्यु के बाद पुनः शेष जमीनों का मौखिक रुप से वाटवारा हुआ और सभी अपने शेयर पर काबिज दाखिल हो गया।
अब फरिक करीब साठ बयनामा बेचने के बाद बंटवारा केस 2005 मे कर दिया जो 2007मे मृत्यु के बाद अदल पैरवी में खारिज हो गई।
अब उनकी बहन ने 2005मे ही कर रखा है जिसमें जमीन बिक्री पर रोक लगी है लेकिन उनके भाई की बेटियां जमीन बेच रही है।
उनके उपर अलग से मिसलेनियस केश चल रही है वे लोग कोर्ट में अब हाजिर नहीं हो रहे हैं।
भैया आप कुछ पेचीदा जजमेंटबताते हो और ऐसे कुछ जजमेंट रहते हैं क्या वह क्रिमिनल केस पर और सिविल केस दोनों पर लागू होते हैं यह भी बात बताया करो
Sir aapka email ID mil sakta hai kya...mere kuch doubts hai jo mai aapke sath share karke clear karna chahta hun..
Kindly reply..