रमाशंकर साहेब विज्ञान और प्रत्यक्ष प्रमाण पर आधारित ज्ञान दे रहे हैं। रामपाल जी धर्म शास्त्र की पुस्तकों का सहारा लेते हैं। धर्म शास्त्र स्वयं में प्रमाण नहीं कहे जा सकते।
इस समय भारत के सबसे बडे़ सऺत महात्मा है श्री रमाशंकर साहेब जी चारो तरफ इनकी आवाज सुनी जा रही है इनके प्रवचन की हर जगह चर्चा हो रही है लाखों लोग इनके प्रवचन का लाभ उठा रहे हैं
प्रवक्ता महोदय आप बहुत ठीक कह रहे हैं । और आपको भी इसमें बहुत कुछ समझाना पड़ेगा।। एक होता है बनाने वाला एक होता है उसको परोसने वाला।। किसी भी रचना को रचने में व्यापारी वर्ग से जो लोग आते हैं वह सबसे पहले जाति के लोगों काहाथ होता है । ब्राह्मण का तो इतना भर काम है उसको परोस देता है बड़ी चतुराई से।। क्योंकि परोसने वाला दिखता है मगर बनाने वाला दिखता नहीं है इसलिए परोसने वाले को ज्यादातर दोष देते आ रहे हैं।। न जाने कितनी तीज त्यौहार बना दिए अपने आर्थिक फायदे के लिए।। लेकिन जितने भी तीज त्यौहार है उनके महत्व को बताता पंडित है।। बस मिल गई पंडित जी को बुराई।।
गुरु नानक देवजी महाराज जी की चरणो मे, गुरु कबिर दास महाराज जी के चरणोमे , गुरु रविदास महाराज जी के चरणोमे, और बुद्ध भगवान के चरणोमे हामारी कोटी कोटी वंदना. सप्रेम जयभीम नमोबुद्धाय सबका मंगल हो
Very true statement and this is experienced in the daily life if you follow sanatan dhram which is even cursed before any festival, pooja or special occasions.the God's even curse trees, animals for what
यह बाबा जी तो असली पोल खोल रहा है क्योंकि वह तो लिखने वाले के हित में ही लिखा गया है इसीलिए सब वेदों को पढ़ो लेकिन उसमें सच्चाई को ढूंढो और सच्चाई नहीं है उसे वेद को मानने से क्या फायदा इंसान को मानो इंसान के धर्म को मानो
ब्राह्मणों ने नहीं तुम्हारे जैसे ढोंगी संतों ने देश का सत्यानाश कर दिया है। जाति भेद छुवाछूत ऊंच नीच ईश्वर के प्रति नफ़रत व झूठ से भरी बातें समाज में फैलाना वह बात अलग है कि आपकी ये नफरती झूठी बातो को आधा प्रतिशत लोग भी सच नहीं मानते हैं।बनते हो संत काम सब असंतो के कर रहे हो आए तक कोई सौत ऐसी बातें समाज में की है क्या महान समाज सुधारक संत महात्मा कबीर का नाम खामखां बदनाम कर रहे हो
रामायण मे लिखा है कर्म प्रधान विश्व रच राखया जो जस कर सो तस फल पासा। कबीर दास का गुरू भी ब्राह्मण था। ब्राह्मण न होता तो ये देश मुस्लिम होता । जय जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव
देश 700वर्ष गुलाम रहा। यदि वास्तव में एक भी व्यक्ति को स्पष्ट मालूम होता कि आत्म अमर है तो दस दिनों तक भी गुलाम नहीं बनाया जा सकता था। शब्दों के जाल में व्यक्ति की चेतना फंस चुकी थी। बड़ी बड़ी बातें करने वाले पाखंडी कुलीन तंत्र सिर्फ पवित्र पुस्तकों के शब्दों के तोते की तरह से रट्टू थे। शब्दों की भरमार प्रयोग या अभ्यास से खाली लोगों देश का बंटाधार कर दिया। इस देश के भोले भाले अशिक्षित रखे गए लोगों को झूठे चमत्कारों के चक्कर में फंसाकर रखा गया। वेद से विज्ञान पैदा हुआ मूर्खता पूर्ण बात है। ध्यान योग और कर्मयोग में दर्शन खुद पैदा होता है। जब व्यक्ति के व्यक्तित्व में दर्शन पैदा होता है तो विज्ञान पैदा होता है। अनावश्यक घमंड मत पालिए
इस दुनिया ऐसा कौनसा समाज है जिसका कोई धर्म नही है मुस्लिम समुदाय में भी मोलवी उलेमा काजिम क़ुरान/हदीस आदि होते हैं ईसाईयों के लिए बाईबल चर्च फादर ईसा मसीह बोद्ध/जैन के भी धर्म गुरु मन्दिर पुजा सब है सिखों के गुरुग्रंथ साहिब धर्म गुरु गोविंद सिंह गुरु नानक देव गुरु तेग बहादुर जी ऐसे और भी बहुत धर्म व्यवस्था को लेकर चले आए है पर बुराई सिर्फ हिन्दू धर्म में ही है क्योंकि हिंदी धर्म में हमेशा दया भाव रहा धर्म में कट्टरता नही सिखाया संत रमाशंकर साहब आप में हिम्मत है तो मोहम्मद साहब के धर्म की विवेचना करते बताओ भारत गरीब मुस्लिम भी आदिवासी समाज समुदाय से आता है दलित और आदिवासी मुस्लिम समाज भाई भाई है मुस्लिम समुदाय के मोहम्मद साहब परिवार के बारे मे भी उपदेश देना चाहिए था नही दिया तो अब आगे दे देना
*करुणा और मैत्री विहींन,धर्म कैसे हो सकते ?* --------------------------------- कोई भी धर्म जितना मजबूत होगा उतना ही अन्याय, अराजकता होगी और सबसे बड़ी बात असमानता और भेदभाव भी बढ़ेगा . *किसी भी धर्म का मूल्यांकन आप उससे जुड़ी किताबों और उसमे लिखी बातों से नहीं करना चाहिए बल्कि उससे जुड़े लोगों, उनके मानवीय व्यवहार और सामाजिक व्यवस्थाओं के वास्तविक मूल्यांकन के आधार पर कर सकते है.* किताबें पढ़ लेंगें तो आप मन्त्र मुग्ध हो जायेंगे और भ्रम से ग्रसित हो जायेंगे ! ऐसा लगेगा कि ये भ्रम कभी ख़त्म न हो ? *धर्म तो स्वप्न लोक पर आधा- रित हैं जिसमें वास्तविकता और आदर्श न्यूनतम होते हैं* . *अब उस धर्म से जुड़े लोगों का मूल्यांकन भी करिये !* *क्या वो न्यायिक हैं ? क्या उनमें करुणा और मैत्री में रुचि और चाहत दिखाई देती है ?* *क्या उन इंसानों में समानता का भाव दिखता है ?* *क्या वे एक-दूसरे पर वैवाहिक सामाजिक प्रतिबंध थोपते हैं ?* क्या वो सत्ता से जुड़े हैं ? क्या वो सत्ता को नियंत्रित करने का प्रयास करते हैं ? उस धर्म का वास्तविक स्वरुप आपको उन लोगों में मिलेगा, दिखाई देगा. *पूंछतांछ और शोध उप- रांत आप पाएंगे उनमें से अधिकतर क्रूर,अन्यायी हिंसक, श्रेष्ठता के दम्भ से भरे होंगे !* *साभार हिमांशु कुमार फेसबुक पेज*
Sahi baat SC St OBC sabhi logo ke dimag ko gulam bna rakha hai jab Tak brahman vad ko nahi chhodoge tab Tak desh tarki karhi nahi sakta kyoki Ye ghanta bajane ke siva kuchh batate hi nahi hai namo buddhay jay bheemmji
Ye bath सत्य है bramadh ne ही हिंदू धर्म का sarvnash kr दिया, शिर्फ जातिवाद करके आज कल हिंदू mushlman करते है, sabse पहले सभी हरिजन भाई लोगो को braman बनाये
जो हो रहा है सब अच्छा होगा और आगे भी अच्छा होगा देखते रहो हम इतना समझ कि पहले से अभी चल रहा ठीक है सबसे बड़ी चीज जीने के लिए रोटी कपड़ा और मकान और अग्नि दाह संस्कार सबसे बड़ा संस्कार है
नाम से रूप का बोध होता है ।अगुन ही सगुन ही नहीं कछु भेदा। वेद-पुराण संतमथ एहि।साहेब रामचरितमानस के उद्धरण बिना आपका प्रवचन निष्फल हो जाता गलती से आलोचना ही सही आपका मानव-जन्म धन्य हो गयाहै । रावण भी रामनाम से भवपार उतर गया है,आप क्यों न होंगे।भाव-कुभाव अनघ आलसहूॅ ,नाम जपत मंगल दिसी दसहुॅ।
दुनिया को ब्राह्मण ने आध्यात्मिक उच्चारण करके स्वयं लिखे हैं दुनिया को भ्रमित कर रहे हैं आंखों देखा हाल देवी देवता जैसे पृथ्वी भारत का जगत जननी मां है सूर्य देव पवन देव अग्नि देव महाराज यह सब आंखों देखा देवी देवता है इनका कहीं मंदिर कहीं नहीं मिलेगा सतयुग त्रेता युग द्वापर युग 2000000 वर्षों से कोई नहीं देखा है मानगढ़ कहानी बनकर मंदिर बनवा कर व्यवसाय कर रहे हैं जानू टीका लगाकर फोकट राम गिरधारी बना रहे हैं
@@kunjbharisahu4507 aap sab kuchh chhor digiye aapko kon bolta hai bhagwan ko mano , aap Gad boliye, allahu akbar boliye , mandir mat jayega, masjid jayega...kiya problem hai.. Tumhe maloom hai ki bed se science bani hai....pata kuchh hai nahi brahman likha hai...tulsi das kiya hai tiwari ki pandey, ki sukla batawo...bed kon likha brahman nahi likha pata karo...
बहुत सुपर पावर सत्संग कबीर सब ने किसी को भी नहीं छोड़ा सत्य का दर्शन कराया इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा लोगों तकपहुंचाओ 🙏
रमाशंकर साहेब विज्ञान और प्रत्यक्ष प्रमाण पर आधारित ज्ञान दे रहे हैं। रामपाल जी धर्म शास्त्र की पुस्तकों का सहारा लेते हैं। धर्म शास्त्र स्वयं में प्रमाण नहीं कहे जा सकते।
बहुत ही क्रांतिकारी सदगुरू संत श्री रमांशंकर साहेब जी को हम सादर प्रणाम त्रयबार साहेब बंदगी करते हैं ,जय कबीर पारख ,❤❤🎉🎉रमेश जियाणी जैतसर
साहेब बंदगी महाराज जी, बहुत ही अच्छा और सच्चा विश्लेषण।
जय जय सतनाम सत साहेब।
❤❤❤❤ Both the shut goodbye
सन्त आप के जैसे होना चाहिए tavi समाज का निर्माण होगा
इस समय भारत के सबसे बडे़ सऺत महात्मा है
श्री रमाशंकर साहेब जी
चारो तरफ इनकी आवाज सुनी जा रही है
इनके प्रवचन की हर जगह चर्चा हो रही है
लाखों लोग इनके प्रवचन का लाभ उठा रहे हैं
सऺत महात्मा श्री रमाशंकर साहेब जी के प्रवचन
का लाभ उठाते हुए लोग पाखंड से बाहर आ रहे हैं
मेरे पूरे परिवार ने किसी भी मऺदिर में जाना बऺद कर दिया है।
ਇਸ ਤਰਾਂ ਪ੍ਰਚਾਰਕ ਨੂੰ ਦਿਲੋਂ ਧੰਨਵਾਦ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ
रमाशंकर साहेब का दिया हुआ ज्ञान कबीर साहेब के प्रमाणिक ग्रन्थ बीजक के अनुसार है।बीजक कबीर पन्थ का सत्य ग्रन्थ है।
Sant ramashankar sahi
Bol rha hai Hamara full support ❤❤
कबीर साहेब कहते हैं (बुरा जो खोजन मै चला बुरा ना मिलया कोय!!जो दिल खोजा आपना मुझसा बुरा नहीं कोय!!
इन्हें ज्ञान नहीं ये नया कहां से आया
Ishko koi Gyan nahi hai ye sadhu hai hi nahin ishka maa pachhata rahi hogi bahar kyon yane dia ander ishko thel kyon nahi dia
Dhongi
प्रवक्ता महोदय आप बहुत ठीक कह रहे हैं ।
और आपको भी इसमें बहुत कुछ समझाना पड़ेगा।।
एक होता है बनाने वाला एक होता है उसको परोसने वाला।।
किसी भी रचना को रचने में व्यापारी वर्ग से जो लोग आते हैं वह सबसे पहले जाति के लोगों काहाथ होता है
।
ब्राह्मण का तो इतना भर काम है उसको परोस देता है बड़ी चतुराई से।।
क्योंकि परोसने वाला दिखता है मगर बनाने वाला दिखता नहीं है इसलिए परोसने वाले को ज्यादातर दोष देते आ रहे हैं।।
न जाने कितनी तीज त्यौहार बना दिए अपने आर्थिक फायदे के लिए।।
लेकिन जितने भी तीज त्यौहार है उनके महत्व को बताता पंडित है।।
बस मिल गई पंडित जी को बुराई।।
Very very nice guru ji me aap jese guru ko parnam karta hu
बहुत सुन्दर प्रवचन.
बहूत सच्ची बात और अच्छा विचार कहे बाबाजी अपने, 👌धन्यवाद
सही बात स्वामी जी ढोगियों को अपना आदर्श मानने वालों की आज भी संख्या ज्यादा है । अतः आपकी बातों से उनको वा उनके अनुयायियों को बरनाल की जरूरत पड़ेगी।
सत्य बात कहना और सुनना आसान नही, इसलिए कबीर जी ने कहा,सांच कहे सो मारन धाये।सत कबीर,जय हो।सही कहा संत जी।
स्वर्ग और नरक का कॉन्सेप्ट पूरी दुनिया के जितने भी शास्त्र हैं और धर्म हैं सब में हैं, उसे किसने लिखाया
धन्यवाद गुरुजी मैं आपके चैनल से बहुत प्रभावित हूं बहुत आनंद मिलता है धन्यवाद इसी तरह आप काम करते रहे लोगों को जागरुक करते रहें आपकी जिंदगी बहुत खूब
पारखी संत की जय
संत कबीर दास जी
Dhanyabad.sahab.aap.ka.prabachan
आज कल जितने समाज पिछड़े, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति बनने के लिए आन्दोलन कर रहे हैं उन्हें कौन सा वेद पारित कर रहा है या सिर्फ लालच
Ha tum logo ne ye bhi Kiya hai
बहुत बहुत धन्यवाद और बधाई हो संत जी को राम बिनोद पासवान
सौ प़तिसत सही कहा आपने श्री मान जी को बहुत बहुत नमन एवं नमस्कार करता हूँ धन्यवाद🙏🙏 हरीदास पारखी धन्यवाद🙏🙏
रविशन्करजी आपने कहा है बहुत बहुत साधुवाद देता हूँ
गुरु नानक देवजी महाराज जी की चरणो मे, गुरु कबिर दास महाराज जी के चरणोमे , गुरु रविदास महाराज जी के चरणोमे, और बुद्ध भगवान के चरणोमे हामारी कोटी कोटी वंदना.
सप्रेम जयभीम नमोबुद्धाय सबका मंगल हो
Ek dam sahi kehte h mhraj ji
ज्ञानोर्जन हेतु महत्त्वपूर्ण प्रवचन ।
100% સાચી વાત પ્રભુ🎉
सत्य ही सत्य, सत्य के अलावा कुछ नहीं कहा.
संत सम्राट कबीर साहेब जी को शत-शत नमन
बहुत बहुत सुन्दर explaination🎉
Very true statement and this is experienced in the daily life if you follow sanatan dhram which is even cursed before any festival, pooja or special occasions.the God's even curse trees, animals for what
ब्राहामा जी को हम पैदा किऐ है
यह बाबा जी तो असली पोल खोल रहा है क्योंकि वह तो लिखने वाले के हित में ही लिखा गया है इसीलिए सब वेदों को पढ़ो लेकिन उसमें सच्चाई को ढूंढो और सच्चाई नहीं है उसे वेद को मानने से क्या फायदा इंसान को मानो इंसान के धर्म को मानो
संत राम शंकरजी मैं आपके दर्शन करता करना चाहता हूं लेकिन मैं असमर्थ हूं कृपा करो संत महात्मा
Jay satnam guru baba ji ki jay
Jay bhim namo badhay
Jay savidhan of india
🏳️🇮🇳❤💙😂🎉😢😮😅🙏🙏🌹💞🌹
जयहोआपकीसाहेब, गुरु देव जी, साहेब बंदगी अशोक भाई चांदनी उत्तर प्रदेश
साहेब बंदगी साहेब।
सतगुरु कबीर के भजन को सुनने के लिए यहां भी जुड़े#santoshsahebbihar
Guru ji spl thanks...❤❤
Bhut acha wislesan
Saheb bandagi sadguru ji 🙏🙏🌹🌹
Supar satsang
तर्कसंगत और वैज्ञानिक सोच के आधार सन्त सम्राट ने आइना दिखाने का कार्य किया है।
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
रमाशंकर जी प्रामाणित ज्ञान दे जैसे संत रामपाल जी महाराज दे रहे हैं।
इसी लिए अंदर है।
ब्राह्मणों ने नहीं तुम्हारे जैसे ढोंगी संतों ने देश का सत्यानाश कर दिया है।
जाति भेद छुवाछूत ऊंच नीच ईश्वर के प्रति
नफ़रत व झूठ से भरी बातें समाज में फैलाना
वह बात अलग है कि आपकी ये नफरती झूठी बातो को आधा प्रतिशत लोग भी सच नहीं मानते हैं।बनते हो संत काम सब असंतो के कर रहे हो
आए तक कोई सौत ऐसी बातें समाज में की है क्या
महान समाज सुधारक संत महात्मा कबीर का नाम खामखां बदनाम कर रहे हो
Every word is the certify of Shri ramashankar Sahab please read literature of Kabir sahab
तेरे गुरु तो वेद को इश्वरीय मन्ता हैं। सत् ना म के धन्दा चलारहाहे,सिधासाधा लोगोको बलगलारहाहे रामपाल पाखण्डी।
Gyan h hi nhi to kya denge
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤१००%सत्य ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
ज्ञानी ज्ञान देइ रहा को सुनि करे विचार.सूरदास की स्त्री का पर करे सिंगार ,,।।साहेब बंदगी।। साहेब🙏
जय भीम जय पासवान जय बाबासाहब डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर
Good
Jay ho guru
Sant ji very nice and true opinion west knowledge to blind devotees
Jày Bheem jay moolnivasi jay samvidhan jay vigyan jay Bharat namon Buddhay
चारों वर्ण बनाने वाले चतुर चालाक ढोंग पाखंड अन्धविश्वास अज्ञानता केलिये पठकथा भी लिखा जिसे अनादि काल से जोड़ा जिसे आजभी मूलनिवासी कांधे पे ढो रहा है
स्वर्ग और नरक का कॉन्सेप्ट पूरी दुनिया के जितने भी शास्त्र हैं और धर्म हैं सब में हैं, उसे किसने लिखाया
Jai guru ji
बिल्कुल सही संत जी
ਸਤਿਗੁਰ ਤੇਰਾ ਹੀ ਆਸਰਾ
ऐक नंबर साहेब जी साहेब बंदगी 🙏🙏👌👌
रामायण मे लिखा है
कर्म प्रधान विश्व रच राखया जो जस कर सो तस फल पासा।
कबीर दास का गुरू भी ब्राह्मण था। ब्राह्मण न होता तो ये देश मुस्लिम होता ।
जय जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव
देश 700वर्ष गुलाम रहा। यदि वास्तव में एक भी व्यक्ति को स्पष्ट मालूम होता कि आत्म अमर है तो दस दिनों तक भी गुलाम नहीं बनाया जा सकता था। शब्दों के जाल में व्यक्ति की चेतना फंस चुकी थी। बड़ी बड़ी बातें करने वाले पाखंडी कुलीन तंत्र सिर्फ पवित्र पुस्तकों के शब्दों के तोते की तरह से रट्टू थे। शब्दों की भरमार प्रयोग या अभ्यास से खाली लोगों देश का बंटाधार कर दिया। इस देश के भोले भाले अशिक्षित रखे गए लोगों को झूठे चमत्कारों के चक्कर में फंसाकर रखा गया। वेद से विज्ञान पैदा हुआ मूर्खता पूर्ण बात है। ध्यान योग और कर्मयोग में दर्शन खुद पैदा होता है।
जब व्यक्ति के व्यक्तित्व में दर्शन पैदा होता है तो विज्ञान पैदा होता है।
अनावश्यक घमंड मत पालिए
मेरे पूरे परिवार ने अचानक मूर्ति पूजा बऺद कर दिया है
और अब हम सब पहले से ज्यादा अच्छा महसूस कर रहे हैं
Kool kudmi..... Bed shastra chhara.
Saheb bandgi
बहुत सुंदर विचार 🙏🙏👌👌
इस दुनिया ऐसा कौनसा समाज है जिसका कोई धर्म नही है मुस्लिम समुदाय में भी मोलवी उलेमा काजिम क़ुरान/हदीस आदि होते हैं ईसाईयों के लिए बाईबल चर्च फादर ईसा मसीह बोद्ध/जैन के भी धर्म गुरु मन्दिर पुजा सब है सिखों के गुरुग्रंथ साहिब धर्म गुरु गोविंद सिंह गुरु नानक देव गुरु तेग बहादुर जी ऐसे और भी बहुत धर्म व्यवस्था को लेकर चले आए है
पर बुराई सिर्फ हिन्दू धर्म में ही है क्योंकि हिंदी धर्म में हमेशा दया भाव रहा धर्म में कट्टरता नही सिखाया
संत रमाशंकर साहब आप में हिम्मत है तो मोहम्मद साहब के धर्म की विवेचना करते बताओ भारत गरीब मुस्लिम भी आदिवासी समाज समुदाय से आता है दलित और आदिवासी मुस्लिम समाज भाई भाई है मुस्लिम समुदाय के मोहम्मद साहब परिवार के बारे मे भी उपदेश देना चाहिए था नही दिया तो अब आगे दे देना
Jay Jay Jay prsuram ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ hr hr mhadev
Bahut sunder Babaji
*करुणा और मैत्री विहींन,धर्म कैसे हो सकते ?*
---------------------------------
कोई भी धर्म जितना मजबूत होगा उतना ही अन्याय, अराजकता होगी और सबसे बड़ी बात असमानता और भेदभाव भी बढ़ेगा .
*किसी भी धर्म का मूल्यांकन आप उससे जुड़ी किताबों और उसमे लिखी बातों से नहीं करना चाहिए बल्कि उससे जुड़े लोगों, उनके मानवीय व्यवहार और सामाजिक व्यवस्थाओं के वास्तविक मूल्यांकन के आधार पर कर सकते है.*
किताबें पढ़ लेंगें तो आप मन्त्र मुग्ध हो जायेंगे और भ्रम से ग्रसित हो जायेंगे ! ऐसा लगेगा कि ये भ्रम कभी ख़त्म न हो ? *धर्म तो स्वप्न लोक पर आधा- रित हैं जिसमें वास्तविकता और आदर्श न्यूनतम होते हैं* .
*अब उस धर्म से जुड़े लोगों का मूल्यांकन भी करिये !*
*क्या वो न्यायिक हैं ? क्या उनमें करुणा और मैत्री में रुचि और चाहत दिखाई देती है ?*
*क्या उन इंसानों में समानता का भाव दिखता है ?*
*क्या वे एक-दूसरे पर वैवाहिक सामाजिक प्रतिबंध थोपते हैं ?*
क्या वो सत्ता से जुड़े हैं ?
क्या वो सत्ता को नियंत्रित करने का प्रयास करते हैं ?
उस धर्म का वास्तविक स्वरुप आपको उन लोगों में मिलेगा, दिखाई देगा.
*पूंछतांछ और शोध उप- रांत आप पाएंगे उनमें से अधिकतर क्रूर,अन्यायी हिंसक, श्रेष्ठता के दम्भ से भरे होंगे !*
*साभार हिमांशु कुमार फेसबुक पेज*
Sahi baat hai sahab
साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी देवराज गुर्जर टोंक राजस्थान
कबीर पंथ संत श्री रमाशंकर साहब जी को नमन ।
बेद तो ब्राह्मण लोग अपने स्वार्थ के लिये लिखे है l
Sahi baat SC St OBC sabhi logo ke dimag ko gulam bna rakha hai jab Tak brahman vad ko nahi chhodoge tab Tak desh tarki karhi nahi sakta kyoki Ye ghanta bajane ke siva kuchh batate hi nahi hai namo buddhay jay bheemmji
Kuran Tumhare Fufa Ne likhi thi
Tumhare mausa likhe the
Aasmani kitaben sab ko moorkh banane ke liye utari gai hain.
Sahib bandagi Sahib Ji mein Vijay Prasad Yadav Motihari se
अमुक प्रवचन ईश्वर तुल्य है निःस्वार्थ
विरोध का विरोध
कवीर
संत
थे l
Very Very good Sant ji
Gyani Kabhi Ninda nahin karta buraiyon ko achchaiyan Mein Badalta Hai bure logon ko bhi achcha banata hai
Sachi baat bolna ninda nahi hoti. Ye soye logo ko jagah rahe hai .Vivek istemaal karo or samjho
Ye bath सत्य है bramadh ne ही हिंदू धर्म का sarvnash kr दिया, शिर्फ जातिवाद करके आज कल हिंदू mushlman करते है, sabse पहले सभी हरिजन भाई लोगो को braman बनाये
Thank you Ramashankar sahab apko god he half kare god is sarvatra.
ब्राह्मण का पोल खोलते सही कह रहे हैं
आदरणीय रमाशंकर साहब ने सौ फीसदी सही कहा है।
Right sir me aapka pura vidio dekhta hun
Paisa ho to na koi jaat na koi ऊंच न कोई नीच चाहे कबीर हो चाहे वैस्णव चाहे बौद्ध चाहे सिख चाहे जैन
Very nice sr
जिसे आप समझाना चाहते है वो 90% बहुजन बराहमणो के साथ है 'हर जगह
जो हो रहा है सब अच्छा होगा और आगे भी अच्छा होगा देखते रहो हम इतना समझ कि पहले से अभी चल रहा ठीक है सबसे बड़ी चीज जीने के लिए रोटी कपड़ा और मकान और अग्नि दाह संस्कार सबसे बड़ा संस्कार है
सीता माता 27/03/2024को अयोध्या पहुंच गए राम बिनोद पासवान
वैज्ञानिक संत साहेब बंदगी तोनहा से सुशील
हरि ओम तत्सत गुरु श्री ,
मनुष्य आहार व्यवहार और विचार से नीच होता है जाति से नहीं !
भगवान अपना अपना का गुणगांन्
करने की भक्ति - प्रवचन है l
आप एक क्रांतिकारी संत है
Rakshas pahle bhi the Aaj bhi hai hamesha rahege koi duray nahi hai jai siya ram
Koti koti naman
नाम से रूप का बोध होता है ।अगुन ही सगुन ही नहीं कछु भेदा। वेद-पुराण संतमथ एहि।साहेब रामचरितमानस के उद्धरण बिना आपका प्रवचन निष्फल हो जाता गलती से आलोचना ही सही आपका मानव-जन्म धन्य हो गयाहै । रावण भी रामनाम से भवपार उतर गया है,आप क्यों न होंगे।भाव-कुभाव अनघ आलसहूॅ ,नाम जपत मंगल दिसी दसहुॅ।
संत महाराज जी बहोत अच्छा परबचन दिया है बेद में लबेद हैं संविधान को पढों और अपना हक अधिकार लो जय भीम जय संविधान
गुरुजी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं लेकिन यह जनता कान में तेल डालकर सो गई है यह जागने को तैयार नहीं है।
सही बात कह रहे हैं
Bilkul sahi baat hai
दुनिया को ब्राह्मण ने आध्यात्मिक उच्चारण करके स्वयं लिखे हैं दुनिया को भ्रमित कर रहे हैं आंखों देखा हाल देवी देवता जैसे पृथ्वी भारत का जगत जननी मां है सूर्य देव पवन देव अग्नि देव महाराज यह सब आंखों देखा देवी देवता है इनका कहीं मंदिर कहीं नहीं मिलेगा सतयुग त्रेता युग द्वापर युग 2000000 वर्षों से कोई नहीं देखा है मानगढ़ कहानी बनकर मंदिर बनवा कर व्यवसाय कर रहे हैं जानू टीका लगाकर फोकट राम गिरधारी बना रहे हैं
@@kunjbharisahu4507 aap sab kuchh chhor digiye aapko kon bolta hai bhagwan ko mano , aap Gad boliye, allahu akbar boliye , mandir mat jayega, masjid jayega...kiya problem hai..
Tumhe maloom hai ki bed se science bani hai....pata kuchh hai nahi brahman likha hai...tulsi das kiya hai tiwari ki pandey, ki sukla batawo...bed kon likha brahman nahi likha pata karo...
Bin Bhandwal ka Mandir Business Baman Chalata, logoko Murkh Banata.
Kabir sahib g nay kaha kon kahay ved jhootha voh jhootha jo ved na vichaara.
Sant aap Jaise honi chahie samaj ka Kalyan ho jaega
सुनने वाले और सुनने वाले और टिप्पणी देखने वाले सभी अधूरे जाने हैं राम राम करो कल्याणहोगा
सुनने वाले और सुनने वाले Dono alag alag hai kya
अंधश्रद्धा भगाओ , देश बचाओ।
मानसिक गुलामी
राम राम करके सीता उठ गई,,,,वानर मर गए तेरा क्या भला होगा,,,,
@@trikamsolanki7760àààaàaaàààaalm
Jay kaver das
Very good stty
।।अहार निद्रा भय मैथुनं च, समानमेतद पशुभिर्नराणां, धर्मोहि तेषां अधिको विशेषो धर्मेण हीना पशुभि समाना।।बालमुकुन्द प्यासी।।
Kranti Kari sant ramachandra gi Jai kabir
It's true....zyada samjhna ho osho ki baat ko sune....Jo 150000 kitabe padh chuka hai