मालती जोशी की कहानी - आखिरी सौगात Malti Joshi Ki Kahani - Aakhree Saugat

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  • เผยแพร่เมื่อ 29 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 60

  • @RajinderKaurrait-eh7yl
    @RajinderKaurrait-eh7yl ปีที่แล้ว +2

    बहुत ही संवेदना युक्त कथा वाचन सुस्पष्ट हृदय स्पर्शी धन्यवाद

  • @kcvajpeyi
    @kcvajpeyi 6 หลายเดือนก่อน +8

    मालती जोशी जी कहानियां सुनना एक सुन्दर अनुभव है.. बहुत सुन्दर प्रस्तुति 🌹🙏

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  6 หลายเดือนก่อน +1

      जी .. बिल्कुल 🙏

  • @THEGREATADHYAY7
    @THEGREATADHYAY7 ปีที่แล้ว +1

    Bohot sundar...or satya jeevan par adharit story h❤❤

  • @yashwantsinghjhinkwan7496
    @yashwantsinghjhinkwan7496 6 หลายเดือนก่อน +3

    बहुत ही हृदयस्पर्शी,मार्मिक.

  • @HamarLekhniApnaTak
    @HamarLekhniApnaTak ปีที่แล้ว +1

    बहुत ही बढि़या👍

  • @rekhabajpai7848
    @rekhabajpai7848 ปีที่แล้ว +3

    बहुत सुन्दर कहानी।वाचन के कारण दिलचस्पी बनी रही।सुम्मी,शब्द स्पष्ट और धाराप्रवाह बोलती हैं।❤❤

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว +1

      Rekha ji कहानी तथा वाचन पसंद करने के लिए आभार तथा धन्यवाद जी 😊🙏🌹❤️

  • @madhumenawat6112
    @madhumenawat6112 5 หลายเดือนก่อน +1

    ये भी एक स्वार्थी रिश्तों का सच है पर मन स्वीकारना नहीं चाहता के ऐसा भी हो सकता है ,लेकिन कहानि के साथ साथ ये सच्चाई भी रही है हमारे समाज की
    You are good at reading thanks

  • @shyenabhatt6613
    @shyenabhatt6613 2 หลายเดือนก่อน +1

    I think she is one of the best story writer.

  • @brijkishorsaxena4732
    @brijkishorsaxena4732 ปีที่แล้ว +1

    यह कहानी है तो बहुत मार्मिक।इस कहानी में कुछ शिक्षा भी निहित है।रबर को इतना मत खीचों की वह टूट जाए । सभी को बी प्रेक्टिकल होना चाहिए । कहानी में अनेक चरीत्र है। लेकिन मां भी इतनी स्वार्थी हो सकती है और वह भी उस बेटी के साथ जिसने लगातार दस वर्षों तक उनकी गृहस्थी में अपने आप को ईंधन की तरह झोंक दिया हो ।
    आपने निष्ठा पूर्वक कहानी का वाचन किया तथा श्रोताओं को एक बहुत अच्छी कहानी से लाभान्वित किया। धन्यवाद।

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว

      नमस्कार Brijkishor ji 🙏🌞
      आप हमारे नियमित श्रोता हैं आप कहानियाँ तथा वाचन दोनों पसंद करते हैं इसके लिए हार्दिक धन्यवाद जी 💐💐😊🙏

  • @shashidubey1906
    @shashidubey1906 ปีที่แล้ว +9

    अत्यंत मार्मिक और हृदयस्पर्शी कहानी है।आपकी मखमली आवाज और सहज प्रस्तुतिकरण के कारण आंखों में चलचित्र की सी तैरती रही और मन पर अमिट प्रभाव डाल गई।

  • @raginisrivastava6759
    @raginisrivastava6759 ปีที่แล้ว +1

    Bahut marmik kahani he

  • @koshalchhabra5819
    @koshalchhabra5819 6 หลายเดือนก่อน +1

    Very touching story.
    Voice n style of speaking is also matching with d story
    Thanx a lot.

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  5 หลายเดือนก่อน

      सप्रेम धन्यवाद जी 🙏🌺🙏

  • @yasmeenjamadar3412
    @yasmeenjamadar3412 2 ปีที่แล้ว +4

    Nice story namaste

  • @rekhagoel1908
    @rekhagoel1908 ปีที่แล้ว +3

    Real story of middle class families. Very nice n true story.

  • @rekhatripathi4041
    @rekhatripathi4041 ปีที่แล้ว +1

    Bilkul. Katu. Satya

  • @bimlasehgal677
    @bimlasehgal677 3 หลายเดือนก่อน +2

    Aapki awaaz bahut achhi hai

  • @chhayakshatriya743
    @chhayakshatriya743 ปีที่แล้ว +1

    Exllent

  • @karunasindhu8249
    @karunasindhu8249 2 ปีที่แล้ว +1

    Bahut hi sundar kahani thi🙏🙏

  • @satyanarainsrivastava6499
    @satyanarainsrivastava6499 2 ปีที่แล้ว +6

    यह कहानी नहीं कटु यथार्थ है।स्वार्थ के आगे मातृत्व, भाई-बहन के रिश्ते,प्यार,ममता, प्रेम, सम्बन्ध और स्नेह की डोर कैसे क्षण भर में टुकड़े-टुकड़े हो जाती है, यह स्थिति आज बहुत से परिवारों में दिखायी देती है।चलो यही क्या कम है कि उस त्यागमयी युवती की शादी हो गयी!कहानी सुखान्त है और दु:खान्त भी।यही तो जीवन है। आदरणीया मालती जोशीजी को बधाई।उन्होंने जीवन का कैसा अद्भुत यथार्थ चित्र उकेरा है,सीधा-सादा चित्र;महीयसी महादेवी वर्मा जी की अनुभूतियों की तरह।कथा वाचिका की पठन शैली विलक्षण है,शब्दों का उच्चारण सुस्पष्ट है और प्रसंगानुकूल शब्दों पर बलाघात, आरोह-अवरोह पर विशेष ध्यान दिया गया है जिससे श्रोता को कथा-सूत्र समझने में सुगमता होती है।शुभाशंसायें।

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  2 ปีที่แล้ว

      हार्दिक आभार तथा धन्यवाद जी 🙏😊❤️

  • @amitajain8714
    @amitajain8714 ปีที่แล้ว +1

    बहुत मार्मिक व्यथा से भरी हुई कहानी है, सुमन की प्यारी-सी बुआ भी यदि परिवार के सदस्यों जैसी स्वार्थी होती तो उसका जीवन कैसा होता

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว

      जी .. बहुत मार्मिक कहानी है ♥️

  • @sarahrose76646
    @sarahrose76646 3 หลายเดือนก่อน +1

    Apni aapbiti yaad aa gayi. Sach, Paisa rishto se bada hi hota hai. 💔

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  3 หลายเดือนก่อน

      सही मायनों में देखा जाए तो रिश्तों के सामने पैसे छोटी चीज़ है । परंतु आजकल समय इतना बदल चुका है कि लोग स्वार्थ में अंधे हो रहे हैं । और पैसों के लिए रिश्तों को ख़त्म करते जा रहे हैं ।☹️☹️

  • @shetalsharma1992
    @shetalsharma1992 ปีที่แล้ว +1

    Very nice story.

  • @vanitasharma5387
    @vanitasharma5387 ปีที่แล้ว +1

    Very imotional story.

  • @gethabhojaraj2684
    @gethabhojaraj2684 ปีที่แล้ว

    Very heart touching story and your explanation

  • @vaidyasanjay1521
    @vaidyasanjay1521 2 ปีที่แล้ว +1

    Very beautiful story.

  • @RakeshKurmi-od2fx
    @RakeshKurmi-od2fx ปีที่แล้ว +1

    Ooooo

  • @prasidhnarain1673
    @prasidhnarain1673 ปีที่แล้ว +1

    Bahut sundar kahani hai..

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว

      कहानी सुनने और पसंद करने के लिए बहुत आभार तथा धन्यवाद जी 😊🙏

  • @Ramanpreetkaur-nj8ov
    @Ramanpreetkaur-nj8ov ปีที่แล้ว +1

    True story of many

  • @archanapandey3288
    @archanapandey3288 2 ปีที่แล้ว +1

    Hriday Sparshi kahani .

  • @reenajain4211
    @reenajain4211 3 หลายเดือนก่อน +1

    मेरी मम्मी भी ऐसी ही है

  • @satyanarainsrivastava6499
    @satyanarainsrivastava6499 2 ปีที่แล้ว +1

    बहुत अच्छी कहानी।वाचन शैली तो बहुत ही अच्छी है।धन्यवाद।

  • @swatimegha136
    @swatimegha136 5 หลายเดือนก่อน

    Ktu. Satya
    Hamare ek munhboli didi. K saath bilkul yahi huwa ths

  • @sabachaudhary8920
    @sabachaudhary8920 ปีที่แล้ว +2

    Please tell when the story was written or published

  • @meeraugra5550
    @meeraugra5550 5 หลายเดือนก่อน +1

    एक छोटी-सी त्रुटि की ओर आपका ध्यान आकर्षित कर रही हूँ। बुरा न मानियेगा । एक जगह आपने कहा ,दूसरी 'और' भी वही पसोपेश था ,जबकि सही उच्चारण 'ओर' है। यदि सम्भव है तो भूल सुधार लें । धन्यवाद ! 43:11

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  4 หลายเดือนก่อน +1

      मीना जी हार्दिक आभारी हूँ जो कि आपने त्रुटि की ओर ध्यान दिया । मुझे अंतर मालूम है शायद रिर्काडिंग करते समय प्राब्लम हुई है । आगे से ख़ास ध्यान रखूंगी 🙏❤️

  • @saumyamishra6631
    @saumyamishra6631 5 หลายเดือนก่อน +1

    Isko padhai ke paise de deti shadi to kar le Suman