Geet Govind || गीत गोविंद || Indresh Ji Maharaj ||

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  • เผยแพร่เมื่อ 18 ก.ย. 2024
  • श्री जयदेव महाप्रभु द्वारा रचित गीत गोविंद
    श्री इंद्रेश उपाध्याय जी महाराज के श्रीमुख से...
    Geet Govind Lyrics || Geet Govindam
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    श्रितकमलाकुचमण्डल धृतकुण्डल ए।
    कलितललितवनमाल जय जय देव हरे॥
    दिनमणिमण्डलमण्डन भवखण्डन ए।
    मुनिजनमानसहंस जय जय देव हरे ॥
    कालियविषधरगंजन जनरंजन ए।
    यदुकुलनलिनदिनेश जय जय देव हरे ॥
    मधुमुरनरकविनाशन गरुडासन ए।
    सुरकुलकेलिनिदान जय जय देव हरे ॥
    अमलकमलदललोचन भवमोचन ए।
    त्रिभुवनभवननिधान जय जय देव हरे ॥
    जनकसुताकृतभूषण जितदूषण ए।
    समरशमितदशकण्ठ जय जय देव हरे ॥
    अभिनवजलधरसुन्दर धृतमन्दर ए।
    श्रीमुखचन्द्रचकोर जय जय देव हरे ॥
    तव चरणे प्रणता वयमिति भावय ए।
    कुरु कुशलंव प्रणतेषु जय जय देव हरे ॥
    श्रीजयदेवकवेरुदितमिदं कुरुते मृदम् ।
    मंगलमंजुलगीतं जय जय देव हरे ॥
    राधे कृष्णा हरे गोविंद गोपाला नन्द जू को लाला ।
    यशोदा दुलाला जय जय देव हरे

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