सापेक्ष-सत्य(मिथ्या सत्य) के रुपमें माया और निरपेक्ष-सत्य के रुपमें ब्रह्म(राम) का निरुपण

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  • เผยแพร่เมื่อ 5 ส.ค. 2021
  • मोहि भयउ अति मोह प्रभु बंधन रन महुँ निरखि।
    चिदानंद संदोह राम बिकल कारन कवन॥68 ख॥
    भावार्थ:-युद्ध में प्रभु का नागपाश से बंधन देखकर मुझे अत्यंत मोह हो गया था कि श्री रामजी तो सच्चिदानंदघन हैं, वे किस कारण व्याकुल हैं॥68 (ख)॥
    चौपाई :
    * देखि चरित अति नर अनुसारी। भयउ हृदयँ मम संसय भारी॥
    सोई भ्रम अब हित करि मैं माना। कीन्ह अनुग्रह कृपानिधाना॥1॥
    भावार्थ:-बिलकुल ही लौकिक मनुष्यों का सा चरित्र देखकर मेरे हृदय में भारी संदेह हो गया। मैं अब उस भ्रम (संदेह) को अपने लिए हित करके समझता हूँ। कृपानिधान ने मुझ पर यह बड़ा अनुग्रह किया॥1॥
    * जो अति आतप ब्याकुल होई। तरु छाया सुख जानइ सोई॥
    जौं नहिं होत मोह अति मोही। मिलतेउँ तात कवन बिधि तोही॥2॥
    भावार्थ:-जो धूप से अत्यंत व्याकुल होता है, वही वृक्ष की छाया का सुख जानता है। हे तात! यदि मुझे अत्यंत मोह न होता तो मैं आपसे किस प्रकार मिलता?॥2॥
    * सुनतेउँ किमि हरि कथा सुहाई। अति बिचित्र बहु बिधि तुम्ह गाई॥
    निगमागम पुरान मत एहा। कहहिं सिद्ध मुनि नहिं संदेहा॥3॥
    भावार्थ:-और कैसे अत्यंत विचित्र यह सुंदर हरिकथा सुनता, जो आपने बहुत प्रकार से गाई है? वेद, शास्त्र और पुराणों का यही मत है, सिद्ध और मुनि भी यही कहते हैं, इसमें संदेह नहीं कि-॥3॥
    * संत बिसुद्ध मिलहिं परि तेही। चितवहिं राम कृपा करि जेही॥
    राम कपाँ तव दरसन भयऊ। तव प्रसाद सब संसय गयऊ॥4॥
    भावार्थ:-शुद्ध (सच्चे) संत उसी को मिलते हैं, जिसे श्री रामजी कृपा करके देखते हैं। श्री रामजी की कृपा से मुझे आपके दर्शन हुए और आपकी कृपा से मेरा संदेह चला गया॥4॥
    दोहा :
    *सुनि बिहंगपति बानी सहित बिनय अनुराग।
    पुलक गात लोचन सजल मन हरषेउ अति काग॥69 क॥
    भावार्थ:-पक्षीराज गरुड़जी की विनय और प्रेमयुक्त वाणी सुनकर काकभुशुण्डिजी का शरीर पुलकित हो गया, उनके नेत्रों में जल भर आया और वे मन में अत्यंत हर्षित हुए॥69 (क)॥
    * श्रोता सुमति सुसील सुचि कथा रसिक हरि दास।
    पाइ उमा अति गोप्यमपि सज्जन करहिं प्रकास॥69 ख॥
    भावार्थ:-हे उमा! सुंदर बुद्धि वाले सुशील, पवित्र कथा के प्रेमी और हरि के सेवक श्रोता को पाकर सज्जन अत्यंत गोपनीय (सबके सामने प्रकट न करने योग्य) रहस्य को भी प्रकट कर देते हैं॥69 (ख)॥
    चौपाई :
    * बोलेउ काकभुसुंड बहोरी। नभग नाथ पर प्रीति न थोरी॥
    सब बिधि नाथ पूज्य तुम्ह मेरे। कृपापात्र रघुनायक केरे॥1॥
    भावार्थ:-काकभुशुण्डिजी ने फिर कहा- पक्षीराज पर उनका प्रेम कम न था (अर्थात्‌ बहुत था)- हे नाथ! आप सब प्रकार से मेरे पूज्य हैं और श्री रघुनाथजी के कृपापात्र हैं॥1॥
    * तुम्हहि न संसय मोह न माया। मो पर नाथ कीन्हि तुम्ह दाया॥
    पठइ मोह मिस खगपति तोही। रघुपति दीन्हि बड़ाई मोही॥2॥
    भावार्थ:-आपको न संदेह है और न मोह अथवा माया ही है। हे नाथ! आपने तो मुझ पर दया की है। हे पक्षीराज! मोह के बहाने श्री रघुनाथजी ने आपको यहाँ भेजकर मुझे बड़ाई दी है॥2॥
    * तुम्ह निज मोह कही खग साईं। सो नहिं कछु आचरज गोसाईं॥
    नारद भव बिरंचि सनकादी। जे मुनिनायक आतमबादी॥3॥
    भावार्थ:-हे पक्षियों के स्वामी! आपने अपना मोह कहा, सो हे गोसाईं! यह कुछ आश्चर्य नहीं है। नारदजी, शिवजी, ब्रह्माजी और सनकादि जो आत्मतत्त्व के मर्मज्ञ और उसका उपदेश करने वाले श्रेष्ठ मुनि हैं॥3॥
    * मोह न अंध कीन्ह केहि केही। को जग काम नचाव नजेही॥
    तृस्नाँ केहि न कीन्ह बौराहा। केहि कर हृदय क्रोध नहिं दाहा॥4॥
    भावार्थ:-उनमें से भी किस-किस को मोह ने अंधा (विवेकशून्य) नहीं किया? जगत्‌ में ऐसा कौन है जिसे काम ने न नचाया हो? तृष्णा ने किसको मतवाला नहीं बनाया? क्रोध ने किसका हृदय नहीं जलाया?॥4॥
    दोहा :
    *ग्यानी तापस सूर कबि कोबिद गुन आगार।
    केहि कै लोभ बिडंबना कीन्हि न एहिं संसार॥ 70 क॥
    भावार्थ:-इस संसार में ऐसा कौन ज्ञानी, तपस्वी, शूरवीर, कवि, विद्वान और गुणों का धाम है, जिसकी लोभ ने विडंबना (मिट्टी पलीद) न की हो॥ 70 (क)॥
    * श्री मद बक्र न कीन्ह केहि प्रभुता बधिर न काहि।
    मृगलोचनि के नैन सर को अस लाग न जाहि॥ 70 ख॥
    भावार्थ:-लक्ष्मी के मद ने किसको टेढ़ा और प्रभुता ने किसको बहरा नहीं कर दिया? ऐसा कौन है जिसे मृगनयनी (युवती स्त्री) के नेत्र बाण न लगे हों॥ 70 (ख)॥
    चौपाई :
    * गुन कृत सन्यपात नहिं केही। कोउ न मान मद तजेउ निबेही॥
    जोबन ज्वर केहि नहिं बलकावा। ममता केहि कर जस न नसावा॥1॥
    भावार्थ:-(रज, तम आदि) गुणों का किया हुआ सन्निपात किसे नहीं हुआ? ऐसा कोई नहीं है जिसे मान और मद ने अछूता छोड़ा हो। यौवन के ज्वर ने किसे आपे से बाहर नहीं किया? ममता ने किस के यश का नाश नहीं किया?॥1॥
    * मच्छर काहि कलंक न लावा। काहि न सोक समीर डोलावा॥
    चिंता साँपिनि को नहिं खाया। को जग जाहि न ब्यापी माया॥2॥
    भावार्थ:-मत्सर (डाह) ने किसको कलंक नहीं लगाया? शोक रूपी पवन ने किसे नहीं हिला दिया? चिंता रूपी साँपिन ने किसे नहीं खा लिया? जगत में ऐसा कौन है, जिसे माया न व्यापी हो?॥2॥
    * कीट मनोरथ दारु सरीरा। जेहि न लाग घुन को अस धीरा॥
    सुत बित लोक ईषना तीनी। केहि कै मति इन्ह कृत न मलीनी॥3॥
    भावार्थ:-मनोरथ क्रीड़ा है, शरीर लकड़ी है। ऐसा धैर्यवान्‌ कौन है, जिसके शरीर में यह कीड़ा न लगा हो? पुत्र की, धन की और लोक प्रतिष्ठा की, इन तीन प्रबल इच्छाओं ने किसकी बुद्धि को मलिन नहीं कर दिया (बिगाड़ नहीं दिया)?॥3॥
    * यह सब माया कर परिवारा। प्रबल अमिति को बरनै पारा॥
    सुत बित लोक ईषना तीनी। केहि कै मति इन्ह कृत न मलीनी॥3॥
    भावार्थ:-मनोरथ क्रीड़ा है, शरीर लकड़ी है। ऐसा धैर्यवान्‌ कौन है, जिसके शरीर में यह कीड़ा न लगा हो? पुत्र की, धन की और लोक प्रतिष्ठा की, इन तीन प्रबल इच्छाओं ने किसकी बुद्धि को मलिन नहीं कर दिया (बिगाड़ नहीं दिया)?॥3॥
    शेष यहाँ:
    hindi.webdunia.com/religion/r...

ความคิดเห็น • 48

  • @meenakshijha3090
    @meenakshijha3090 3 ปีที่แล้ว +3

    Jai he raghav he raghupati he kaushlyanandan bhagwan aapko pranam

  • @ashishuikey6299
    @ashishuikey6299 2 ปีที่แล้ว +1

    Jai jai jai shree ram

  • @munnadev1728
    @munnadev1728 2 ปีที่แล้ว +1

    जय जय श्री राम

  • @arjunsingh-xt2rt
    @arjunsingh-xt2rt ปีที่แล้ว

    जय सियाराम जय हनुमान 🕉️🪔💐🌾🍒🌿🙏🏻🙏🏻

  • @SatyamPandey-ig1km
    @SatyamPandey-ig1km 3 ปีที่แล้ว +1

    Jai SiyaRam Jiki

  • @rishudwivedi739
    @rishudwivedi739 3 ปีที่แล้ว +1

    Jay Shree Ram

  • @dikshachoudhary9405
    @dikshachoudhary9405 2 ปีที่แล้ว +1

    जय जय सियाराम 🙏🙏

  • @jitendrasinghshishodia874
    @jitendrasinghshishodia874 2 ปีที่แล้ว +1

    जय जय....!

  • @themayanksikarwar
    @themayanksikarwar 2 ปีที่แล้ว +1

    Om

  • @user-kg5kg4pj8v
    @user-kg5kg4pj8v 29 วันที่ผ่านมา

    श्री राम जय राम जय जय राम

  • @anilupadhyay6621
    @anilupadhyay6621 หลายเดือนก่อน

    श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम श्री राम जय राम जय जय राम 🙏🙏🙏🌺🌺🌺

  • @balkrishansharma4754
    @balkrishansharma4754 2 ปีที่แล้ว +1

    Jay siya ram ji🙏🙏🙏👏👏

  • @manoranjankumar9567
    @manoranjankumar9567 ปีที่แล้ว +1

    Jai shri ram 🙏

  • @mediexeducation
    @mediexeducation หลายเดือนก่อน +1

  • @mediexeducation
    @mediexeducation หลายเดือนก่อน +1

    Jai siyaram 🛕🤗😌

  • @balkrishansharma4754
    @balkrishansharma4754 2 หลายเดือนก่อน

    Jay shree Ram ji

  • @arunimadwivedi5318
    @arunimadwivedi5318 ปีที่แล้ว

    जय श्री राम

  • @radheshyamtiwari790
    @radheshyamtiwari790 8 หลายเดือนก่อน

    Jai jai sita ram

  • @radheshyamtiwari790
    @radheshyamtiwari790 8 หลายเดือนก่อน

    Jai sita ram

  • @preetycloud960
    @preetycloud960 ปีที่แล้ว +1

    बहुत सुंदर 🙏

  • @gptiwari2179
    @gptiwari2179 ปีที่แล้ว

    🌹🙏जय सियाराम🙏🌹

  • @rajeshsahu2349
    @rajeshsahu2349 3 ปีที่แล้ว

    Jai siya ram

  • @thereal5145
    @thereal5145 2 ปีที่แล้ว

    Jay sri Ram

  • @aamitraghav
    @aamitraghav 3 ปีที่แล้ว +6

    Jai Shri Ram, most beautifully sung Shri Ramchiratmanas ever. Thanks to the creators, singers and your channel which is doing superb job. Thanks for sharing such valuable worth.
    Jai Shri Ram.

    • @RamcharitManas
      @RamcharitManas  3 ปีที่แล้ว

      So nice

    • @jagdishkasera9516
      @jagdishkasera9516 ปีที่แล้ว

      अति सुंदर जय हो जय श्री राम

  • @Bhavinsoni38
    @Bhavinsoni38 5 หลายเดือนก่อน

    ।। जय सियाराम।। ❤

  • @son_of_destiny
    @son_of_destiny 3 ปีที่แล้ว +2

    💐🙏ll Jai Shri Ram ll🙏💐

  • @aadi7589
    @aadi7589 3 ปีที่แล้ว +1

    Jai Shri Ram

  • @devilsingham1699
    @devilsingham1699 หลายเดือนก่อน

    🙏🚩

  • @jitendrasinghshishodia874
    @jitendrasinghshishodia874 ปีที่แล้ว

    ⚜️💧🕉️ जय् 🕉️💧⚜️

  • @chandrikakudva5505
    @chandrikakudva5505 3 ปีที่แล้ว +1

    Jai Shri Ram !

  • @VINAY-lk7rw
    @VINAY-lk7rw 3 ปีที่แล้ว +1

    Shee ram 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @soniasingh3471
    @soniasingh3471 3 ปีที่แล้ว +1

    Jai shri ram

  • @JatinderSingh-rr9sy
    @JatinderSingh-rr9sy 3 ปีที่แล้ว +1

    Jai sita ram ji 🙏

  • @manjulatashukla2272
    @manjulatashukla2272 2 ปีที่แล้ว

    👏👏

  • @jagdishprasadsingh2758
    @jagdishprasadsingh2758 3 ปีที่แล้ว +1

    Jai Shri Ram 🙏🙏🙏

  • @harekrishnathakur1713
    @harekrishnathakur1713 ปีที่แล้ว

    Bahut achha

  • @Tanuj.Joshi12
    @Tanuj.Joshi12 3 ปีที่แล้ว +1

    जय श्री राम ❤️🔥

  • @AnkitTiwari-dw9er
    @AnkitTiwari-dw9er 3 ปีที่แล้ว +2

    Shree Ram Jai Ram Jai Jai Ram. Jai Jai Shree Raghubir Samarth.🙏🚩🚩

  • @lalitmishrastudy9916
    @lalitmishrastudy9916 ปีที่แล้ว +1

    कृपया ये बताने की कृपा करे कि
    शिव जी भगवान मे और सनकादि मुनियो इनमे मोह कब और कैसे हुआ जो उसमे उल्लेखित है
    कृपया बताये 👏👏
    जय श्री राम
    जय शिव शंभु

  • @radheshyamtiwari790
    @radheshyamtiwari790 8 หลายเดือนก่อน

    Very nice

  • @PankajKumar-re2um
    @PankajKumar-re2um 2 ปีที่แล้ว +1

    13:02 es song ka num keya ha koi batayega 🙏

  • @sunilsood2116
    @sunilsood2116 2 ปีที่แล้ว

    Please check the last lines of chaupai after Doha 70 - same line is repeated and one line is missing... PLEASE CHECK AND CORRECT...

  • @user-ux6eu8jq6b
    @user-ux6eu8jq6b 4 วันที่ผ่านมา

    🙏जय श्री सीता राम 🙏

  • @gptiwari2179
    @gptiwari2179 ปีที่แล้ว

    🌹🙏जय सियाराम🙏🌹

  • @taradutt7626
    @taradutt7626 ปีที่แล้ว +1

    Jai shree Ram 🙏🌹