सुर सम्राट श्री महेन्द्रसिंह चौहान एवं श्री अनिल कुमार जी की 21:24 बहुत सुंदर प्रस्तुति। श्री प्रेम पंचोली जी को अपनी संस्कृति के विकास के लिए किये जा रहे अथक प्रयास के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
मेहन्द्र चौहान जी के लिए ढेर सारा प्यार जौनपुर से । आजकल के नकली कलाकार जिन्होंने हमारी संस्कृति और रीति रिवाजों की ऐसी तैसी कर दी है । बिना ऑटो ट्यून के आवाज देखो
बहुत अछा है मुझे व समय याद अा राहा है जब हम।एक हि स्कुल मे थे सायद भाय ने भुला दिया हाेगा पर मै नहि भुला मै नेपाल से हु बात तब कि है जब मै 6 मा था मेरा नाम अमर है मुझे बहुत याद अाति है बिते दिनाे के
Well done ..बहुत खूब मेरे लोकप्रिय गायक श्री महेंद्र चौहान जी ।और भाई अनिल का शानदार साक्षत्कार । आज के भाग दौर भरी जिंदगी में हम अपनी संस्कृति को खोते जा रहे हैं एक कदम अच्छा प्रयास ।रवाईं की लोक परम्परा को बचाने के लिए ।।आप आगे आये ।
@@काल011agar aap ranwalti ko garhwali ka dilect nahi bata rahe he, iska matlab aap dono ki similarities or dissimilarities ko achi tarah se jante honge. Kya aap ulekh kar sakte he kis aadhar parv ranwalti garhwali ki dilect nahi he ya garhwali ranwalti se kitni भिन्न he? Kyonki jab Maine ye episode dekha mujhe कहीं भी feel nahi hua me.dusari language sun raha hu , 95% ये meri boli se मेल.lhate he or jo prem pancholi se bol rahe he वो to hum apne gharo मे bolte he. कृपया कष्ट करे ?
Hamre ranyayi ke geet na chala to shadi aduri rehti hai... Ronjiya mama.. Or radha rukamani jaagran ye to chalta hai... Mera ganu tuch karta ranayi ko.. Ham gadwal or ranayi ke bodar par hai... Hmare purane bujurogo me puara culture ranwayi dikhta hai...
भाई महेंद्र सिंह चौहान जी की कई पीढ़ियां पुरोला में रह रही हैं तो रंवाल्टी उन्हें बहुत अच्छे से आती है ज्ञान देने की जरूरत नहीं है। कार्यक्रम रंवाई की संस्कृति पर है तो भाषा भी रंवाई की ही प्रयोग होगी। बावरी भाषा आप महेंद्र सिंह चौहान से किसी बावरी संस्कृतिक कार्यक्रम में बुलवा लेना।
Main Tehri se Hun lekin Rawain , Jaunsari geet bahut Pasand karta hun. Uttarakhand ke pramparik geeton ki shaan hi alag hai.🙏🙏🙏
सुर सम्राट श्री महेन्द्रसिंह चौहान एवं श्री अनिल कुमार जी की 21:24 बहुत सुंदर प्रस्तुति। श्री प्रेम पंचोली जी को अपनी संस्कृति के विकास के लिए किये जा रहे अथक प्रयास के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
मेहन्द्र चौहान जी के लिए ढेर सारा प्यार जौनपुर से ।
आजकल के नकली कलाकार जिन्होंने हमारी संस्कृति और रीति रिवाजों की ऐसी तैसी कर दी है ।
बिना ऑटो ट्यून के आवाज देखो
बहुत बढिय़ा भैजी। रौतेलू उत्तराखंड। बहुत सुंदर परंपरा। धन्यवाद ऊँ सब लोगू थैं जो विलुप्त हूणी संस्कृति थैं बचाणकू कू प्रयासरत छीं।
सत्यवचन।
महेंद्र चौहान जी वाकई में आप जैसे जानकर, कलाकारी, लोकगीत, गीत संगीत अद्भुत और गजब की आवाज। अनिल कुमार जी आप सभी लोग असली जानकर हैं। जयहिंद, जयसियाराम।
बहुत सुन्दर पंचोली जी
Best Rawainaltha singer ever... Mahendra Singh Chauhan..
Jai ho ranwayii lock Sanskrti Mahindra bhii and anil bhii bahut aachii nivayyi app dono nai🙏🙏🙏🌹🌹
अपनी लोक संस्कृति को बचाए रखने के लिए आप सभी महानुभाव का बहुत बहुत धन्यवाद
महेंद्र ji, पंचोली जी और अनिल besari जी को बहुत बहुत आभार!
बहुत ही शानदार कार्यक्रम प्रेम पंचोली जी के द्वारा, रवाईं के लोकप्रिय दोनों गायकों के साथ ... आभार दूरदर्शन का।।
Jai devbhomi jai uttrakhand ❤️❤️💐💐💐
Sandar❤❤❤❤
बहुत अछा है मुझे व समय याद अा राहा है जब हम।एक हि स्कुल मे थे सायद भाय ने भुला दिया हाेगा पर मै नहि भुला मै नेपाल से हु बात तब कि है जब मै 6 मा था मेरा नाम अमर है मुझे बहुत याद अाति है बिते दिनाे के
सुन्दर काम कर रहा दून दर्शन
Incredible❤
बहुत अच्छे सभी भाई जी .....
Well done ..बहुत खूब मेरे लोकप्रिय गायक श्री महेंद्र चौहान जी ।और भाई अनिल का शानदार साक्षत्कार । आज के भाग दौर भरी जिंदगी में हम अपनी संस्कृति को खोते जा रहे हैं एक कदम अच्छा प्रयास ।रवाईं की लोक परम्परा को बचाने के लिए ।।आप आगे आये ।
Appreciable
शानदार महेंद्र चौहान
Bhut bdiya anil besari ji
बहुत सुंदर❤️❤️🙏🙏
Bahut hi badiya.....
Ranwai Ki Shaan mahendra Singh ji
Aapka geet sadabahar cha ji
भउत बडिया भाई जी । अगलू कार्यक्रम कदि ।यू पैली बार शायद
Atti sundar video Bhai
Superb..... Good 👍👍
भौत खूब
Nic bahut badiya ji
क्या यह विडियो अन्यत्र शेयर किया जा सकता है?
Bheg namaskar
Chouhan sahb ko namaskar.
पंचोली भाई जी नमस्कार
InYb
Very very good geet
Ranwalti bhi Garhwali ke Jan t chhau..
Its a dialect of garhwali.
Ranwalti is not a dialect of Garhwali. it is the dialect spoken in a particular cultural area.Which is a language in itself.
रंवाल्टी गढ़वाली की बोली नहीं है। यह एक विशेष सांस्कृतिक क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली।जोकि अपने में एक भाषा है।
@@काल011agar aap ranwalti ko garhwali ka dilect nahi bata rahe he, iska matlab aap dono ki similarities or dissimilarities ko achi tarah se jante honge.
Kya aap ulekh kar sakte he kis aadhar parv ranwalti garhwali ki dilect nahi he ya garhwali ranwalti se kitni भिन्न he?
Kyonki jab Maine ye episode dekha mujhe कहीं भी feel nahi hua me.dusari language sun raha hu , 95% ये meri boli se मेल.lhate he or jo prem pancholi se bol rahe he वो to hum apne gharo मे bolte he.
कृपया कष्ट करे ?
Super very good ji
Bahut acha
Sahi baat didda , adhyan Naa honni
🙏👍👍👌❤❣️🌹
😇🙏🏻😇
Bhai lok kalakaro at prem pancholiji hamu bhi mauka deloyar bhayo yekh aand Ku ..
Hamre ranyayi ke geet na chala to shadi aduri rehti hai... Ronjiya mama.. Or radha rukamani jaagran ye to chalta hai... Mera ganu tuch karta ranayi ko.. Ham gadwal or ranayi ke bodar par hai... Hmare purane bujurogo me puara culture ranwayi dikhta hai...
Rawain Garhwal mai hi toh ata hai konsa border
Rawalti is a dialect of garhwali.
Love you m.s. Chauhan g
Mahendra singh Chauhan ji Rawain me bol rhe hain. lekin accent bawrari aa rha h. achha hota bawari bolchaal hoti....
Because he is from bawar. And can speak fluent jaunsari
Bhai wo purola rawain se hai .
@@narendraraunchhela Bawari ha wo. Waha pa migrate ho ka aya ha . Purola ma tuma kafi bawari dikh jayega.
भाई महेंद्र सिंह चौहान जी की कई पीढ़ियां पुरोला में रह रही हैं तो रंवाल्टी उन्हें बहुत अच्छे से आती है ज्ञान देने की जरूरत नहीं है। कार्यक्रम रंवाई की संस्कृति पर है तो भाषा भी रंवाई की ही प्रयोग होगी। बावरी भाषा आप महेंद्र सिंह चौहान से किसी बावरी संस्कृतिक कार्यक्रम में बुलवा लेना।
Super
Nice but ancor is seems many were much confused
लाला चिड़ीये शिमला का लोकगीत है
होगा भाई शिमला का। लेकिन जो गायक रंवांई में इस गाने को जिस दौर में गाता था उस समय तुम्हारे लाल चिड़िए की रिकॉर्डिंग नहीं हुई थी
Nice
Nice
Nice