Radio Drama || Chakallas by Amritlal Nagar
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- เผยแพร่เมื่อ 5 ต.ค. 2024
- #RadioDrama #AkashvaniAIR
Radio Drama || Chakallas by Amritlal Nagar
चकल्लस (2.6.2021)
अमृतलाल नागर की लेखनी से हास्य-व्यंग्य मिश्रित जिन विभिन्न रचनाओं का सृजन हुआ वे अपने आप में विलक्षण हैं। ‘चकल्लस’ के नाम से उन्होंने एक पत्र भी निकाला जिसका साहित्य जगत में अपना एक विशेष स्थान बन गया। ‘चकल्लस’ में नागर जी की सभी श्रेष्ठ हास्य-व्यंग्य रचनाएँ एक साथ प्रकाशित हैं। इससे इनकी विविधता तथा लेखक के सहज विनोदी स्वभाव का ज्ञान होता है। वे उन्नीसवीं सदी के हिन्दी साहित्य के महत्त्वपूर्ण लेखक थे जिन्हें अक्सर प्रेमचंद का साहित्यिक वारिस माना जाता है। उनके लेखन की विशेषता थी यादगार चरित्रों का सृजन, जो पुस्तक पढ़ने के बाद भी देर तक पाठक के दिलो-दिमाग पर अपना प्रभाव छोड़ते थे।
नागर जी ने पहले नौकरी, फिर स्वतंत्र लेखन और फिल्म लेखन का खासा काम किया। वो आकाशवाणी, लखनऊ में ड्रामा प्रोड्यूसर भी रहे। शुरूआत में ‘मेघराज इंद्र’ के नाम से कविताएं लिखीं। 'तस्लीम लखनवी' नाम से व्यंग्यपूर्ण स्केच व निबंध लिखे तो कहानियों के लिए ‘अमृतलाल नागर’ यानी अपना मूल नाम रखा। बहुआयामी प्रतिभा वाले नागर जी ने 74 वर्ष के जीवन काल में सभी विधाओं पर लिखा जिसमें कहानी, उपन्यास, नाटक, निबन्ध, संस्मरण और बच्चों के लिए कई रोचक पुस्तकें हैं। 1967 में उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और 1981 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया। उनके उपन्यास मानस का हंस, नाच्यौ बहुत गोपाल और खंजन नयन हिन्दी साहित्य में मील के पत्थर साबित हुए।
जहाँ तक इस नाटक का प्रश्न है तो ये एक खूंखार और पुरातनपंथी श्वसुर , पिता के डर से थर-थर कांपने वाले पति और अपनी किस्मत को कोसने वाली पत्नी की हास्य कथा है | आनंद लीजिये |
Title: CHAKALLAS
Writer: Amritlal Nagar
Director: Shiv Sharan Singh Thakur
(Refurbished by Sh.Vinod Kumar, Programme Executive, CDU, DG; AIR.)
A presentation of Central Drama Unit, DG;AIR