Bhoga Nandeeshwara Temple: A Hidden Gem In Karnataka | Nandi Hills | 1200 Years Old Temple

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  • เผยแพร่เมื่อ 22 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 14

  • @chaitrag.k4487
    @chaitrag.k4487 ปีที่แล้ว

    Highly informative!! and very well made.

    • @Wanderer_fyi
      @Wanderer_fyi  ปีที่แล้ว

      Glad you liked it mam. There is another video on DD Hills /Namada Chilume th-cam.com/video/FdAIlaqxn4E/w-d-xo.html and you may like it. Do share the info in your network if possible. Thanks

  • @ajaykumarverma3242
    @ajaykumarverma3242 ปีที่แล้ว

    Have visited this temple, but learned more through this video.

    • @Wanderer_fyi
      @Wanderer_fyi  ปีที่แล้ว

      Glad you found the video informative. Thanks

  • @RS-vd7zd
    @RS-vd7zd ปีที่แล้ว

    Wow

  • @aashryapal
    @aashryapal ปีที่แล้ว

    Bahut hi shukriya .....❤

    • @Wanderer_fyi
      @Wanderer_fyi  ปีที่แล้ว

      Dhanyavaad Sir. Aur doosre video bhi jaise Mandargiri Hills agar aapko pasand ho to.

  • @sanjaymittal4300
    @sanjaymittal4300 ปีที่แล้ว

    Very well explained..Thanks for sharing.

    • @Wanderer_fyi
      @Wanderer_fyi  ปีที่แล้ว

      Thank You. Sanjayji, there are other short trips from Bangalore where I have made the videos on DD Hills, Mandargiri, Kaidala etc which I am sure will like it. Do share the info with others if you liked it.

  • @RohithRo-hit
    @RohithRo-hit ปีที่แล้ว

    👌👌👌

  • @poonamjraut
    @poonamjraut 11 หลายเดือนก่อน

    भोग नंदीश्वर??? भोग?? वह योगी और उसका भोग मंदिर?? पचता ही नहीं। लेकिन बहुत अच्छा बताया आपने। धन्यवाद। 👍🏼🙏🏻

    • @Wanderer_fyi
      @Wanderer_fyi  11 หลายเดือนก่อน

      पूनमजी
      बात तो आपकी एकदम सही है। मैंने कभी इस दृष्टिकोण से कभी सोचा नहीं। यह प्रश्न मुझे भी अब खाये जा रहा है। अगर आपको उत्तर मिले तो जरूर बताइयेगा। में भी इसका जवाब ढूंढूंगा।
      मेरे कुछ और भी वीडियोस है टेम्पल के बारे में और में आपसे आपकी प्रतिक्रिया जरूर सुनना चाहूंगा।
      राकेश

    • @poonamjraut
      @poonamjraut 11 หลายเดือนก่อน

      @@Wanderer_fyi नहीं, नहीं! ऐसी बात नहीं है। उसे सिर्फ अपने ध्यान में बैठे हुए देखा है। उसे हमारे जैसे संसार की ना ही चाह है और ना ही प्रयत्न भी किए हुए सुना है और उसका भोग मंदिर सुनकर आश्चर्य लगा। लेकिन अच्छा लगा कि किसीने तो प्रयत्न किया की उसे भी अपने जैसा मानने की, बताने की कोशिश की। उसका मंदिर भी बनाया। क्यों कि कन्याकुमारी और न जाने कितनी ही देवियां उसकी चाह में वैसे ही खड़ी है।😔😔 भले ही उसमें ही जगत का भला था और इसलिए वैसा हुआ।