सत साहेब जी अब कलयुग का खात्मा संत रामपाल जी महाराज जी की दया से अब कबीर युग चलेगा काल के जाल से छुटकारा पाकर सद भक्ति करने के बाद पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के निज लोक सतलोक जाने की तैयारी जहाँ कोई जीव को दुख नहीं।
Sat saheb ji❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
#sat_kabir_is_god धन धन सतगुरु सत्य कबीर भक्तों की पीड़ मिटाने वाले पूर्ण ब्रह्म कृपा निधान सुन केशौ करतार गरीबदास मुझ दीन की रखियो बहुत संभाल पूर्ण ब्रह्म कबीर हैं चारों युग परमान झूठे गुरुवा मर गए हो गए भूत मसान
गुरुजी का सत्संग से मन को शांति मिलती है जी 🙏 मुझे लगता है कि, सत्संग पुरानी है जी 🙏 व्हिडिओ अलग सत्संग का लगता है जी 🙏 क्योंकि गुरूजी के होटों को और सत्संग का शब्दों को अलग सा, महसूस होता है जी 🙏 बंदी छोड़ की जय हो 🙏🙏
गीता अध्याय 17 श्लोक 1 में अर्जुन ने पूछा है कि हे कृष्ण! जो मनुष्य शास्त्रविधि को त्यागकर श्रद्धा से युक्त हुए देवादि का पूजन करते हैं। वे स्वभाव से कैसे होते हैं। अर्जुन ने गीता अध्याय 7 श्लोक 12-15 में पहले सुना था कि तीनों गुणों यानि त्रिगुणमयी माया अर्थात् रजगुण ब्रह्मा जी, सतगुण विष्णु जी तथा तमगुण शिव जी आदि देवताओं को पूजने वाले उन्हीं तक सीमित हैं। उनकी बुद्धि उनसे ऊपर मुझ गीता ज्ञान दाता की भक्ति तक नहीं जाती। जिनका ज्ञान हरा जा चुका है, राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच दूषित कर्म करने वाले मूर्ख मेरी भक्ति नहीं करते। - जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी
ओर ज्ञान सब ज्ञानडि कबीर ज्ञान सो ज्ञान जेसे गोला तोब का करता चलें मेदान
गुरुकी शरणा लीजै भाई। जाते जीव नरक नहीं जाई।7। गुरु क्रपा कटे यम फांसी। विलम्ब ने होय मिले अविनाशी ।।8l
Malik apne charno m rakhna daata😭😭🙏🙏
❤रामपाल भगवान जी की जय हो सत साहेब जी
Bandichhod satguru rampalji maharaj ki jai ho🙏🙏🙏🙏
Bahut Achcha Satsang hai
Sat guru rampal maharaj is purn god
Sahib ki mahima anant
पूरे विश्व मे संत Rampal Ji Maharaj जैसा कोई संत नहीं है क्योंकि जो अध्यात्म ग्यान इनके पास है ओ किसी के पास नहीं है l
Kbir is god
sat sahib
सत साहेब जी अब कलयुग का खात्मा संत रामपाल जी महाराज जी की दया से अब कबीर युग चलेगा काल के जाल से छुटकारा पाकर सद भक्ति करने के बाद पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के निज लोक सतलोक जाने की तैयारी जहाँ कोई जीव को दुख नहीं।
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Jai ho bandichhod sant Rampal Ji Maharaj ki Jai ho
Sat saheb ji
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Daya karo parmatma ji
Sat saheb ji 🌹♥️🙏🙏🙏🙏🙏
Jai Ho Bandi chhod ki Daya karo Malik 🌹🌹👏👏👏👏👏👏👏👏
Sat, sahib, ji
मानव जीवन परमात्मा की शास्त्र विधि अनुसार साधना करके मोक्ष प्राप्त करने के लिए प्राप्त होता है
Sat saheb ji❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai ho bandi shor satguru rampal ji maharaj ki jai ho
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sat sahib parmatma sant rampal ji ki jay ho
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का, एक रति नहीं भार।
सतगुरु पुरुष कबीर हैं, कुल के सृजनहार॥
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Kabir is god
परमात्मा का निर्मल ज्ञान सत साहेब जी
Satguru dev ki jay ho 💕
जय बंदीछोड की।
प्रभू के चरनोकमल में जीव का दंडवत प्रणाम।
Itni Madhur awaaz hai Parmatma aapka🙏🏻🙏🏻
Sat saheb pita ji❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Bandi chhod satguru Rampal Ji bagwan ki jai ho
Bandi Chhod Rampal ji Maharaj ji Jay ho
Sat guru rampal je maharaj ke chardo mai das ka dhandawat pradham
मानुष जन्म दुर्लभ है, मिले ना बारंबार!
जैसे तरुवर से पता टूट गिरे ,फिर बहुर ना लगता डार।।
Sat sahib ji 👏
Bolo satguru dev jai ho 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽💗🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
#sat_kabir_is_god
धन धन सतगुरु सत्य कबीर भक्तों की पीड़ मिटाने वाले
पूर्ण ब्रह्म कृपा निधान सुन केशौ करतार
गरीबदास मुझ दीन की रखियो बहुत संभाल
पूर्ण ब्रह्म कबीर हैं चारों युग परमान
झूठे गुरुवा मर गए हो गए भूत मसान
गुरु गोविंद दोनों खड़े किसके लागू पाऐ बलीहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाये🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अनमोल शब्द।
Sat sahed ji
कबीर साहेब भगवान है
Sat Saheb ji 🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुजी का सत्संग से मन को शांति मिलती है जी 🙏 मुझे लगता है कि,
सत्संग पुरानी है जी 🙏 व्हिडिओ अलग सत्संग का लगता है जी 🙏
क्योंकि गुरूजी के होटों को और सत्संग का शब्दों को अलग सा,
महसूस होता है जी 🙏 बंदी छोड़ की जय हो 🙏🙏
गरीब जल थल पृथ्वी गगन में बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है अविगत पुरुष अलेख।।
Satguru Rampal ji sahib
गीता अध्याय 17 श्लोक 1 में अर्जुन ने पूछा है कि हे कृष्ण! जो मनुष्य शास्त्रविधि को त्यागकर श्रद्धा से युक्त हुए देवादि का पूजन करते हैं। वे स्वभाव से कैसे होते हैं।
अर्जुन ने गीता अध्याय 7 श्लोक 12-15 में पहले सुना था कि तीनों गुणों यानि त्रिगुणमयी माया अर्थात् रजगुण ब्रह्मा जी, सतगुण विष्णु जी तथा तमगुण शिव जी आदि देवताओं को पूजने वाले उन्हीं तक सीमित हैं। उनकी बुद्धि उनसे ऊपर मुझ गीता ज्ञान दाता की भक्ति तक नहीं जाती। जिनका ज्ञान हरा जा चुका है, राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच दूषित कर्म करने वाले मूर्ख मेरी भक्ति नहीं करते।
- जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी
कबीर मैं रोवत हूं सृष्टि को सृष्टि रोवे मोहे। गरीब दास इस वियोग को समझ न सके कोय।।
बंदीछोड़ जी
BandiChhodSatguruSantRampaljiBhagawanKiJayho malik
Kabir is supreme me god 😊🙏 sat sahib ji
❤❤❤❤❤❤❤😂😂😂😂🎉🎉
गुरूजी की सत्संग डालो भक्त जी
Jo गुरु जी वीडियो मे जो इशारा कर रहे है। Vo hi सेम सत्संग भेजो youtybe par
Sat saheb
बन्दी छोड़ मेरे परमात्मा सतगुरु रामपाल जी महाराज जी को दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤❤❤❤❤😂🎉🎉🎉🎉🎉😂😂😂😂😂
🤲🤲🤲🙏🙏🙏
Sat saheb ji