क्यों छोड़नी पड़ रही है अपनी पुरखों की धरती!
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- เผยแพร่เมื่อ 5 ก.ย. 2024
- पहाड़ में रहने की इच्छा होते हुए भी आदमी वहां रह नहीं पा रहा है। अपने पुरखों की धरती का परित्याग करना काफी कष्टकारक होता है। चाहे भाइयों के साथ का मसला हो या परदेस में नौकरी, कारण जो भी हो सरकार पलायन को कम करने के लिए किस तरह की स्थिति में है इससे पलायन की काफी कुछ तस्वीर साफ हो पा रही है।
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