हिंदुस्तान के परमहंस कवि डॉ कुमार विश्वास जी मेरा आपके चरणों मे सादर प्रणाम हम जब आपके द्वारा कुछ भी सुनते हैं एक अलग ही दुनियां का अनुभव मिलता है मेरे पास शब्द ही नहीं हैं धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
बहुत सुंदर शब्दों में बयाँ नही कर सकते सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं कई बार सुना फिर भी बार बार सुन ने से खुद को रोक न सकता...संदेह न कि ये जय शंकर प्रसाद जी की कालजयी रचना है...कभी वक़्त मिला तो पढ़ूँगा ज़रूर 💐💐👏🏻
हमने तो पढ़ी थी 12वीं में। किन्तु तब प्रेम और विरह का अर्थ ही नही पता था। प्रतिध्वनि जैसे शब्द विज्ञान का एक कांसेप्ट ही थे हमारे लिए। अब समझ मे आती है। कुमार साहब के स्वर और संगीत ने प्रसाद जी की पीड़ा की सम्पूर्ण अनुभूति कर दी।
जब जब भी आपकी आवाज मे जयशंकर जी की इस कविता को सुनता हुं तो मै इस दौड़ धुप वाले जगत से बाहर कल्पना लोक मे विचरण करते हुए उस अमर साहित्य जगत के छायावादी दौर मे स्वयं को पाता हुं !सुकुन की एक गहरी सांस भरकर अपने को गौरवशाली व भाग्यशाली समझता हुं कि इस धरा पर जन्म लेकर ये सहृदयता प्राप्त हुई व जीवन धन्य हुआ!!!!
जिस प्रकार रामानंद सागर ने आम जनमानस तक भगवान राम को पहुंचाने का कार्य किया उसी प्रकार आपने श्री जयशंकर प्रसाद जी की रचना आंसू को हमारे अंतकरण तक पहुंचाने का कार्य किए हैं इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूंगा
कुमार सर आपको मैंने कितनी ही बार सुना है इस कालजयी रचना को कभी पढ़ा नहीं लेकिन आपकी सुर ताल के साथ गुनगुनाते गुनगुनाते एक एक शब्द मन में घर कर गया है ।ओर जब भी याद आती है सुनने को फिर से चला आता हूं मन नहीं भरता सुनते सुनते बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏
अति संवेदनशील सर , जीवन की सच्चाई को जानना और उससे अपने मन को एकाग्र करना....और आगे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करना कि जीवन क्या है........इस रचना के सुनने के बाद मन गदगद हो गया......
अदभुत,अद्वितीय,अकल्पनीय ,,,,निशब्द कर देने वाली आवाज ,, मां सरस्वती की कृपा पात्र हो आप,, कामायनी तो कई बार पढ़ी और सुनी पर आपकी आवाज,हृदय द्रवित करने वाले भाव आज मिल पाए,,, नमन आपको गुरुवर
श्री मान कुमार विशवास जी को मेरा सादर प्रणाम 🙏🙏 आपकी इस कृति को मेने 2024 मे सुना बहुत ही सुंदर कृति है । नारी तो नारी होती नारी की जगह कोई नही ले सकता है 💯💯
सर जी मुझे आपके द्वारा सुनाई गई "आँसू " रचना मैने १०० बार सुन ली है , मेरा मन नही भरता है। यह करुण रस से भरी कविता हर बार मुझे रुलाती है। love u sir😍 आपने अपने मधुर कंठ से हम तक यह यह रचना पहुंचाई।
Listening it in repeated mode.. remembered word by word.. still want listen this voice..Great sir..no one can compete U. #Hindi Legend Vishvas Sir..Thnq This poem stole my heart. Jai Shanker Prasad ji is Greatest..
नमस्ते गुरु जी मै रजनीश शर्मा जो आप ने काम किया काफी वो बहुत खुबसूरत है मेरे पास कोई शब्द नही है आप ने आने वाले समय को आने वाले युवा पीढ़ी को एक रास्ता दिया है कविताओ को गा कर आप हमेशा अमर रहे । वेसा कवि कभी मरते नही है ।
छायावाद के आधार स्तम्भ जयशंकर प्रसाद जी की कविताएं अद्वितीय होती है और आज के महान् कवि कुमार विश्वास जी के सिवाय शायद ही कोई इस कविता को इतने मर्मस्पर्शी रूप से प्रस्तुत कर सकता था ! बेहतरीन लय और गीत के द्वारा इसे गाया ,,
सर आप हमारा गौरव है, और हमे आप पर गर्व है आपकी आवाज ने हमारे संस्कृति, हमारे साहित्य को नया आयाम दे दिया है। आप को दिल से सैल्यूट है सर जीवन में एक ही अभिलाषा रहेगी कि एक बार आपसे मिलनेका मौका जरूर मिले।
इतने रसदार स्वर में पढ़कर आपने एक महान कवि , साहित्यकार , और एक महान हिन्दी के अध्यापक होने का आपने जो अद्भुत परिचय दिया है , उस पर कुछ कहने के लिए शब्द कम पड़ जा रहे हैं । फिर भी आपकी रसात्विक ध्वनि को बार - बार सुनने का मन कर रहा है , क्योंकि यह स्वर कर्ण को अत्यंत प्रिय लग रहा है । एक बार फिर हिन्दी के प्रति अगाध प्रेम और निष्ठ जागृत हुयी है ।
साहब आपकी आवाज ने इस कविता में एक नई ऊर्जा का संचार कर दिया। कविता में जान फूंक दी है आपने। और कविता सुनकर सारा दिमाग केंद्रित हो जाता है एक एक शब्द पर। thanks.... vishvash,,, saab,,,, 🚩🚩जय श्री राम🚩🚩
I have listened it many times. It fails to satisfy me. Everytime it makes me wish if you could sing the whole Ansu. Such a wonderful poetry and so well sung by Kumar ji. Would love to hear full Ansu in your voice.
प्रणाम गुरुदेव (आँशु) आदरणीय जयशंकर प्रसाद जी की यह रचना सर्वप्रथम आप से यानी (तर्पण) के माध्यम से सुनी है और बहुत ही खुशी हुई है आशा है कि इस नई पीढ़ी को एक नई दिशा में उजागर करेगी। बहुत बहुत आभार आपका। ईश्वर आप को नई उप्लब्धि प्रदान करे।💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
मुझे तर्पण सुनना बहुत पसंद है और मैं इसे जब भी समय मिलता है सुनता हूं Thanks vishvas ji इतनी अच्छी आवाज देने के लिए और हमारे कवियों की कविताओं को जीवित रखने के लिए।❤❤❤❤
Aapke kanth me swayam maa sarswati niwas karti hai aur shwar amar ho jaya karta hai aap Vartmaan Mahakavi hai aap adbhut hai mahanayak Saraswati putra Ko mera pranam 🙏🙏
शब्दों, स्वरों तथा संगीत तीनों का असीम संगम 😌❤😔🙏 स्वर गायक पंकज उधास जैसा लग रहा है 🥰 इनकी सबसे पहला गीत- क्या कहती हो सुनो नारी सुना 😌😔❤🙏 अद्भुत स्वर है इनका ☺
SIR... adbhut.. atulniya.. adwitiya... bhawnao se bahrpoor.. tarpan ke sare vedios apne aap me adwitiya hain pr ye unse khi aage bahut aage ki prastuti ho gai hai.... aapne khud apna hi record break kr diya...👍👍👍👍 really well done... ❤❤💕❤❤isse jyada kya bole.N SIR. Aansu aa rahe hain dekh kr. Aapki awaj har shabd me pran foonk deti hai... Greatest tribute to mr. Jay shankar prasad..👍👍👍👍👌👌👌👌 MAA HINDI nd MAA SARASWATI aap par yu hi apni kripa drashti banaye rakhen sadaiw... 🙇🙇🙇🙇yhi dua h dil se....👏👏👏💖💖❤💕❤💖💖
हिंदुस्तान के परमहंस कवि डॉ कुमार विश्वास जी मेरा आपके चरणों मे सादर प्रणाम
हम जब आपके द्वारा कुछ भी सुनते हैं
एक अलग ही दुनियां का अनुभव मिलता है
मेरे पास शब्द ही नहीं हैं
धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
श्रीमान जी मुझे आपकी आवाज सुनकर मेरा दिन इतना अच्छा होता है बहुत ही अच्छी आपकी आवाज है
बहुत सुंदर शब्दों में बयाँ नही कर सकते सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं कई बार सुना फिर भी बार बार सुन ने से खुद को रोक न सकता...संदेह न कि ये जय शंकर प्रसाद जी की कालजयी रचना है...कभी वक़्त मिला तो पढ़ूँगा ज़रूर 💐💐👏🏻
जयशंकर जी को सुनने का मौका मिला
आज तक कभी प्रसाद जी की इस महान कृति को पढ़ने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ। धन्यवाद! एक कालजयी रचना का परिचय देने के लिए। उत्साहित हूं इसे पढ़ने के लिए!
Yes it's really a greatest one of "HIM".....
Mansi Mishra nice
Priynka Pandey shukla
Ap great ho sir
हमने तो पढ़ी थी 12वीं में। किन्तु तब प्रेम और विरह का अर्थ ही नही पता था। प्रतिध्वनि जैसे शब्द विज्ञान का एक कांसेप्ट ही थे हमारे लिए। अब समझ मे आती है। कुमार साहब के स्वर और संगीत ने प्रसाद जी की पीड़ा की सम्पूर्ण अनुभूति कर दी।
2024 me kon kon sun raha h 😢😢😢😢😢😢❤❤❤❤❤❤
एक गहरा सुकून।
कितने महान लोग थे ये हमारे महान लेखक और कवि
ये लोग इतनी गहरी सोच ऐसे शब्द कहा से लाते थे
दिल की गहराई से सत सत नमन।🤗☺️
जब जब भी आपकी आवाज मे जयशंकर जी की इस कविता को सुनता हुं तो मै इस दौड़ धुप वाले जगत से बाहर कल्पना लोक मे विचरण करते हुए उस अमर साहित्य जगत के छायावादी दौर मे स्वयं को पाता हुं !सुकुन की एक गहरी सांस भरकर अपने को गौरवशाली व भाग्यशाली समझता हुं कि इस धरा पर जन्म लेकर ये सहृदयता प्राप्त हुई व जीवन धन्य हुआ!!!!
कुमार भैया पिछले 1 बरस से आपकी आवाज सुनकर ही मुझे नींद आती है। मैं बहुत ही गौरवान्वित महसूस करता हूं मुझे आप जैसे बड़े भाई , महान कवि मिले।
इस तर्पण की तारीफ करने के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं है।❤❤😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
अत्यधिक मार्मिक है। बहुत सुंदर। अदभुद आपकी आवाज़ में जादू है जितनी बार भी सुन लें पर मन नहीं भरता है।
इसे सिर्फ महसूस कर सकते हैं शब्दों में व्याख्यान करना अति दुर्लभ है 🙏 🙏
१०० से अधिक बार सुन चुका हूं, फिर भी आपकी आवाज ने सुनते रहने को प्रेरित किया
Kalam ke saath saath swar Dene ke liye Kumar vishwas ko koti koti naman
आवाज़ तो एैसी है कि बस सुनते ही रहो मन करता हैं कि कविता कभी खत्म ही ना हो ❤❤❤❤
आपकी काव्य रचना वास्तव में हृदय को हिलादेती है और आपने जो सनातन की ज्योत जलाई ही है वो अविरात जलती रहे ऐसी भगवान भोलेनाथ के चरणों में प्रार्थना.
जिस प्रकार रामानंद सागर ने आम जनमानस तक भगवान राम को पहुंचाने का कार्य किया उसी प्रकार आपने श्री जयशंकर प्रसाद जी की रचना आंसू को हमारे अंतकरण तक पहुंचाने का कार्य किए हैं इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूंगा
कोई कवि जब कलम में स्याही की बजाय आँसू भरकर लिख दे तो ऐसी रचना होती है।नमन है जयशंकर जी को🙏🙏
जीवन की गोधूलि में
कौतूहल से तुम आए....
जो घनीभूत पीड़ा थी
मस्तक में अब तक छायी...
अद्वितीय कवि अद्भुत पाठ 💜💜🙏
कुमार सर आपको मैंने कितनी ही बार सुना है इस कालजयी रचना को कभी पढ़ा नहीं लेकिन आपकी सुर ताल के साथ गुनगुनाते गुनगुनाते एक एक शब्द मन में घर कर गया है ।ओर जब भी याद आती है सुनने को फिर से चला आता हूं मन नहीं भरता सुनते सुनते बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏
जयशंकर प्रसाद जी का लेख सदैव जीवित रहेगा, यादी आपसा कोई इनको हम सबके समक्ष ले कर आए ❤❤ आपके इस कर्म के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर 🙏🏼
हृदय को छू लेने वाले इस करूण स्वर को सत सत नमन
आपसे यह नही सुनता तो जिन्दगी शायद अधूरी रह जाती ।हिन्दी सौभाग्यशाली है आज आपको पाकर ।
श्री जय शंकर प्रसाद जी भारत की शान थे |
और आप सर भारत की शान हैं |
बहुत ही हृदयस्पर्शी कविता |❤️❤️❤️❤️
अति संवेदनशील सर , जीवन की सच्चाई को जानना और उससे अपने मन को एकाग्र करना....और आगे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करना कि जीवन क्या है........इस रचना के सुनने के बाद मन गदगद हो गया......
लगता है 1 million हम ही सुनकर कर बढ़ा देंगे
अदभुत,अद्वितीय,अकल्पनीय ,,,,निशब्द कर देने वाली आवाज ,,
मां सरस्वती की कृपा पात्र हो आप,,
कामायनी तो कई बार पढ़ी और सुनी
पर
आपकी आवाज,हृदय द्रवित करने वाले भाव आज मिल पाए,,,
नमन आपको गुरुवर
Yeh to lajawaab poem hai but 2024me kon kon sun raha hai
कुमार भय्या मैं पहले भी आपसे बहुत प्रभावित रही हूं..आपके तर्पण ने तो आपको और भी आदरणीय बना दिया मेरे लिये हार्दिक अभिनंदन एवं सादर प्रणाम।
कलयुग के कालिदास को मेरा प्रणाम
बहुत सुन्दर सर. आपकी मधुर ध्वनि ने इसे और भी कर्णप्रिय बना दिया है. अगले बार मुख से पूरी कविता सुनना चाहते हैं
डॉक्टर साहब सादर प्रणाम ईश्वर ने आपको क्या आवाज दी है दिल खुश हो जाता है
मेरे हिर्दय में परिवर्तन आया इस मधुर वाणी को सुनकर आपके चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏
अद्भुत भावभरी अभिव्यक्ति बताती है कि आप इतने लोकप्रिय क्यों हैं नमन् आपको ।
युग वक्ता कुमार विश्वास जी जिंदाबाद
डाक्टर कुमार विश्वास,🙏
आपका हिंदी काव्य साहित्य सागर को जगत तक जन-जन के हृदय तक पहुंचाने का आपका
प्रयास सराहनीय और वंदनीय है।🌹🙏🙏🙏
श्री मान कुमार विशवास जी को मेरा सादर प्रणाम 🙏🙏 आपकी इस कृति को मेने 2024 मे सुना बहुत ही सुंदर कृति है । नारी तो नारी होती नारी की जगह कोई नही ले सकता है 💯💯
No Bollywood song can compete this.....No words , just awesome
कुमार सर की आबाज में मधुशाला बहुत सुन्दर है ।
सर जी मुझे आपके द्वारा सुनाई गई "आँसू " रचना मैने १०० बार सुन ली है , मेरा मन नही भरता है। यह करुण रस से भरी कविता हर बार मुझे रुलाती है। love u sir😍 आपने अपने मधुर कंठ से हम तक यह यह रचना पहुंचाई।
गुरुजी आप ने उनकी रचना को गीत के स्वर में पिरोकर, प्रसाद जी की रचना को अमर कर दिया
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻अभिवादन
अदभुत!
जयशंकर प्रसाद जी को नमन।
बहुत बहुत सुंदर, पहली बार सुना, कुमार विश्वास, दिल और दिमाग़ दोनो ही उद्गिन हैं। जादू है आपकी आवाज़ और कहने का अंदाज।
सर आपका यह तर्पण इतना सुंदर है कि मेरे पास शब्द ही नहीं हैं
आपका योगदान हमारे लिए प्रसाद है Sir
Listening it in repeated mode.. remembered word by word.. still want listen this voice..Great sir..no one can compete U. #Hindi Legend Vishvas Sir..Thnq This poem stole my heart. Jai Shanker Prasad ji is Greatest..
Thnq so much sir for liking my comment..
लगता है कि आँसू को इंतज़ार था इतने दिनों से आपके स्वर का अब ये पूर्ण हो गया
सर बहुत ही खूबसूरत और सुंदर कविता और उतनी ही मृदुल आवाज ......कोटि कोटि नमन सर आपको जो इतनी अद्भुत कविता हम तक पहुंचाई ।।।
बहुत ही मार्मिक बहुत ही संवेदनशील सीधा हदय को छू जाती है ये गीत..... कोई भी गीत इसका मुकाबला नहीं कर सकती ❤️❤️❤️
Kumar Vishwas Bhaiya, I am 19 years old, and you made me think how to promote our "Maa Hindi". you always inspire me Bhaiya.
thanks to respond to my comment Kumar Vishwas Bhaiya.
Awesome song
मां हिन्दी की भी बढ़ावा अंग्रेजी में ही??
व्यंग है😚😚
I am the 100th liker of your comment..
छायावाद के चार स्तंभो में से एक जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित आँसू कविता को सर आपके स्वर में सुनकर बहुत ही अच्छा लगा।
धन्यवाद गुरदेव, आप ऐसे समय मे आँसू को लेकर आये जब हमें सबसे ज्यादा जरूरत थी,कल मेरे दिल के करीब मित्र ने अपने पिता जी को मुखाग्नि दी है
कुमार विश्वास जी आपने तो जग जाहिर करके जग को जगा दिया आपका बहुत बहुत बहुत बहुत शुक्रिया
नमस्ते गुरु जी
मै रजनीश शर्मा
जो आप ने काम किया काफी वो बहुत खुबसूरत है मेरे पास कोई शब्द नही है आप ने आने वाले समय को आने वाले युवा पीढ़ी को एक रास्ता दिया है कविताओ को गा कर
आप हमेशा अमर रहे ।
वेसा कवि कभी मरते नही है ।
जिनते इस कवित का भागीदार जयशंकर प्रशाद है उतने ही आप भी हो कुमार सर
कितनी सुंदर कविता है उतनी ही सुंदर आवाज है बहुत खूब मेरे मन को छू लिया ||
🙏 इस उत्कृष्ट कृति का आपके द्वारा किया गया अपने स्वर में प्रयास अंतर्मन को आत्म विभोर कर गया। धन्यवाद!
हिंदी महाजगत के अमर कवि....
कुमार विश्वास सर
सप्रेम नमस्कार गुरुवर।।🙏
जितने मेहनत से कवि ने लिखा है उसमें अपनी ध्वनि डालकर जान ले आए
❣️🇮🇳
कई बार सुन चुका हूँ फिर भी जब कुछ अच्छा सुनने का मन करता है तो चला देता हूँ
शायद जयशंकर प्रसाद ने इन सारी कविताओं को कुमार विश्वास जी के लिए लिखा है लगता है आपका बहुत बहुत आभार
छायावाद के आधार स्तम्भ जयशंकर प्रसाद जी की कविताएं अद्वितीय होती है
और आज के महान् कवि कुमार विश्वास जी के सिवाय शायद ही कोई इस कविता को इतने मर्मस्पर्शी रूप से प्रस्तुत कर सकता था !
बेहतरीन लय और गीत के द्वारा इसे गाया ,,
सर आप हमारा गौरव है, और हमे आप पर गर्व है आपकी आवाज ने हमारे संस्कृति, हमारे साहित्य को नया आयाम दे दिया है। आप को दिल से सैल्यूट है सर जीवन में एक ही अभिलाषा रहेगी कि एक बार आपसे मिलनेका मौका जरूर मिले।
I have tears in my eyes. No better way to express human helplessness.. A universal song from a great poet. Naman
हम आपके माध्यम से ऐसी प्रस्तुति सुन कर धन्य हैं, सहृदय आभार महोदय जी 🙏
आप पहले कवि है ,जिनकी कविता से हिंदी के शुद्ध और शुशील नए शब्द सुनने और सीखने को मिलते है उत्तम ,"कुमार sir" 🙏🙏❣️
Unable to describe in words how a man's voice can b so sweet & clear.kamayani recitation can b heard whole day & night .
प्रासाद जी की इस रचना को इस trh सामने लाने के लिए सादर प्रणाम
सर आसु " ने आसु ला दिया आखो में अद्भुत .शब्द नही की आपका आभार कैसे व्यक्त करू...
श्री जयशंकर प्रसाद की रचना और श्री कुमार विश्वास की आवाज प्राकृत की तरह सुंदर और कोयल सी मीठी आवाज है
09/09/2021
रूला दिए सर। अति उत्तम। आपकी स्वर हमेशा की तरह मधुर । 👌
Vaaah
यह विश्वास ही तो साहित्यिक और सामाजिक विश्वास है जय हो प्रभु
बस यही कारण है कि आप दिलो में निवास करते हो
क्या कहे उस भगवान तुल्य माँ को जिसने आप जैसे अतुल्य अनमोल कोनिनूर हमे दिया🙏🙏🙏
अदभुत, हिंदी की रचनाओ को अपनी आवाज देकर अमर कर दिया, इसे सुनकर इस कृति को पढ़ने का मन कर रहा हैं, बहुत बहुत धन्यवाद आपको 💐💐💐💐
विशवास सर ,,आप बहुत अच्छा काम कर रहे है ,,इसके लिए ह्रदय से धन्यवाद !!!
कविता और स्वर दोनो श्रेष्ठ हैं ।
संगीत भी बहुत मधुर है।
सर एक एक शब्द वो भी आपके आवाज़ में ख़ुशी से दिल गदगद हो गया
Us aadmi ko dhanyavaad jisne is kavita ko sangeet diya h
जब जब आपके प्रयास देखता हूँ
मेरे दिल से ये आवाज़ आती है
आप जैसा कोई नहीं
आप जैसा कोई नहीं
इतने रसदार स्वर में पढ़कर आपने एक महान कवि , साहित्यकार , और एक महान हिन्दी के अध्यापक होने का आपने जो अद्भुत परिचय दिया है , उस पर कुछ कहने के लिए शब्द कम पड़ जा रहे हैं ।
फिर भी आपकी रसात्विक ध्वनि को बार - बार सुनने का मन कर रहा है , क्योंकि यह स्वर कर्ण को अत्यंत प्रिय लग रहा है ।
एक बार फिर हिन्दी के प्रति अगाध प्रेम और निष्ठ जागृत हुयी है ।
हिन्दी की कवियों को और उनकी रचना को अपने स्वर राग से आपने अमर कर दिया
साहब आपकी आवाज ने इस कविता में एक नई ऊर्जा का संचार कर दिया।
कविता में जान फूंक दी है आपने। और कविता सुनकर सारा दिमाग केंद्रित हो जाता है एक एक शब्द पर।
thanks.... vishvash,,, saab,,,,
🚩🚩जय श्री राम🚩🚩
🙏🙏 बहुत ही मधुर वाणी है आपकी 👌👌
I have listened it many times. It fails to satisfy me. Everytime it makes me wish if you could sing the whole Ansu. Such a wonderful poetry and so well sung by Kumar ji. Would love to hear full Ansu in your voice.
प्रणाम गुरुदेव
(आँशु) आदरणीय जयशंकर प्रसाद जी की यह रचना सर्वप्रथम आप से यानी (तर्पण) के माध्यम से सुनी है और बहुत ही खुशी हुई है आशा है कि इस नई पीढ़ी को एक नई दिशा में उजागर करेगी। बहुत बहुत आभार आपका। ईश्वर आप को नई उप्लब्धि प्रदान करे।💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
ADITYA JAYRAJ plz ap pura padhiye bahut achi hai sir..
ADITYA JAYRAJ
Aapse request hai ki aansu pura padhe. Please
कुमार विश्वास जी सारा जादू तो आपकी आवाज का है वरना अच्छे शब्द तो अक्सर लोग लिख लिया करते हैं।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐🌺🌺👍👍👍
सुख का सपना हो जाना।
भीगी पलकों का लगना।
धन्य है आप Sirji आपके बिना हम तो जान भी नहीं पाते की जय शंकर प्रसाद जी की कविताएं इतनी अच्छी है शायद ये आपका ही प्रभाव है
#yourBiggestfan
मर्म स्पर्शी कविता को मर्म स्पर्शी स्वरों से सजा कर मन को करुण भाव से भर दिया.....
Mastt Kavita ha
Khup Chan👌👌👌
वाह डॉक्टर साहब ❤❤❤😢
नमन हैं जय शंकर प्रसाद जी को और आप भी धन्य हैं
Dr. Kumar viswaas ki voice ne to sone pe suhaga wala kaam kiya h.
महाकवि जयशंकर प्रसाद 🙏
प्रसाद जी के करुनामय शब्द और आपकी मधुर आवाज और मेहनत इस कविता को लोगो के ह्रदय तक पंहुचा रही हैl
बहुत बहुत आभार आपका जो आपने मां हिन्दी को इस नई उंचाई तक पहुंचाया
मुझे तर्पण सुनना बहुत पसंद है और मैं इसे जब भी समय मिलता है सुनता हूं
Thanks vishvas ji इतनी अच्छी आवाज देने के लिए और हमारे कवियों की कविताओं को जीवित रखने के लिए।❤❤❤❤
Jayshankar Prasad + kumar vishvas = sukoon😢
Aapke kanth me swayam maa sarswati niwas karti hai aur shwar amar ho jaya karta hai aap Vartmaan Mahakavi hai aap adbhut hai mahanayak Saraswati putra Ko mera pranam 🙏🙏
ये रचना सुन के जितना रोना आ रहा उतना ही सुकून मिल रहा है💐💐💐💐
शब्दों, स्वरों तथा संगीत तीनों का असीम संगम 😌❤😔🙏 स्वर गायक पंकज उधास जैसा लग रहा है 🥰 इनकी सबसे पहला गीत- क्या कहती हो सुनो नारी सुना 😌😔❤🙏 अद्भुत स्वर है इनका ☺
आप के दर्पण ने मुझे इक नयी जिंदगी दी 😢😢😢😢
बहुत ही मार्मिक वर्णन.
शत शत नमन श्री जय शंकर प्रसाद जी को | 🙏🙏🙏🙏
SIR... adbhut.. atulniya.. adwitiya... bhawnao se bahrpoor.. tarpan ke sare vedios apne aap me adwitiya hain pr ye unse khi aage bahut aage ki prastuti ho gai hai.... aapne khud apna hi record break kr diya...👍👍👍👍 really well done... ❤❤💕❤❤isse jyada kya bole.N SIR. Aansu aa rahe hain dekh kr. Aapki awaj har shabd me pran foonk deti hai... Greatest tribute to mr. Jay shankar prasad..👍👍👍👍👌👌👌👌 MAA HINDI nd MAA SARASWATI aap par yu hi apni kripa drashti banaye rakhen sadaiw... 🙇🙇🙇🙇yhi dua h dil se....👏👏👏💖💖❤💕❤💖💖
Preeti Chauhan यहां भी wao impressive yrrr
Sir I salute you.
I salute sir...