जब तक विभिन्न धर्मों के जानकार मन्च साझा नहीं करते और साझा मत नहीं बना पाते जैसा कि वैज्ञानिक बिरादरी में होता है, तब तक आम लोगों को धर्म को शक की दृष्टि से देखना चाहिए कि यह रियल एस्टेट पर कब्जा करने और आम लोगों से धन वसूलने का धंधा है। मैंने इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष में ही समझ लिया था कि मंदिरों में ब्राह्मणों के पेट के सिवा बाकी लोगों के लिए और कुछ नहीं होता है। तब से आज तक कभी मंदिर आदि नहीं गया हुँ। दुर्भाग्य से ब्राह्मणों को छोड़कर बाकी जातियाँ विशेषकर बनिया जाति ब्राह्मणों के पैर धोकर चरनाम्रित पीने को अपना सौभाग्य और सनातन धर्म समझ्ती है।हरिशंकर परसाई ने कहा था कि देशभक्ति देवी देवताओं से सीखनी चाहिए, 33 करोड़ थे, आजादी के समय एक चौथाई देश उधर चला गया परन्तु एक भी देवी देवता उधर नहीं गए। भारत में यदि लोग इतने भूखे हैं तो 33 करोड़ देवी-देवता क्या कर रहे हैं?
आज उत्तराखंड में भी राम जी के अयोध्या लौटने के 11दिन बाद यह इगास का त्योहार मनाया जाता है जिसमें गाय और बैल की पूजा की जाती है आज यह त्यौहार उत्तराखंड में अनिल बलूनी बीजेपी के सांसद हैं उनके यहां मनाया गया जहां प्रधानमंत्री मोदी जी ने पहुंचकर कर कहा कि भारत के त्योहार और संस्कृति लुप्त हो रही है और हमें मिल कर धार्मिक परंपराओं के साथ उत्सव मनाने चाहिए
सुधीर जी , आपका अभिवादन कि आपने यह क्लिप बनाकर प्रस्तुत की । कहा तो यह जाता है कि मानव निरन्तर आधुनिक सभ्यता की ओर जा रहा है जबकि वास्तविकता इसके उलट है । सही शब्दों में हम भटकते जा रहे हैं । सनातनीय ताना-बाना तो तार-तार हुआ जा रहा है । सदियों पहले का स्वर्णिम आर्यावर्त अब जार-जार रो रहा है , पर हमें भान ही नहीं कि हम असभ्यता के राही बन चुके हैं । ऐसे कार्यक्रमों से कुछ तो चेतना आएगी , ऐसा विश्वास तो है । 🙏🏻🙏🏻🙏🏻 जुगलकिशोर सोमाणी , जयपुर
बिहार मिथिला में आज भी सभी त्यौहार बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है सामा चकेवा, देव दीवाली, कार्तिक पूर्णिमा, देवएकादशी, छोटी होली, हिन्दू नव वर्ष, सभी त्योहार हम लोग मनाते हैं पूजा पाठ करते है खुशियां मनाते है क्योंकि हम लोग माता सीता की नगरी मिथिला से आते है सीता राम, हर हर महादेव 🙏
आज के दिन को देव दीवाली के रूप में भी मनाते हैं मैं लगभग 20 सालो से गांव पर रहता हु और हमारे यहाँ सभी छोटे और बाड़े त्यहोर पारम्परिक रूप से मनाते हैं बस बदल रहे हैं सिर्फ शहरो के लोग जो सिर्फ और सिर्फ दिखावे में ji रहे हैं
आज जीवन के भाग दौड़ में लोगों के पास समय और जानकारी नहीं होने के कारण भारत की संस्कृति और त्योहारों की विरासत धीरे धीरे लुप्त हो रही है अब क्या हिन्दू का अस्तित्व खतरे में नहीं है
Ramleela me pehle das din ki chhutti hoti thi schools me , ab do din ki hoti hai ab gali mohallo me Ramleela nahi hoti hai ..ab kewal bade scale ki Ramleela hoti hain jinme aam log ka koi role na hota hai
गुरुकुल खोले जाना चाहिए और गुरुकुल में शिक्षा लेना अनिवार्य भी होना चाहिए तभी सनातन धर्म की रक्षा हो सकती है हमारे जैसे सनातन प्रचार करने वालों को दिल खोल कर सपोर्ट करना चाहिए आप लोगों के सहयोग से हमारा हौसला बढ़ाया जा सकता है
सुधीर जी मैं आपसे यही कहना चाहता हूं कि त्योहार भूले नहीं बच्चों की एजुकेशन इतनी इंपॉर्टेंट हो गई है कि अब आप पढ़ाई के चक्कर में पेरेंट्स गांव भी नहीं जा सकते जो शहरी क्षेत्र में रहते हैं संयुक्त परिवार जो हमारा गांव में रहता है
त्यौहार वो भूल रहे जो पाश्चात्य सभ्यता में लिप्त है वाकी आज गांव में सभी त्योहार धूमधाम धूमधाम से मनाये जाते हैं गांव में कार्तिक मास महिलाओं द्वारा पूरे माह 5वजे सुबह से गीत गाए
जितने भी हमारे तोहार बचे है उनलॉगों ने बचा के रखा है जिसे हमे लोग बड़े प्यार अनपढ़ और ग़रीब बोलते है , अमीर लोगो ने ही देश का संस्कर्ति और तोहार ख़त्म करने मैं इनका योगदान है
सुधीर जी आपने बहुत अच्छा बताया. ये सारे त्यौहार हमारी पीढ़ी तक रहें. हम तोये सभी त्यौहार अब तक मनाते आये, बच्चों को भी बताया. पर वो इतने व्यस्त हैं कि मैं कर लेतीं हुँ. और वो क़भी यहाँ हो तो प्रणाम करते खाते पीते हैं.. पोला पि ठो री, अक्षत तृतीया, हरतालिका, वट सावित्री पूजन रंगपंचमी आदि हम मनाते हैं. संजा पूजन भी मालवा में मनाते हैं. महाराष्ट्र में तो बहुत से त्यौहार मनाते हैं. आज लोग कमाने को बाहर जाते हैं सुबह 6 रात 10 तक काम करते हैं. इतवार को हफ्ते भर के काम करने में लगे होते हैं. आपने सही कहा पर समय नहीँ लोगोँ के पास. हिन्दू लोग किसी नकिसी रुप में त्यौहार मनाते हैं. तुलसी जालंधर राक्षस कि पत्नी थीं पतीव्रता और वो विष्णु जी कि परम् भक्त थीं राक्षस जालंधर बहुत अत्याचारी था उसे मारना ज़रूरी था पर शिव के वरदान से और तुलसी के सती त्व से उसे मारना मुश्किल था तब स्वयं विष्णु ने जालंधर काश रुप धरकर तुलसी के पास जाकर तुलसी को भरमाया और तुलसी ने उन्हें पति समझा. तो उसका स तित्व भंग हुआ और जालंधर की मृत्यु हुई. तुलसी ने विष्णु को पत्थर होने का शाप दिया और कहा कि मुझसे विवाह करके वैधव्य दूर करो. तत्काल विष्णु शालीग्राम बनकर तुलसी के पास रहें सबने उनका दोनों का विवाह कर दिया देवउठनी ग्यारस पर हम सब ये मनाते हैं 🥰👍🏾❤️🌹💞🙏🏾
Because the government is not giving holidays on these special days ...even on Dussehra, Diwali, holi, govt. Employees are getting one day holiday only...earlier 3-4 days holidays used to be there to celebrate festivals
Mujhe to mere desh ke har kstra ka riti rivaj tohaar janne me khushi miti h me pta krti rhti hu or apne parents ko btati hu jo bhi knowledge hoti h dharm ki vo sb bhi btati hu 😊😊
Ab bht he jaroori hai ki Jyda se jyda Gurukul open kiya jaaye taaki Sanatan Dharm aur oske sbhi festival ko baachaya jaa saake... Agr books main v sanatan dharm rhega tb yeh dharm aur v jyda uper jyegaa❤️
AAJ TAK KI AISIII PAHAL ka MAIN DIL KHOLKAR SWAGAT KARTA HUN AUR SADHUWAAD GYAAPIT KARTA HUN AAJ TAK SAHIII AUR SACHE TRACK PAR H AAJ🎉🎉🎉🎉🎉BIG THANKS TO 🌈AAJ TAK🎉🎉🎉PROUD TO BE AN INDIAN (HINDU)🎉
Great report. I live in America and we Hindus are proud of Hindus, Mandirs, and Sanatan Dharma. It is sad that some Hindus IN Bharat are not proud of their culture and Sanatan Dharma, the greatest religion in the planet.
भारत में त्योहारों का पारंपरिक और ऐतिहासिक महत्व भी है. ये त्योहार भारतीय समाज की पुरानी परंपराओं और लोककथाओं से जुड़े होते हैं. त्यौहारों पर पड़ने वाले ग्रहण का कारण "आधुनिकता, मानवतावाद, समतावाद, पर्यावरणवाद जैसी अवधारणाओं का प्रयोग, तुच्छ मानसिकता द्वारा किया जा रहा है
हम गुड़गांव फ़्लैट में रहते हैं हमारी सोसायटी में और हम भी तुलसी विवाह और घर में देव बनाते हैं और उठाते हैं हमारा गांव भी है हरियाणा पंजाब में हम वहां सब लोग मनाते हैं सभी त्योहार जय श्रीराम
मेरे हिसाब से इसका प्रमुख कारण बढ़ती हुई बेरोज़गारी और कम आय का होना है......मैंने बहुत से लोगों को इस हताशा के कारण त्यौहार को बोझ जैसे झेलते देखा है.......वो खुल के किसी भी त्यौहार का आनंद नहीं ले सकते हैं
मै आप लोगो से एक एक सवाल करता हूं कि सभी भगवान हमारे देश में जन्म कैसे लिए, बाकी देशों में क्यों नहीं और जब पृथ्वी को भगवान ने बनाया है तो फिर दूसरे देश के लोग क्यों नहीं जानते भगवान के बारे में,,,❤ नदी को माता मानते हो और उसी को दूषित करते हो बाकी देश में नहीं मानते और साफ सफाई रखते हैं, क्यों,
गांव में आज भी त्यौहार मनाया जाता है में मध्यप्रदेश से हू हमारे गांव में मंदिर पर तुलसी विवाह हुआ बड़े धूमधाम से भगवान की राछ घोड़ा पर घर घर पहुंची बड़े शौक़ से पूजा उनका टीका किया
ये सभी त्यहोर आज भी भारत के गाओं में एक दम पारम्परिक तरीके से और उत्सव से मानते हैं।
😊
बिल्कुल सही कहा गावों में आज भी सभी त्यौहार मनाये जाते हैं।
Offcoures Hamne गाव देव उठनी एकादशी मनाई कल
Aare bhai khatam ho chuke Hain logon ko Sharm lagne laga hai
Hamare gao me ye sabhi tyohar manate hai. ❤
Gau tho ho sare sanskari ko jivit kr ke raka hi ❤
आज भारत में देव उठनी एकादशी है आज के दिन विष्णु जी चार महीने बाद योग निद्रा से जागे थे और आज से ही शादियों का शुभ मुहूर्त शुरू हो गया है
😅😅
@@Ajay-qc6qx bewakoof ke tarah hash diya kya galat hai isme 😡
संगीता जी इतनी निष्ठुर होकर भगवान का नाम नहीं लिया जाता, किसी मनुष्य का नाम थोड़ी ना ले रही हैं,
विष्णु जी नहीं, भगवान श्री हरि विष्णु 🙏🙏
Momo present @@Ajay-qc6qx
जब तक विभिन्न धर्मों के जानकार मन्च साझा नहीं करते और साझा मत नहीं बना पाते जैसा कि वैज्ञानिक बिरादरी में होता है, तब तक आम लोगों को धर्म को शक की दृष्टि से देखना चाहिए कि यह रियल एस्टेट पर कब्जा करने और आम लोगों से धन वसूलने का धंधा है।
मैंने इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष में ही समझ लिया था कि मंदिरों में ब्राह्मणों के पेट के सिवा बाकी लोगों के लिए और कुछ नहीं होता है। तब से आज तक कभी मंदिर आदि नहीं गया हुँ।
दुर्भाग्य से ब्राह्मणों को छोड़कर बाकी जातियाँ विशेषकर बनिया जाति ब्राह्मणों के पैर धोकर चरनाम्रित पीने को अपना सौभाग्य और सनातन धर्म समझ्ती है।हरिशंकर परसाई ने कहा था कि देशभक्ति देवी देवताओं से सीखनी चाहिए, 33 करोड़ थे, आजादी के समय एक चौथाई देश उधर चला गया परन्तु एक भी देवी देवता उधर नहीं गए। भारत में यदि लोग इतने भूखे हैं तो 33 करोड़ देवी-देवता क्या कर रहे हैं?
जय श्रीराम बहुत सुन्दर संदेश एव बिल्कुल सत्य बचन
मै उत्तर प्रदेश से हु। हमारे घर मे या हमारे छेत्र मे अभी भी मनाया जाता है।
आज उत्तराखंड में भी राम जी के अयोध्या लौटने के 11दिन बाद यह इगास का त्योहार मनाया जाता है जिसमें गाय और बैल की पूजा की जाती है आज यह त्यौहार उत्तराखंड में अनिल बलूनी बीजेपी के सांसद हैं उनके यहां मनाया गया जहां प्रधानमंत्री मोदी जी ने पहुंचकर कर कहा कि भारत के त्योहार और संस्कृति लुप्त हो रही है और हमें मिल कर धार्मिक परंपराओं के साथ उत्सव मनाने चाहिए
😢😢😮
सुधीर जी , आपका अभिवादन कि आपने यह क्लिप बनाकर प्रस्तुत की ।
कहा तो यह जाता है कि मानव निरन्तर आधुनिक सभ्यता की ओर जा रहा है जबकि वास्तविकता इसके उलट है । सही शब्दों में हम भटकते जा रहे हैं । सनातनीय ताना-बाना तो तार-तार हुआ जा रहा है ।
सदियों पहले का स्वर्णिम आर्यावर्त अब जार-जार रो रहा है , पर हमें भान ही नहीं कि हम असभ्यता के राही बन चुके हैं ।
ऐसे कार्यक्रमों से कुछ तो चेतना आएगी , ऐसा विश्वास तो है ।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
जुगलकिशोर सोमाणी , जयपुर
मध्य प्रदेश के गांव में यह त्यौहार आज भी मनाए जाते है और आगे मनाये जाएगी
Purvanchal me lakho log ganga snan karne jate hai tractor aur pickup par aur ganga jal late hai
Hamare desh ko sudhir ji jase reporter ki
Aavasyakta hai
Jai Hind sir
🤣🤣🤣
@@jafarkanchwala1351 ha jahil tu bus hasna le fool creature 😈
बिहार मिथिला में आज भी सभी त्यौहार बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है सामा चकेवा, देव दीवाली, कार्तिक पूर्णिमा, देवएकादशी, छोटी होली,
हिन्दू नव वर्ष, सभी त्योहार हम लोग मनाते हैं पूजा पाठ करते है खुशियां मनाते है क्योंकि हम लोग माता सीता की नगरी मिथिला से आते है सीता राम, हर हर महादेव 🙏
जय श्रीकृष्ण सुधीर जी शहरो में young genration नौकरियों मे इतनी व्यस्त है कि उन्हे समय ही नही है परन्तु गाँव मे अभी भी सब त्यौहार मनाए जाते है ।
Radhe. ...Radhe
बिल्कुल सही विश्लेषण हमें खुद ही इस त्यौहार के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं थी सर 🙏🙏🙏🙏
Ye sab festival gaw me hota hai
धन्यवाद हमे जानकारी नही थी 😢
आज के दिन को देव दीवाली के रूप में भी मनाते हैं
मैं लगभग 20 सालो से गांव पर रहता हु और हमारे यहाँ सभी छोटे और बाड़े त्यहोर पारम्परिक रूप से मनाते हैं
बस बदल रहे हैं सिर्फ शहरो के लोग जो सिर्फ और सिर्फ दिखावे में ji रहे हैं
जय श्री विष्णु भगवान की
जय श्री राम जय हनुमान जय हिंदू राष्ट्र 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Ye sab CBSE पढ़ाई ka कमाल hai jo pure western culture ko hi value deta hai aur hamara mindset bhi vaisa hi बनाता hai
आज जीवन के भाग दौड़ में लोगों के पास समय और जानकारी नहीं होने के कारण भारत की संस्कृति और त्योहारों की विरासत धीरे धीरे लुप्त हो रही है अब क्या हिन्दू का अस्तित्व खतरे में नहीं है
Yeh bhi ek karran hain lekin secular logo ka sabse bada karan hain
Jai Shree Ram Sudhir ji 🙏❤
Ramleela me pehle das din ki chhutti hoti thi schools me , ab do din ki hoti hai ab gali mohallo me Ramleela nahi hoti hai ..ab kewal bade scale ki Ramleela hoti hain jinme aam log ka koi role na hota hai
गुरुकुल खोले जाना चाहिए और गुरुकुल में शिक्षा लेना अनिवार्य भी होना चाहिए तभी सनातन धर्म की रक्षा हो सकती है हमारे जैसे सनातन प्रचार करने वालों को दिल खोल कर सपोर्ट करना चाहिए आप लोगों के सहयोग से हमारा हौसला बढ़ाया जा सकता है
Right, gurukul hame apni bhasha sanskriti se jodh sakta hai
Namaste Sudhir ji .Thanks for information 🙏
Humare ghar aaj bhi Tulsi pooja hoti hai❤
सुधीर जी मैं आपसे यही कहना चाहता हूं कि त्योहार भूले नहीं बच्चों की एजुकेशन इतनी इंपॉर्टेंट हो गई है कि अब आप पढ़ाई के चक्कर में पेरेंट्स गांव भी नहीं जा सकते जो शहरी क्षेत्र में रहते हैं संयुक्त परिवार जो हमारा गांव में रहता है
गाम मे लोग आज भी सही तरीाइक से मानते है धूम धाम से😊
Thank You so much Sudhir ji for explaining each and every news so beautifully 🙏
त्यौहार वो भूल रहे जो पाश्चात्य सभ्यता में लिप्त है वाकी आज गांव में सभी त्योहार धूमधाम धूमधाम से मनाये जाते हैं गांव में कार्तिक मास महिलाओं द्वारा पूरे माह 5वजे सुबह से गीत गाए
बहुत बहुत बढ़िया और
बहुत बहुत धन्यवाद ।।
Bhut hi bdiya bat khi h shudir ji
जितने भी हमारे तोहार बचे है उनलॉगों ने बचा के रखा है जिसे हमे लोग बड़े प्यार अनपढ़ और ग़रीब बोलते है , अमीर लोगो ने ही देश का संस्कर्ति और तोहार ख़त्म करने मैं इनका योगदान है
Amir logo ne aur festival manana start kar diya h.
Christmas, new year, valentine day, Eid, etc....
आजकल के लोग बहुत कम बच्चे हैं अपने तो हिंदू त्यौहार को मनाने में ज्यादा लोग टोना टोटका में उलझे हुए हैं
मोदी जी का बहुत बहुत धन्यवाद और इस कार्यक्रम से जुड़े हुए सभी लोगों को बहुत धन्यवाद सुधीर जी का भी बहुत बहुत धन्यवाद
🙏🇮🇳 वन्दे मातरम् 🙏 सत्य को समर्पित समझ ने योग्य 🙏 जय भोलेनाथ 🙏❤🇮🇳
आज भी ये सभी त्योहार बहुत धूमधाम से बनाई जाती है यहा शहरो और गांव मे भी मनाई जाती है ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Joy Siya Ram beta sudhir ji,good news.
हमारे यहां छपरा में , गोवर्धन पूजा मनाया जाता है
Ha mai bhi chapra se hu
Bihar se
😅
सुधीर जी आपने बहुत अच्छा बताया. ये सारे त्यौहार हमारी पीढ़ी तक रहें. हम तोये सभी त्यौहार अब तक मनाते आये, बच्चों को भी बताया. पर वो इतने व्यस्त हैं कि मैं कर लेतीं हुँ. और वो क़भी यहाँ हो तो प्रणाम करते खाते पीते हैं.. पोला पि ठो री, अक्षत तृतीया, हरतालिका,
वट सावित्री पूजन रंगपंचमी आदि हम मनाते हैं. संजा पूजन भी मालवा में मनाते हैं. महाराष्ट्र में
तो बहुत से त्यौहार मनाते हैं. आज लोग कमाने को बाहर जाते हैं सुबह 6 रात 10 तक काम करते हैं. इतवार को हफ्ते भर के काम करने में लगे होते हैं. आपने सही कहा पर समय नहीँ लोगोँ के पास. हिन्दू लोग किसी नकिसी रुप में त्यौहार मनाते हैं. तुलसी जालंधर राक्षस कि पत्नी थीं पतीव्रता और वो विष्णु जी कि परम् भक्त थीं राक्षस जालंधर बहुत अत्याचारी था उसे मारना ज़रूरी था पर शिव के वरदान से और तुलसी के सती त्व से उसे मारना मुश्किल था तब
स्वयं विष्णु ने जालंधर काश रुप धरकर तुलसी के पास जाकर तुलसी को भरमाया और तुलसी ने उन्हें पति समझा. तो उसका स तित्व भंग हुआ और जालंधर की मृत्यु हुई. तुलसी ने
विष्णु को पत्थर होने का शाप दिया और कहा कि मुझसे विवाह करके वैधव्य दूर करो.
तत्काल विष्णु शालीग्राम बनकर तुलसी के पास रहें सबने उनका दोनों का विवाह कर दिया
देवउठनी ग्यारस पर हम सब ये मनाते हैं 🥰👍🏾❤️🌹💞🙏🏾
I am from up in my village all festival celebrate
Jai siyaram ji
मिथिला में सामा चकेबा बहुत खेला जाता है अभी भी। 🚩🚩🚩
Happy ekadashi 🙏🚩hare Krishna
You are right Sir.....
Thank you very much for Hindu Many Puja information .....
Need more information like this sir......
Carry on sir......
बिहार में वट सावित्री और भाई दूज मनाया जाता है।🚩🚩
All Indian festivals should be celebrated in a genuine way.. Jay Sri Ram.
सबसे बड़ा कारण अंग्रेजी (ENGLISH)
यानी आज के लोग हिंदी भाषा को कम छोड़कर english की ओर भाग रहे हैं 🤬🤬
😂 ସେଇଥିପାଇଁ ତ ଆମର ଭାରତୀୟ ଭାଷା ଗୁଡ଼ିକ ବିଲୁପ୍ତ ହେବାରେ ଲାଗିଛି.., ହିନ୍ଦୀ ବି ସେୟା କରୁଛି ଇଂରାଜୀର କାମ
Bahut bahut mahatvapurn baat bataya aapne.
Mujhe bahut achha laga
Jai shree ram 🚩🚩
हमने भी बूढ़ी दीवाली ओर देवउठनी एकादशी मनाई हैं
Admirable presentation hai Aap ka sir jee.
Thank u sir ❤❤😊😊 हमे गर्व है हमारी संस्कृति पर
Mai chhattisgarh raigarh sy hu humare yaha saree chote festival. Aaj bhi manaya jata hai
Good message,we proud of you. लोगों को जगने और जगाने की जरूरत है। आपने बहुत ही सुन्दर बात रखी है । आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
Because the government is not giving holidays on these special days ...even on Dussehra, Diwali, holi, govt. Employees are getting one day holiday only...earlier 3-4 days holidays used to be there to celebrate festivals
सुधीर जी भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक त्यौहार प्रकृति से प्रेरित हैं। इनका उद्देश्य बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय है।
Village may sab tyohar manate hai
Aao hum sabhi hindu bhai..milke pran lete h ki sare tyohar ach s manyege or apne sanatan dharam ki aag ko hmesha jalate rhege..jai shree ram❤❤❤
लाजवाब बिंदु को टच किया गया ,जय सुधीर चौधरीजी की❤🎉
अहाँ कS बहुत बहुत धन्यवाद🙏
ई बातS पँ ध्यान केंद्रित करनै हेतु।।
Aap ne bilkul sahi baat uthai hai 😊😊😢😢
Important message.
Jai Shree Krishna 🙏🙏🙏,
Jai Shree Ram🙏🙏🙏🙏🙏 🚩🚩🚩🚩🚩
देश के धरोहर मान्यवर न्यूज़ एंकर सुधीर चौधरी जी ये सभी त्योहार हमारे मिथिला में अब भी मनाया जाता है
Opened my eyes. I will encourage others to respect our tradition. 🙏🙏🙏
Sabhi MP.s aapne state ki local festival ko celebrate kare , tabhi festival culture phirse spread hogi
Mujhe to mere desh ke har kstra ka riti rivaj tohaar janne me khushi miti h me pta krti rhti hu or apne parents ko btati hu jo bhi knowledge hoti h dharm ki vo sb bhi btati hu 😊😊
Ab bht he jaroori hai ki Jyda se jyda Gurukul open kiya jaaye taaki Sanatan Dharm aur oske sbhi festival ko baachaya jaa saake...
Agr books main v sanatan dharm rhega tb yeh dharm aur v jyda uper jyegaa❤️
Jai Shree Ram 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
ऐ सत्य ❤है❤कि ❤कलयुग ❤की ❤सुरूबात ❤हो ❤चु ❤की❤है ❤सुधीर जी ❤
Jai shree krishna ji.jai shree Ram ❤❤
Jai Jai SiyaRam 🙌🏻🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai Sita ram
Bahut neek lagal sudhir ji ki ahan mithilanchal ke pavain sama chakeba ke bare me charcha kelaun 😊
Humare Bihar me "Vasant Panchmi" ka tyohar bahut dhum-dham se manaya jata hai
"जय माता सरस्वती "
AAJ TAK KI AISIII PAHAL ka MAIN DIL KHOLKAR SWAGAT KARTA HUN AUR SADHUWAAD GYAAPIT KARTA HUN AAJ TAK SAHIII AUR SACHE TRACK PAR H AAJ🎉🎉🎉🎉🎉BIG THANKS TO 🌈AAJ TAK🎉🎉🎉PROUD TO BE AN INDIAN (HINDU)🎉
जय श्रीराम 🚩🚩🚩
बहुत अच्छी जानकारी दिये सर जी , बहुत बहुत धन्यवाद।
अति उत्तम विषय और विश्लेषण! धन्यवाद सुधीर जी और आज तक !
बहुत सुन्दर जानकारी दी सर
भारत देश मै ❤आज की बात करे ❤तो ❤❤सिर्फ ❤भारत ❤देश ❤मुर्दे ❤रहते ❤स❤सुवारथी❤और ❤मतलबी ❤और ❤कुछ ❤नही
सर सभी त्योहार आज भी हम हमारे गांव में बड़ी धूम धाम से मनाते है 🎉
जो व्यक्ति हर दिन पेट भरने के लिए संघर्ष कर रहा हो उसे त्यौहार एक और चुनौती लगती है......हर संघर्ष करने वाला व्यक्ति घुट रहा है
Bharat me har ek din ek na ek festival hai🤗🤗🤗
Great report. I live in America and we Hindus are proud of Hindus, Mandirs, and Sanatan Dharma. It is sad that some Hindus IN Bharat are not proud of their culture and Sanatan Dharma, the greatest religion in the planet.
Best
Jago Sanatani shero⛳️🚩
एक साथ सब एक हिंदू जात पर छोड़कर त्योहार मनाए तो सब स्वर्ग द्वार ही हो जाएंगे
भारत में त्योहारों का पारंपरिक और ऐतिहासिक महत्व भी है. ये त्योहार भारतीय समाज की पुरानी परंपराओं और लोककथाओं से जुड़े होते हैं.
त्यौहारों पर पड़ने वाले ग्रहण का कारण "आधुनिकता, मानवतावाद, समतावाद, पर्यावरणवाद जैसी अवधारणाओं का प्रयोग, तुच्छ मानसिकता द्वारा किया जा रहा है
जय निषाद राज 🚩🚩🚩
हमने तो कल ही मनाया ..पटाखे चला चला कर शहर को धुंआ धुंआ कर दिया हमने..😊😊
आज के आदमी के टेंशन के अलावा कुछ नहीं है आज कोई किसी से प्यार से बात नहीं करता है
Hamre yaha bhi manaya gaya Tulsi puja
हम गुड़गांव फ़्लैट में रहते हैं हमारी सोसायटी में और हम भी तुलसी विवाह और घर में देव बनाते हैं और उठाते हैं हमारा गांव भी है हरियाणा पंजाब में हम वहां सब लोग मनाते हैं सभी त्योहार जय श्रीराम
मेरे हिसाब से इसका प्रमुख कारण बढ़ती हुई बेरोज़गारी और कम आय का होना है......मैंने बहुत से लोगों को इस हताशा के कारण त्यौहार को बोझ जैसे झेलते देखा है.......वो खुल के किसी भी त्यौहार का आनंद नहीं ले सकते हैं
Excellent report
हमारे गाँव में आज भी इस त्यौहार को पारंपरिक तरीके से मनाते हैं। गायों को खाना खिलाते हैं, गन्ना की पूजा करते हैं, पारंपरिक पकवान बनाते हैं।
Jai jai shree ram 🙏🚩
मै आप लोगो से एक एक सवाल करता हूं कि सभी भगवान हमारे देश में जन्म कैसे लिए, बाकी देशों में क्यों नहीं और जब पृथ्वी को भगवान ने बनाया है तो फिर दूसरे देश के लोग क्यों नहीं जानते भगवान के बारे में,,,❤ नदी को माता मानते हो और उसी को दूषित करते हो बाकी देश में नहीं मानते और साफ सफाई रखते हैं, क्यों,
गांव में आज भी त्यौहार मनाया जाता है में मध्यप्रदेश से हू हमारे गांव में मंदिर पर तुलसी विवाह हुआ बड़े धूमधाम से भगवान की राछ घोड़ा पर घर घर पहुंची बड़े शौक़ से पूजा उनका टीका किया
नेताओं से मतलब नहीं है आज की अगर मां अपनी बेटी को यह संस्कार दे तो यह त्यौहार आज भी मनाया जा सकते हैं
ये सभी सनातनियों का त्यौहार हैं और सभी मनाए जाते हैं जय श्री राधे राधे 🌼🙏🙏
Aaj se Shubh aaranbh hoga
Good information for Hinduism ❤
Hamare gav me sabhi tyohar bahot Dhoom dham se manaya jata hai