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Adi Shankaracharya 52 कश्मीर के सर्वज्ञ पीठ पर शंकराचार्य को बैठने से क्यों रोका था मां शारदा ने?

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  • เผยแพร่เมื่อ 18 ส.ค. 2024
  • Kurukshetra Gurukulam Foundation(KGF) #कुरुक्षेत्रगुरुकुलमफाउंडेशन #कुरुक्षेत्र #गुरुकुलम #kgf #sandeepdeo #Kamalrawat #adishankaracharya #KurukshetraGurukulamFoundation
    महाभारत का मैदान सजा हुआ है। गीता का आरंभ ही इससे होता है-ः धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः!
    Kurukshetra Gurukulam Foundation(KGF) गीता के इसी श्लोक को अपना आधार बनाकर स्थापित किया गया है। आज हर सनातनी एक कुरुक्षेत्र, एक युद्ध भूमि में खड़ा है। उसकी इच्छा भी धर्म की स्थापना है, परंतु म्लेच्छों की बढ़ती आबादी और दुनिया भर की सरकारों व संस्थाओं के अंदर उनके लिए सहर्ष बिछने की मानसिकता ने इस धर्म युद्ध को एकतरफा बना दिया है। आज सनातनियों के पास अपनी एक भी संस्था या संगठन नहीं है, जो वैश्विक स्तर पर गीता के इस पहली लाईन को न केवल जीता हो, बल्कि उसका प्रचार-प्रसार भी करता हो और आगामी संकट को देखते हुए उसकी तैयारी के लिए प्रतिबद्ध हो। ज्ञळथ् शास्त्र, शस्त्र और संगठन-इस त्रिआयामी लक्ष्य की पूर्ति के लिए ही निर्मित हुआ है। हिंदुओं को उसके शास्त्रों का ज्ञान उपलब्ध कराना, शस्त्र से अपनी रक्षा एवं अपने समाज की रक्षा करने का संकल्प लेना और संगठित होकर सनातन धर्म के पुनर्जागरण का प्रहरी बनना-यही इसका उद्देश्य है।
    अभी यह ऑनलाइन आरंभ हुआ है। जैसे-जैसे फंड आते जाएंगे, धरातल पर भी इसे एक विश्वविद्यालय का रूप देने का संकल्प है। सनातन धर्म की सभी विधाओं को सीखने-सीखाने के लिए यह विश्व का प्रथम गुरुकुल या कहिए विश्वविद्यालय होगा। लघु अवधि, मध्यम अवधि एवं उच्च अवधि तक यहां रहकर हिंदू अपनी विद्याओं में निष्णात होगा।
    ऑनलाइन से आरंभ हुई यह यात्रा निकट भविष्य में आवासीय क्षेत्र, मंदिर, गौशालाएं, आत्मरक्षार्थ प्रशिक्षण एकेडमी और शास्त्रों का ज्ञान कराने वाले संकायों की स्थापना के साथ पूरे भारत और विश्व में इसकी शाखाएं स्थापित करने के साथ पूरी होगी। आइए, शास्त्र, शस्त्र और संगठन को अपने जीवन में उतारें, आइए Kurukshetra Gurukulam Foundation(KGF)
    को सनातन शक्ति का केंद्र बनाएं। जय सनातन।
    वेबसाइट का लिंक :- www.kgfbharat.org

ความคิดเห็น • 25

  • @RamUdasi-rf3ib
    @RamUdasi-rf3ib หลายเดือนก่อน

    शंकराचार्य का पद तो बड़ा है लेकिन वर्तमान मे शंकराचार्यो का दिल छोटा है

  • @MithileshSharmaSharma-us6np
    @MithileshSharmaSharma-us6np 29 วันที่ผ่านมา

    Bahut badhiya ATI Sundar

  • @user-ml1qf6ed3k
    @user-ml1qf6ed3k หลายเดือนก่อน +2

    इतना ही नहीं हम ब्राह्मणों में इस क्षेत्र के मूल होने से उपनाम(सरनेम) भी शारदा है।
    दुर्भाग्य है कि आजादी से पहले से लेकर आज तक किन्हीं शंकराचार्य जी ने इसे मुक्त और अपने अधिकार क्षेत्र में लेने हेतु कोई आंदोलन नहीं किया अब प्रतीक्षा है कि जोशी मठ के पीठाधीश इस पर अपना बलिदान देने पर तैयार होंगे या नहीं...!😢

  • @TamsoMaJyotirgmaya
    @TamsoMaJyotirgmaya หลายเดือนก่อน +2

    ज्ञानी के लिए पाप और पुण्य का अंतर समाप्त हो जाता है। उसके लिए ना कुछ पाप है ना कुछ पुण्य। फिर जो सर्वज्ञ है वो कैसे पाप पुण्य का चिंतन कर सकता है। क्षमा करें मुझे लगता है कि स्टोरी में कुछ झोल है।

  • @tutorlogy7401
    @tutorlogy7401 หลายเดือนก่อน +1

    Shardapeeth ko punye sathapit kro ❤️😓🚩

  • @pramodagrawal7112
    @pramodagrawal7112 หลายเดือนก่อน +1

    मैंने सुना है कि एकमात्र राणी के साथ ही काम सम्बंधित शिक्षा ग्रहण की थी, अनेक के साथ नहीं?

  • @rajwativerma6615
    @rajwativerma6615 หลายเดือนก่อน

    शरीर उनका नही था पर मन तो था मानसिक भोग तो किया था तो पवित्र कैसे सिद्ध हुए?

    • @someshmukherjee6429
      @someshmukherjee6429 หลายเดือนก่อน

      Atma or mn alag alag h😂😂😂

    • @rajwativerma6615
      @rajwativerma6615 หลายเดือนก่อน +1

      @@someshmukherjee6429 आत्मा भोक्ता नही है निर्लेप हैं कर्मो से

    • @someshmukherjee6429
      @someshmukherjee6429 หลายเดือนก่อน

      @@rajwativerma6615 ha to fir pavitra ki baat aye kaha sa

    • @rajwativerma6615
      @rajwativerma6615 หลายเดือนก่อน

      @@someshmukherjee6429 मन से भोग करना ही अपवित्रता हैं

    • @someshmukherjee6429
      @someshmukherjee6429 หลายเดือนก่อน

      @@rajwativerma6615 kya atma ma chintan sakhti hoti h