मातृ पितृ भक्त श्रवण कुमार- रामलीला समिति चकिया द्वारा आयोजित 2024/ Ramlila samiti chakiya

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  • เผยแพร่เมื่อ 8 ต.ค. 2024
  • मृग समझ कर दशरथ ने चलाया श्रवण कुमार पर शब्दवेधी बाण
    रामलीला समिति चकिया के द्वारा मातृ पितृ भक्त श्रवण कुमार नामक लीले का मंचन किया गया। जिसमें श्रवण कुमार अपने माता-पिता को लेकर तीर्थ यात्रा पर निकलते हैं। तब रास्ते में उनके माता-पिता को प्यास लगती है। तब माता-पिता की कहने पर नदी से जल लेने के लिए चले जाते हैं और वहां पर सुंदर नदी में जल भरने की कोशिश करते हैं ।तभी शिकार की खोज में निकले अयोध्या के युवराज दशरथ श्रवण कुमार को मृग समझ कर शब्दवेधी बाण चला देते हैं। जब उन्हें अपनी गलती का भान होता है तो श्रवण कुमार के पास पहुंचते हैं और क्षमा याचना करते हैं। तब श्रवण कुमार कहते हैं कि आपने एक नहीं तीन-तीन हत्या की है। मेरे साथ मेरे अंधे मां-बाप की भी हत्या आपने की है। खैर यह सब छोड़ो और यह कमंडल में जल भर के ले जाकर मेरे बूढ़े माता-पिता को पिला दो। इसके बाद दशरथ कमंडल में जल लेकर श्रवण कुमार के माता-पिता के पास जाते हैं और जल पिलाने की कोशिश करते हैं। लेकिन श्रवण कुमार के माता-पिता उन्हें पहचान जाते हैं और जब उन्हें पता लगता है कि श्रवण कुमार की मृत्यु दशरथ के द्वारा हुई है। तो वह लोग दशरथ को भी श्राप देते हैं कि जैसे हम लोग अपने पुत्र के वियोग में तड़प तड़प कर मर रहे हैं। वैसे एक दिन तुम भी अपने पुत्र के वियोग में तड़प तड़प कर मरोगे। लीला के दौरान कलाकारों के अभिनय से दर्शक काफी भावुक हो गए। लीला में प्रेमचंद पांडेय, अशोक पांडेय, संजय पांडेय, संतोष पांडेय आदि लोग मुख्य भूमिका में रहे।

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