छत्तीसगढ़ में कर्मचारी संगठन मजबूत नही है, अन्यथा किसी भी पार्टी में दम नही था कि कर्मचारी के मौलिक अधिकार और उनके मेहनत के कमाई को डकार जाए... ये सरकार की विफलता नही अपितु कर्मचारी संघ और उनके पदाधिकारी की विफलता है 😐😐😐
कर्मचारियों के एरियस से ही नेताओं का घरबार चल रहा है रही बात साय सरकार की तो इन्हें तो केवल किसान ही निपटायेंगे जिन्हें 3100सौ धान खरीदी की एकमुश्त देने का जुमला वादा करके2300सौ ही दे रहे हैं।।।।
मुफ्त में बांटने के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है लेकिन कर्मचारियों के लिए सरकार के पास पैसा ही नहीं है । कर्मचारी मौन जरूर हैं लेकिन लेकिन मूर्ख नहीं हैं ।आगामी चुनाव में इसका जवाब जरूर दिया जाएगा ।
दोनों सरकार लबरा है।कर्मचारियों के डीए को खाकर अपना वेतन भत्ते बढ़ा रहा है।जब कर्मचारी अपने हक के लिए हड़ताल करते हैं तो मीडिया वाले बड़े बड़े हेडिंग डालते हैं आज मंत्रियों का दो बार वेतन भत्ता बढ़ गया उसका हेडिंग कन्हा गया विधायक मंत्रियों की बल्ले बल्ले क्यों नहीं छपा।सरकारी खजाना खाली कैसे नही हुआ।
साहू जी नमस्कार जब तक श्रीराम कमल वर्मा जी कर्मचारी नेता रहेंगे कर्माचारियों का हित नहीं होने वाला है ।3% अप्रैल 25के आस पास बिना बकाया राशि के साथ साथ मिल सकती है। जय हिंद ।
कर्मचारियों के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए। कर्मचारियों के साथ तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है। और दूसरी तरफ अपने विधायक लोगोंका इतना सुख सुविधाएं बढाकर कर्मचारियों को चिढ़ाने का काम किया है जो बहुत बहुत बहुत ही निंदनीय है।
छत्तीसगढ़ में कर्मचारी संगठन बहुत कमजोर है इसका खामियाजा सभी कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है महंगाई भत्ता बढ़ने पर संगठन के नेता मुख्यमंत्री को बधाई देने जाते हैं मगर एरियाज राशि को डकार देता है इसके बारे में कुछ नहीं बोलते
❤❤❤ बहुत अच्छा जानकारी दी हैं धन्यवाद आपका sir जी जय भीम जय संविधान जय भारत ❤ ये मनुवादी सरकार लोग कर्मचारियों को कुछ भी उम्मीद नहीं करनी चाहिए क्योंकि अभी बीएड वाले रोड में आ जाएंगे। इनके मनुवादी RSS अंधभक्त अंधविश्वासी विचार धारा के कारण sir जी ❤ लाखों बेरोजगार युवाओं को कोई नहीं पूछने वाले हैं।sir जी ❤ जय भीम जय संविधान जय भारत 😂❤❤❤❤❤
लोगों को महंगाई भत्ता जब से नेता मंत्री लोगों को बढ़ता है उसका अमल अगले ही दिन से शुरू हो जाता है लेकिन कर्मचारियों को किसी चीज का बढ़ाने की बारी आती है तो उनको साफ सूख जाता है और इनमें अमल नहीं होता है तो नेता मंत्रियों को क्यों जीना चाहिए कोई मतलब नहीं
लोकेश भाई यहां तो पिछले चुनाव का मानदेय भी अभी दिया जा रहा है 8 महीने बाद जब फिर से चुनाव होने वाले हैं। कुछ नहीं हो सकता क्योंकि हमारे कर्मचारी नेता तो लॉलीपॉप में ही खुश है
नेताओं को किस चीज का महंगाई भत्ता मिलता है ये तो समझ से परे है, मंत्री विधायक जनता के सेवा के लिए बनें है न कि पैसों का बंदरबांट करने के लिए एक बार मंत्री विधायक बन गए फिर तो पुश्तों कि कमाई हो जाती है जनता को जागरूक होना पड़ेगा नहीं तो ऐ ऐसे ही लूट खसोट मचाते रहेंगे आगे सब समझदार है।
दोनों ही पार्टियों का वोटबैंक घोषणा पत्र वादा निरंतर बीस वर्षों से रिपिट"चार स्तरीय समय वेतनमान"का चौथा स्तरीय समयवेतनमान को अमलीजामा पहनाया ही नहीं गया मात्र वोटबैंक का लालीपाप है छै लाख कर्मचारियों को साधने के लिए
छत्तीसगढ़ के विधायक गण यहां के कर्मचारियों से अधिक मेहनत कर रहे दिन रात एक करके वो अपने काम में खोए हुए है इसलिए उनका वेतन वृद्धि तो बनता है । कर्मचारियों का क्या है वो लात तान कर अपने घर में सोए में सोए रहते है , इसलिए न तो DA की राशि कभी टाइम से मिलती है और बाकी भत्तों को तो भूल ही जाए। इसलिए हमारे माननीय मेहनती विधायकों का वेतन वृद्धि ज्यादा जरूरी लगता है
Congresh k time to 2 साल कोरोना मे गया... ऊपर से केंद्र सरकार राज्य अंश नही दिया ठीक से जिसका बघेल सरकार बार बार बोलता था... Us time hame yakin nhi ho रहा था.. Jb bjp aaya tb double engine ki sarkar आया तो पैसा राज्य अंश दिया... मतलब भूपेश sahi kah rha tha...
Sarkar kisi ki v aaye jaye pisegi to sirf aam janta jab apne vetan me badhotri ke liye vidheyk late hai to sabhi party ke log ek mat se bill pass kar dete hai koi ho halla nahi hota, jankari dene ke liye dhanyawaad
लोकेश भाई अब राजनीतिक दलों की कथनी करनी में अंतर सही सबित होता जा रहा है बीजेपी सरकार के मोदी की गारेंटी में इस प्रकार के वादा नही किया और मंत्री विधायको के वेतन भत्ता मे बढ़ोतरी कर है इसका मतलब बीजेपी सरकार भी मतलबी है हो गया है
नेताओं का बस चले तो हर माह खुद का वेतन और पेंशन वृद्धि करते रहेंगे छत्तीसगढ़ में कई कर्मचारी है उनका वेतन ना बढ़ाकर खुद का बढ़ा रहे है नेताओं के ही घर परिवार हैं बाकी के नहीं आपके राज्य में होम गार्ड है उनका भी हालचाल जान लीजिए
मेरे को समझ में यह नहीं आता है कि नेता मंदिर लोगों को फिर से क्यों महंगाई भत्ता बढ़ाने की जरूरत होती है कर्मचारी वर्ग पेंशनर दैनिक वेतन भोगी अन्य और भी कंपनी के मजदूर है इन लोगों की और ध्यान ही नहीं जाता है सिर्फ अपना वेतन भत्ता बढ़ाने में ही दिन रात लगे रहते हैं और बढ़ते जाओ अपना वेतन भत्ता बाकी संभल में क्या सरकार से किसी को कोई उम्मीद नहीं रखना चाहिए चुनाव का बहिष्कार करोसीधा सीधा
सरकार चाहे कांग्रेस क़ी हो या बीजेपी क़ी दोनों पार्टी ने हमेशा कर्मचारियों के साथ छल और धोखा ही दिया हैं इस मामले में दोनों पार्टी एक सिक्के के दो पहलु हैं l
ये लोकतंत्र है इसमें कोई बड़ी बात नही पूरा देश एक विधायक और सांसद ही चलता है कर्मचारि और अधिकारी कोई काम नही करता है ये मैं नही इस भारत देश के नागरिक लोग कहते है और बहुत बुरा भला कहते है कोई मंत्री या नेता आता है तो लोग उसे फूल माला पहनते है लेकिन अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी को ऐसा सुनाते है जैसे वो लोग उसके बाप के नॉकर हो यही इस देश के नागरिकों का हाल है जय हिंद 😂
Is samast sthiti ko pradhanmantri Narendra Modi ji ko batana chahie kya aapki sari Sarkar Chhattisgarh AVN Madhya Pradesh mein kya kar rahi hai to sarkari karmchari AVN pensioneron ko kis tarah se dabaya ja Raha hai
Yeh to hona hi tha abhi ek sal ka report card pesh kar sarkar apani karyo ki dhindhora pit rahi hai aur apani kamiyo ko chhipa rahi hai yaha kisan Dhan bechane dhan sangrahan Kendra ki chakkar kat rahi hai token hetu atah sarkar ko puri nishtha ke sath karya karna chahiye na ki MLA aur minister ki vetan. Bhatto par pahale se hi paryapta hai wriddhi ki jarurat nahi thi ab vittiya bhar ka jikra kyo nahi jab karmachariyo ki bari aati hai tab vittiya bhar ki bat ki jati hai Jay ho
छत्तीसगढ़ में कर्मचारी संगठन मजबूत नही है, अन्यथा किसी भी पार्टी में दम नही था कि कर्मचारी के मौलिक अधिकार और उनके मेहनत के कमाई को डकार जाए... ये सरकार की विफलता नही अपितु कर्मचारी संघ और उनके पदाधिकारी की विफलता है 😐😐😐
सही बात है
Ekdum sahi
नही बात है भाई
💯💯💯💯
Chhattisgarh me kisi sanghthan/nagriko me dum nhi hai
कर्मचारी संगठन धिक्कार है धिक्कार है।
विधायको के लिए महंगाई ज्यादा हो गया है, कर्मचारियों के लिए थोड़ी महंगाई है 😀
जीवन दीप कर्मचारीयों को तो सभी पीएचसी सीएचसी में तो कलेक्टर दर तो कर दीजिए हम सब 15से 20वर्षों से कार्यरत हैं आखिर हम सब खाली पद पर कार्यरत हैं
विधायक- जिन्हे सब कुछ फ्री मिल रहा है जो कुछ खरीदते नहीं उनके लिए महगाई बढ़ गई
कर्मचारी - जो सब कुछ खरीदते है उनके लिए महगाई नहीं बढ़ रहा है
पेंशनर्स का महंगाई भत्ते डकार कर विधायकों का वेतन एवं भत्ते बढ़ाने मे देरी नहीं करेंगे
जो भी सरकार आती हैं वो सिर्फ अपना dekhta है। इनको कर्मचारियों से कोई सरोकार नहीं रहता।
महतारी बंदन योजना में करोड़ों रुपये मुफ्त में सरकार बांट रही है पर कर्मचारियों को उनका हक डी.ए. देने के लिए पो नहीं है।
Nikkmmi sarkar
महतारी वंदन कोई प्रॉब्लम नहीं है आख़िर माता बहनों को ही मिल रहा है
कर्मचारियों के एरियस से ही नेताओं का घरबार चल रहा है रही बात साय सरकार की तो इन्हें तो केवल किसान ही निपटायेंगे जिन्हें 3100सौ धान खरीदी की एकमुश्त देने का जुमला वादा करके2300सौ ही दे रहे हैं।।।।
एक सांप नाथ तों दुसरा नाग नाथ दोनों एक हीं थाली के चटू पटू
@@sushildubey5170 sahi bole
झूठ बोले सत्ता में आई है ये सरकार सहायक शिक्षक वेतन विसंगति डी ए अनियमित कर्मचारीयों का नियमतीकरण सारे वादे झूठे
कर्मचारी संगठन के पदाधिकारि सरकार के गोद में बैठ गए 😂😂😂 इसलिए भूल जाओ डीए एरियर्स 😢
सरकार खुद अपना बढ़ाएगी डीए डी आर
कर्मचारियों से कोई मतलब नही रखती
O तो हड़ताल होता है तो देना पड़ता है
छत्तीसगढ़ कर्मचारी संगठनों में दम नहीं है
K0là
भूपेश सरकार का भी बाफ है साए सरकार
मुफ्त में बांटने के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है लेकिन कर्मचारियों के लिए सरकार के पास पैसा ही नहीं है । कर्मचारी मौन जरूर हैं लेकिन लेकिन मूर्ख नहीं हैं ।आगामी चुनाव में इसका जवाब जरूर दिया जाएगा ।
एरियस, खा, खा, सरकार
कलम वर्मा को तो हड़ताल करने के लिए भी 6 महीना का समय चाहिए
कर्मचारी संगठन बेदम है और राजनेता बेशरम हो गये है।
दोनों सरकार लबरा है।कर्मचारियों के डीए को खाकर अपना वेतन भत्ते बढ़ा रहा है।जब कर्मचारी अपने हक के लिए हड़ताल करते हैं तो मीडिया वाले बड़े बड़े हेडिंग डालते हैं आज मंत्रियों का दो बार वेतन भत्ता बढ़ गया उसका हेडिंग कन्हा गया विधायक मंत्रियों की बल्ले बल्ले क्यों नहीं छपा।सरकारी खजाना खाली कैसे नही हुआ।
एकदम सही बोलेस साहू भैया💯
सही कहा धन्यवाद ये सरकार की ऐसी रवाइयां रही तो जाएगी बाकी सरकार की तरह 🙏
साय सरकार कर्मचारी के लिए कुम्भरण के नींद सो रहा है साहू जी जब समय आएगा तो कुंभकर्ण की तरह उनका भी अन्त निश्चित है सभी कर्मचारियों का हाय जरूर लगेगा
अब सरकार कर्ज़माफ महतारी वंदन जैसे हथकंडे से चुनाव जीत जाते है कर्मचारी वर्ग से कोई डर नहीं है
Bjp ki sarkar se kuch ummid karna bekar hai sahu ji😇😡
साहू जी नमस्कार जब तक श्रीराम कमल वर्मा जी कर्मचारी नेता रहेंगे कर्माचारियों का हित नहीं होने वाला है ।3% अप्रैल 25के आस पास बिना बकाया राशि के साथ साथ मिल सकती है। जय हिंद ।
कर्मचारी नेता ही फट्टू हैं,तो शासन को क्या?
एक बार अधिकारी कर्मचारी संगठन को बढ़ाए गए डी ए को लेने से इंकार करना चाहिए, जब तक देय तिथि से न दे तो
कर्मचारियों के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए। कर्मचारियों के साथ तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है। और दूसरी तरफ अपने विधायक लोगोंका इतना सुख सुविधाएं बढाकर कर्मचारियों को चिढ़ाने का काम किया है जो बहुत बहुत बहुत ही निंदनीय है।
हर हर मोदी
घर घर मोदी मोदी के
गारंटी की ठिकाना नहीं है
जानकारी के लिए thenks लोकेश भाई सफाईकर्मी के माग़ पूरा करो सरकार जाएज माग़ है to का हो गया है
👌👌🙏🙏
छत्तीसगढ़ में कर्मचारी संगठन बहुत कमजोर है इसका खामियाजा सभी कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है महंगाई भत्ता बढ़ने पर संगठन के नेता मुख्यमंत्री को बधाई देने जाते हैं मगर एरियाज राशि को डकार देता है इसके बारे में कुछ नहीं बोलते
Modi ki guarantee pura kro
D.A ki areas 53% D.A dey tithi se Aur क्रमोन्नत वेतनमान वेतन विसंगती
कोई भी सरकार कर्मचारी हितैषी नहीं है
❤❤❤ बहुत अच्छा जानकारी दी हैं धन्यवाद आपका sir जी जय भीम जय संविधान जय भारत ❤ ये मनुवादी सरकार लोग कर्मचारियों को कुछ भी उम्मीद नहीं करनी चाहिए क्योंकि अभी बीएड वाले रोड में आ जाएंगे। इनके मनुवादी RSS अंधभक्त अंधविश्वासी विचार धारा के कारण sir जी ❤ लाखों बेरोजगार युवाओं को कोई नहीं पूछने वाले हैं।sir जी ❤ जय भीम जय संविधान जय भारत 😂❤❤❤❤❤
लोगों को महंगाई भत्ता जब से नेता मंत्री लोगों को बढ़ता है उसका अमल अगले ही दिन से शुरू हो जाता है लेकिन कर्मचारियों को किसी चीज का बढ़ाने की बारी आती है तो उनको साफ सूख जाता है और इनमें अमल नहीं होता है तो नेता मंत्रियों को क्यों जीना चाहिए कोई मतलब नहीं
लोकेश भाई यहां तो पिछले चुनाव का मानदेय भी अभी दिया जा रहा है 8 महीने बाद जब फिर से चुनाव होने वाले हैं। कुछ नहीं हो सकता क्योंकि हमारे कर्मचारी नेता तो लॉलीपॉप में ही खुश है
Kamal varma dhikkar hai dhikkar❤❤❤❤❤❤❤❤❤
नेताओं को किस चीज का महंगाई भत्ता मिलता है ये तो समझ से परे है, मंत्री विधायक जनता के सेवा के लिए बनें है न कि पैसों का बंदरबांट करने के लिए एक बार मंत्री विधायक बन गए फिर तो पुश्तों कि कमाई हो जाती है जनता को जागरूक होना पड़ेगा नहीं तो ऐ ऐसे ही लूट खसोट मचाते रहेंगे आगे सब समझदार है।
दोनों ही पार्टियों का वोटबैंक घोषणा पत्र वादा निरंतर बीस वर्षों से रिपिट"चार स्तरीय समय वेतनमान"का चौथा स्तरीय समयवेतनमान को अमलीजामा पहनाया ही नहीं गया मात्र वोटबैंक का लालीपाप है छै लाख कर्मचारियों को साधने के लिए
छत्तीसगढ़ के विधायक गण यहां के कर्मचारियों से अधिक मेहनत कर रहे दिन रात एक करके वो अपने काम में खोए हुए है इसलिए उनका वेतन वृद्धि तो बनता है । कर्मचारियों का क्या है वो लात तान कर अपने घर में सोए में सोए रहते है , इसलिए न तो DA की राशि कभी टाइम से मिलती है और बाकी भत्तों को तो भूल ही जाए। इसलिए हमारे माननीय मेहनती विधायकों का वेतन वृद्धि ज्यादा जरूरी लगता है
Congresh k time to 2 साल कोरोना मे गया... ऊपर से केंद्र सरकार राज्य अंश नही दिया ठीक से जिसका बघेल सरकार बार बार बोलता था... Us time hame yakin nhi ho रहा था.. Jb bjp aaya tb double engine ki sarkar आया तो पैसा राज्य अंश दिया... मतलब भूपेश sahi kah rha tha...
Bjp matlab dogla party hai pura
फेडरेशन संगठन सोना साहू मामले में व्यस्त है.....
शायद आप लोगों को मालूम नाही की कर्मचारी नेता को एरियाश DA के साथ तुरंत मिल जाता है. सिर्फ कर्मचारी और पेंसनर को ठेंगा ठेंगा मिलता है
लोकेश भाई कल प्लेशमेन्ट कर्मचारीयो द्वारा विधानसभा घेराव है ईसका भी विडियो बना दि जिये!
Good govt sana। Govt ha
Jab vote Mangate Hai To Sab Ka Dhayan Rakhate Hai Jab
Sarkar Chalate Hai To Apana Hi Sochate Hai
जिसका जरूरत है उसको सरकार नहीं बढ़ा रहा है,
साय सरकार के गरीब मंत्री और विधायक मन ला ज्यादा जरूरत हे कर्मचारी मन तो कुछ नही करे भाई साहू
सौ बात की एक बात
अपना सिक्का ( कर्मचारी संगठन) खोटा है तो सोनार को दोष देने से क्या लाभ
Chhatisgarh me kor damdaar federation nhi hai ram bharose chhattisgarh 😮
नेताओं को पेमेंट किस लिए उनको तो सिर्फ मेहनताना देना चाहिए कि आज कितना काम किया उसी के हिसाब से पूरा फार्मूले को तैयार करना चाहिए
नहीं दे पायेगा क्योंकि ये सरकार मात्रा अपने विधायक और मंत्री के लिए ही सोच रहा है
Kshatri party ko cg me Lana chahiye
5 saal ke liye chunav se jitne par itna faida aur apni puri jingali karmchari 62-65 saal sewa dete hai unko dhenga, kahte hai bajat nahi hai
इस बार भाजपा को फिर निपटाया जाएगा ।
नेताओं के वेतन भत्ते के लिए राज्यपाल से अनुमति ऐसे नियम बनना चाहिए
Sarkar kisi ki v aaye jaye pisegi to sirf aam janta jab apne vetan me badhotri ke liye vidheyk late hai to sabhi party ke log ek mat se bill pass kar dete hai koi ho halla nahi hota, jankari dene ke liye dhanyawaad
लोकेश भाई अब राजनीतिक दलों की कथनी करनी में अंतर सही सबित होता जा रहा है बीजेपी सरकार के मोदी की गारेंटी में इस प्रकार के वादा नही किया और मंत्री विधायको के वेतन भत्ता मे बढ़ोतरी कर है इसका मतलब बीजेपी सरकार भी मतलबी है हो गया है
और बदलो सरकार बधाई हों
साय सरकार नाम के अनुसार DA खा गया साय साय
कर्मचारी भाई लोग काफी अमीर हो आपको पैसे की क्या जरूरत है पैसा तो नेता मंत्री विधायकों को चाहिए वे काफी गरीब हैं चुनाव लड़ते हैं भाई समझा करो ।😂😂😂
नेता सब मिठलबरा ऐं।एमन इमान धर्म सब खत्म हो घिस से।
साय सरकार बघेल सरकार से भी निम्न कोटि की सरकार है। या अनुभव का अभाव है। केन्द्र सरकार
भी कर्म/ पेन्शनरो के प्रति कुछ अधिक ही उदास है।
कर्मचारी संगठन कमजोर है
नेताओं का बस चले तो हर माह खुद का वेतन और पेंशन वृद्धि करते रहेंगे छत्तीसगढ़ में कई कर्मचारी है उनका वेतन ना बढ़ाकर खुद का बढ़ा रहे है नेताओं के ही घर परिवार हैं बाकी के नहीं आपके राज्य में होम गार्ड है उनका भी हालचाल जान लीजिए
अरे सीनियर सिटीजन डी ए और एरियर का पैसा खा कर कहां जाओगे पाप तो पड़ेगा,53%डीएऔर लंबित एरियर भुगतान करें
नेता जितना खाते है उतना उनको कम पड़ता हैं सबसे ज्यादा नेताओं के वेतन में ही पैसा जाता हैं और कर्मचारियों को वेतन बढ़ोतरी ही नहीं
लब रा नेता 😂😂😂
मेरे को समझ में यह नहीं आता है कि नेता मंदिर लोगों को फिर से क्यों महंगाई भत्ता बढ़ाने की जरूरत होती है कर्मचारी वर्ग पेंशनर दैनिक वेतन भोगी अन्य और भी कंपनी के मजदूर है इन लोगों की और ध्यान ही नहीं जाता है सिर्फ अपना वेतन भत्ता बढ़ाने में ही दिन रात लगे रहते हैं और बढ़ते जाओ अपना वेतन भत्ता बाकी संभल में क्या सरकार से किसी को कोई उम्मीद नहीं रखना चाहिए चुनाव का बहिष्कार करोसीधा सीधा
पर हित सम धरम नहीं भाई, पर पीड़ा सम नहीं अधिमाई।।
सरकार चाहे कांग्रेस क़ी हो या बीजेपी क़ी दोनों पार्टी ने हमेशा कर्मचारियों के साथ छल और धोखा ही दिया हैं इस मामले में दोनों पार्टी एक सिक्के के दो पहलु हैं l
शर्म शर्म शर्म l धिक्कार dhikkar
राम मंदिर तो पेंशनर्स के लिए बनाया है भाई जाकर रामलला से माग करलें,
कर्मचारी के d a को डाकर कर महतारी बन्द में देकर वाहवाही लूट रहा है
नगर निगम चुनाव में भाजपा भी निपट जायेगी।
Chunav me pata chalenge
पूरा खेल ओ. पी. चौधरी साहब खेल रहे हैं
कमल वर्मा जी कौन सी दुनिया में जी रहे हैं फेडरेशन फेडरेशन चिल्लाते रहते हैं बीजेपी का सबसे बड़ा चमचागिरी यहीं करते हैं।।।
ये लोकतंत्र है इसमें कोई बड़ी बात नही पूरा देश एक विधायक और सांसद ही चलता है कर्मचारि और अधिकारी कोई काम नही करता है ये मैं नही इस भारत देश के नागरिक लोग कहते है और बहुत बुरा भला कहते है कोई मंत्री या नेता आता है तो लोग उसे फूल माला पहनते है लेकिन अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी को ऐसा सुनाते है जैसे वो लोग उसके बाप के नॉकर हो यही इस देश के नागरिकों का हाल है जय हिंद 😂
अबकी बार हार गारंटी के साथ है
C g me sangathan bilkul majbut Nhi hay is Karan hamare mang par koi nhi sunaega 😢🎉
छ.ग. में अब तक की सबसे घटिया सरकार।
Kisi tishre party ki jarurat hai
Savedan shil sarakar bhi h0
Bahut achcha hai बेचारे गरीब है
KY bolu ab Inko...
हर हर मोदी घर घर मोदी .....😅😅😅
जय श्री राम......
Labra sarkar
33000 shikshak Bharti ke liye Paisa nahi hai bola tha op ab kaha se aaya Paisa.
Dono. Parti. Dhokhe. Baj. Hai. Kal. Phir. Ayega.. Kaka. Gaya. Fir. Say. Say. Bhi. Jayega
Op choudhary ko bhagao, sabse jhuta hai
Vikas hi vikas say say cg me 😂
Ander nagri choupat raja😂
Is samast sthiti ko pradhanmantri Narendra Modi ji ko batana chahie kya aapki sari Sarkar Chhattisgarh AVN Madhya Pradesh mein kya kar rahi hai to sarkari karmchari AVN pensioneron ko kis tarah se dabaya ja Raha hai
Ye to koi angel se cm nahi lagta, isko koun bana diya
Sirf vidhayako ka vetan badhate rho
Yeh to hona hi tha abhi ek sal ka report card pesh kar sarkar apani karyo ki dhindhora pit rahi hai aur apani kamiyo ko chhipa rahi hai yaha kisan Dhan bechane dhan sangrahan Kendra ki chakkar kat rahi hai token hetu atah sarkar ko puri nishtha ke sath karya karna chahiye na ki MLA aur minister ki vetan. Bhatto par pahale se hi paryapta hai wriddhi ki jarurat nahi thi ab vittiya bhar ka jikra kyo nahi jab karmachariyo ki bari aati hai tab vittiya bhar ki bat ki jati hai Jay ho
Nam ke vidhayak mantriyo ko 4-5 lakh milta hai jabki vo Kai kharbo ka ghotala minutes me kar deta hai😊
Bjp bhi harega