आप जैसे निष्पक्ष निस्वार्थ भाव से पुराने इतिहास को इतनी सुंदरता से हमारे बीच रखने के लिए आप को ह्रदय से नमन और सैल्यूट करता हूं जी सो प्राउड ऑफ यू सर जी ✍️📚💪 💖🇮🇳🙏
साहब आप को शत-शत नमन ऐसे बचन इतनी उम्र के बाद सुनने को यह ज्ञान मिला और आपको किन शब्दों से दलित या बौद्धिक किन शब्दों से आपका सम्मान किया जाए यह शब्द सुनकर खुशी के आंसू छलक आए आप को❤ शत शत शत शत नमन
नीच यहूदी हमेशा दूसरो को लगाते है. लंकावतार से रावण चरित्र उठाया.. दशरथ जातक से राम पंडित को उठाया और दोनो को लडा दिया. अब लडते रहिए राम रावण के नाम पर. 🚩🚩🚩🚩
Sir, aapki jitni prashansa ki jaye utni kam hai, aaj to aapne sara itihas hi badal dala... Sari bhrantiya hi tod dali, aapke prayaso ko mai shat-shat naman karta hu... Agar aap ye gyaan nahi share krte humare sath to hum ye sab kabhi nahi jaan pate... Sir, kabhi rukiyega mat, hume aur bahot kuch janana hai aapke dvara... Koti-koti naman, koti-koti dhanyawad... 🙏🙏
आपकी रिसर्च बहुत अच्छी है। जो आप बताते हैं उससे संबंधित बहुत सारी बातें मुझे किसी संत ने बताई थी। मैं आपसे एक और प्रार्थना करता हूं कि बुद्ध ने वास्तव में कौन सी साधना की? क्या विपासना ही की या आना पान की? और विपासना और आना पान अगर की तो उनका सही स्वरूप क्या है विधि के अर्थ में? क्यों कि इसमें बहुत मतभेद है और दूसरा प्रश्न यह की क्या बुद्ध ने तंत्र के बारे में भी उपदेश दिए थे यदि नहीं तो फिर बौद्ध धर्म में तंत्र कैसे आया?
ऐसा लगता है भारत में अगर घोटालों पर विचार किया जाए तो सबसे बड़ा घोटाला तथा कथित धर्म तथा इतिहास का ही हुआ है। दूसरे के संपत्ति पर अपने नाम का स्टीकर चिपका दिया है।
Very very knowledgeable video for knowing our past culture and present mythology.I wait for your every upcoming video.i have also started to read so many books.but your videos tell us so many knowledge by listening in some minutes.jai bhim na mo buddhas.
आपकी इस पुस्तक में महायान का जिक्र हुए है।जो यह दर्शाता है की यह कहानी पांचवी शताब्दी के आस पास की है सुमेरू पर्वत का भी जिक्र है जो प्रश्न खड़ा करता है।कृपया पूरी किताब पढ़ने के बाद ही कोई निष्कर्ष सोच सकते है।पर आपका धन्यवाद जानकारी के लिए। जय भीम जय भारत जय संविधान जय मूलनिवासी नाग।
Thanks Sir 🙏 मेरे अनुरोध को संज्ञान में लेने के लिए। भारत का ही नहीं विश्व इतिहास को भी भारतीयों की नजर में एक नई सोच और सच्चाई व ज्ञान की जागृति पैदा करने के लिए ये seriese मील का पत्थर साबित होगी।🙏😊
Namo Buddhay.... Thank you sir for this great information and about this book. Rawan ek buddh raja the ye mujhe pata tha. Kyuki hume humare mahapurusho ke bare me bataya jata h
सर को प्रणाम,, जय भीम l रावण और बुद्ध का संवाद केसे हो सकता है। यह तो वही बात हुई, ( किसी ने काल्पनिक कहानी लिखी, किसी ने उसको अपने आर्थिक लाभ के लिए बेचना शुरू कर दिया है ) 1, बुद्धिस्ट कहते है की रामायण काल्पनिक कहानी है 2, श्री लंका को पहले,, सिलोंग,,कहते थे । कल्पना के उपर किसी भी धर्म की नीव रखना भविष्य में अपने को निंदित करना है।
लंकाअवतार सूत्र क्या जातक कथा है । किताब में लिखे सूत्रों के अनुसार तो यही लगता है । लगता है यहीं से रावण की कथा चुराकर रामायण में डाल दिया गया । बहुत अच्छी जानकारी 👌👌👍👍🙏🙏👏👏
मैने बहुत अपने अतंर मन से खोज की है जिसमें पाया की जब रावण काल्पनिक है तो यह भी सत्य हो सकता है कि रावण जैसे कहे जाने वाले पद को मूलनिवासी लोग जो ब्राह्मणवादी व्यवस्था से जो लड़ रहे थे उन्हीं लोगों को रावण कहा गया क्योंकि उस समय जो समाज ब्राह्मणवादी व्यवस्था से लड़ रहा था उसी को रावण नाम दिया गया जो लोग जागे नहीं थे सो रहे थे उनको कुम्भकरण पद से प्रचारित किया गया था वहीं समाज को ओबीसी समाज का नाम दिया गया था विभिषण उन लोगों को कहा गया जो लोग पाखंडी सोच के लोग थे और वो समाज गदार किस्म प्रचारित किया गया हमारा ऐसा मत है हमारा ही समाज तीन टुकड़ों में बट गया एक ब्राह्मणों लड़ने वाला समाज एक सोने वाला समाज जिसको कुंभकरण जो ओबीसी समाज रहा होगा जिसकी तादाद ज्यादा से ज्यादा रही होगी और एक समाज जो गदार उसे विभिषण जो आज भी दल बदली करते रहते हैं घर का भेदी लंका डाहें ये सब काल्पनिक है सत्य नहीं हो सकता जब राम काल्पनिक है तो रावण भी काल्पनिक है क्योंकि इनका इतिहास श्रीलंका में उपलब्ध नहीं है तो सत्य कहा से होगा
धन्यवाद सर.. परंतु जो इतिहास आपन सांगत आहात त्याला लंकावतार सुत्र या पुस्तकाचा अनुवाद केला याला दुमत असण्याचे कारण नाही पण... या मुळे विश्र्वातील सर्व धर्म मानावे लागतील वैज्ञानिक दृष्टिकोन रुजविण्यासाठी हे योग्य वाटत नाही.मानवी जिवन कल्पक जातक अंधश्रद्धा मुक्त असावे,🙏☸️(संजय मुंढे पाटोदा माव)
आजके समयके समम्यक भगवान बुद्धहो या उनके पहिले के 28 बुद्ध हो इन सब बुद्धने प्रथ्वी पे जन्म लेने वाले मानव प्राणियों के लिए आपसमे के संबंध, मित्रत्व के बंधूभाव के केयसे हो किंयु हो, सुखकी प्राप्ती कैसे करे और दुःख को खुद्द ही कैसे समाप्त कर शकते है. खुद्द का सिम्पली करते करतेअवरो का कभी कल्याण कैसे कर शकतेहो येलोक व्यवहारसे सबको शान्ति और समाधान मिलने परही मानव सुखी होता है, तो ऐ ज्ञान त्रीकालबाधित है तो बस. हर ऐक बुद्ध की पहचान तो होतीहै. आपके अभ्यास और संशोधन केलिये शुभेच्छा. धन्यवाद
सर आपको धन्यवाद आपने बहुत अच्छी बातें और सुझाव और भगवान बुद्ध के बारे में और रावण से लगा कर के पेड़ पौधे पर्वत यक्षिणी प्रार्थना कर रहे थे सबसे खास बात तो यह है कि महा मदीना हमसे बोधिसत्व को स्वागत किया धन्यवाद जय भारत जय संविधान जय बहुजन जय मूलनिवासी हुल जोहार
Sir ek request h in kitabo ki fact checking kare ki likhi batain kitni sach hai kuki 10 sar aur apsara jaisi batein dimag main nahi utarti hai kuki ye sambhav nahi h ki kisi k 10 sar ho apsara ho.
सर जी, इन विडियो को देख कर ज्ञान तो बहुत मिलता है किंतु एक अनजान सी टीस भी मन में उठती है की प्रभु श्री राम का वास्तविक काल क्या रहा होगा???? 😢😢😢 कृपया मार्गदर्शन करे।।।
सर जैन धर्म को मानने वाले लोग आज भी शाकाहारी होते है और दान में भी वो सभी धर्मों से आगे है । तथा वो किसी भी धर्म को छोटा बड़ा नही बताते । क्या जैन धर्म का कोई ऐतिहासिक प्रमाण मिलता है ।
सर आप सच्चा इतिहास सामने लेके आएँ। ये हमारी पूरी मानव सभ्यता के लिए जरूरी है। आपको भी पता है यहां जूठ का पूरा गढ़ खड़ा कर दिया गया है. कुछ लोग सच को सामने लेन की जरूरत है. क्योंकि बुद्ध का जन्म होना दुर्लभ है।उनकी संस्कृति दुर्लभ है।
Dashabala toh Abalokiteswara Buddha ke Bola jata thaa. Later period, it had been transformed into * Dashabhuja*, which is Debi Durga, or the transformation of Debi Tara. Thanks.
Thanku sir...21st century bhi 6th century BC jaisi feel ho rahi he jaise tab buddha mahavir 61 alag saman...iran k yaha zarathust...west me thales arastu plato sukrat aur annya...china me confusious aur lao tze...japan me shinto...sab gyane 200 saal k interval me hue...waise hi iss 200 saal me ratrspita phule babasahab sj sir , Rajendra parasad ji, anagrik dhammapal, dd kausambi aur aap....lagta he rationality wapas bharat ayegi aur nalanda jaisa swarnim kal wapas ayega
आप ही एक है जो भारत के असली इतिहास को सामने ला रहे है,बहुत बहुत धन्यवाद🙏
भारत का असली खोया हुआ ज्ञान आप सामने ला रहे हैं। Thank you❤
बोधिसत्व और रावण संवाद एक नया अनुभव हैं,इस वीडियो के लिए आपका आभार एवं सादुवाद। जयभीम नमो बुद्धाय सर।
आप जैसे निष्पक्ष निस्वार्थ भाव से पुराने इतिहास को इतनी सुंदरता से हमारे बीच रखने के लिए आप को ह्रदय से नमन और सैल्यूट करता हूं जी सो प्राउड ऑफ यू सर जी ✍️📚💪 💖🇮🇳🙏
आपके अनंत असंख्य अन् गिनत आभार द्वितीय बुद्ध शासन मे आपका बहुत बडा सहयोग है
इतिहास लोगोको समझा कर आपने सराहणीय कार्य किया है,बहूत सुंदर !
भारत में बौद्ध धर्म ही प्राचीनतम है!
साहब आप को शत-शत नमन ऐसे बचन इतनी उम्र के बाद सुनने को यह ज्ञान मिला और आपको किन शब्दों से दलित या बौद्धिक किन शब्दों से आपका सम्मान किया जाए यह शब्द सुनकर खुशी के आंसू छलक आए आप को❤ शत शत शत शत नमन
लंकावतार सुत्र महायान बौद्ध धम्म ग्रंथ है, जो
चौथे पांचवें शतक इसवी में लिखा हुआ है।
लंकावतार सुत्र मिश्र संस्कृत भाषा में लिखा हुआ है ।
Sir
आप जो काम कर रहे हैं उसके प्रशंशा का शब्द मेरे पास नहीं है।
परंतु आप भारत पर बहुत बड़ा उपकार कर रहे हैं।🙏🙏
बहुत ही सूक्ष्म विवरण प्रस्तुत किया आपने। आप अपना काम करते जाए। ज्ञान प्रसारित होता चला जाएगा। नमो बुद्धाय
🙏
श्रीमान भाष्य करने वाले शर्मा ने भाष्य करते समय इसमें कुछ शब्द मिला दिए हैं जैसे "राक्षस"। राक्षस का अर्थ एक अच्छे व्यक्तित्व के लिए इस्तेमाल होता था।
Aap ke dwara kiya gaya kaam sharaniye ha. 👍👌
Bahut se log ko aap ke madhayam se BHARAT ka
Sach samne aa raha ha.
❤🙏
भारत को बुद्धमय होने से कोई नहीं रोक सकता
जब रावण ही नहीं था तो बुद्ध से उसकी मुलाक़ात कैसे हुई.... रामायण तो केवल कल्पना है.... 🙏🙏🙏🙏
नीच यहूदी हमेशा दूसरो को लगाते है. लंकावतार से रावण चरित्र उठाया.. दशरथ जातक से राम पंडित को उठाया और दोनो को लडा दिया. अब लडते रहिए राम रावण के नाम पर. 🚩🚩🚩🚩
Sir, aapki jitni prashansa ki jaye utni kam hai, aaj to aapne sara itihas hi badal dala...
Sari bhrantiya hi tod dali, aapke prayaso ko mai shat-shat naman karta hu...
Agar aap ye gyaan nahi share krte humare sath to hum ye sab kabhi nahi jaan pate...
Sir, kabhi rukiyega mat, hume aur bahot kuch janana hai aapke dvara...
Koti-koti naman, koti-koti dhanyawad... 🙏🙏
२ साल पहले से इस पुस्तक को ढूँढ रहा ही आज मिल गई । साधुवाद । Amazon पर मिल रही रही । ☸️💐🙏
महोदय ,आप का कार्य उत्कृष्ट श्रेणी का है ।
आप देश और समाज के लिए जो कार्य कर रहे हैं उसकी प्रशंसा के लिए मेरे पास शब्द नहीं है आपको कोर्ट कोर्ट प्रणाम❤❤❤❤❤
🙏 नमो बुद्धाय सर जी आपको शत शत नमन🙏
आपने बडी अद्भुत एवं नयी बात बताई है। आपको मेरा नमस्कार 🙏 एवं धन्यवाद 🌹
स्वास्तिक चिन्ह की मोहरें हप्पन सभ्यता की खुदाई में भी मिली है। कई मोहरों में धम्मचक्क भी अंकित है।
एक बुद्ध उनके हजारों नाम ❤
आप सच्चाई सामने ला रहे हैं , लोग अंध विश्वास से बाहर आये
धन्यवाद
आपका मंगल हो मंगल हो मंगल होय रे
आपकी रिसर्च बहुत अच्छी है। जो आप बताते हैं उससे संबंधित बहुत सारी बातें मुझे किसी संत ने बताई थी। मैं आपसे एक और प्रार्थना करता हूं कि बुद्ध ने वास्तव में कौन सी साधना की? क्या विपासना ही की या आना पान की? और विपासना और आना पान अगर की तो उनका सही स्वरूप क्या है विधि के अर्थ में? क्यों कि इसमें बहुत मतभेद है और दूसरा प्रश्न यह की क्या बुद्ध ने तंत्र के बारे में भी उपदेश दिए थे यदि नहीं तो फिर बौद्ध धर्म में तंत्र कैसे आया?
ऐसा लगता है भारत में अगर घोटालों पर विचार किया जाए तो सबसे बड़ा घोटाला तथा कथित धर्म तथा इतिहास का ही हुआ है। दूसरे के संपत्ति पर अपने नाम का स्टीकर चिपका दिया है।
Jay Bheem 💙💙💙💙
आप जैसे गुरु की आवश्यकता है आज समाज को हे.❤
🙏
ना रामायण का ना महाभारत का आखे खोल के देखो दुनिया भारत का ईतीहासा हे बुद्ध और सम्राट असोक का जयभिम 💐🙏
Great work for revealing history in our sleeping socity
Very very knowledgeable video for knowing our past culture and present mythology.I wait for your every upcoming video.i have also started to read so many books.but your videos tell us so many knowledge by listening in some minutes.jai bhim na mo buddhas.
भारत की पहचान बुद्ध से है..और हमेशा रहेगा..चलो हम सब mulniwasi संकल्प लेते है..बुद्ध के विरासत को पीढ़ी दर पीढ़ी ले जाएंगे..जय भीम
आप की धम्म देशना बहुत सहज भाव और ज्ञानवर्धक।।
आपकी इस पुस्तक में महायान का जिक्र हुए है।जो यह दर्शाता है की यह कहानी पांचवी शताब्दी के आस पास की है सुमेरू पर्वत का भी जिक्र है जो प्रश्न खड़ा करता है।कृपया पूरी किताब पढ़ने के बाद ही कोई निष्कर्ष सोच सकते है।पर आपका धन्यवाद जानकारी के लिए। जय भीम जय भारत जय संविधान जय मूलनिवासी नाग।
इसका अर्थ यह हुआ कि कोई भी प्राचीन पुरुष कालपनिक तो नहीं है सर
भले ही कहानीया अलग है लेकिन आदमी कभी इतिहास में रहाहोगा
ईश कथा को सुन्कर बहुत खुशी हुई सच्चाई जान्ने कि मौका मिला और जल्द हि इसका भिदियो बनालेना येसे सच्चाई दुनियाँ के सामने लाना चाहिये
सर,कृपया यह बताएं कि रावण को ज्ञान देने वाले बुद्ध कौन से थे ? कब उनका जन्म हुआ था और ज्ञान पाकर भी रावण परस्त्री हरण क्यों करता था?
नमो बुद्धाय ! !
Sir
आपसे निवेदन है की एक वीडियो नाथ संप्रदाय पर भी बनाएं।🙏
You,,,real,,,,,high,,
Educated,,,real,,,man,,,
Salute,,to,u,,,,sir,,,,
🗣️🗣️🗣️🙋jay.sree.buudhhhji🙋🙋🙋🙋🙋🙋🙋💙
Thanks Sir 🙏 मेरे अनुरोध को संज्ञान में लेने के लिए। भारत का ही नहीं विश्व इतिहास को भी भारतीयों की नजर में एक नई सोच और सच्चाई व ज्ञान की जागृति पैदा करने के लिए ये seriese मील का पत्थर साबित होगी।🙏😊
Namo budhay
Namo Buddhay.... Thank you sir for this great information and about this book. Rawan ek buddh raja the ye mujhe pata tha. Kyuki hume humare mahapurusho ke bare me bataya jata h
सर को प्रणाम,, जय भीम l
रावण और बुद्ध का संवाद केसे हो सकता है।
यह तो वही बात हुई, ( किसी ने काल्पनिक कहानी लिखी, किसी ने उसको अपने आर्थिक लाभ के लिए बेचना शुरू कर दिया है )
1, बुद्धिस्ट कहते है की रामायण काल्पनिक कहानी है
2, श्री लंका को पहले,, सिलोंग,,कहते थे ।
कल्पना के उपर किसी भी धर्म की नीव रखना
भविष्य में अपने को निंदित करना है।
सर कभी तो हम रामायण, महाभारत को मिथ्य बताये अब बता रहे हो ये हुए थे
बार बार धन्यवाद जी,आगे के प्रयास को भी समयानुसार अवगत कराते रहें जी।
आदरणीय महोदय बुद्धसाहित्य की विस्तृत जानकारी साझा करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ❤❤❤
लंकाअवतार सूत्र क्या जातक कथा है । किताब में लिखे सूत्रों के अनुसार तो यही लगता है ।
लगता है यहीं से रावण की कथा चुराकर रामायण में डाल दिया
गया ।
बहुत अच्छी जानकारी
👌👌👍👍🙏🙏👏👏
मैने बहुत अपने अतंर मन से खोज की है जिसमें पाया की जब रावण काल्पनिक है तो यह भी सत्य हो सकता है कि रावण जैसे कहे जाने वाले पद को मूलनिवासी लोग जो ब्राह्मणवादी व्यवस्था से जो लड़ रहे थे उन्हीं लोगों को रावण कहा गया क्योंकि उस समय जो समाज ब्राह्मणवादी व्यवस्था से लड़ रहा था उसी को रावण नाम दिया गया जो लोग जागे नहीं थे सो रहे थे उनको कुम्भकरण पद से प्रचारित किया गया था वहीं समाज को ओबीसी समाज का नाम दिया गया था विभिषण उन लोगों को कहा गया जो लोग पाखंडी सोच के लोग थे और वो समाज गदार किस्म प्रचारित किया गया हमारा ऐसा मत है हमारा ही समाज तीन टुकड़ों में बट गया एक ब्राह्मणों लड़ने वाला समाज एक सोने वाला समाज जिसको कुंभकरण जो ओबीसी समाज रहा होगा जिसकी तादाद ज्यादा से ज्यादा रही होगी और एक समाज जो गदार उसे विभिषण जो आज भी दल बदली करते रहते हैं घर का भेदी लंका डाहें ये सब काल्पनिक है सत्य नहीं हो सकता जब राम काल्पनिक है तो रावण भी काल्पनिक है क्योंकि इनका इतिहास श्रीलंका में उपलब्ध नहीं है तो सत्य कहा से होगा
यह जनकारी बहुत ही उपयुक्त है आपका दिल से धन्यवाद करता हूँ। जय भीम सर
Namo Ratna Trayaya,,!
Very Informative Video sir 🙏🙏 Namo Buddhay 🙏🙏
Many many thanks for disclose the true 'buddhism'. Indian brahimn manipulated all...........
सर जी नमस्कार आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं जय भीम नमो बुद्धाय जय भारत जय संविधान जय विज्ञान जय मानवता जय मूलनिवासी 💐💐💐💐💐💙💙💙💙💙💙🙏🙏🙏🙏🙏
जितनी कहानी शर्मा जी ने कहा है रावण और बुद्ध के
बारे में मुझे लगता है कोरा झूठ है ।।
धन्यवाद सर.. परंतु जो इतिहास आपन सांगत आहात त्याला लंकावतार सुत्र या पुस्तकाचा अनुवाद केला याला दुमत असण्याचे कारण नाही पण... या मुळे विश्र्वातील सर्व धर्म मानावे लागतील वैज्ञानिक दृष्टिकोन रुजविण्यासाठी हे योग्य वाटत नाही.मानवी जिवन कल्पक जातक अंधश्रद्धा मुक्त असावे,🙏☸️(संजय मुंढे पाटोदा माव)
Namo buddhay
बौद्ध धम्म प्राचीन है सुंदर है और यही सच है जय भीम नमो बुद्धाय
Mere man me bahut sara sawal ye hi sab hota rahta tha. Aap ne ye sanka dur kar diya. Thanks🙏
Sir you are really great and Intelligent. Thank you sir Thank you so much.
Jay bhim ❤ jay bharat ❤❤ namo buddhay ❤❤❤❤❤
आजके समयके समम्यक भगवान बुद्धहो या उनके पहिले के 28 बुद्ध हो इन सब बुद्धने प्रथ्वी पे जन्म लेने वाले मानव प्राणियों के लिए आपसमे के संबंध, मित्रत्व के बंधूभाव के केयसे हो किंयु हो, सुखकी प्राप्ती कैसे करे और दुःख को खुद्द ही कैसे समाप्त कर शकते है. खुद्द का सिम्पली करते करतेअवरो का कभी कल्याण कैसे कर शकतेहो येलोक व्यवहारसे सबको शान्ति और समाधान मिलने परही मानव सुखी होता है, तो ऐ ज्ञान त्रीकालबाधित है तो बस. हर ऐक बुद्ध की पहचान तो होतीहै. आपके अभ्यास और संशोधन केलिये शुभेच्छा. धन्यवाद
Good Job Sir ji 🙏
Ab Bharat ke log asli History Jaan paa rahe hain 💃🤸😀
सर आपको धन्यवाद आपने बहुत अच्छी बातें और सुझाव और भगवान बुद्ध के बारे में और रावण से लगा कर के पेड़ पौधे पर्वत यक्षिणी प्रार्थना कर रहे थे सबसे खास बात तो यह है कि महा मदीना हमसे बोधिसत्व को स्वागत किया धन्यवाद जय भारत जय संविधान जय बहुजन जय मूलनिवासी हुल जोहार
Dhanyavad sir yah Dutt abhi tak padhane liye nahi mila tha .punashch ek bar dhanyavad
Mangal ho!
Sir ek request h in kitabo ki fact checking kare ki likhi batain kitni sach hai kuki 10 sar aur apsara jaisi batein dimag main nahi utarti hai kuki ye sambhav nahi h ki kisi k 10 sar ho apsara ho.
Sir apka jitna aabhar vakyat kru utna kam h.. bahut bahut dhanyawad apka asli itihas samne lane ke liye
सर आपने जो बुद्ध धम्म समजा या है । उसी हिसाब से ये साहित्य रचना महायान शाखा की है ऐसे प्रतीत होता है।
जरासंध के बारे में बताए। मुझे लगता है की जरासंध बुद्ध को फ्लो करते थे।
ब्रम्हाण धर्म या हिन्दू धर्म भारत का सबसे नया धर्म है ,,
सर जी, इन विडियो को देख कर ज्ञान तो बहुत मिलता है किंतु एक अनजान सी टीस भी मन में उठती है की प्रभु श्री राम का वास्तविक काल क्या रहा होगा???? 😢😢😢 कृपया मार्गदर्शन करे।।।
धीरे-धीरे सारी चीजों पर विस्तार से बात करूंगा
Very nice and true story Namo Buddhaya
🙏
अप के chinl se pata chala itihash ke bare me ham to andhkar me ji rhe the bhut dhanywad
सर जैन धर्म को मानने वाले लोग आज भी शाकाहारी होते है और दान में भी वो सभी धर्मों से आगे है । तथा वो किसी भी धर्म को छोटा बड़ा नही बताते । क्या जैन धर्म का कोई ऐतिहासिक प्रमाण मिलता है ।
Very NEW INFORMATION 🙏🙏
लंकाका रावण ने दश पारमिको पुर्ण किया हुवा ओर बुध्दने उपदेश दियाहुवा सुन्के ज्ञान हुवा आपको साधु साधु साधु ।
सर आप सच्चा इतिहास सामने लेके आएँ। ये हमारी पूरी मानव सभ्यता के लिए जरूरी है। आपको भी पता है यहां जूठ का पूरा गढ़ खड़ा कर दिया गया है. कुछ लोग सच को सामने लेन की जरूरत है. क्योंकि बुद्ध का जन्म होना दुर्लभ है।उनकी संस्कृति दुर्लभ है।
Philosophy ko story ke roop me batayi gayi.desh ke log story ko hi history maan lete hai
आप को बहुत बहुत बधाई है आप ने सही और सटीक जानकारी दी है
दोस्त अभी और बाकी है। बहुत शानदार।हीरे के समान खरा।
🙏
सिरी लंका के सभी पात्रों के नाम रामायण में उपलब्ध,
ये किताब किस ओर इशारा कर रही है,समझने योग्य है।
आपका काम सराहनीय है 🥰🥰🥰
❤❤❤❤
नमो बुद्धाय आप बहुत महान कार्य कर रहे है
Jankari dene ke liye bahut Shukriya Jay bheem Namo buddhay
भगवान बुद्ध ही भगवान राम है....बुद्ध को ही राम बनाकर पेश किया गया
Saari duniya me Buddh hi satya hai Baki sub kalpanik hai Namo buddhay Jai bhim jai samvidhan jai vigyan Jai Bharat jai Mulnivasi 🙏🌹 ó
Is naye jankari ke liye thanks sir
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी ।
सर,बुध्दके समय तो महयान नही था,इसमे उल्लेखका मतलब क्या है?
Dashabala toh Abalokiteswara Buddha ke Bola jata thaa.
Later period, it had been transformed into * Dashabhuja*, which is Debi Durga, or the transformation of Debi Tara.
Thanks.
किन्तु sir जैन धर्म में भी इस प्रकार के प्रसंग वालीं रामायण है तो क्या उस समय जैन धर्म भी था जो लंका गए थे संशय दूर करने की कृपा करें
Thanku sir...21st century bhi 6th century BC jaisi feel ho rahi he jaise tab buddha mahavir 61 alag saman...iran k yaha zarathust...west me thales arastu plato sukrat aur annya...china me confusious aur lao tze...japan me shinto...sab gyane 200 saal k interval me hue...waise hi iss 200 saal me ratrspita phule babasahab sj sir , Rajendra parasad ji, anagrik dhammapal, dd kausambi aur aap....lagta he rationality wapas bharat ayegi aur nalanda jaisa swarnim kal wapas ayega
10सर व पुष्पक विमान काल्पनिक हैं।
सर उस फिल्म का असल नाम है (7th सेन्स) है मैंने देखी हुई है।
जय महाज्ञानी लंकापती रावण 😂😂🙏🙏
Beautiful
लंका ईतना सूंदर वर्णन तो लंकेश रावण कीतना महान होगा ,ऐसी सूंदर विरासत को जलानेवाला कैसा होगा कही आजके मणीपूर जलानेवाले जैसाही होगा.
सर ...
मैने ये सब के बारे में ,फेसबुक पर ये पढ़ा था लगभग2साल पहले🙂🙂