परमात्मा की वाणी है:- कबीर मीठा बोले नम्र रहे,करे सबसे स्नेह। कितने दिन का जीवना कितने दिन की देह।। राम नाम रटते रहो जब तक घट में प्राण, कबहु तो दीनदयाल के भनक पड़ेगी कान।।
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरू है जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवम् तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग आसान हो जाता हैं।🌺🌺🙏
World Savior Saint Rampal Ji🪕संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।
Jagatguru tatvadarshi sant Rampal Ji Maharaj ek matra sacche Guru hai Jo shastron ke anusar teen samay ki bhakti v teen prakar ke mantra Jaap Apne bhakton ko dete Hain, jjise karke sabhi bhakt Apne jivan Mein sabhi prakar ka labh utha rahe hain FIR chahe vah labh sharirik, mansik ho ya aadhyatmik ya FIR arthik labh parmatma Apne bhakton ko bahut sukh de rahe hain jaisa Kisi ne socha bhi nahin tha. Sat Sahib Ji
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो सच्चा गुरु होगा उसके 4 मुख्य लक्षण होते हैं। 1. सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है। 2. दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन कर्म वचन से करता है अर्थात उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता। 3. तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयायियों से समान व्यवहार करता है भेदभाव नहीं रखता। 4. चौथा लक्षण यह है कि वह सर्व भक्ति कर्म वेदो ( चार वेद तो सब जानते हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद ,सामवेद, अथर्ववेद तथा पांचवा वेद सूक्ष्म वेद सरवन वेदो) के अनुसार करता और कराता है।
संत रामपाल जी महाराज की एकमात्र सच्चे सतगुरु ने जो शास्त्रों के बताए अनुसार प्लीज समय की गति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलते हैं तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है❤🙏🙏
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज समाज सुधारक के रूप मे बडे से बडे कार्य कर रहे हैं और साथ ही अध्यात्मिक ज्ञान का प्रचार -प्रसार भी कर रहे है l जो असली ज्ञान कबीर साहेब जी वाला ही हैजिससे मानव जन्म सफल हो सके |
World Savior Saint Rampal Ji श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 946 पर कहा है:- ‘‘बिन सतगुरु भेंटे मुक्ति न कोई, बिन सतगुरु भेंटे महादुःख पाई।’’
पूर्ण परमात्मा समय समय पर सतलोक से पृथ्वी पर सशरीर आते हैं और सांसारिक प्राणियों को सत ज्ञान से परिचित कराते हैं। पुण्य आत्माओं को तत्वज्ञान उपदेश देकर वापिस सतलोक चले जाते हैं ।🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।
कबीर, तीन लोक पिंजरा भया, पाप पुण्य दो जाल। सभी जीव भोजन भये, एक खाने वाला काल।। गरीब, एक पापी एक पुन्यी आया, एक है सूम दलेल रे। बिना भजन कोई काम नहीं आवै, सब है जम की जेल रे।।
वेद में लिखा है कि पूर्ण परमात्मा मर चुके हुए साधक को भी जीवित करके 100 वर्ष तक जीने की शक्ति भी दे सकता है। संत रामपाल जी महाराज ऐसी ही सतभक्ति बताते हैं।
🎉 संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। इन्हीं के अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी। 17 फरवरी 1988 को उनको नाम उपदेश प्राप्त हुआ था। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई
सन (1398-1518) 120yrs गलत धरना - कबीर जी का जन्म विधवा ब्रह्माणी से हुआ, उसने कबीर जी को त्याग दिया, और नीरू नीमा ने उठा लिया वास्तविकता - कबीर जी सन 1398 में बृहमूह्रत के समय सतलोक से एक नूरी प्रकाश रूप में आकर काशी के लहर तारा तालाब में कमल के फूल प्रकट हुए थे, जिसके साक्षात् दृष्टा ऋषि अष्टानांद जी थे, फिर नीरू नीमा बाद में उनको ले गए *कबीर जयंती* ❌ *कबीर प्राकट्य दिवस* ✅ ✅ कबीर साहेब द्वारा अपने प्रकट होने के विषय में बताना ➡️ *कबीर शब्दावली, भाग 2 (पृ 47, 63)* काशी में हम प्रगट भये हैं, रामानन्द चिताये । समरथ का परवाना लाये, हंस उबारन आये ।। क्षर अक्षर दोनूं से न्यारा, सोई नाम हमारा । सारशब्द को लेइके आये, मृत्यु लोक मंझारा ।। ➡️ *कबीर साखी ग्रंथ, परिचय को अंग* काया सीप संसार में, पानी बूंद शरीर । बिना सीप के मोतिया, प्रगटे दास कबीर ।74। धरती हती नहि पग धरूं, नीर हता नहि न्हाऊं । माता ते जनम्या नहीं, क्षीर कहां ते खाऊं ।82। ➡️ *कबीर पंथी शब्दावली, खंड 4* अमरलोक से चल हम आये, आये जक्त मंझारा हो । सही छाप परवाना लाये, समिरथ के कड़िहारा हो ।। जीव दुखि देखा भौसागर, ता कारण पगु धारा हो । वंश ब्यालिश थाना रोपा, जम्बू द्वीप मंझारा हो ।। ➡️ *कबीर सागर, अगम निगम बोध (पृ 41), ज्ञानबोध (पृ 29)* न हम जन्मे गर्भ बसेरा, बालक होय दिख लाया । काशी नगर जंगल बिच डेरा, तहां जुलाहे पाया ।। मात पिता मेरे कछु नहीं, नाहीं हमरे घर दासी । जाति जुलाहा नाम धराये, जगत कराये हांसी ।। हम हैं सत्तलोक के वासी । दास कहाय प्रगट भये काशी ।। कलियुग में काशी चल आये । जब तुम हमरे दर्शन पाये ।। तब हम नाम कबीर धराये । काल देख तब रहा मुरझाये ।। नहीं बाप ना मात जाये । अवगति ही से हम चले आये ।। सतियुग में सत्त सुकृत कहाय । त्रेता नाम मुनींदर धराय ।। द्वापर में करुणामय कहाय । कलियुग नाम कबीर रखाय ।। ➡️ *कबीर बीजक, साखी प्रकरण* कहां ते तुम आइया, कौन तुम्हारा ठाम । कौन तुम्हारी जाति है, कौन पुरुष को नाम ।1072। अमर लोक ते आइया, सुख सागर के ठाम । जाति हमारी अजाति है, सत्तपुरुष को नाम ।1073। ✅ कबीर साहेब के प्रकट होने पर संतों के विचार ➡️ *संत धर्मदास जी (मध्यप्रदेश)* हंस उबारन सतगुरू, जगत में अइया । प्रगट भये काशी में, दास कहाइया ॥ धन कबीर! कुछ जलवा, दिखाना हो तो ऐसा हो । बिना मां बाप के दुनियां में, आना हो तो ऐसा हो ॥ उतरा आसमान से नूर का, गोला कमल दल पर । वो आके बन गया बालक, बहाना हो तो ऐसा हो ॥ अब मोहे दर्शन दियो हो कबीर ॥ सत्तलोक से चलकर आए, काटन जम जंजीर ॥ थारे दरश से पाप कटत हैं, निरमल होवै है शरीर ॥ हिंदूओ के देव कहाये, मुस्लमानओं के पीर ॥ दोनों दीन का झगड़ा हुआ, टोहा ना पाया शरीर ॥ ➡️ *संत गरीबदास जी (हरियाणा)* अनंत कोटि ब्रम्हंड में, बन्दी छोड़ कहाय । सो तौ एक कबीर हैं, जननी जना न मांय ॥ शब्द सरूपी उतरे, सतगुरू सत कबीर । दास गरीब, दयाल हैं, डिंगे बंधावैं धीर ॥ साहिब पुरुष कबीर कूं, जन्म दिया नहीं कोय । शब्द स्वरूपी रूप है, घट - घट बोलै सोय ॥ ➡️ *संत हरिराम व्यास जी (वृंदावन)* कलि में सांचो भक्त कबीर ॥ दियो लेत ना जांचै कबहूं, ऐसो मन को धीर । पांच तत्त्व ते जन्म न पायो, काल ना ग्रासो शरीर । व्यास भक्त को खेत जुलाहों, हरि करुणामय नीर । ➡️ *संत घीसा जी (उत्तरप्रदेश)* घीसा, पानी से पैदा नहीं, स्वांसा नहीं शरीर । अन्न आहार करता नहीं, वाका नाम कबीर ।। (पानी = वीर्य) घीसा संत शरण सदगुर की, कहिये जाति जुलाहा । जग में आये खूब कमाये, लिया नाम का लाहा ।।
संत रामपाल जी महाराज जी एक सच्चे गुरु है जो सच्चाई की राह बताते हैं। उस से नाम दीक्षा लेकर जीवन का कल्याण कराएं और उसकी सत्संग सुने 7:30 से 8:30 शाम को पॉपुलर चैनल पर।
क्या आप जानते हैं पूर्ण परमात्मा चारों युगों में आते हैं, अच्छी आत्माओं को मिलते हैं। "सतयुग में सत्यसुकृत नाम से, त्रेता में मुनीन्द्र नाम से आये, द्वापर में करुणामय नाम से तथा कलयुग में अपने वास्तविक नाम कबीर नाम से प्रकट हुए।"
God Kabir is the only savior Supreme God Kabir is the Father of whole Universe. He is the Giver of Eternal peace and happiness. Spiritual books of all religion praises the glory of Supreme God Kabir. He can do anything for His devotee.
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17, 18 में प्रमाण है कि कबीर साहेब शिशु रूप धारण करके लीला करते हुए बड़े होते हैं तथा कविताओं, लोकोक्तियों द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करते हैं।
संत रामपालजी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जो सर्वधर्म के ग्रंथो को खोलकर पृष्ठ संख्या, श्लोक इत्यादि अंगुली रखकर ज्ञान बता रहे हैं बंदी छोड़ सतगुरू रामपालजी महाराज की जय
संत रामपाल जी महाराज जी ही एकमात्र संत हैं जिन्होंने वेद, गीता, कुरान, पुराण, बाइबल, गुरु ग्रन्थ साहिब को भक्त समाज के रूबरू कर उनसे यथार्थ ज्ञान निकालकर भक्त समाज को दिया है।
On this Guru Purnima, let us all clear our doubts and confusion by listening to the teachings of Sant Rampal Ji Maharaj. Let us make a commitment to follow his guidance and live a life of faith and devotion.
🌼🎀Auspicious occasion🎉🌼 Manifestation Day of Kabir Saheb Ji 🙏🏻🙇🏻♂️ ✨625th Kabir Prakat Diwas ✨ On this day Lord Kabir descended on Earth in the form of an infant on a lotus flower in Kashi city of Varanasi.
कबीर साहेब जी के जन्म के विषय में बहुत सी भ्रांतियां फैली हुई है। लेकिन सच तो ये है कि कबीर साहेब पूर्ण परमात्मा है। उनका ना ही जन्म होता है और ना ही मृत्यु। उन्होंने खुद ही कहा है - ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा बालक बन दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा तहां जुलाहे ने पाया।
कबीर साहिब जी के जन्म के विषय में बहुत सी भ्रांतियां फैली हुई लेकिन सच तो यह है कि कबीर साहिब पूर्ण परमात्मा है उनका ना तो जन्म होता ना मृत्यु होती उन्होंने खुद ही कहा है ना मेरा जन्म ना गर्व बसेरा बालक वन दिखलाया काशी नगर जल कमल पर डेरा वहां जुलाहे ने पाया
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब अविनाशी परमेश्वर हैं। वे कभी माँ के गर्भ से जन्म नहीं लेते हैं। सतलोक से सशरीर आते हैं, सशरीर जाते हैं। कबीर परमेश्वर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) को काशी में कमल के पुष्प पर प्रकट हुए तथा माघ मास की शुक्ल एकादशी वि.सं. 1575 सन् 1518 को मगहर से सशरीर सतलोक गये। उनके शरीर की जगह सुगन्धित फूल मिले थे जिन्हें हिन्दू और मुसलमानों ने आधा आधा बांट लिया था। 🌷💐🌷💐
कबीर परमात्मा सतलोक से ससरीर आते है और अपना लीला पूरा करके ससारीर चले जाते है ,जब तक इस लोक में रहते हैं तब तक अपने त्वत्तज्ञान अपनी प्यारी आत्मा को समझता है
💠कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं "धाणक रूप रहा करतार" राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24 नानक देव जी कहते हैं :- मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है।
"️Of all the creatures of the three loks, the most powerful are the Brahma ji,the Vishnu ji and Shiv ji . That's why there are three gods. But to know who is the Supreme God, read the holy book "Gyan Ganga".
बंदी छोड़ जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज को दास का कोटि कोटि दन्डवत प्रणाम स्वीकार हो। बंदी छोड़ परमेश्वर कबीर साहेब पूर्ण ब्रह्म अबिनाशी है और विधाता को दास का कोटि कोटि दन्डवत प्रणाम स्वीकार हो।
कबीर साहेब प्रकट दिवस विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा सुबह-सुबह ब्रह्ममुहुर्त में वह पूर्ण परमेश्वर कबीर (कविर्देव) जी स्वयं अपने मूल स्थान सतलोक से आए और काशी में लहरतारा तालाब के अंदर कमल के फूल पर एक बालक के रूप में प्रकट हुए।
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है। - पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
⚜कबीर, जिन राम कृष्ण निरंजन किया, सो तो करता न्यार। अंधा ज्ञान न बूझई, कहै कबीर बिचार।। सर्व सृष्टि का कर्ता कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार। हरि सुमरे सो वारि है, गुरु सुमरे होय पार।। कोटि कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम। चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।। कबीर, यह तन जावेगा, सके तो ठाहर लाए। एक सेवा कर सतगुरु की, और गोविंद के गुण गाए।।
🌀जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है। सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
नानक जी प्रतिदिन बेई नदी में स्नान करने जाते थे। ऐसे ही एक दिन वे स्नान हेतु गए और वहाँ उन्हें परमात्मा के दर्शन हुए। नानक जी ने डुबकी लगाई और परमेश्वर कबीर जी उनके शरीर को सुरक्षित रख कर, सतलोक लेकर गए।
नानक जी प्रातिदिन बेई नदी में स्नान करने जाते थे । ऐसे ही एक दिन वे स्नान हेतु गए और वहाँ उन्हें परमात्मा के दर्शन हुए नानक जी ने डुबकी लगाई और परमेश्वर कबीर जी उनके शरीर को सुरक्षित
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कबीर साहेब जी की कथा अदभुत है। ऐसी परमेश्वर की लीला जो दिल दहला देता है सोचने को विवश कर देती है।
सत साहेब जी बहुत अच्छा सतसंग है
चारों युगों में अपनी प्यारी आत्माओं को पार करने आते हैं परमेश्वर कबीर जी
कबीर साहेब ही प्रत्येक युग में पृथ्वी पर सतगुरु रूप में आकर अपने जीवो को सत्य ज्ञान एवं सत भक्ति देकर उद्धार करते हैं kabir is god 🙏🙏
परमात्मा की वाणी है:-
कबीर मीठा बोले नम्र रहे,करे सबसे स्नेह।
कितने दिन का जीवना कितने दिन की देह।।
राम नाम रटते रहो जब तक घट में प्राण,
कबहु तो दीनदयाल के भनक पड़ेगी कान।।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है🙏🙏
सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन जीता है।
साहेब कबीर जी ही हैं सच्चे नारायण - नार (नीर) मतलब जल पर, आयण मतलब आने वाला।
जल पर प्रकट होने वाला🙏🏻
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
साचा शब्द कबीर का, सुन सुन लागे आग ।
अज्ञानी सौ जल जल मरै ,ज्ञानी जाय जाग ।।
पुरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत है जिसकी सत भक्ति करने से मोक्ष प्राप्त होगा
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरू है जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवम् तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग आसान हो जाता हैं।🌺🌺🙏
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ऐसा सत्य ज्ञान प्रदान कर रहे हैं जिसके द्वारा हम आने वाले संकटों से बच सकते हैं
तत्वदर्शी संत रामपाल जी भगवान के चरणों में कोटी कोटी डंडवत परणाम🙏
गुरु बिन माला फेरते गुरु बिन देते दान
गुरु बिन दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण
संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग अद्भुत है। इस सत्संग सुने और नाम दीक्षा लेकर जीवन को मोक्ष प्राप्त करे।
कबीर, तीन देव की भक्ति में, ये भूल पड़ो संसार।
कहैं कबीर निज नाम बिन, कैसे उतरो पार।।
संत रामपाल जी महाराज
😊शरण पड़े को गुरु सम्हाले , जान के बालक भोला रे।
कहे कबीर चरण चित राखो , ज्यों सुई में डोरा रे।।🙏🙏
कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमात्मा है जो सत ज्ञान देने के उद्देश्य से सशरीर आते हैं और अच्छी आत्माओं को ज्ञान देते हैं।
कबीर सतयुग में सतसुकृत कह टेरा त्रेता नाम मुनिनद्र मेरा द्वापर में करुणामय कहलाया कलयुग में नाम कबीर धराया।
🌼 । बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो । 🌼
World Savior Saint Rampal Ji🪕संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।
Jagatguru tatvadarshi sant Rampal Ji Maharaj ek matra sacche Guru hai Jo shastron ke anusar teen samay ki bhakti v teen prakar ke mantra Jaap Apne bhakton ko dete Hain, jjise karke sabhi bhakt Apne jivan Mein sabhi prakar ka labh utha rahe hain FIR chahe vah labh sharirik, mansik ho ya aadhyatmik ya FIR arthik labh parmatma Apne bhakton ko bahut sukh de rahe hain jaisa Kisi ne socha bhi nahin tha. Sat Sahib Ji
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो सच्चा गुरु होगा उसके 4 मुख्य लक्षण होते हैं।
1. सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है।
2. दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन कर्म वचन से करता है अर्थात उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता।
3. तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयायियों से समान व्यवहार करता है भेदभाव नहीं रखता।
4. चौथा लक्षण यह है कि वह सर्व भक्ति कर्म वेदो ( चार वेद तो सब जानते हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद ,सामवेद, अथर्ववेद तथा पांचवा वेद सूक्ष्म वेद सरवन वेदो) के अनुसार करता और कराता है।
सोलहा कान्स दुरी पर अपने नीच धाम से शीशु रूप धारण कार के सारीर हलका
कर कमल फुल
Kuch ni a iske pas
Great spiritual Leader Sant Rampal Ji Maharaj who gives real true Spiritual knowledge
चार दाग से सतगुरु न्यारा, अजरो अमर शरीर।
दास मलूक सलूक कहत है, खोजो खसम कबीर।।
जपो रे मन सतगुरु नाम कबीर।
जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर।।
चारबाग से सतगुरु न्यारा अजरों अमर शरीर दास मलकु कहता सलकू कहत है खोजो कसम कबीर जपुर मन में सतगुरु कबीर
संत रामपाल जी महाराज की एकमात्र सच्चे सतगुरु ने जो शास्त्रों के बताए अनुसार प्लीज समय की गति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलते हैं तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है❤🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज की बताई सतभक्ति से आज लाखों परिवार रोगों से मुक्त होकर सुखी जीवन जी रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज की बताई सत् भक्ति से आज लाखों परिवार रोगों से मुक्त होकर सुखी जीवन जी रहे हैं
Almighty God is kabir 🙏
संत रामपाल जी महाराज की बताई सतभक्ति से आज लाखों परिवार रोगों से मुक्त होकर सुखी जीवन जी रहे हैं।🌅🌅🌅🌅🌅
अनमोल सत्य ज्ञान
Kabir saheb ji bhgwan hai
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज समाज सुधारक के रूप मे बडे से बडे कार्य कर रहे हैं और साथ ही अध्यात्मिक ज्ञान का प्रचार -प्रसार भी कर रहे है l जो असली ज्ञान कबीर साहेब जी वाला ही हैजिससे मानव जन्म सफल हो सके |
अनमोल वचन
सतयुग, त्रेता, द्वापर, कलयुग चारों युग में कबीर परमेश्वर जी अपना ज्ञान बताने स्वयं संत रुप धारण करके आते हैं।
कबीर परमात्मा चारों युगों में आते है और कलयुग में वह अपने वास्तविक नाम कबीर जी के नाम से आये थे।
World Savior Saint Rampal Ji
श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 946 पर कहा है:-
‘‘बिन सतगुरु भेंटे मुक्ति न कोई, बिन सतगुरु भेंटे महादुःख पाई।’’
कबीर परमेश्वर जी स्वयं आते हैं इस संसार में अपनी महिमा बताने आते हैं जिससे उनकी भक्ति करके संसार के मनुष्यों का मोक्ष कराते हैं।
पूर्ण परमात्मा समय समय पर सतलोक से पृथ्वी पर सशरीर आते हैं और सांसारिक प्राणियों को सत ज्ञान से परिचित कराते हैं। पुण्य आत्माओं को तत्वज्ञान उपदेश देकर वापिस सतलोक चले जाते हैं ।🙏🙏
कबीर साहेब -
सिद्ध तारे पिंड आपना , साधु तारै खंड।।
उसको सतगुरु जानियो , जो तार देवे ब्रह्मांड।।
🌸🌼कबीर, ऐसा निर्मल ज्ञान है, निर्मल करे शरीर।
🙏और ज्ञान मंडलीक है, चकवे ज्ञान कबीर।।🌼🌸
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब का अनमोल ज्ञान है
A wonderful spiritul knowledge revealed by sant rampal ji maharaj. The knowledge is totally based on our hold books of all the religiour.
कबीर साहेब जी चारों युगों में शिशु रुप धारण करके प्रकट होते हैं और अपना सच्चा ज्ञान आकर बताते हैं।
संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र सच्चे सतगुरु हैं जो शास्त्रों के बताए अनुसार तीन समय की भक्ति एवं तीन प्रकार के मंत्र जाप अपने साधकों को देते हैं जिससे उन्हें सर्व सुख मिलता है तथा उनका मोक्ष का मार्ग भी आसान हो जाता है।
@raghnandandas4202sat Saheb jee
Guru is God 🙏🏻🌹🙏🏻
संत रामपाल जी महाराज की एकमात्र सच्चे गुरु है जो शास्त्र के अनुसार पूर्ण भक्ति देते हैं
God Kabir 😢😢😢😢
कबीर, तीन लोक पिंजरा भया, पाप पुण्य दो जाल।
सभी जीव भोजन भये, एक खाने वाला काल।।
गरीब, एक पापी एक पुन्यी आया, एक है सूम दलेल रे।
बिना भजन कोई काम नहीं आवै, सब है जम की जेल रे।।
सत् साहेब जी जय बंदी छोड़ की 🙏🙏🌹🌹❣️❣️
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी के चरणों में गुरदेव दास का कोटि कोटि दण्डवत प्रणाम
सतगुरु देव की बंदी छोड़ रामपाल जी महाराज की जय पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Great knowledge
Real God Kabir Saheb ji ke Avatar sant Rampal Ji Maharaj Ji ki Jai Ho
वेद में लिखा है कि पूर्ण परमात्मा मर चुके हुए साधक को भी जीवित करके 100 वर्ष तक जीने की शक्ति भी दे सकता है। संत रामपाल जी महाराज ऐसी ही सतभक्ति बताते हैं।
Kabir is supreme god And Anmol Vachan
🎉 संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। इन्हीं के अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी।
17 फरवरी 1988 को उनको नाम उपदेश प्राप्त हुआ था। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई
"बहुत ही सुन्दर"
625 वर्ष पहले हुई भगवान कबीर की लीला को सुन्दर ढंग से दिखाया गया है।
जय हो कबीर भगवान की 🙏
सन (1398-1518) 120yrs
गलत धरना - कबीर जी का जन्म विधवा ब्रह्माणी से हुआ, उसने कबीर जी को त्याग दिया, और नीरू नीमा ने उठा लिया
वास्तविकता - कबीर जी सन 1398 में बृहमूह्रत के समय सतलोक से एक नूरी प्रकाश रूप में आकर काशी के लहर तारा तालाब में कमल के फूल प्रकट हुए थे, जिसके साक्षात् दृष्टा ऋषि अष्टानांद जी थे, फिर नीरू नीमा बाद में उनको ले गए
*कबीर जयंती* ❌
*कबीर प्राकट्य दिवस* ✅
✅ कबीर साहेब द्वारा अपने प्रकट होने के विषय में बताना
➡️ *कबीर शब्दावली, भाग 2 (पृ 47, 63)*
काशी में हम प्रगट भये हैं, रामानन्द चिताये ।
समरथ का परवाना लाये, हंस उबारन आये ।।
क्षर अक्षर दोनूं से न्यारा, सोई नाम हमारा ।
सारशब्द को लेइके आये, मृत्यु लोक मंझारा ।।
➡️ *कबीर साखी ग्रंथ, परिचय को अंग*
काया सीप संसार में, पानी बूंद शरीर ।
बिना सीप के मोतिया, प्रगटे दास कबीर ।74।
धरती हती नहि पग धरूं, नीर हता नहि न्हाऊं ।
माता ते जनम्या नहीं, क्षीर कहां ते खाऊं ।82।
➡️ *कबीर पंथी शब्दावली, खंड 4*
अमरलोक से चल हम आये, आये जक्त मंझारा हो ।
सही छाप परवाना लाये, समिरथ के कड़िहारा हो ।।
जीव दुखि देखा भौसागर, ता कारण पगु धारा हो ।
वंश ब्यालिश थाना रोपा, जम्बू द्वीप मंझारा हो ।।
➡️ *कबीर सागर, अगम निगम बोध (पृ 41), ज्ञानबोध (पृ 29)*
न हम जन्मे गर्भ बसेरा, बालक होय दिख लाया ।
काशी नगर जंगल बिच डेरा, तहां जुलाहे पाया ।।
मात पिता मेरे कछु नहीं, नाहीं हमरे घर दासी ।
जाति जुलाहा नाम धराये, जगत कराये हांसी ।।
हम हैं सत्तलोक के वासी । दास कहाय प्रगट भये काशी ।।
कलियुग में काशी चल आये । जब तुम हमरे दर्शन पाये ।।
तब हम नाम कबीर धराये । काल देख तब रहा मुरझाये ।।
नहीं बाप ना मात जाये । अवगति ही से हम चले आये ।।
सतियुग में सत्त सुकृत कहाय । त्रेता नाम मुनींदर धराय ।।
द्वापर में करुणामय कहाय । कलियुग नाम कबीर रखाय ।।
➡️ *कबीर बीजक, साखी प्रकरण*
कहां ते तुम आइया, कौन तुम्हारा ठाम ।
कौन तुम्हारी जाति है, कौन पुरुष को नाम ।1072।
अमर लोक ते आइया, सुख सागर के ठाम ।
जाति हमारी अजाति है, सत्तपुरुष को नाम ।1073।
✅ कबीर साहेब के प्रकट होने पर संतों के विचार
➡️ *संत धर्मदास जी (मध्यप्रदेश)*
हंस उबारन सतगुरू, जगत में अइया ।
प्रगट भये काशी में, दास कहाइया ॥
धन कबीर! कुछ जलवा, दिखाना हो तो ऐसा हो ।
बिना मां बाप के दुनियां में, आना हो तो ऐसा हो ॥
उतरा आसमान से नूर का, गोला कमल दल पर ।
वो आके बन गया बालक, बहाना हो तो ऐसा हो ॥
अब मोहे दर्शन दियो हो कबीर ॥
सत्तलोक से चलकर आए, काटन जम जंजीर ॥
थारे दरश से पाप कटत हैं, निरमल होवै है शरीर ॥
हिंदूओ के देव कहाये, मुस्लमानओं के पीर ॥
दोनों दीन का झगड़ा हुआ, टोहा ना पाया शरीर ॥
➡️ *संत गरीबदास जी (हरियाणा)*
अनंत कोटि ब्रम्हंड में, बन्दी छोड़ कहाय ।
सो तौ एक कबीर हैं, जननी जना न मांय ॥
शब्द सरूपी उतरे, सतगुरू सत कबीर ।
दास गरीब, दयाल हैं, डिंगे बंधावैं धीर ॥
साहिब पुरुष कबीर कूं, जन्म दिया नहीं कोय ।
शब्द स्वरूपी रूप है, घट - घट बोलै सोय ॥
➡️ *संत हरिराम व्यास जी (वृंदावन)*
कलि में सांचो भक्त कबीर ॥
दियो लेत ना जांचै कबहूं, ऐसो मन को धीर ।
पांच तत्त्व ते जन्म न पायो, काल ना ग्रासो शरीर ।
व्यास भक्त को खेत जुलाहों, हरि करुणामय नीर ।
➡️ *संत घीसा जी (उत्तरप्रदेश)*
घीसा, पानी से पैदा नहीं, स्वांसा नहीं शरीर ।
अन्न आहार करता नहीं, वाका नाम कबीर ।। (पानी = वीर्य)
घीसा संत शरण सदगुर की, कहिये जाति जुलाहा ।
जग में आये खूब कमाये, लिया नाम का लाहा ।।
Jai ho bandi chhod ki
संत रामपाल जी महाराज जी एक सच्चे गुरु है जो सच्चाई की राह बताते हैं। उस से नाम दीक्षा लेकर जीवन का कल्याण कराएं और उसकी सत्संग सुने 7:30 से 8:30 शाम को पॉपुलर चैनल पर।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो सत साहेब जी
Sat Saheb ji
सच्ची कहानी, परमेश्वर की सतनारायण कथा है।
संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान अद्भुत है
कुरान शरीफ में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान
क्या आप जानते हैं पूर्ण परमात्मा चारों युगों में आते हैं, अच्छी आत्माओं को मिलते हैं।
"सतयुग में सत्यसुकृत नाम से, त्रेता में मुनीन्द्र नाम से आये, द्वापर में करुणामय नाम से तथा कलयुग में अपने वास्तविक नाम कबीर नाम से प्रकट हुए।"
God Kabir is the only savior
Supreme God Kabir is the Father of whole Universe.
He is the Giver of Eternal peace and happiness.
Spiritual books of all religion praises the glory of Supreme God Kabir.
He can do anything for His devotee.
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Sat sahib
P
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17, 18 में प्रमाण है कि कबीर साहेब शिशु रूप धारण करके लीला करते हुए बड़े होते हैं तथा कविताओं, लोकोक्तियों द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करते हैं।
संत रामपालजी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जो सर्वधर्म के ग्रंथो को खोलकर पृष्ठ संख्या, श्लोक इत्यादि अंगुली रखकर ज्ञान बता रहे हैं बंदी छोड़ सतगुरू रामपालजी महाराज की जय
Almighty God
संत रामपाल जी महाराज जी ही एकमात्र संत हैं जिन्होंने वेद, गीता, कुरान, पुराण, बाइबल, गुरु ग्रन्थ साहिब को भक्त समाज के रूबरू कर उनसे यथार्थ ज्ञान निकालकर भक्त समाज को दिया है।
⭐ GOLDEN AGE ON EARTH ⭐
Sant Rampal Ji Maharaj Ji is bringing golden age on earth 🌎🪩🌷
आज से लगभग 600 वर्ष पूर्व सन् 1518 वि. स. 1575 महीना माघ शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी को कबीर साहेब सशरीर सतलोक गये थे।
A wonderful spiritual knowledge revealed by saint Rampal Ji Maharaj. The knowledge is totally based on our holy books of all the religious.
Yeah ❤️✌️
On this Guru Purnima, let us all clear our doubts and confusion by listening to the teachings of Sant Rampal Ji Maharaj. Let us make a commitment to follow his guidance and live a life of faith and devotion.
Sat saheb jiiii 🙇🌸🙏🌸🙏🙇 jai ho bandi chod ki prabhu 🙏🙇🌸🙇🙏
पममा
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है।
Kabir is suprem God 🙏🙏🙏
Atharva ved-4, 1,7
पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र तत्वदर्शी संत है जिन से नाम उपदेश लेकर मानव जीवन का कल्याण करवा सकते हैं
Kabir is Supreme God 🙏
🌼🎀Auspicious occasion🎉🌼
Manifestation Day of Kabir Saheb Ji 🙏🏻🙇🏻♂️
✨625th Kabir Prakat Diwas ✨
On this day Lord Kabir descended on Earth in the form of an infant on a lotus flower in Kashi city of Varanasi.
बंदी छोड मेरे पुज्य सतगुरु जगत् गुरु तत्वदर्शी पुर्ण संत रामपाल जी महाराज की जय हो सत् साहेब 🙏🏻🙏🏻
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कबीर साहेब जी के जन्म के विषय में बहुत सी भ्रांतियां फैली हुई है। लेकिन सच तो ये है कि कबीर साहेब पूर्ण परमात्मा है। उनका ना ही जन्म होता है और ना ही मृत्यु। उन्होंने खुद ही कहा है -
ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा बालक बन दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा तहां जुलाहे ने पाया।
कबीर साहिब जी के जन्म के विषय में बहुत सी भ्रांतियां फैली हुई लेकिन सच तो यह है कि कबीर साहिब पूर्ण परमात्मा है उनका ना तो जन्म होता ना मृत्यु होती उन्होंने खुद ही कहा है ना मेरा जन्म ना गर्व बसेरा बालक वन दिखलाया काशी नगर जल कमल पर डेरा वहां जुलाहे ने पाया
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चारो युगों मीपनी प्यारी आत्माओं को पार करने आते है
परमेश्वर कबीर जी
Very nice satsang
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब अविनाशी परमेश्वर हैं। वे कभी माँ के गर्भ से जन्म नहीं लेते हैं। सतलोक से सशरीर आते हैं, सशरीर जाते हैं। कबीर परमेश्वर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) को काशी में कमल के पुष्प पर प्रकट हुए तथा माघ मास की शुक्ल एकादशी वि.सं. 1575 सन् 1518 को मगहर से सशरीर सतलोक गये। उनके शरीर की जगह सुगन्धित फूल मिले थे जिन्हें हिन्दू और मुसलमानों ने आधा आधा बांट लिया था।
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कबीर परमात्मा सतलोक से ससरीर आते है और अपना लीला पूरा करके ससारीर चले जाते है ,जब तक इस लोक में रहते हैं तब तक अपने त्वत्तज्ञान अपनी प्यारी आत्मा को समझता है
જય પરમેશ્વર કબીર ભગવાન ❤❤🙏🙏🙏🙏
💠कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं
"धाणक रूप रहा करतार"
राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24
नानक देव जी कहते हैं :-
मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
अनंत कोटि ब्रह्मांड का, एक रति नहीं भार ।
सतगुरु पुरुष कबीर हैं, कुल के सिरजनहार ।।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
सदगुरुदेव रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏 जय हो बंदी छोड़ की 🙏 सत साहेब 🙏
True spiritual knowledge by sant Rampal Ji Maharaj ji 🙏
Kabir Saheb is supreme god 🙏🏻🙏🏻😊
पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है।
"️Of all the creatures of the three loks, the most powerful are the Brahma ji,the Vishnu ji and Shiv ji . That's why there are three gods. But to know who is the Supreme God, read the holy book "Gyan Ganga".
बंदी छोड़ जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज को दास का कोटि कोटि दन्डवत प्रणाम स्वीकार हो। बंदी छोड़ परमेश्वर कबीर साहेब पूर्ण ब्रह्म अबिनाशी है और विधाता को दास का कोटि कोटि दन्डवत प्रणाम स्वीकार हो।
कबीर साहेब प्रकट दिवस
विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा सुबह-सुबह ब्रह्ममुहुर्त में वह पूर्ण परमेश्वर कबीर (कविर्देव) जी स्वयं अपने मूल स्थान सतलोक से आए और काशी में लहरतारा तालाब के अंदर कमल के फूल पर एक बालक के रूप में प्रकट हुए।
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
Interesting story ......Real and true spiritual knowledge
⚜कबीर, जिन राम कृष्ण निरंजन किया, सो तो करता न्यार।
अंधा ज्ञान न बूझई, कहै कबीर बिचार।।
सर्व सृष्टि का कर्ता कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार।
हरि सुमरे सो वारि है, गुरु सुमरे होय पार।।
कोटि कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम।
चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।।
कबीर, यह तन जावेगा, सके तो ठाहर लाए।
एक सेवा कर सतगुरु की, और गोविंद के गुण गाए।।
आप जैसे रामपाल वाले गोविंद नाम ले रहे यही गोविंद नाम कभी काम आयेगा।
Jai kabir sahib ji 🙏🙏❤️❤️🔥🔥
Almighty God Kabir 🙏🌹🙏
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग सुनने से ही कल्याण सम्भव है , समय मिलते ही यूट्यूब पर आप सभी अवश्य सुना करें।
🌀जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है।
सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
नानक जी प्रतिदिन बेई नदी में स्नान करने जाते थे।
ऐसे ही एक दिन वे स्नान हेतु गए और वहाँ उन्हें परमात्मा के दर्शन हुए।
नानक जी ने डुबकी लगाई और परमेश्वर कबीर जी उनके शरीर को सुरक्षित रख कर, सतलोक लेकर गए।
नानक जी प्रातिदिन बेई नदी में स्नान करने जाते थे । ऐसे ही एक दिन वे स्नान हेतु गए और वहाँ उन्हें परमात्मा के दर्शन हुए नानक जी ने डुबकी लगाई और परमेश्वर कबीर जी उनके शरीर को सुरक्षित
बोलो बंदी छोर सतगुरु रामपाल जी महाराज कि जय हो 🙏🙏🥀🥀🥀🥀🙏🙏🙏🥰🥰
The real worship sant rampal ji maharaj ji
Jay ho bandi chod ki