मोदी के कारण ही हो रहा है दस साल पूर्ण बहुमत के सरकार मे एक भी कठोर कानून नही बनाए हैं देश हित समाज हित में मोदी भी मिले हुए हैं इनको केवल विदेश घूमना है और क्या विकाश से देश सुरक्षित हो जायेगा देश समाज सुरक्षित कठोर कानून से होगा जो मोदी भी नही किए इसलिए मोदी को कुर्सी छोड़ देना चाहिए और योगी जी को पीएम बनाना चाहिए जिससे देश समाज सुरक्षित हो मोदी डरपोक पीएम है
This is tooo bad. Kejriwal is part of Soros Ford CIA ISI US deep State ecosystem. So, they want kejriwal out at any cost and apparently our agencies are very very slow in their job.
भ्रष्टाचारियों को कभी सजा नहीं होती। सजा हो तो कभी उस पर अमल नहीं होता, लोवर कोर्ट द्वारा दी सजा पर हाई कोर्ट और हाई कोर्ट द्वारा दी गई सजा पर सुप्रीम रोक लग जाती है। सजापर रोक के लिए सुनवाई भी तुरंत।
साफ है कि कोर्ट मन बना चुका है कि केजरीवाल एण्ड सहयोगियो को हरियाणा चुनाव से पहले छोड देना है। लगता है सब सैटिंग हो चुका है। भ्रष्टाचार समाप्त करना श्री मोदी जी का सपना माननीय कभी पूरा नही होने देगें।
कोई भी हो, जज हों, CB I या कोई C M हो, गलत करेगें तो जेल जाना होगा, हर एक को, अपने कर्तव्य का सही-सही पालन करना होगा, पछपात पुरण कोई भी काम बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
दुबे जी इस केस में लगभग 10 साल लगेंगे केजरीवाल एंड कंपनी का कुछ नहीं होगा वो और उसका पुरा गैंग फुल मस्ती करेंगे इन न्यायाधीश और हमारी गली सड़ी न्यायव्यवस्था की वजह से ही भ्रष्टाचारीयों का होंसला बुलन्द होता है
इस केस में पूरी गलती ईडी और सीबीआई की है।ये लोग जल्दी चार्जशीट फाइल क्यों नहीं कर रहे है।अगर इनके पास सारे सबूत है तो 10 की जगह 20 लोग लगा के चार्जशीट फाइल करके ट्रायल कोर्ट मैं चलाएं केस। फिर वहां judge सबूत dekh kar inhe saja suna dega।
संविधान मे सभी को न्याय की व्यवस्था की अवधारणा मे न्याय कहाॅ दिखता है। लोअर कोर्ट मे कोर्ट फीस जमा कराओ वर्षो बाद फैसला आएगा, फिर अपील पर कोर्ट फीस उसका फैसला कब होगा कोई पता नही। यदि इसकी अपील करनी है तो कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक सर्वोच्च न्यायालय उसपर वकील की मोटी फीस। क्या गरीब को न्याय है। नही ?
मोदीजी ने बेशक कभी ये सार्वजनिक कहा था की " मेने यहीं आ कर देखा कि दिखाना क्या?,देखना कहां!, कहना क्या!, आदि आदि...... आज मोदीजी कुछ वर्षों का अनुभव ले कर बैठे है। जो भी करना है, वो संविधान के दायरे में। एक बार जब कोई भी धारले तो फिर क्या न्यायपालिका, क्या राजनीज्ञ। क्या देश क्या विदेश। फार्मूला तो एक ही लगेगा। फिर समय साथ होना चाहिए, जो निश्चित सत्य के साथ रहा हे, फिलहाल मोदीजी के साथ नजर आ रहा है। बाकि आगे देख ही रहे हे आप भी और हम भी। जय जय।
Judiciary reform ki jaroorat hai. Collegium system hatao, desh bachao. NJAC ko jald se jald implement Kiya jana chahiye. Corrupted politicians par NSA, UAPA lagaao.... Corrupted politicians ko soft corner Kyo????? Jago Janta Janardan Jago.....JAY HIND JAY BHARAT AKHAND BHARAT.
क्या इतने दिनों तक जेल में रहने के बावजूद भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहना क्या न्याय पालिका के लिए काला अध्याय नहीं है। क्या ये भविष्य के लिए कुंआ नहीं खोदा जा रहा है🎉😮😢😂
सबसे बड़ा कोर्ट मे भी अब जोल झोल हे मोदीजी चाहे कितनी भी भरस्टाचार खतम करने की ताकत लगा दे कुछ नहीं होना हे सिस्टम मे जो बैठे हे वो नहीं चाहते भारत को सही करना
लगता है कमिशन केलिऐ यै भूमिका बाँन्ध् रहाहै कौलौज्यिम् सिस्टम और सिस्टम त्रंत्र् पुरा भ्रष्टाचारि है ईसिलिऐ श्रेष्ठ नरेंद्र लेकिन अकेला चना भाँर नही फोरती है अब जागृत हिन्दुत्व और सनातन को महाभियोग अनिवार्य हो गया श्रेष्ठ भारत केलिऐ ❤🚩🙏🇮🇳
आखिर सुप्रीम कोर्ट को बेल देने की इतनी जल्दी इस केस मे ही क्यो है यह समझ से परे है एक सबसे बड़ी बात यह भी है कि tampering of digital evidence को भी supreme court crime नही मानता और उल्टे ऐजेन्सी को ही हडकाना भी एक हतप्रभ करने वाली बात है
आदरणीय सर, आप पूर्ण सत्य कह रहे हैं की शासकीय कर्मचारी शासन के साथ बिल्कुल नहीं है ,शासन की योजनाओं का सही तरीके लागू नहीं किया जाता है,इसी प्रकार पूलिस भी शासन के साथ सहयोग न करते हुए इस प्रकार की कार्रवाई करती है जिससे शासन बदनाम हो
ऐसा प्रतीत होता है, जैसे कोई राजनैतिकपार्टी चुनाव से पहले अपने वैचारिक आधार पर अपनी नीति का घोषणा पत्र जारी कर अपनी मंशा जाहिर करतीं हैं | उसी तरह मा० न्यायधीश भी नियुक्ति से पहले ही अपने वैचारिक मंशा बना लेते हैं | हमारे देश के कानून ऐसे उलझे हुए बनाये गये हैं कि जितने जज और जितने भी किस्म के अपराधी ( हैसियत और जुगाड़ के आधार पर ) हर एक ही जैसे मामलों में अलग अलग अनेकों प्रकार की विवेचनायें और फैसले देखने को मिलते हैं !
देश के citizen केवल ईश्वर के ही भरोसे हैं, न्याय केवल और केवल ईश्वर ही दे सकता है भारत में। बाकी सिस्टम अदालतें पुलिस व्यवस्था सब के सब कुछ लोगों को जीविका का साधन मात्र हैं।
नेता का एक ही धर्म है,भ्रष्टाचार करो ,देश के खजाने को लूटों । मजे से राज करते रहो । ई डी ,सीबीआई के सबूत न्यायलय को मान्य नहीं है । ऐसे ही जजों की जरूरत है ।l
Kya loot hogi. Janta kaa paisa politicians k pass Politicians kee loot S Court ke pass. Real Lutera being S Court . Haa Haa Haa Supreme Court Zindabaad Zindaabad Zindaabad
क्या कोर्ट भी ऐजिटेशन का हिस्सा बन जाएँगे जैसा बांग्लादेश में हुआ क्योंकि यह खेल सामान्य जन भी तो देख रहा है और जूडिशीएरी जमावट देने के लिए क़ानून को ताक में रख अपने लिए नये रास्ते बनाने के लिए रास्ता खोज रही है दुनिया में ऐसा ही हो रहा है जिसके पास पैसे हैं वह सबको ख़रीदता है और शासन को भी अपने अधीन के लिए सत्ता भी ग्रहण कर लेता है.
सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी है की जमानत आदमी का मौलिक अधिकारहै उसके लिए गए बयान क्या आधार पर उसको जो है विरासत में नहीं रखा जा सकता है तो। सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी समाज में यह भी संदेश देना चाहती है कि अपराध एवं भ्रष्टाचार करना भी एक मौलिक अधिकार है क्योंकि लोकतंत्र में व्यापक व्यवस्था में भ्रष्टाचार का एविडेंस नहीं होता है लोकतंत्र व्यवस्था में भारतीय जनमानस में न्यायाधीश की बहुत बड़ी राष्ट्र के प्रति बड़ी बड़ी जिम्मेदारियां होती है यदि जमानत मौलिक अधिकार है तो हजारों कैदी बिना किसी के चले ही बंद है मानवीय दृष्टिकोण से उन पर विचार किया जाना चाहिए
दुबेजी जब भांग कुये के जल में ही मिली हो तो पानी पीनेवाले सभी नशे में होंगे यानी पुरा गांव - इसका इलाज या तो कुए का सारा जल बाहर निकालो या नया कूवा खोदो ??
सीधी सी बात हे की इतना बड़ा घोटाला हुआ तो यही तो बार बार नीचे से ऊपर तक जाते हे अगर मन बना ही चुके हे तो इन्हें भी छोड़ दो,क्यों कि जो संस्थाएं अपने रात दिन एक कर सैकड़ों अधिकारी अपना काम कर रहे हे ओर वोही सिस्टम में बैठे जब मन बना ही चुके हे तो दिखावा क्यों,देश का इक भी भ्रष्टाचारी इस तरह तो कभी जेल ही नहीं जाएगा,ओर न सिस्टम जाने देगा,
शुरुआत से इस तरह के उम्मीद भारतीय न्याय व्यवस्था से थी, हमारे न्याय व्यवस्था भ्रष्टाचार के गंगोत्री है इसमें प्रायः सभी स्तरों के न्यायाधीश अपने हाथ धोते रहते हैं तो अभी के 'सर्वोच्च' भी हाथ धोने में सम्मिलित हो गए तो, कोई आश्चर्य की बात नहीं क्यों कि यही भारतीय न्याय व्यवस्था है 😢😢
सबसे अधिक करप्शन न्याय पालिका में है खुद तो मुकदमे पचास पचास साल लटकाए रखते हैं तारिख पे तारीख और जांच अधिकारियों को कहते हैं तीन महीने में करप्शन के सबुत पेश करो जब तक न्याय पालिका में सुधार जरूरी है
भारत की न्याय व्यवस्था में इतना लोच है कि इससे न आरोपी का कुछ नुकसान होता है, न जांच एजेंसियों का कुछ बिगडता है, न्यायालय का हड़काने निरर्थक है। न न्यायालय का कुछ बिगड़ता है,न न्यायाधीश का और न वकीलों का। इसलिए किसी को कोई डर है न दर्द होता है। समय और पैसा बर्बाद होता है तो जनता का होता है। जनतंत्र में जनता तो बिचारी होती है, सीधे तौर पर कुछ कर नहीं सकती। इसी तंत्र के भरोसे उसी से पीसी जाती है।
नेता और पैसे वाले यह जानते है कि कितना भी जघन्य अपराध कर लो भारत वर्ष की न्याय पालिका में बड़े बड़े वकील करके मामले को जितना चाहे उतना लंबित किया जा सकता है और आगे चलकर यह मामला ठंढे बस्ते में चला जायेगा या मामले से संबंधित व्यक्ति ही अपनी आयु पूरी करके बा इज्जत निकल जायेगा ।
Your comments are ok but what is happening in the courts that AAP chitters are moving free like Mamta and destroying the law of the land. We have lost our faith in SC.
बिके हुए सिस्टम से न्याय की उम्मीद व्यर्थ है।
मोदी सरकार की मेहनत और निष्ठा व्यर्थ है।
संसद से कानून बनाकर बेल के खेल पर रोक लगाया जाए।
मै माननीय मंत्री जी से इस बेल के विषय पर वार्ता करुंगा
मोदी के कारण ही हो रहा है दस साल पूर्ण बहुमत के सरकार मे एक भी कठोर कानून नही बनाए हैं देश हित समाज हित में मोदी भी मिले हुए हैं इनको केवल विदेश घूमना है और क्या विकाश से देश सुरक्षित हो जायेगा देश समाज सुरक्षित कठोर कानून से होगा जो मोदी भी नही किए इसलिए मोदी को कुर्सी छोड़ देना चाहिए और योगी जी को पीएम बनाना चाहिए जिससे देश समाज सुरक्षित हो मोदी डरपोक पीएम है
*॥ॐ: नमस्ते सदा वत्सले मातृभुमे त्यवा हिन्दुभुमे सुखम वरधि तोहम, महामंगले पुण्यभुमे त्यदर्थे पतत्ये सकायो नमस्ते नमस्ते ॐ:॥*
*॥॥॥:वंदे मातरम् :॥॥॥*
*” जय हिन्दु राष्ट्र “ साथे “ जय जय श्रीकृष्ण “*
*बिलकुल बराबर तो पण ,- हवे तो गुजरात पर विश्वास राखो ज , श्रीमद् भगवत् गीताजीनो अभ्यास करो ज , सनातन धर्म विषे समजो / समजावो - धन्यवाद *
*🙏🌹🕉️🚩જય જય શ્રીરામ ; જય જય શ્રીકૃષ્ણ🚩🕉️🌹🙏*
ये काम पिछले 5 सालों में करने थे अब ठन ठन गोपाल
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम 🚩 चरैवेति चरैवेति... । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड 🚩 वन्देमातरम् वन्देमातरम् वन्देमातरम् 🇮🇳 ओ३म् 🚩
जो न्याय गरीब अमीर के बीच अलग अलग व्यवहार करता है वह न्याय नहीं हैं
अगर सबको बेल देना है फिर एक वर्ष में पूरी सुनवाई पूरी होनी चाहिए , और अगर वो अपराधी दुबारा अपराध करे तो वही अपराध पर न्यायधशिश को सजा मिले
उच्चतम न्यायालय का साथ भ्रष्टाचारी नेताओं के साथ।
Audit the performances of judges including their income.
@@NVPATna hi inki income ki jaanch hoti h na inn bhrast logo ke mann mane faislo ki
हाईकोर्ट का फैंसला सच होने के बावजूद भी ये जूठी सुप्रीमकोर्ट हाईकोर्ट के सारे फैंसले पलट देता है और हाईकोर्ट को जूठी साबित कर देता है ।।
This is tooo bad. Kejriwal is part of Soros Ford CIA ISI US deep State ecosystem. So, they want kejriwal out at any cost and apparently our agencies are very very slow in their job.
Left-Liberal ecosystem जमात की बिकी हुई न्याय व्यवस्था 😡
❤ भारत के लिये दुर्भाग्य है ऐसे लोग ❤
भ्रष्टाचारियों को कभी सजा नहीं होती। सजा हो तो कभी उस पर अमल नहीं होता, लोवर कोर्ट द्वारा दी सजा पर हाई कोर्ट और हाई कोर्ट द्वारा दी गई सजा पर सुप्रीम रोक लग जाती है। सजापर रोक के लिए सुनवाई भी तुरंत।
SC is anty ED/CBI
अब तो एसा लगता है कि अज्ञात वीरो को विदेश से भारत लाना चाहिए
बील कुल सही,, यहां ही अज्ञात वीरों खडे हो जाये तो?
काली कमाई की आखिरी किश्त मिल गई होगी लोंडो को इसलिए सबको छोड़ेंगे
साफ है कि कोर्ट मन बना चुका है कि केजरीवाल एण्ड सहयोगियो को हरियाणा चुनाव से पहले छोड देना है। लगता है सब सैटिंग हो चुका है। भ्रष्टाचार समाप्त करना श्री मोदी जी का सपना माननीय कभी पूरा नही होने देगें।
तभी तो आप का स्टार प्रचारक में खुजलीवाल सबसे ऊपर है
Sir Salute you for true Lines
कुल मिलाकर अब keserwal को bail देंगे setting हो गया है 😂😂😂😂😂
अब NIA की बारी है हरकत मे आने की,
नेशनल हेरोल्ड केस मे क्यो देरी हो रही है, मोदी defamation केस मे राहुल गांधी कब तक बेल पे बाहर रहेंगे
भारत के लिए कोई भगवान का आशीर्वाद भी काम करेगा क्या?!? ये लोग पैसे के पुजारी है ।भ्रष्टाचार ऊपर से नीचे तक कांग्रेस के कल में फैला है
ईसीलीए कभि भी भस्टाचार खत्म नही होने वाला सरकार जाच अजेन्सिया ज्युडिसर के रवया ही लचिलाहै
कोई भी हो, जज हों, CB I या कोई C M हो, गलत करेगें तो जेल जाना होगा, हर एक को, अपने कर्तव्य का सही-सही पालन करना होगा, पछपात पुरण कोई भी काम बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
मोदी जी तूफान हैं और उनकी popularity अभी भी देश में सबसे top पर है। बाकी सभी news Maker हैं। जनता जान ले।
सब गोलमाल है,
षड्यंत्रकारी को राहत देने के लिए,
ढंग ढांग से काम चल रहा है।
एजेंसियां पर कितना विश्वास
रखना चाहिए ❓
🚩🚩🚩🇮🇳🚩🚩🚩
Loota hey use lotana hoga ? Kab ? Modfiji when this will this slogan work ? It is not working . Corruption is rampant amongst goverment servants.
देश का दुर्भाग्य न्यायिक प्रक्रिया
सुप्रीम कोर्ट देश में अराजकता बढा़ रही हैं..... जिस दिन बंगला देश जैसे होगा सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट के जज का इस्तीफा होगा.....
वोट आ रहा हैं ईसलिये,कंजर वाल कौ बाहर निकालना है।
Supreme Court is managed by Kapil सिब्बल, Manu Singhvi, some few advocates.
Kejriwal will get bail from Supreme कोठा.
दुबे जी इस केस में लगभग 10 साल लगेंगे केजरीवाल एंड कंपनी का कुछ नहीं होगा वो और उसका पुरा गैंग फुल मस्ती करेंगे
इन न्यायाधीश और हमारी गली सड़ी न्यायव्यवस्था की वजह से ही भ्रष्टाचारीयों का होंसला बुलन्द होता है
इस केस में पूरी गलती ईडी और सीबीआई की है।ये लोग जल्दी चार्जशीट फाइल क्यों नहीं कर रहे है।अगर इनके पास सारे सबूत है तो 10 की जगह 20 लोग लगा के चार्जशीट फाइल करके ट्रायल कोर्ट मैं चलाएं केस।
फिर वहां judge सबूत dekh kar inhe saja suna dega।
संविधान मे सभी को न्याय की व्यवस्था की अवधारणा मे न्याय कहाॅ दिखता है। लोअर कोर्ट मे कोर्ट फीस जमा कराओ वर्षो बाद फैसला आएगा, फिर अपील पर कोर्ट फीस उसका फैसला कब होगा कोई पता नही। यदि इसकी अपील करनी है तो कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक सर्वोच्च न्यायालय उसपर वकील की मोटी फीस। क्या गरीब को न्याय है। नही ?
सुप्रीम कोठा से कोई अच्छाई की उम्मीद नहीं
Shame on judges and chhapri neta.
Sir ji presently judiciary is acting 3rd front of India and timely favours and strengthen the opposition!!
These supreme court judges are working like front line workers of Aam Aadmi party
कौन नहीं जानता कि मीया लाल कौन हैं? अपराधियों को खुला छोड़ने के लिए सब कुछ करेंगे
केजरवाल को बेल . मिलाना तय हैं.
सवाल ये है की जेल में रखना है या जमानत लेना देना नही है। अगर एजेंसी 9 महीने में जांच नही कर सकती है तो क्या बोला जाए।
*॥ॐ: नमस्ते सदा वत्सले मातृभुमे त्यवा हिन्दुभुमे सुखम वरधि तोहम, महामंगले पुण्यभुमे त्यदर्थे पतत्ये सकायो नमस्ते नमस्ते ॐ:॥*
*॥॥॥:वंदे मातरम् :॥॥॥*
*” जय हिन्दु राष्ट्र “ साथे “ जय जय श्रीकृष्ण “*
*बिलकुल बराबर , सटीक , रोचक दर्शन / प्रस्तुति / स्वर ❤~> साधु साधु
मोदीजी सरकार बहोत हो रहा है.कोर्ट हो न्यायालये हो,वकीलौंकी झुंड हो.कारवाई जरूरी है.हर हर महादेव 🚩.
खुजली सुप्रीम कोठे का दामाद है और सिंघवी कपिल सिब्बल जैसे वकीलों की रखैल है इसलिए खुजली को जमानत तो मिलनी ही मिलनी है कोई रोक ही नहीं सकता
राहुल गांधी ने साफ़ बोल दिया था की ED की raid पड़ने वाली है. सिस्टम में इनके भी खास लोग हैं. जो अंदर की खबर निकाल रहे हैं.
कुछ नही होगा थोड़े दिन में सब इस केस को सब भूल जाएंगे और ऐस करेंगे जैसे लालू कर रहे है
मोदीजी ने बेशक कभी ये सार्वजनिक कहा था की " मेने यहीं आ कर देखा कि दिखाना क्या?,देखना कहां!, कहना क्या!, आदि आदि......
आज मोदीजी कुछ वर्षों का अनुभव ले कर बैठे है।
जो भी करना है, वो संविधान के दायरे में। एक बार जब कोई भी धारले तो फिर क्या न्यायपालिका, क्या राजनीज्ञ। क्या देश क्या विदेश। फार्मूला तो एक ही लगेगा। फिर समय साथ होना चाहिए, जो निश्चित सत्य के साथ रहा हे, फिलहाल मोदीजी के साथ नजर आ रहा है। बाकि आगे देख ही रहे हे आप भी और हम भी। जय जय।
Supreme Court Shaque ke Daayre mein hai !
Judiciary biki hue hai. Judiciary reform hona chahiye.
Suprim Court bandh kar dena Chahiye janta ka paisa west ho raha hai 😮😮😮😮😅
देश का क़ानून हर एक के लिए समान नहीं है पैसा है तो सुप्रीम अदालत भी बिकने के लिए तैयार है
Judiciary reform ki jaroorat hai. Collegium system hatao, desh bachao.
NJAC ko jald se jald implement Kiya jana chahiye.
Corrupted politicians par NSA, UAPA lagaao....
Corrupted politicians ko soft corner Kyo?????
Jago Janta Janardan Jago.....JAY HIND JAY BHARAT AKHAND BHARAT.
क्या इतने दिनों तक जेल में रहने के बावजूद भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहना क्या न्याय पालिका के लिए काला अध्याय नहीं है। क्या ये भविष्य के लिए कुंआ नहीं खोदा जा रहा है🎉😮😢😂
Aap to कानून के पंडित हो इस न्याय के तोर तरीके के बारे मे क्या खयाल है न्यायपालिका मे केसे सुधार हो सकता है
In India if you can't manage Police, CBI/ED, you manage Judiciary.
इस प प्रकरण.में किसी को सजा होगी ऐसा सोचना भी बेमानी होगा,विशेषकर जब पूरे सिस्टम में ही भांग घुली हो।
2047 kya aane wale 100.salo me v aise Judiciary ke rahte desh me corruption khatam nhi hoga.
सबसे बड़ा कोर्ट मे भी अब जोल झोल हे मोदीजी चाहे कितनी भी भरस्टाचार खतम करने की ताकत लगा दे कुछ नहीं होना हे सिस्टम मे जो बैठे हे वो नहीं चाहते भारत को सही करना
आदरणीय आपका विश्लेषण और विचार स्वागत योग्य है।❤❤❤❤❤
Golmal between
kejri Vs HC & SC
Verdict main bhi golmal
Kuchh sochna padega
😮😮😮
लगता है कमिशन केलिऐ यै भूमिका बाँन्ध् रहाहै कौलौज्यिम् सिस्टम और सिस्टम त्रंत्र् पुरा भ्रष्टाचारि है ईसिलिऐ श्रेष्ठ नरेंद्र लेकिन अकेला चना भाँर नही फोरती है अब जागृत हिन्दुत्व और सनातन को महाभियोग अनिवार्य हो गया श्रेष्ठ भारत केलिऐ ❤🚩🙏🇮🇳
आखिर सुप्रीम कोर्ट को बेल देने की इतनी जल्दी इस केस मे ही क्यो है
यह समझ से परे है
एक सबसे बड़ी बात यह भी है कि tampering of digital evidence को भी supreme court crime नही मानता और उल्टे ऐजेन्सी को ही हडकाना भी एक हतप्रभ करने वाली बात है
Court for elite class only
ये नया भारत है!
ये नया सुप्रीम कोर्ट है!
Very very nice your views
मियां लार्ड्स को हैवी माल ऑफर किया जाता है
आखिर वो भी इंसान हैं लार टपक ही जाती है
खाओ और खिलाओ 😊
जज साहब प्लीज्ड हो गये है।गलत सही सब सही
जिम कर्मचारियों को हम पेंशन देने की बात कर रहे हैं वह कर्मचारी कोर्ट में ठीक से जनता का पक्ष भी नहीं रख पा रहे कैसा दुर्भाग्य है भारत की जनता का
Patriotism subject should be added from 7th class .
It should include from economics, bureaucracy, politics, armed forces and judiciary..
Jai shree Ram Har Har Mahadev
आदरणीय सर, आप पूर्ण सत्य कह रहे हैं की शासकीय कर्मचारी शासन के साथ बिल्कुल नहीं है ,शासन की योजनाओं का सही तरीके लागू नहीं किया जाता है,इसी प्रकार पूलिस भी शासन के साथ सहयोग न करते हुए इस प्रकार की कार्रवाई करती है जिससे शासन बदनाम हो
ऐसा प्रतीत होता है, जैसे कोई राजनैतिकपार्टी चुनाव से पहले अपने वैचारिक आधार पर अपनी नीति का घोषणा पत्र जारी कर अपनी मंशा जाहिर करतीं हैं | उसी तरह मा० न्यायधीश भी नियुक्ति से पहले ही अपने वैचारिक मंशा बना लेते हैं | हमारे देश के कानून ऐसे उलझे हुए बनाये गये हैं कि जितने जज और जितने भी किस्म के अपराधी ( हैसियत और जुगाड़ के आधार पर ) हर एक ही जैसे मामलों में अलग अलग अनेकों प्रकार की विवेचनायें और फैसले देखने को मिलते हैं !
देश के citizen केवल ईश्वर के ही भरोसे हैं, न्याय केवल और केवल ईश्वर ही दे सकता है भारत में। बाकी सिस्टम अदालतें पुलिस व्यवस्था सब के सब कुछ लोगों को जीविका का साधन मात्र हैं।
लगता है कि किसी भी राजनीतिक अपराधी नेता के मामले को लटकाने भटकाने में एजेंसियां और अदालते दोनों बराबर की जिम्मेदार हैं
नेता का एक ही धर्म है,भ्रष्टाचार करो ,देश के खजाने को लूटों ।
मजे से राज करते रहो ।
ई डी ,सीबीआई के
सबूत न्यायलय को मान्य नहीं है ।
ऐसे ही जजों की जरूरत है ।l
Kya loot hogi.
Janta kaa paisa politicians k pass
Politicians kee loot S Court ke pass.
Real Lutera being S Court . Haa Haa Haa
Supreme Court Zindabaad Zindaabad Zindaabad
क्या कोर्ट भी ऐजिटेशन का हिस्सा बन जाएँगे जैसा बांग्लादेश में हुआ क्योंकि यह खेल सामान्य जन भी तो देख रहा है और जूडिशीएरी जमावट देने के लिए क़ानून को ताक में रख अपने लिए नये रास्ते बनाने के लिए रास्ता खोज रही है दुनिया में ऐसा ही हो रहा है जिसके पास पैसे हैं वह सबको ख़रीदता है और शासन को भी अपने अधीन के लिए सत्ता भी ग्रहण कर लेता है.
MHA क्यों नहीं ED और सीबीआई से रिपोर्ट लेती है। सुशांत सिंह के केस में हमने देखा 15 लोगो की सीबीआई की टीम बनाई गई पर कुछ रिजल्ट नही निकला
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि
जज फैसला पैसा ले कर करते हैं
बिकी हुए judge's और वकीलों से ऐसे उम्मीद कर सकती है
सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी है की जमानत आदमी का मौलिक अधिकारहै उसके लिए गए बयान क्या आधार पर उसको जो है विरासत में नहीं रखा जा सकता है तो। सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी समाज में यह भी संदेश देना चाहती है कि अपराध एवं भ्रष्टाचार करना भी एक मौलिक अधिकार है क्योंकि लोकतंत्र में व्यापक व्यवस्था में भ्रष्टाचार का एविडेंस नहीं होता है लोकतंत्र व्यवस्था में भारतीय जनमानस में न्यायाधीश की बहुत बड़ी राष्ट्र के प्रति बड़ी बड़ी जिम्मेदारियां होती है यदि जमानत मौलिक अधिकार है तो हजारों कैदी बिना किसी के चले ही बंद है मानवीय दृष्टिकोण से उन पर विचार किया जाना चाहिए
दुबेजी जब भांग कुये के जल में ही मिली हो तो पानी पीनेवाले सभी नशे में होंगे यानी पुरा गांव - इसका इलाज या तो कुए का सारा जल बाहर निकालो या नया कूवा खोदो ??
Next is Kejri...just wait for few days.....
Preface for Kejriwal's bail.
बेल की जगह न्यायालय केस की सुनवाई जल्दी कर फैसला करे
सुप्रीम कोर्ट पर नकेल कसने के लिए सुप्रीम कोर्ट नियंत्रण कानून शीघ्र बनना चाहिए
हमारा सुप्रीमकोर्ट न सविंधान मानता न अपने ही पूर्व के निर्णयों को मानता है।
सुप्रीम कोर्ट नही कोठा हो चुका है और हिंदुओ मे एकता नही है यदि एकता होता तो सब सुधर जाते
सीधी सी बात हे की इतना बड़ा घोटाला हुआ तो यही तो बार बार नीचे से ऊपर तक जाते हे अगर मन बना ही चुके हे तो इन्हें भी छोड़ दो,क्यों कि जो संस्थाएं अपने रात दिन एक कर सैकड़ों अधिकारी अपना काम कर रहे हे ओर वोही सिस्टम में बैठे जब मन बना ही चुके हे तो दिखावा क्यों,देश का इक भी भ्रष्टाचारी इस तरह तो कभी जेल ही नहीं जाएगा,ओर न सिस्टम जाने देगा,
शुरुआत से इस तरह के उम्मीद भारतीय न्याय व्यवस्था से थी, हमारे न्याय व्यवस्था भ्रष्टाचार के गंगोत्री है इसमें प्रायः सभी स्तरों के न्यायाधीश अपने हाथ धोते रहते हैं तो अभी के 'सर्वोच्च' भी हाथ धोने में सम्मिलित हो गए तो, कोई आश्चर्य की बात नहीं क्यों कि यही भारतीय न्याय व्यवस्था है 😢😢
सबसे अधिक करप्शन न्याय पालिका में है खुद तो मुकदमे पचास पचास साल लटकाए रखते हैं तारिख पे तारीख और जांच अधिकारियों को कहते हैं तीन महीने में करप्शन के सबुत पेश करो जब तक न्याय पालिका में सुधार जरूरी है
Cartoonium सिस्टम की प्रोब्लम है, NJAC पर लंबी नींद बीजेपी की प्रोब्लम की जड़ में है
Beurocrate politicians n judges ko corruption ki khuli chhut hona chahiye baki third class employees ke khilaf hi.corruption ka case hona chahiye
Nothing will happen to Kejriwal’s gang.Super court super currept
आज तक कौन नेता जेल और सजा भुगता दो चार गया भी तो केवल खानापूर्ति के लिए कि कानून सब के लिए एक है
यहां भी खानापूर्ति हो रहा है।
अब courts के लिए honourable title अखरने लगा है.
Ye paisa bolta hai... kejriwal will get bail. As pocket mai paisa aagaya
When bail is a rule then so many people are lying in jail
Waah re supereem cort ji ho caripction jandabaad
सब बिके है. .
भारत की न्याय व्यवस्था में इतना लोच है कि इससे न आरोपी का कुछ नुकसान होता है, न जांच एजेंसियों का कुछ बिगडता है, न्यायालय का हड़काने निरर्थक है। न न्यायालय का कुछ बिगड़ता है,न न्यायाधीश का और न वकीलों का। इसलिए किसी को कोई डर है न दर्द होता है। समय और पैसा बर्बाद होता है तो जनता का होता है। जनतंत्र में जनता तो बिचारी होती है, सीधे तौर पर कुछ कर नहीं सकती। इसी तंत्र के भरोसे उसी से पीसी जाती है।
नेता और पैसे वाले यह जानते है कि कितना भी जघन्य अपराध कर लो भारत वर्ष की न्याय पालिका में बड़े बड़े वकील करके मामले को जितना चाहे उतना लंबित किया जा सकता है और आगे चलकर यह मामला ठंढे बस्ते में चला जायेगा या मामले से संबंधित व्यक्ति ही अपनी आयु पूरी करके बा इज्जत निकल जायेगा ।
Modi ji se request hai SC ke Mansa ke anurup corruption par karywahi bnd kr do . America ho ya China ya European desh sabko corrupt india hi psnd hai.
Your comments are ok but what is happening in the courts that AAP chitters are moving free like Mamta and destroying the law of the land.
We have lost our faith in SC.
दुबे जी SC की डिबेट के अनुसार क्या ये नहीं लगता है कि judges ने पूरा मन बना रखा है कि बेल देना ही है चाहे आप कुछ भी कर लो
Why don’t CBI and ED fast track the procedures and file urgent charge sheets.
मतलब अब BRS का बीजेपी में विलय होना निश्चित है।
तीन सौ करोड़ी पूर्ण कालिक प्रचारक तो कश्मीर से माल समेट कर निकल गया। दिल्ली में बाकी के करोड़ी पूर्ण कालिक प्रचारक माल समेट रहे हैं।
बड़े- बड़न केर सब , करैं औ सोचैं भला ।
मामले सब एक ही हैं , पर छोटन को कानून का डण्डा डला ।।
माननीय न्यायाधीश न्यायमूर्ति भी COURPTS हो गए हैं पैसा फैको बेल पाओ