जी! आपने राजा मिलिंद और भंते नागसेन जी के शास्त्रार्थ (विमर्श) वर्णन बड़े ही शानदार तरीके से प्रस्तुत किया! वार्ता के दोनो ही पात्र ज्ञान से उपर तक लबालब थे। दोनो ही अनुशासित थे। भंते नागसेन जी ने अपने प्रज्ञा बल से राजा मिलिंद के प्रश्नो के उत्तर समुद्र जैसी गंभीरता और शांति से दिये। वह कहीं पर भी उत्तर देने मे हीचकिचाए नही! जैसे साधारण सा ट्रक थोड़ा सा वजन लेकर चलते समय छोटे से गड्ढे मे फंस जाता है। क्योकि उसकी शक्ति बहुत सीमित होती है! उसी स्थिति मे अधिक अश्व शक्ति के इंजन के लिए वह कोई ब्यवधान ही नही होता! भंते नागसेन बुद्ध दर्शन पर पारंगत थे! भंते नागसेन ने राजा की शंकाओ का समाधान उसी प्रकार से किया! जैसे तथागत बुद्ध अपनी सभाओ मे आमजन मानस की शंकाओ/ प्रश्नो के समाधान देते थे। बुद्ध प्रश्न करता से ही कुछ ऐसे प्रश्न करते थे। जिसमे प्रश्न करता स्वयं ही अपने प्रश्न का उत्तर दे देता था! जैसे मिलिंद का प्रश्न नागसेन क्या? फिर उत्तर मे नागसेन पूँछा? रथ क्या है? उसका पहिया घोड़ा लगाम - - - - आदि! और मिलिंद संतुष्ट हो गए! आपने गंभीर विषय को लेकर गंभीर चर्चा की। पाठको का ज्ञान वर्धन आपने भी अपनी सधी हुई आवाज मे किया! दूसरा अंक और ऐसी ही दूसरी गंभीर विषयो को लाने का कष्ट करें! साधुवाद!!!
आपने राजा मिलिंदर के छुपे हुए खजाने से हमे अवगत कराया। आपका साधुवाद।कृपा इसिप्राकार ज्ञानवर्धक ब्लॉग बना कर भेजे। आपका वीडियो और प्रस्तुतिकरण अति रोचक था। नमः बुद्ध।
बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी है सर आपने कृपया आगे का वीडियो भी बनाए तो अच्छा रहेगा बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी मिली है इतने समय पहले इतने गंभीर गूढ़ विषयों पर चर्चा होती थी और उनको वैज्ञानिक ढंग से समझाया गया है कितनी शानदार लोग थे आज यह देश पाखंडवाद से झगड़ा हुआ है
Sir,देशवासियों के ज्ञानार्जन के लिए इसी प्रकार के वीडियो बना कर नेट पर प्रचारित करें ताकि आमजन अपना बुद्ध विवेक जाग्रत कर सके और आडंबरों के फेर को समझ सकें । तकिवलोग मानवता की और मुड़ सकें।
Mera naam kalakar kadam hai mein vidhi jila Maharashtra se hun sir aapka yah video bahut hi knowledgeable Raha baki prashn ko bhi ham sunna chahte Hain.
Sir ji* questions n answers of Milind and Nagsen are very interesting, Knowledgeable in view of Buddhist philosophy which is followed all around the world Thanks, Waiting for 2nd, Vedio Sir❤
मिरान्डर एवं नागसेन ,,,इन दोनों की ज्ञान की गहराइ का अंदाज प्रश्न और उत्तर मे है जो दोनो का शास्त्रार्थ या अनुभावित ज्ञान की चर्चा या तत्थ सत्य की ओर अग्रेषित करती ह्रै ।,,,ज्ञान तो अनन्त है ,,,,जैसे इनफाइनाइट या शून्य ,,यह दोनो सिम्बालीक है ,,,इसी प्रकार ज्ञान है ।यह शरीर एक अदभूत प्रेक्टीकलु इक्यूपमेन्ट है ,,,जिससे हम ज्ञान खोजते और पाते है ।,,इसका अत्न चेतन है ,,,और उसके स्तर है ,,,शरीर की मृत्यु ,,तक है यह तो सत्य है ,,किन्तु उसके बाद ,,,,एक प्रश्न है to my personal view inspired by this post ,,,
आखरी प्रश्न के उत्तरों में नागसेन के ज्ञान से ज्यादा अहंकार का भाव प्रतीत होता हैं और ऐसा लगता हैं की ज्ञान से ज्यादा सब शब्दो के खेल में ही नागसेन माहिर था ।।
यदि नागसेन इच्छा लेकर मरने वाले के पुनर्जन्म की बात कहते हैं, तो इसका मतलब है कि वह भी आत्मा को मानते हैं। जातकमाला में भगवान बुद्ध के पूर्व जन्मों की कथाएँ भी यही सिद्ध करती हैं कि बौद्ध धर्म पूर्ण रूप से अनात्मवादी नहीं है। आपका प्रस्तुतीकरण बोधगम्य और सुस्पष्ट है। Thanks a lot.
That's what I was thinking. 1). If there's no 'Atma' then there's no record of your Karma in this life, then who will decide whether you'll born again or not. 2). If there's nothing to record your present Karma, then you're a free being already.
बिलकुल यही प्रश्न मेरे दिमाग मे आया था और मैंने अपने दादाजी से पूछा कि "आत्मा शरीर मे कहा होती है" तो उन्होंने कहा सब जगह तो फिर मैंने पुछा कि उंगली कटने पर कोई नहीं मरता (अगर आत्मा सब जगह है तो निकल जानी चाहिए ) लेकिन गर्दन कटने पर मर जाता है तो वे नाराज़ हो गए और बोले तुम ज्यादा हि ज्ञानी हो रहे हो मैं मिनन्दर् तो नहीं हूँ मेरे भी अनेक प्रश्न अभी तक अधूरे है ?
Bahut sundar ismein aapne kiya hai sir..iska part 2 sure banayein kyonki hum sab janana chahenge ki minander ki soch sansar ko kis najariye se dekhti rahi hogi..bahut khoob sir..
Desh mein bahut kuchh aachchha tha, kintu sampurn prja education pa Rahi thi athva nahi,aaj bhi hamare desh ki dasha ye hai ki kuchh log Pani touch karne ko taras rahen hain. Sir, aapka bolne ka style smmyak hai.
Jb mai chhota tha to mere papa ne mujhy minander or nagsen ka first question answer samjhaya tha . Ab mai samjha ki meri dadi kyu kahti thi ki tera papa 8 month k tha tabhi chalna sikh gaye tha . Really nagsen minander is great bt my papa is real hiro for me . Apko pranam .
जी! आपने राजा मिलिंद और भंते नागसेन जी के शास्त्रार्थ (विमर्श) वर्णन बड़े ही शानदार तरीके से प्रस्तुत किया! वार्ता के दोनो ही पात्र ज्ञान से उपर तक लबालब थे। दोनो ही अनुशासित थे। भंते नागसेन जी ने अपने प्रज्ञा बल से राजा मिलिंद के प्रश्नो के उत्तर समुद्र जैसी गंभीरता और शांति से दिये। वह कहीं पर भी उत्तर देने मे हीचकिचाए नही! जैसे साधारण सा ट्रक थोड़ा सा वजन लेकर चलते समय छोटे से गड्ढे मे फंस जाता है। क्योकि उसकी शक्ति बहुत सीमित होती है! उसी स्थिति मे अधिक अश्व शक्ति के इंजन के लिए वह कोई ब्यवधान ही नही होता! भंते नागसेन बुद्ध दर्शन पर पारंगत थे! भंते नागसेन ने राजा की शंकाओ का समाधान उसी प्रकार से किया! जैसे तथागत बुद्ध अपनी सभाओ मे आमजन मानस की शंकाओ/ प्रश्नो के समाधान देते थे। बुद्ध प्रश्न करता से ही कुछ ऐसे प्रश्न करते थे। जिसमे प्रश्न करता स्वयं ही अपने प्रश्न का उत्तर दे देता था! जैसे मिलिंद का प्रश्न नागसेन क्या? फिर उत्तर मे नागसेन पूँछा? रथ क्या है? उसका पहिया घोड़ा लगाम - - - - आदि! और मिलिंद संतुष्ट हो गए! आपने गंभीर विषय को लेकर गंभीर चर्चा की। पाठको का ज्ञान वर्धन आपने भी अपनी सधी हुई आवाज मे किया! दूसरा अंक और ऐसी ही दूसरी गंभीर विषयो को लाने का कष्ट करें! साधुवाद!!!
इतने क्लिष् व गंभीर विषय को अपने बड़ी ही बखूबी, प्रभावी एवं बिना अवरोध के विद्वत्ता के साथ समझाने पर आपका बहुत-बहुत धन्यवाद के साथ साधुवाद!
मै आज से बुद्ध धर्म स्वीकार करता मै।।नमो बुद्धाये
आपने राजा मिलिंदर के छुपे हुए खजाने से हमे अवगत कराया। आपका साधुवाद।कृपा इसिप्राकार ज्ञानवर्धक ब्लॉग बना कर भेजे।
आपका वीडियो और प्रस्तुतिकरण अति रोचक था। नमः बुद्ध।
बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी है सर आपने कृपया आगे का वीडियो भी बनाए तो अच्छा रहेगा बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी मिली है इतने समय पहले इतने गंभीर गूढ़ विषयों पर चर्चा होती थी और उनको वैज्ञानिक ढंग से समझाया गया है कितनी शानदार लोग थे आज यह देश पाखंडवाद से झगड़ा हुआ है
नागसेन की आत्मा के संबंध में विचार उत्तम है, आत्मा का भ्रम मृत्यु से भयभीत लोगों का कोरी कल्पना है।
थैंक्स अब तक मै कहाँ था जो आप का मै एक भी स्पीच आज से पहले नहीं देख पाया था हमें बेहद अफ़सोस है।।
अत्यंत उत्तम 👍👍।❤️❤️🙏🙏
सर ऐसेही करके आप पूर्ण मिलिंद प्रश्न बताओगेतो आपका बहोत आभारी रहेंगे.
Bohot hi Gyan se bhara huwa video tha. 28 minute kab Khatam hoye pata hi nahi Chala.
Namo Buddhay.
नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत अशोक कुशवाहा कन्नौज उत्तर प्रदेश
Sir,देशवासियों के ज्ञानार्जन के लिए इसी प्रकार के वीडियो बना कर नेट पर प्रचारित करें ताकि आमजन अपना बुद्ध विवेक जाग्रत कर सके और आडंबरों के फेर को समझ सकें ।
तकिवलोग मानवता की और मुड़ सकें।
राजा मिलिंद की याद मे बाबासाहेब ने मिलिंद महाविद्यालय बनाया और गार्डन को नागसेन वन नाम दिया औरंगाबाद मे
Mera naam kalakar kadam hai mein vidhi jila Maharashtra se hun sir aapka yah video bahut hi knowledgeable Raha baki prashn ko bhi ham sunna chahte Hain.
आप से बहुत कुछ सीखने को मिला
जय भीम 🙏🙏🙏🙏🙏
बहूत ही बढिया मिलिंद प्रश्न का विश्लेषण !
जी सर पार्ट 2 जरूर बनाए 🙏🙏 यह पार्ट सुनके जिज्ञासा हुए और सुनने को 🙏
Mera bhi yahi kahna tha.
🙏🙏🙏
Very very interesting and thoughtful.mirander was a praise worthy samrat .
Sir ji* questions n answers of Milind and Nagsen are very interesting, Knowledgeable in view of Buddhist philosophy which is followed all around the world Thanks, Waiting for 2nd, Vedio Sir❤
मिरान्डर एवं नागसेन ,,,इन दोनों की ज्ञान की गहराइ का अंदाज प्रश्न और उत्तर मे है जो दोनो का शास्त्रार्थ या अनुभावित ज्ञान की चर्चा या तत्थ सत्य की ओर अग्रेषित करती ह्रै ।,,,ज्ञान तो अनन्त है ,,,,जैसे इनफाइनाइट या शून्य ,,यह दोनो सिम्बालीक है ,,,इसी प्रकार ज्ञान है ।यह शरीर एक अदभूत प्रेक्टीकलु इक्यूपमेन्ट है ,,,जिससे हम ज्ञान खोजते और पाते है ।,,इसका अत्न चेतन है ,,,और उसके स्तर है ,,,शरीर की मृत्यु ,,तक है यह तो सत्य है ,,किन्तु उसके बाद ,,,,एक प्रश्न है to my personal view inspired by this post ,,,
नमस्कार सर अद्भुबूत ज्ञान दूसरे part इँतजार हैं
बहुत बढ़िया जानकारी प्रदान किए आपने 🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत महत्वपूर्ण जानकारी। बौद्ध धम्म ही श्रेष्ठ धम्म या मार्ग।
Great information sir ❤namo Buddhay
नमो बुद्धाय जय भीम।बौद्ध धर्म दुनिया में महान है।
सर बहोत बहोत धण्यवाद जो आपणे ये विडीयो.प्रत्सुत किया हमे बुद्ध भगवान से जुडी और भी जाणकारी आपसे मिलती रहे ये बिनती
Aapka bahut bahut punyanumodan...🙏🙏🙏
Sir, your style of explanation with live examples like mobile and parts of mobile, is good. awaiting next part. Jai maharashtra
Really truth'full speach and information,minandar and nagsen
शानदार
very knowledgeable video. Thanks .
अच्छी प्रस्तुती. मिलिंदके शासनमे शायदहि भारत का कोई हिस्सा रहा होगा. हां, सिक्के बिहार तक मिल सकते हैं.
Your great thaks for knowledge साधु साधु साधु साधुवाद🙏🙏🙏
आखरी प्रश्न के उत्तरों में नागसेन के ज्ञान से ज्यादा अहंकार का भाव प्रतीत होता हैं और ऐसा लगता हैं की ज्ञान से ज्यादा सब शब्दो के खेल में ही नागसेन माहिर था ।।
बामन को क्या ?
नमो बुद्धाय साधु साधु साधु बहुत अच्छा समझाया
साधुवाद सरजी 🙏☸️🚩🌷🌷🌷
बोहोत ही सरल और सुंदर विवरण प्रस्तुत किया है।
श
नमो बुद्धाय् 🙏☸️🚩🚩🚩
आत्मा नहीं होती तो पुनर्जन्म किसका होता है
Grat Wark Sir Thanku Please Sir Next Part This Video🙏🏻🙏🏻🙏🏻💐🙏🏻Namo Budhay 🙏🏻💐🙏🏻Jay Bhim 🙏🏻💐🙏🏻
Bahut hi acha video....🙏pranam sweekar kare
Awsome informative video, please make second part
Very knowledgeable. Pl.arrange its next part also.
Sir iska part 2 bhi banao. Gyanvardhak.
अति सुन्दर प्रस्तुति
Bahut badhiya vedeo
अपने बहुत ही अच्छा ज्ञान दिया है।। आपको बहुत बहुत धन्यवाद।।
Very very nice, and its truly story 👍👍👍👌👌👌🙏🙏🙏
Aap acche tarah se saral bhasya mesamjate hai,
Bahut hi gyanvardhak please jaldi part 2 bhi banane ki kirpa kare. Dhanyavaad
Sir, 2nd part jaroor batayen.aapne 1st part bahut achhi tarah se bataya eske liye sadhuwad
Sir aap bahot hi ache se history pada te he ....
Waah.. santushti bhara video tha.
Good historical knowledge thank you namo budhay
यदि नागसेन इच्छा लेकर मरने वाले के पुनर्जन्म की बात कहते हैं, तो इसका मतलब है कि वह भी आत्मा को मानते हैं। जातकमाला में भगवान बुद्ध के पूर्व जन्मों की कथाएँ भी यही सिद्ध करती हैं कि बौद्ध धर्म पूर्ण रूप से अनात्मवादी नहीं है। आपका प्रस्तुतीकरण बोधगम्य और सुस्पष्ट है। Thanks a lot.
लेकिन ओ Concept अलग है जो बुद्ध ने काही है ......आपका पुनर्जन्म मतलब आपका बेटा/बेटी
@@chillucho3032 mera punar-janm matlab Mera beta beti, achcha mai to jinda hu, fir punar-janm kaise hua?
That's what I was thinking. 1). If there's no 'Atma' then there's no record of your Karma in this life, then who will decide whether you'll born again or not. 2). If there's nothing to record your present Karma, then you're a free being already.
Thanks, very informative
महोदय कृपया आप इसका पार्ट टु लेकर आने लेकर आने की कृपा करें धन्यवाद
Truly educational and informative appreciate the good scholarship. Best wishes
Thank you sir please arrange it next part
सर बहुत ही अच्छा peryas हैं वीडियो थोड़ी और बड़ी बनाए mtlb डिटेल थोड़ी और बता दिया करे.... 🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️🥰🥰🥰
साधुवाद
Bahut acha
सर,गुरूदेव, कृपया इस चर्चा का भाग2 बनाने की कृपा करें आजन्म आभारी रहूँगा
Sir it's my humble request pls bring part 2 also
बहुत अच्छा है !
जल्दी पार् २ भी लाईए गा !🙏
Great job 👍👍👌👌👌👌
Very knowledgeable video... Waiting for part 2
Bhot hi bdiya
Sir Thank You For ThisI Information. Wonderful Knowledge.
अदभुत ज्ञान 🙏🙏
Nice knowledge get from you about buddhism 👌👌👌👌
बिलकुल यही प्रश्न मेरे दिमाग मे आया था और मैंने अपने दादाजी से पूछा कि "आत्मा शरीर मे कहा होती है" तो उन्होंने कहा सब जगह तो फिर मैंने पुछा कि उंगली कटने पर कोई नहीं मरता (अगर आत्मा सब जगह है तो निकल जानी चाहिए ) लेकिन गर्दन कटने पर मर जाता है तो वे नाराज़ हो गए और बोले तुम ज्यादा हि ज्ञानी हो रहे हो
मैं मिनन्दर् तो नहीं हूँ मेरे भी अनेक प्रश्न अभी तक अधूरे है ?
कुछ लोग मर जाते है और फिर अविश्वसनीय तरीके से जीवित हो जाते है ये कैसे हो जाता है ?
Wah sahi gyan second part banaye
सहज योग में श्री माता जी ने यही कहा है कि आप ही स्वयं के गुरु हो, और उसमें स्वयं के गुरु बना कर ही आत्मसाक्षात्कार दिया जाता है🙏
Your great ❤thanks for this knowledge
उपयोगी सत्र 👍
Really its much fruitful for me because I am pursuing my MA in Pali B R Ambedkar from Kannauj UP
acha hai
धन्यवाद सरश्री🙏🏻😊🙏
Thank you
Bahut sundar ismein aapne kiya hai sir..iska part 2 sure banayein kyonki hum sab janana chahenge ki minander ki soch sansar ko kis najariye se dekhti rahi hogi..bahut khoob sir..
Desh mein bahut kuchh aachchha tha, kintu sampurn prja education pa Rahi thi athva nahi,aaj bhi hamare desh ki dasha ye hai ki kuchh log Pani touch karne ko taras rahen hain. Sir, aapka bolne ka style smmyak hai.
Jb mai chhota tha to mere papa ne mujhy minander or nagsen ka first question answer samjhaya tha . Ab mai samjha ki meri dadi kyu kahti thi ki tera papa 8 month k tha tabhi chalna sikh gaye tha . Really nagsen minander is great bt my papa is real hiro for me . Apko pranam .
👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👍 excellent explanation sir ji thank you so much 🙏🙏😊🙏
Very Knowledgeable video plese part 2 banaye
इसका पार्ट 2 बनाए सर
Yes, bring out part 2.
जो चीज जिस नाम से पहचानी जाती है ,वो संज्ञा होती है ,
रथ संज्ञा है ,नागसेन भी उस शरीर की संज्ञा थी।
Or video banoo esee related
...so beautiful ❤️❤️❤️❤️❤️ video
सर प्लीज पार्ट 2 भी बना दीजिए जिसमें मिलान्दर द्वारा पूछे गए सभी प्रश्न हों l🙏🙏
Very nice.
Nice sir excelent knowlege thanks
please.sir.presented.part.2.and.3.or.other.question.and.answer.I.shall.wait.of.you.thank.you.namo.buddhay.jai.beem.honoured
Sir aapka content bahut best hai.
Bahut acha laga ple part 2 bhi bataye
Very valuable and authentic informations have been given by sir👍👏👏👍👍
Sir thankyou esi videos laate rhe hum share krte rhenge ❤️💕 us samay ki books pr or videos banaiye 💐💐
महायान ने इन चीजों में सुधार किया और उसका पूरे विश्व में प्रचार हुआ
Very nice sir ji God bless you 🙏
bahut achchha sirjee.
सभी वीडियो का संग्रह करके एक किताब लिखिए बहुत अच्छा रहेगा
its very nice and inspiring