ये कटु सत्य है हम विद्यालयों में अंक के लिए कवि को मजबूरी में पढ़ते है , जबकि वो उत्साह हमारे अंदर होना चाइये के ये असली रत्न है जो हमे मा भारती से मिले है।
आधुनिक "दिनकर" को मेरा सादर प्रणाम है। मैं अपनी जीविका के लिए दुबई में रहता हूँ। जब भी अकेला या देश से दुरी का अनुभव होता है तुरंत आपका वीडियो अपने मोबाइल में लगा लेता हूँ। मुझे गर्व है की मैं आपको सुनता हूँ। जय भारत माता की !
दिनकर जी को नमन एव वर्तमान में उदित होने के लिए आलोचना के बादलों से संघर्ष कर रहे....वर्तमान हिंदी साहित्य के सूर्य कुमार विश्वास जी को सादर शुभकामनाएं एवं प्रणाम।
मै एक जर्नलिस्म का विद्यार्थी हु । दिनकर जी जैसे राष्ट्र कवी के बारे मैं जितना जाना जाये उतना कम है। परन्तु हम इस युग मे है जहाँ हमारे राष्ट्र मे ही राष्ट्र भाषा (हिंदी)को हमे अंग्रेजी से ऊपर लाने के लिए प्रयास करने पड़ रहे है। जिस यूनिवर्सिटी का मे विद्यार्थी हु वहां अभी तक मुझे यह सिखाया गया है कि ( English is the most powerful medium where through you can communicate easily with the people . English is the most professional language! जिस देश मे राष्ट्र भाषा के लिए सामान नहीं वह देश दिनकर जैसे कवियों को सुने के लायक नहीं
गुरुदेव प्रणाम राष्ट्रकवि दिनकर को जिस तरीके से आप उन्हें समझाया उसके लिए कोटि कोटि धंयवाद आपका जो समझाने का तरीका है जिस प्रकार आप की भाषा है जिस प्रकार आप के पास जो साहित्य है शब्द चयन है उससे कविता दिल से होती हुई मस्तिष्क तक पहुंच जाती है आपको सुनने के बाद ऐसा लगता है इतने वर्षों तक इस साहित्य से इस कविता से हम कैसे दूर रहे
बहुत बहुत धन्यवाद कुमार विश्वास जी हमारी महान विरासत को आधुनिकता की ओर ले जाने के लिए आपका जो प्रयत्न है वह बहुत बहुत उत्तम है आप इसी गति और यति के साथ लगे रहे आपको सादर प्रणाम
नमस्कार सर सबसे पहले मैं उन महान पुरुष आभार प्रकट चाहूंगा जिन्होंने हमारे हिंदी साहित्य को इतना सम्मान दिया। और हिंदी कविता को सबके समक्ष लाकर खड़ा किया। और जो लोग हिंदी साहित्य से अपरिचित हैं उनके लिए एक बहुत बड़ा ज्ञान है। मैं भी उत्तर प्रदेश से हूँ। हिंदी साहित्य से मुझे बहुत प्यार है हमारे देश के महान कवियों ने इस देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है सर आपकी तर्पण कविता मुझे बहुत अच्छी लगी ।आपकी 16 सोलह कविता सभी मेरे पास हैं। मुझे आप जैसे महान पुरुष पर गर्व है कि आपने हिंदी कविता को हमारे सामने लाकर खड़ा किया। इन कविताओं को देख कर मुझे अपने विद्यालय के दिन याद आ जाते हैं हमारे देश के महान कवियों के साहित्य को आपने और अमर कर दिया है। नमस्कार सर आप जैसे महान पुरुष को मेरा मेरा दिल अनंत बार प्रणाम नमस्ते। जय हिंद जय भारत जय हिंदी जय हिंदुस्तान
Vishwas sir undoubtedly you're blessed with brilliance. I wonder how someone has this much ability to thoroughly recite poems of different style as well as great poets. Even reciting own poem fluently risky but you do it very perfectly. I salute your practices. One can learn so many things from you. Regards
राष्ट्रकवि रामधारीसिंह दिनकर जी को नमन् अपने राष्ट्रकवि के बारे में रोचक जानकारी साझा करने और हिंदी भाषा और हिंदीयो के बिच सेतु का कम करने वाले कवी कुमार विश्वास का बहुत बहुत साधुवाद
बहुत सुंदर बात कही आपने, क्रोध शब्द को अर्थपूर्ण रूप से परिभाषित किया। सबसे सही बात कवि और सत्ता की कही गई। आशा है की अब वो लोग भी आपको समझ जाऐंगे जो आपको कवि से पहले राजनीति का हिस्सा मानते हैं। "कवि की भावनाएँ वो भावनाएँ जो समाज से हटकर परम सत्य की ओर इंगित करती हैं, कवि की कविताएं मात्र शब्द नहीं हैं पर पर यही भावनाएँ स्याही के रूप में बहकर कोरे कागज को और समाज को एक नई पहचान देती हैं।" 🙏🌹🙏
परम् श्रधेय आपकी वाणी में मां सरस्वती ने जो स्पष्टता दी है। वह अनमोल है। कृपया अपनी ओझपूर्ण वाणी में गीता, रामधारी सिंह दिनकर और अन्य देश प्रेम की रचनाओं को अपनी वाणी में अवश्य सुनवाये। ये सदियों तक सुनी जाएंगी।
प्रणाम कुमार साहब, बहुत ही सार्थक व सही से दिनकर जी के सम्पूर्ण कृतित्व को आपने हमे समझाया तथा कविता का महत्व भी राजनीति के परिपेक्क्षय में बताया, धन्यवाद
कुमार जी आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। रामधारी जी की 'रश्मिरथी' को पढ़ने और 'कुरुक्षेत्र' के बारे में थोड़ा जानने के बाद मैं कई वर्षों से आपके मुख से ये सुनना चाहता था। यही बातें हैं जो हिंदी प्रेमियों को उन महापुरुषों के बारे में एक साथ जानने को प्रेरित करती हैं।
कवि/साहित्यकार अहसासों का साक्षात स्वरूप होता है...और अहसासों के वशीभूत वह जहाँ आवश्यक हो रुख करता है...राजनीति सर्वाधिक संवेदनशील अभ्यास है और साहित्य संवेदनाओं की पोषक....इस कारण साहित्यकारों को राजनीति से अलग रहने की बात कहने वाले मूढ़ हैं...सिद्धांत और चेतना जहाँ ले जाएँ, वहाँ जाना ही चाहिए...नमन आपको और इस बिरादरी के तमाम लोगों को...नमन दिनकर सम पूर्वजों को
इंसान आएंगे और जाते भी रहेंगे ,ये आपसे भली भांति कोन समझ सकता है, कविराज सृष्टि का नियम है वो खुद चयन करती है प्रबलता को, आज आपकी कुशल वाणी और बुद्धिता का सौर्य प्राप्त है और इसी के आधार पर आज आवस्यकता है उन लोगो को,...जो युवा होकर असहाय बन रहे है, जो अन्नदाता होकर भूखे मर रहे है, गुरुवर में राजनीति के क्षेत्र में आपका सेवक हु क्योंकि अनुभव का अभाव है लेकिन किसान परिवार में हुआ जन्म और ग्रामीण आँचल की माटी ने बहुत कुछ सिखाया है, जिसके कारण में आज आप से विनती करने का सामर्थ्य रख रहा हु, आपकी आवस्यकता है मध्यप्रदेश की विचलित स्थिति को सही मार्ग पर लाने के लिए।
Wonderful👌👌,awsome as always,every sentence,every word ....u speak so heartfelt that it touches others heart directly.Just wow👍👍 सच पूछो, तो शर में ही बसती है दीप्ति विनय की सन्धि-वचन संपूज्य उसी का जिसमें शक्ति विजय की।
प्रणाम गुरुदेव मैंने आप का एक वीडियो देख जिसमे एक शख्श आप का हमसकल बना है और आप से बाते कर रहा है। मुझे बहुत अच्छा लगा कि आप का तो हमसकल पूरी दुनिया होना चाहती है। और मजे की बात तो ये है कि पूरी दुनिया के साथ साथ हम भी आप का हमसकल होना चाहते है। परंतु सब यदि आप की तरह हो जाये तो फिर आप मे और दुनिया मे किसी बात का फर्क नही रह जायेगा। इसलिए मैं खुद को तराशना चाहता हु। और मैं खुद को तराशने के लिए आप की तरह अपनी टूटी फूटी कविताओं को लोहा बनाऊंगा। बस आप अपना आशीर्वाद बनाये रखना। धन्यवाद👍👍👍👍
उभरता कवि हूँ सर, कृप्या हमारी रचनाओं को भी सुनियेगा। आपका बचपन से फैन हूँ बीच में सुन न बंद किया था जब आप राजनीति में आये थे फिर अब कुछ कविताओं ने फिर आपकी रचनाओं ने बांध सा लिए है। मार्गदर्शक बन पथ प्रदर्शक करते रहिए। Love from Indore 🤗
मुझे पूर्ण भरोसा है, की आप भी जरूर जागेंगे, क्योंकि में जन्म से लेकर आज तक देखता आ रहा हु, की जो सोता है वो सबेरे जागता भी ये यदि वो जीवित अवस्था मे है तो, माननीय महोदय में किसी व्यक्ति विशेष या आपके विरोध में नही, बल्कि में ललकारना चाहता हु उन घमंडी लोगो को जो आते है और किसानों की दुःखती नब्ज पर पेर रखकर बोलते है में आपके साथ खड़ा हूँ, जब वो उन किसानों को कुचल रहा है, में यदि सत्य साथ हु तो आवश्य एक दिन मेरा सत्य मेरे परिवार(किसान परिवार) को इन झुटे लोगो से ऊपर लेकर जाऊंगा, ये मेरा प्रण है, आपका साथ इसलिए नही चाइये था कि राजनीति का स्वार्थ सिद्ध हो अपितु किसानों का उद्धार हो,
आज हिन्दी के उत्सव का दिन है।आज के दिन बिहार-मुंगेर ज़िले के सिमरिया गांव में बाबू रवि सिंह और मनरूप देवी के परिवार में एक रत्न का जन्म हुआ जो आगे चलकर हिंदी कविता का आत्मदीप्त सूर्य बना।आज जन्मदिन है कवि पद्मभूषण रामधारी सिंह 'दिनकर' जी का। तो मनाइये #दिनकर_दिन और प्रणाम🙏❤️ t.co/MjGamcqhwF
श्री दिनकर जी के पावन आत्मा को मेरा कोटि कोटि नमन,, एवं आप भारत माँ के लाल को शत शत प्रणाम,, आप के हर शब्द से एक नवीन चेतना की प्राप्ति होती है,, लगता है माता काली ने दिनकर को ही आप के रूप में देश को पुनः देदिया है,,, from नितिन सिसोदिया, सारंगपुर m p।।
ये कटु सत्य है हम विद्यालयों में अंक के लिए कवि को मजबूरी में पढ़ते है , जबकि वो उत्साह हमारे अंदर होना चाइये के ये असली रत्न है जो हमे मा भारती से मिले है।
आधुनिक "दिनकर" को मेरा सादर प्रणाम है। मैं अपनी जीविका के लिए दुबई में रहता हूँ। जब भी अकेला या देश से दुरी का अनुभव होता है तुरंत आपका वीडियो अपने मोबाइल में लगा लेता हूँ। मुझे गर्व है की मैं आपको सुनता हूँ। जय भारत माता की !
Rashmirathi is very significant part of Hindi literature ❤
कोई तो है यहाँ जो इन महान कवियों को याद कर रहा है.. बहुत बहुत धन्यवाद sir
दिनकर जी को नमन एव वर्तमान में उदित होने के लिए आलोचना के बादलों से संघर्ष कर रहे....वर्तमान हिंदी साहित्य के सूर्य कुमार विश्वास जी को सादर शुभकामनाएं एवं प्रणाम।
Ankita Pandey
मुझे बचपन से ही कवि और कविताओं का बहुत शौक रहा है और यही कारण है कि कविताओं के प्रति एक अलग ही रुचि रही है
मै एक जर्नलिस्म का विद्यार्थी हु । दिनकर जी जैसे राष्ट्र कवी के बारे मैं जितना जाना जाये उतना कम है। परन्तु हम इस युग मे है जहाँ हमारे राष्ट्र मे ही राष्ट्र भाषा (हिंदी)को हमे अंग्रेजी से ऊपर लाने के लिए प्रयास करने पड़ रहे है। जिस यूनिवर्सिटी का मे विद्यार्थी हु वहां अभी तक मुझे यह सिखाया गया है कि ( English is the most powerful medium where through you can communicate easily with the people . English is the most professional language!
जिस देश मे राष्ट्र भाषा के लिए सामान नहीं वह देश दिनकर जैसे कवियों को सुने के लायक नहीं
J up
I am reading only in english for years but my consciousness is now awakened.
धन्स जाये वह देश अतल में गुण की नहीं जहाँ पहचान
जाति गोत्र के बल पर ही आदर पाते हैं जहां सुजान.. ऐसी अभिव्यक्ति केवल दिनकर जी में ही है..
गुरुदेव प्रणाम राष्ट्रकवि दिनकर को जिस तरीके से आप उन्हें समझाया उसके लिए कोटि कोटि धंयवाद आपका जो समझाने का तरीका है जिस प्रकार आप की भाषा है जिस प्रकार आप के पास जो साहित्य है शब्द चयन है उससे कविता दिल से होती हुई मस्तिष्क तक पहुंच जाती है आपको सुनने के बाद ऐसा लगता है इतने वर्षों तक इस साहित्य से इस कविता से हम कैसे दूर रहे
बहुत बहुत धन्यवाद कुमार विश्वास जी हमारी महान विरासत को आधुनिकता की ओर ले जाने के लिए आपका जो प्रयत्न है वह बहुत बहुत उत्तम है आप इसी गति और यति के साथ लगे रहे आपको सादर प्रणाम
रामघारी सिंह दिनकर जी को कोटी कोटी नमन
दिनकर आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने की अपने समय पर... अद्भुत प्रस्तुति के लिए आपका धन्यवाद
आप आज के दिनकर हैं, बड़ी याद आती आपको देखकर उनकी.. सादर प्रणाम..
नमस्कार सर
सबसे पहले मैं उन महान पुरुष आभार प्रकट चाहूंगा जिन्होंने हमारे हिंदी साहित्य को इतना सम्मान दिया। और हिंदी कविता को सबके समक्ष लाकर खड़ा किया। और जो लोग हिंदी साहित्य से अपरिचित हैं उनके लिए एक बहुत बड़ा ज्ञान है।
मैं भी उत्तर प्रदेश से हूँ। हिंदी साहित्य से मुझे बहुत प्यार है हमारे देश के महान कवियों ने इस देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है
सर आपकी तर्पण कविता मुझे बहुत अच्छी लगी ।आपकी 16 सोलह कविता सभी मेरे पास हैं।
मुझे आप जैसे महान पुरुष पर गर्व है कि आपने हिंदी कविता को हमारे सामने लाकर खड़ा किया। इन कविताओं को देख कर मुझे अपने विद्यालय के दिन याद आ जाते हैं
हमारे देश के महान कवियों के साहित्य को आपने और अमर कर दिया है।
नमस्कार सर
आप जैसे महान पुरुष को मेरा मेरा दिल अनंत बार प्रणाम नमस्ते।
जय हिंद जय भारत
जय हिंदी जय हिंदुस्तान
कुमार सर आप भी रामधारी जी से कम नहीं हैं ऐसा मुझे लगता हैं। बहुत बहुत प्यार हमारी तरफ से ! 💟
Vishwas sir undoubtedly you're blessed with brilliance. I wonder how someone has this much ability to thoroughly recite poems of different style as well as great poets. Even reciting own poem fluently risky but you do it very perfectly. I salute your practices. One can learn so many things from you. Regards
Indeed he is blessed but we all need some help just incase.... Look at his left ✋.... But he is indeed one of the best Hindi poet we have in this era!
राष्ट्रकवि रामधारीसिंह दिनकर जी को नमन्
अपने राष्ट्रकवि के बारे में रोचक जानकारी साझा करने और हिंदी भाषा और हिंदीयो के बिच सेतु का कम करने वाले कवी कुमार विश्वास का बहुत बहुत साधुवाद
Shiv singh kheda iafh
बहुत सुंदर बात कही आपने, क्रोध शब्द को अर्थपूर्ण रूप से परिभाषित किया।
सबसे सही बात कवि और सत्ता की कही गई।
आशा है की अब वो लोग भी आपको समझ जाऐंगे जो आपको कवि से पहले राजनीति का हिस्सा मानते हैं।
"कवि की भावनाएँ वो भावनाएँ जो समाज से हटकर परम सत्य की ओर इंगित करती हैं, कवि की कविताएं मात्र शब्द नहीं हैं पर पर यही भावनाएँ स्याही के रूप में बहकर कोरे कागज को और समाज को एक नई पहचान देती हैं।"
🙏🌹🙏
परम् श्रधेय आपकी वाणी में मां सरस्वती ने जो स्पष्टता दी है। वह अनमोल है। कृपया अपनी ओझपूर्ण वाणी में गीता, रामधारी सिंह दिनकर और अन्य देश प्रेम की रचनाओं को अपनी वाणी में अवश्य सुनवाये। ये सदियों तक सुनी जाएंगी।
प्रणाम कुमार साहब, बहुत ही सार्थक व सही से दिनकर जी के सम्पूर्ण कृतित्व को आपने हमे समझाया तथा कविता का महत्व भी राजनीति के परिपेक्क्षय में बताया, धन्यवाद
राष्ट्रकवि रामधारीसिंह दिनकर जी को नमन्
हिन्दी काव्य जगत के अप्रतिम सूर्य दिनकर जी को शत शत नमन
मैं सत्य सत्य नमन करता हूं राम रामधारी सिंह दिनकर को।।।
kumar visvas ji,ek hi dil ko kitni baar zitoge.
जय हो कुमार साहब। आप ही वर्तमान समय मे हिन्दी के दैदीप्यमान नक्षत्रों की पृथ्वी पर अवधारणा हो।
आपने सच्चे अर्थो में महाकवियों को तर्पण दिया है । आपके कवि ह्रदय को प्रणाम 🙏🙏
आपकी हिंदी सुनके बडी ख़ुशी होती है। 👏👏👏 और कविता के लिए आपका योगदान एक प्रेणना है।
वाह सर ,,सादर प्रणाम,, आप जैसे आधुनिक कवि को
कुमार जी आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। रामधारी जी की 'रश्मिरथी' को पढ़ने और 'कुरुक्षेत्र' के बारे में थोड़ा जानने के बाद मैं कई वर्षों से आपके मुख से ये सुनना चाहता था। यही बातें हैं जो हिंदी प्रेमियों को उन महापुरुषों के बारे में एक साथ जानने को प्रेरित करती हैं।
प्रणाम ऐसे ही हमें जागृत करते रहें 👌 🙏
Waah maza aa gaya video dekhkar... My favorite poet ramdhari singh dinkar and also kumar vishvas sir .... 🙏🙏🙏🙏🙏🙏koti koti pranaam aap dono ko..
Bahut sunder kavita likhte hain aur usase bhi behtar tarike se sunate hai big fan of yours
नेति नेति.....मात्र यही कहकर प्रणाम करता हूँ... राष्ट्रकवि दिनकर जी को, और उस गोत्र के ध्वजवाहक कुमार जी आपको।
Hindi ko duniya ke Sanne le Jane और अपने कुल के पूर्वज करने के लिए सलाम सरजी
कुमार जी दिनकर जी के बारे में इतने उत्तम विश्लेषण हेतु कोटि कोटि नमन
Thanks for giving knowledge to the youth of current generation
बहुत बहुत धन्वाद सर दिनकर जी के वारे मे बताने के लिए आप भी उनसे कम नही है सर
Dinkar Ji ko pranam. Aur unke vyaktitva ko samajhane ke liye Kumar Dada aapko bhi Pranam. 🙏
As Kumar sir said Mahakavi Ramdhari Singh Dinkar is अप्रतिम उदाहरण of Indian politics and Indian poetry
Thank you sir for giving info on राष्ट्रकवि
आज के इस समय मे आपने हिंदी कविता और साहित्य को फिर से ऊपर लाया है आज की युवा मे फिर से हिंदी कविता और साहित्य को लेकर नई ऊर्जा भरा है
कवि/साहित्यकार अहसासों का साक्षात स्वरूप होता है...और अहसासों के वशीभूत वह जहाँ आवश्यक हो रुख करता है...राजनीति सर्वाधिक संवेदनशील अभ्यास है और साहित्य संवेदनाओं की पोषक....इस कारण साहित्यकारों को राजनीति से अलग रहने की बात कहने वाले मूढ़ हैं...सिद्धांत और चेतना जहाँ ले जाएँ, वहाँ जाना ही चाहिए...नमन आपको और इस बिरादरी के तमाम लोगों को...नमन दिनकर सम पूर्वजों को
इंसान आएंगे और जाते भी रहेंगे ,ये आपसे भली भांति कोन समझ सकता है, कविराज सृष्टि का नियम है वो खुद चयन करती है प्रबलता को, आज आपकी कुशल वाणी और बुद्धिता का सौर्य प्राप्त है और इसी के आधार पर आज आवस्यकता है उन लोगो को,...जो युवा होकर असहाय बन रहे है, जो अन्नदाता होकर भूखे मर रहे है, गुरुवर में राजनीति के क्षेत्र में आपका सेवक हु क्योंकि अनुभव का अभाव है लेकिन किसान परिवार में हुआ जन्म और ग्रामीण आँचल की माटी ने बहुत कुछ सिखाया है, जिसके कारण में आज आप से विनती करने का सामर्थ्य रख रहा हु, आपकी आवस्यकता है मध्यप्रदेश की विचलित स्थिति को सही मार्ग पर लाने के लिए।
रश्मिरथी की जय हो
रामधारी दिनकर जी की जय हो
कुमार विश्वास अति सुंदर
आप को सुनकर मन को बडा ही सुख मिलता हे
कोटिशः नमन दिनकर जी को.... बचपन से पढ़ते आ रहे हैं आपको
6yrs ago....u became Brand..
aur Dinkar vhi h..hunkaro se.
Wonderful👌👌,awsome as always,every sentence,every word ....u speak so heartfelt that it touches others heart directly.Just wow👍👍
सच पूछो, तो शर में ही बसती है दीप्ति विनय की
सन्धि-वचन संपूज्य उसी का जिसमें शक्ति विजय की।
Aaj ka pura din apne Dinkermay kar dia.Apka kavyapath Dinkar ji ki kavitaon ka aur ek kavi ke roop mein unka parichaiy,bahut hi sukhad anubhav raha.
राष्ट्रकवि दिनकर जी की जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाये 🎂💐🎂
रास्ट्रकवि दिनकरजी को 🙏
कुमार विश्वास जी का हार्दिक आभार
aap or mahakavi adbhoot
बहुत ही खूबसूरत।
सर आप भी महान कवि हैं।
प्रणाम गुरुदेव
मैंने आप का एक वीडियो देख जिसमे एक शख्श आप का हमसकल बना है और आप से बाते कर रहा है। मुझे बहुत अच्छा लगा कि आप का तो हमसकल पूरी दुनिया होना चाहती है। और मजे की बात तो ये है कि पूरी दुनिया के साथ साथ हम भी आप का हमसकल होना चाहते है। परंतु सब यदि आप की तरह हो जाये तो फिर आप मे और दुनिया मे किसी बात का फर्क नही रह जायेगा। इसलिए मैं खुद को तराशना चाहता हु। और मैं खुद को तराशने के लिए आप की तरह अपनी टूटी फूटी कविताओं को लोहा बनाऊंगा। बस आप अपना आशीर्वाद बनाये रखना।
धन्यवाद👍👍👍👍
हमारे राष्ट्र कवियों को मेरा तरफ से शत-शत नमन
Absolutely fantastic
...वाह आंनद आ गया 👌
Super kavita
Namaskar kar h mera Rashtriy kavi Dinkar ji ko..
And thank u sir aapne unake kavita hamare samaksh rkkhi..
विश्व कवि ...वाह कुमार जी
धन्यवाद कविराज कुमार साहिब
बधाई।बहुत अच्छी प्रस्तुति
गजब गजब बहुत शुभकामनाएं आपको इतनी बढ़िया कविता के लिए
Aapki videos dekh kr hindi ki or fir khicha chala ja rha hu!! 💓
राष्ट्रकवि को सादर नमन
उभरता कवि हूँ सर, कृप्या हमारी रचनाओं को भी सुनियेगा। आपका बचपन से फैन हूँ बीच में सुन न बंद किया था जब आप राजनीति में आये थे फिर अब कुछ कविताओं ने फिर आपकी रचनाओं ने बांध सा लिए है। मार्गदर्शक बन पथ प्रदर्शक करते रहिए। Love from Indore 🤗
क्या अद्भुत व्याख्या की है
आज राष्ट्रकवि की जयंती पर उनको सादर नमन करता हूं🙏🏼
नमन है राष्ट्रकवि को
अति सुन्दर विश्वास जी ।।
Love to listen u , har rat ko apke video sun k hi neend aati h ...
One like for voice and non stop explanation of dinkar .
Thank you Kumar Vishwas ji
Mere favorite kavi dinkar ji
मुझे पूर्ण भरोसा है, की आप भी जरूर जागेंगे, क्योंकि में जन्म से लेकर आज तक देखता आ रहा हु, की जो सोता है वो सबेरे जागता भी ये यदि वो जीवित अवस्था मे है तो,
माननीय महोदय में किसी व्यक्ति विशेष या आपके विरोध में नही, बल्कि में ललकारना चाहता हु उन घमंडी लोगो को जो आते है और किसानों की दुःखती नब्ज पर पेर रखकर बोलते है में आपके साथ खड़ा हूँ, जब वो उन किसानों को कुचल रहा है,
में यदि सत्य साथ हु तो आवश्य एक दिन मेरा सत्य मेरे परिवार(किसान परिवार) को इन झुटे लोगो से ऊपर लेकर जाऊंगा,
ये मेरा प्रण है,
आपका साथ इसलिए नही चाइये था कि राजनीति का स्वार्थ सिद्ध हो अपितु किसानों का उद्धार हो,
Mind blowing speech caption Dinkar is unique poet
Dinkar Ji ko pda h sir mene pr aaj unki bahut sari jankari pradan krne k liye dhnybad
Bahut sundar
अद्भुत 💐
नमस्कार डाक्टर साहब जी
You're best.... My motivation
युद्ध का उन्माद संक्रमशील है,
एक चिनगारी कहीं जागी अगर,
तुरत बह उठते पवन उनचास हैं,
दौड़ती, हँसती, उबलती आग चारों ओर से ।
(कुरुक्षेत्र से)
Great job. Sir aap ne hindi ko ek nai disha di h
M big fan sir
बहुत खूब सर जी ॥
अद्वितीय कविता वाचन करते हैं कुमार जी।
आज हिन्दी के उत्सव का दिन है।आज के दिन बिहार-मुंगेर ज़िले के सिमरिया गांव में बाबू रवि सिंह और मनरूप देवी के परिवार में एक रत्न का जन्म हुआ जो आगे चलकर हिंदी कविता का आत्मदीप्त सूर्य बना।आज जन्मदिन है कवि पद्मभूषण रामधारी सिंह 'दिनकर' जी का। तो मनाइये #दिनकर_दिन और प्रणाम🙏❤️ t.co/MjGamcqhwF
उत्तम उत्तम उत्तम भाई सुंदर सुंदर सुंदर भाई!
It gave me goosebumps
Jai Ho
I am big fan of u sir
I agree with you
I love you sir
kabhi Bihar v aye
शत शत नमन दिनकर जी
Kya baat h bhai 👏👏👏👏
बहुत ही सुन्दर kumar vishwas 🙏
अति सुंदर
वाह,बहुत ही उत्तम विश्लेषण!
Vah dinkar ji Manan
बहुत सुन्दर व्याख्या
नमन। राष्ट्रकवि दिनकर जी को।
श्री दिनकर जी के पावन आत्मा को मेरा कोटि कोटि नमन,, एवं आप भारत माँ के लाल को शत शत प्रणाम,, आप के हर शब्द से एक नवीन चेतना की प्राप्ति होती है,, लगता है माता काली ने दिनकर को ही आप के रूप में देश को पुनः देदिया है,,, from नितिन सिसोदिया, सारंगपुर m p।।
Kuch bhi bolte ho bhai dinkar ji ki koi tulna nahi
I love you dr. Kumar vishwas
bhaiya ji pranam.
bhaiya ji is waqt ke "DINKAR JI" aap hai hai.. aapke ke kandho pe ye jimmedari hai ab.. ""JAI MAA HINDI JAI MAA HIND""
JB vikat manuj PR aata he, phle Vivek mr jata he ........love u dinkar ji...
Thank you sir 💞
Jitna Jaano Dinkar ko, utna kam lagta hai. Dhanyawad! Video ke liye.
Koi jawab nhi sr ji apka...