वो जो दिल के क़रीब था , बहुत क़रीब , चला गया , वो मीत कहाँ से आएगा तरसता हुआ छोड़ गया , संगीत के सुरों को , वो संगीत कहाँ से आएगा अपना आकाश जिसने ख़ुद रचा , क्या ख़ूब , वो जज़्बात कहाँ से आएगा लफ़्ज़ों को सुरों में ढालकर , दिल जीतने वाला , वो जगजीत कहाँ से आएगा
वो जो दिल के क़रीब था , बहुत क़रीब , चला गया , वो मीत कहाँ से आएगा
तरसता हुआ छोड़ गया , संगीत के सुरों को , वो संगीत कहाँ से आएगा
अपना आकाश जिसने ख़ुद रचा , क्या ख़ूब , वो जज़्बात कहाँ से आएगा
लफ़्ज़ों को सुरों में ढालकर , दिल जीतने वाला , वो जगजीत कहाँ से आएगा
Excellent performance ❤
Veri nice guruji
Heart touching poetry. Excellent rendition by Jagjit Singh Sahab. My tributes to Jagjit Singh Sahab 👍🌹🙏
God's divine voice ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Mesmerizing ❤️❤️
So nice pure classic voice of Jagjeet ji 👌❤❤❤❤
എത്ര മനോഹര ശബ്ദം... 🌹
Brilliant post ❤
Waaaahhhhhhhhhhhh
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤