हमको तुम्हारे सिवा कोई चीज प्यारी नहीं | क्रांति माला | अजय विजय | जवाबी कीर्तन | अलीगढ़ | भाग- 4

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  • เผยแพร่เมื่อ 6 ก.พ. 2025
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ความคิดเห็น • 3

  • @bhanvarsingh3086
    @bhanvarsingh3086 6 หลายเดือนก่อน +2

    प्रस्तुती में दोनों कलाकारों द्वारा अंकों और अक्षरों का सुन्दर विवेचन प्रशंसनीय है |

  • @bhanvarsingh3086
    @bhanvarsingh3086 6 หลายเดือนก่อน +2

    बहन क्रान्तिमाला जी! यहाँ चूक रहीं हैं आप | "क्वांरे में एक माँ पाया" यहाँ तुकबंदी के मद्देनजर 'ने' अक्षर छिपा हुआ है, नहीं तो वाक्य है- क्वांरे में एक माँ ने पाया | क्या पाया- पुत्र |
    वहीं यदि विषय पुत्री पाने का होता तब कहा जाता "क्वांरे में एक माँ पाई |
    यहाँ अजय विजय जी की लाइन सही है-
    "कारागृह में एक आया, क्वांरे में एक माँ पाया" |