भाई इस से पहले मुगले आजम पाकीजा फिल्म आ चुकी थी और उससे पहले आजादी के टाइम के दुरान भी एक फिल्म आई थी नाम याद नहीं शेख मुख्तयार जो एक्टर था उस फिल्म मैं शेख जो बाद मैं पाकिस्तान चला गया था वो एक बंदर बंदरिया का खेल दिखाने वाला मदारी के रोल मैं था उस वक्त रेलवे स्टेशन पर लोग हिंदू चाय मुस्लिम चाय बेचते दिखाए गए तब शेख मुख्तयार ने मुस्लिम की चाय और हिंदू की चाय बोल कर बेचने वाले दोनों को बुलाया दोनों से चाय ली और पी। पी कर स्वाद बताया के स्वाद तो एक है अब समझो जो लोग चाय मैं अपना मूत्र पिसाब ख़खार थूक डाल कर पिला रहे थे उसको प्रमोट किया नहीं तो हमारे पुराने हिंदू सनातनी लोग अपना धर्म बचाने के लिए बाजार से कोई चीज लेकर नहीं खाते थे
🌹🚜🇮🇱🛕🌹🌹🌹🌹🌹🚜 फिल्म वाले पाकिस्तान के हिरा मनडि के वैशिया के नजायज औलादों है फिल्में हिन्दू को मन्दिर के लुटेरे दिखाता है मन्दिर में रेप करते दिखाता है अपराधी दिखाया जाता है नजायज औलादों को पांच बकत के नबाजि सचे मुसलमान बतायेगा दोगलापन है
सर, आज मेरी आयु 60 है, आज में अहसास कर रहा हुं कि मेरे बचपन और युवा अवस्था में मैं इससे कितना अनभिज्ञ था और उस वक्त फिल्मो से जो परोसा जाता था उससे काफी प्रभावित रहता था
हाँ भाई जी , फिल्म दीवार विजय ( अमिताभ बच्चन ) ' जी ' शिव मंदिर में महादेव जी की पूजा नहीं करता 786 के बिल्ले की इबादत करता है ! फिल्म कश्मीर फाइल देख कर ट्विटर पर एक ट्वीट किया -- जब हम नहीं जानते थे अब हम जानते हैं ? संदेश साफ़ है और वोट मोदी जी को देते हैं पत्नी चाहे किसी पार्टी में हो 🙏
महोदय जी। मैंने तो लगभग 9 वर्षों से बोलीवुड का बहिष्कार कर रखा है। मैने और मेरे बेटे ने 9 वर्षों से कोई भी फिल्म सिनेमा, टी.वी. या मोबाईल पर नहीं देखी।
अन्नू कपूर ने मोदी राज मे फिल्मो का एजेन्डा जो मुस्लिम को ऊँचा दिखाना और हिन्दुओं को पोंगा बताकर उनका मजाक उड़ाना इस तथ्य को ऊजागर करने की हिम्मत की है ऐसी सच्चाई उजागर करने के लिये हम उनकी सराहना करते है ।
साहब तीन पीढ़ियों से मुस्लिमौं के अन्डर में हाजी मस्तान लाला दाऊद जसे चाहा किया अंग्रेजी चगंरेजी सिस्टम के तहत भारत सनातन आयुर्वेद भचाओ अभियान प्रणाम भारत
दुबे जी राम राम , आज सत्तर साल की उमर हो गई है बचपनसे सिर्फ़ और सिर्फ़ दो आना यानी सिर्फ बारह पैसे से सांताक्रूज में रुप टॉकिज में पिक्चर देखे थे और सारे हीरो हिन्दू और हिरोइनी मुस्लिम थी मगर हमारे फिल्म इन्डस्ट्री में कभी भी हिन्दू मुस्लीम ये भेद भाव नहीं होता था मगर जब से खानों की इंट्रि हुई फिल्म इन्डस्ट्री में रणजीस और साजिश होने लगी कभी हिन्दू देवताओंका मजाक तो कभी हिन्दू हीरो को नीचे दिखाने काम या हीरोइन मर्डर उनसे शादी करना, करके छोड़ देना दुसरी हिन्दू हिरोइन से शादी करना और बच्चो के नाम येसा रखना जीस से हिन्दू चिड जाये ये सारी गन्दगी इस फिल्म इन्डस्ट्री होने लगा है, देश के सारे हिन्दुओं ने इसका विरोध कराना चाहिए ।।जय हिंद जय भारत अखण्ड हिन्दूस्थान ।।
बिषय तो यह बहुत गम्भीर है लेकिन हमारे हिन्दुओं में लोग कभी भी गम्भीर रहे ही नहीं, अपने धर्म के लिए और अपने समाज के लिए | इसकी परिणित आज हमारे सामने है | भविष्य में और अधिक गम्भीर परिणाम होंगे, यदि हिन्दू अभी भी कुछ समय हाथ में रहते हुए संभलकर नहीं चला तो |
हर हिन्दी सिनेमा मे नोकर का नाम "रामु:" ही रखा जाता था - यह याद भुलना नही चाहिए- रामु चाचा याने "राम" जी का अपमान यही मुबंई फिल्म इस्लामीक अभिनेता + दाउड इब्राहिम स्लिपरसेल करता था ।
देश बदल रहा हैं।हिंदू मानसिकता बदल रही हैं।फिल्म इंडस्ट्री बदल रही है सबको सबकुछ समझ में आ रहा है 🙏🏿 आत्ममंथन हो रहा है ।आज का भारत सच में बदल रहा है 🙏🏿
फिल्म इंडस्ट्री का ईसलामिककरण बहुत पहले हो गया था सलीम-जावेद के आने से पहले ही ईसलामिक हो गया था जब बी आर चोपड़ा ने फिल्म धूल का फूल बनाईं थी जिसमें एक मुस्लिम चरित्र दिखाया गया था जो एक अनाथ हिन्दू बच्चे को पालता है और फिर यह गाना भी गाता है तू हिन्दू बनेगा ना मुस्लमान बनेगा इंसान की औलाद है इंसान बनेगा ईस तरह यह फिल्म बनाई थी बी आर चोपड़ा ने 1959 मे जबकि बी आर चोपड़ा स्वयं 1947 मे पाकिस्तान से लुटपिटकर आ गये थे और ईसी तरह से एक और निर्माता निर्देशक थे एच एस रवैल यह भी मुस्लिम परिवेश मे फिल्में बनाते थे और जिसमें उर्दू की भरमार होती थी जबकि एच एस रवैल भी 1947 मे पाकिस्तान से भागकर भारत आ गये थे परिवार समेत और लुटपिटकर आये थे पर ईन निर्माता निर्देशकों ने तब भी कोई सबक नहीं सीखा ओर मुस्लिम परिवेश मे फिल्म बनाते थे या फिर फिल्म का मुख्य पात्र सीधा-सीधा मुस्लिम होता है ईस तरह से फिल्म इंडस्ट्री का ईसलामिककरण के लिए बी आर चोपड़ा एच एस रवैल जैसे हिन्दू निर्माता निर्देशक जिम्मेदार है जो सबकुछ लुटपिटकर पाकिस्तान से आये थे और सब कुछ जानते हुए भी ईन जेहादियों की ध्यान मे रखकर फिल्में बनाते थे जिसमें उर्दू शब्दों की भरमार होती थी ओर फिर सलीम-जावेद को यहीं से फिल्मों के ईसलामिककरण की प्रेरणा मिली थी यह एक वास्तविक कड़वी सच्चाई है हिन्दू निर्माता निर्देशकों ने ही भारतीय सिनेमा का जानबूझकर ईसलामिक किया है सब कुछ जानते हुए भी
सेसर बोर्ड में आमूलचूल परिवर्तन कर देना चाहिए, निर्देश सहित कि किसी फिल्म मे हिंदु सनातन को नीचा दिखाने के दृश्य हो, देश के विरूद्ध शाजिश का उपकम हो,उसे रिलीज की अनुमति नहीं देवे।अन्य देश मे प्रदर्शन करे तो निर्माता निर्देशक के खिलाफ राष्ट्र द्रोह की कार्रवाई की जावे।
जय सनातन जय हिन्दुत्व जय नरेंद्र देशहित सर्वोत्तम निर्णय केलिऐ सबकुछ मूम्मकिन हूआ ईसिलिऐ श्रेष्ठ भाजपाई एनडीए सरकार अब गद्दार मुक्त भारत बहुत जरूरी देशहित केलिऐ 🙏🚩
वहां पर भी तन्त्र काबिज है।इसी व्यवस्था में महिला हिन्दू नेत्रियो को मुस्लिम अभिनेता बच्चे पैदा करने की मशीन की तरह यूज कर रहे हैं। न ये राडिया समझ रही ,न ये हिन्दू ।
@@rajeshsharma-hn4do सभी पैसे की टटू है। कुछ अच्छा करता है। मगर देश की सारी खेत अंबानी और अदानी को भेजने की चिक्का मैं था। मोदी खुद जाकर तस्वीरें खींची थी सलमान और खानों के साथ! क्या ,यह जरूरी थी? समझ की कमी है।
@@Brij-p2f अगली बार UPA अधिकार में वापस जाते तो गया देश फिर से भाड़ में। Christian missionaries conversion, Muslims snatching unwanted favours. It's unfortunate to see that our own Hindus are doing this act like they have done with Mughals and English men in power! Just against own land, people and culture! Why do they sell all government companies? Instead of making a decision to sell it, why don't they make a decision to improve it and force for performance of staff ? Effort is same . Cabinet and parliament decision...
शांतिदूत प्रेमदूतो ने हिंदुओ का बेडा गर्क कर दिया फिल्मो मे नाच गा कर हिंदू धर्म का मजाक उड़ना आम बात हो गई खानों के साथ फिल्म करने के लिए हिरोइन तरसती है☹️☹️☹️☹️☹️
अभी तो सिर्फ़ फ़िल्म इमरजेंसी बनने पर इतना घबरा गए हैं कुछ समय और नेहरू के कच्चे चिट्ठे पर फ़िल्म बनेगी उनकी अय्याशी,वोट और सत्ता के लिए जो कुकर्म किए सब युवाओं को बताना जरुरी है 2029 में मोदी जी चौथी बार आए तो सोनिया,राहुल,वाडरा परिवार पर भी फ़िल्म बनेगी कहानी का सामान तो बहुत है फ़िल्म हिट करवाने के लिए
इन दोनों की जोड़ी को बढ़ावा देने में कांग्रेस का पूरा योगदान रहा है क्योंकि उसकी विचारधारा ही मुस्लिम प्रस्त रही है। और आज भी वह पहले जैसी ही चल रही है।
अरे भाई कुशल योद्धा एक साथ बहुत से मोर्चा नहीं खोलता इतने गडडे एक साथ नहीं भरे जा सकते। बस मोदी जी के साथ खडे रहो मैं पंजाब से हूं किसान बिरोधी अंदोलन के समय भी मैं पूरे गांव से दुशमनी लेकर मोदी जी के साथ खड़ा रहा आज पूरा गांव मेरे साथ खड़ा है। लोक सभा चुनाव के समय हम लोगों ने मेहनत की भाजपा छःपरतीशत वोट 19% पहुंच गया धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
चकदे इंडिया के खेल की बखिया उधेड़ी है मनीष जी के डायलॉग में सतीश जी ने खाफी समम पहले उधेड़ कर रखा है,और इसकी गहरी जाँच करने की जरुरत है।जनता के लेट गये भावनाओं की वसूली हो।
ऐसी बहुत सी फिल्मे हैं जिसमें विलेन क्षत्रिय ठाकुर को पंडित को ठग धोखेबाज और मुस्लिमो को अच्छा देशभक्त और मदद करने वाला बताते है ऐसा ही ईसाइयों को अच्छा दिखाया गया ऐसी ही फिल्म है धर्मेंद्र की दोस्त और धर्मेंद्र की इज्जत जिसमें ठाकुर को बलात्कारी और फादर को अच्छा मदद करने वाला बताया गया है ऐसी हजारों फिल्में हैं
आज देश में उस वातावरण का समय आया हैं कि आम आदमी अपनी आवाज़ उठा रहा हैं और अपनी बात लोगो तक पहुँच रही हैं और लोगो की आँखें खुल रही हैं कि देश में पिछले 50 वर्षों से कैसे एक धर्म की ख़िलाफ़ ज़हर भरा जा रहा था और कैसे एक धर्म को अनावश्यक बड़ा बनाके दिखाया जा रहा था । जय भारत जय सनातन संस्कृति 🙏🙏
वालीवुड में पता नही कितने हीरो और हीरोइनों की जिंदगी को बर्बाद करके उनको गुमनामी में भेज दिया है जिनका आज कहीं पता नही चलता है तथा कितने गुमनामी की जिंदगी बिता रहे हैं।
फिल्मों में नाम छुपाकर रहनेवाले, कब हावी हो गए, हमे मालूम नही पड़ा__ यह एक क्षेत्र हुआ, लेकिन कम ज्यादा सभी जगह यह ही स्थिति है__ ( यह सिलसिला फिल्मों कब से शुरू हुआ , उल्लेख नही)__ अज्ञान, आत्मकेंद्री और स्वार्थ लोलुप समाज, इस आधारपार सरकार गठन, तो और परिणीति क्या हो सकती है__
यह सभी कुछ सत्य है कि मोदीजी के आने के बाद लोग मन की बातें बोलने लगे हैं। पहले लोग विशेषकर हिन्दू डर के कारण चुप रहना या मुसलमानों की शान मे कसीदे कडना पसंद करते थे। सरकारी अधिकारी भी आचरण नियमों से बंधा होता है तो चुप/चापलूस बनकर रहता है लेकिन जब सेवा निवृत्त होता है तो बोलने लगता है। सुरक्षित वातावरण होने पर ही तो बोलेगा।
Ye Pahele se chala aa raha hai, purane movie me bhi Rahim chacha gaon ka bhala insan dikhate the aur mandir ka pujari ka rol karne wale ko kapti, chalak dikhate the. Vahi har gane me muslim shabd hota hai.
Baat 100% right, Sangeet Geet bhi Mislim writters lekhte the, jisme saare sabda Urdu ki he, Bhagabàn ke stan par Allah Allah, Khuda etc likha gaya. Bahut bade sajis racha gaya.
Ye 1965 se start hua tha tab film main bhajan hote the iske baad sai baba dam maro dam jaise gane aane lage 1990 ke baad sirf muslim hero aane lage kisi dusre ko establish nhi hone dena
पूरे फिल्म इंडस्ट्री में खान गैंग का कब्ज़ा हो गया है जो कि दाऊद के सपोर्ट से चलता है
काँर्पोरेट आँफिस से लोगोंको इनकी फिल्मे देखने जबरदस्ती भेजते है।
मुकेश अम्बानी जी का भी बहुत योगदान है फ्री नेट युग न आतातो आज भी सामान्य हिन्दू तो जान ही न पाता हमारे देश मे चल क्या रहा
तभी तो पप्पू हालांकि वो पपु नही है हिंदुओ को पप्पू बना रहा है अम्बानी अडानी को रोज सुबह शाम गालियां दे रहा है ।
खुशी है कि देर ही सही हिंदुओ को कुछ ज्ञान तो हुआ, दुख इस बात का है कि आज भी कुछ हिंदू 20हजार का फोन रख कर महंगाई के लिए सरकार को गाली दे रहे हैं
कुछ हिन्दू आज भी बकरों में ही बाप खोज ते दिखाई दे ते है पप्पू पवित्रम पी पी के प्यास बुझाते रहते हैं 💯 सच्चाई
संजु में सलीम छिपे पडे हैं😂😂😂😂😂😂😂😂
मैंने अध्यन किया है कि जब से सलीम-जावेद फिल्म में प्रवेश किया तब से फिल्मों का इस्लामीकरण बढ़ गया।
Very true they wrote stories to make Muslim a hero
साजीद नडीयादवाला भी।
Ganadu hai
@@rickrathore6011pppp0pppppp0ppppppp
भाई इस से पहले मुगले आजम पाकीजा फिल्म आ चुकी थी और उससे पहले आजादी के टाइम के दुरान भी एक फिल्म आई थी नाम याद नहीं शेख मुख्तयार जो एक्टर था उस फिल्म मैं शेख जो बाद मैं पाकिस्तान चला गया था वो एक बंदर बंदरिया का खेल दिखाने वाला मदारी के रोल मैं था उस वक्त रेलवे स्टेशन पर लोग हिंदू चाय मुस्लिम चाय बेचते दिखाए गए तब शेख मुख्तयार ने मुस्लिम की चाय और हिंदू की चाय बोल कर बेचने वाले दोनों को बुलाया दोनों से चाय ली और पी। पी कर स्वाद बताया के स्वाद तो एक है अब समझो जो लोग चाय मैं अपना मूत्र पिसाब ख़खार थूक डाल कर पिला रहे थे उसको प्रमोट किया नहीं तो हमारे पुराने हिंदू सनातनी लोग अपना धर्म बचाने के लिए बाजार से कोई चीज लेकर नहीं खाते थे
सलीम,जावेद और जेहादी खानों की फिल्मों में पंडित बेईमान,जोकर, मुसलमान और ईसाई ईमानदार होते हैं। यह भारत का इस्लामीकरण की साज़िश है।
21 वीं सदी में
जाग उठा सदियों से सोया हुआ
हरेक सत्य सनातन हिन्दुस्तानी आर्य जैन सिख बौद्ध ईसाई समाज
Modi hai to Mumkin hai ❤
Sir ji. PANI KO KETNE BHI DIGREE PAR GRAM KARLO USMY SAY CHINGARI NAHI NIKAL SAKTI. HINDUO KI CHAHY G....D MARLO WO NAHI JAAG SAKTA.
*अबे संतरे तेरा सही धर्म क्या है पहले ये तो तय कर हिंदू या तनातनी, या आर्य साला बाप भी बदलते रहते है और धर्म भी और सीज़न के हिसाब से भगवान भी*
दाऊद के सपोर्ट सही इन लोगोने हिंदू के अभिनेताओं को खतम किया
क्या सच में हिंदू या सनातन जाग गया है अगर सच में जागता तो हर गलत का विरोध होता
खान गैंग ने एक भी हिन्दू अभिनेता को आगे बढ़ने नहीं दिया
अंध भक्त नहीं चलते वह ,quality चाहिए ।।😂😂
Jo andhnamaziyo key pass nahi hai @@pathani.k8443
In suar ke pillo ki ad par bhi channel badal deta hu Israel hi inhe ache trah janta baki vishw nahi
@@pathani.k8443हलाला वाली क्वालिटी ?
🌹🚜🇮🇱🛕🌹🌹🌹🌹🌹🚜 फिल्म वाले पाकिस्तान के हिरा मनडि के वैशिया के नजायज औलादों है फिल्में हिन्दू को मन्दिर के लुटेरे दिखाता है मन्दिर में रेप करते दिखाता है अपराधी दिखाया जाता है नजायज औलादों को पांच बकत के नबाजि सचे मुसलमान बतायेगा दोगलापन है
मुंबई फिल्म उद्योग भारत को इस्लामी देश बनाने का केंद्र बन गया है।जैसे ईस्ट इंडिया कंपनी कोलकाता की केंद्र बनाया था।
मोदी सरकार का सेंसर बोर्ड पर नियंत्रण या दखल नहीं दिखता।जो कि बीजेपी वोटर की अपेक्षा के प्रतिकूल है।
Audience kyu hain samajhdaar log ? Har jagah chhoti si chhoti baat k liye sarkaar lagi rhe to badhe badhe mudde chhot jaayenge .
कुछ ज़िम्मेदारी जनता की भी बनती है@@Nationfirst0205
Inaction by BJP against Muslims.
आप भोला और शंकर वाला भूल गए ,ये तो लेटेस्ट घटना है । जो कंधार विमान अपहरण पर आधारित थी ।
खान गँग ने मराठा आदमी और हिंदू को आगे नहीं बढने दिया जय हो लॉरेन्स बिष्णोई 💐💐🙏
अनु कपूर जी ने सही कहा है
महोदय श्री जी, सुशांत सिन्हा को इस कड़ी मे जोड़कर देखा जाना चाहिये. जय हिंद .जय भारत. वंदे मातरम्.
सर, आज मेरी आयु 60 है, आज में अहसास कर रहा हुं कि मेरे बचपन और युवा अवस्था में मैं इससे कितना अनभिज्ञ था और उस वक्त फिल्मो से जो परोसा जाता था उससे काफी प्रभावित रहता था
आपसे पूर्ण रूप से सहमत हूं।
बिल्कुल सही कह रहे हैं श्री मान जी ।
आप ही नहीं अपन सब पप्पू ही थे।
हाँ भाई जी , फिल्म दीवार विजय ( अमिताभ बच्चन ) ' जी ' शिव मंदिर में महादेव जी की पूजा नहीं करता 786 के बिल्ले की इबादत करता है ! फिल्म कश्मीर फाइल देख कर ट्विटर पर एक ट्वीट किया -- जब हम नहीं जानते थे अब हम जानते हैं ? संदेश साफ़ है और वोट मोदी जी को देते हैं पत्नी चाहे किसी पार्टी में हो 🙏
१९९१ से ही मैंने फ़िल्में देखना बंद कर दिया कारन बालीबूड में दाऊद की बकरियाँ बिलबिला ने लग चुकी थी हम जान चुके थे 😂
महोदय जी। मैंने तो लगभग 9 वर्षों से बोलीवुड का बहिष्कार कर रखा है। मैने और मेरे बेटे ने 9 वर्षों से कोई भी फिल्म सिनेमा, टी.वी. या मोबाईल पर नहीं देखी।
आज का विषय बहुत महत्वपूर्ण है, ये हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है।
इस समय मुंबई फिल्म उद्योग से।मुस्लिम लड़कियों।का प्रवेश रोक दिया गया हैं।
मुझे तो फिल्मोमे काम कयनेवाली मुस्लिम हिरोईन पसंद है जैसे मंदाकिनी, झिनत अमान ,मुमताज,रिनारॉय,परविन बॉबी ई.
माननीय दूबे जी, मुंबई फिल्म इंडस्ट्री के विषय में आपने जो जानकारी बताईं, इस मामले में अनेक काले कारनामें प्रचलित है ।
🚩🚩🚩🇮🇳🚩🚩🚩
अन्नू कपूर ने मोदी राज मे फिल्मो का एजेन्डा जो मुस्लिम को ऊँचा दिखाना और हिन्दुओं को पोंगा बताकर उनका मजाक उड़ाना इस तथ्य को ऊजागर करने की हिम्मत की है ऐसी सच्चाई उजागर करने के लिये हम उनकी सराहना करते है ।
इस बिसय बहुत ही गम्भीर अर खतरनाक प्लान हैं। बिल्कुल सही कहा आपने। मनीष
पिछले ७-८ सालों में एक भी खान फिल्म नहीं देखी मैंने। वैसे भी OTT के समय में अच्छे कलाकारों की फ़िल्में आ रही है जोकि वही नाच गाना नहीं है
Annu Malik ji real bollywood hero...I salute him...Modi Yogi h to Sab kuch mumkin h ❤❤
Annu Malik ya Annu Kapoor..?
Mian, Annu Kapoor hai. Anu malik toh Miyaa hai
Annu kapoor Hindu aur Annu malik shantidoot @@rickrathore6011
Bhaiyya... kis chor ka naam le liye Bhai.
Annu Kapoor ji Aankhen kholne ke liye aapka dhanyvad
साहब तीन पीढ़ियों से मुस्लिमौं के अन्डर में हाजी मस्तान लाला दाऊद जसे चाहा किया अंग्रेजी चगंरेजी सिस्टम के तहत भारत सनातन आयुर्वेद भचाओ अभियान प्रणाम भारत
दुबे जी राम राम , आज सत्तर साल की उमर हो गई है बचपनसे सिर्फ़ और सिर्फ़ दो आना यानी सिर्फ बारह पैसे से सांताक्रूज में रुप टॉकिज में पिक्चर देखे थे और सारे हीरो हिन्दू और हिरोइनी मुस्लिम थी मगर हमारे फिल्म इन्डस्ट्री में कभी भी हिन्दू मुस्लीम ये भेद भाव नहीं होता था मगर जब से खानों की इंट्रि हुई फिल्म इन्डस्ट्री में रणजीस और साजिश होने लगी कभी हिन्दू देवताओंका मजाक तो कभी हिन्दू हीरो को नीचे दिखाने काम या हीरोइन मर्डर उनसे शादी करना, करके छोड़ देना दुसरी हिन्दू हिरोइन से शादी करना और बच्चो के नाम येसा रखना जीस से हिन्दू चिड जाये ये सारी गन्दगी इस फिल्म इन्डस्ट्री होने लगा है, देश के सारे हिन्दुओं ने इसका विरोध कराना चाहिए ।।जय हिंद जय भारत अखण्ड हिन्दूस्थान ।।
दक्षिण भारतीय फ़िल्मों में भी कम्यूनिस्ट, इस्लामवाद तथा मिशनरी का agenda चलता है खासकर तमिल तथा मलयालम इंडस्ट्रीज में।
गजब विश्लेषण गजब दिमाग
*हे भगवान राष्ट्र एवं सनातन धर्म*
*के शत्रुओं का सर्वनाश हो जाय*
हमें सच जानने की इच्छा नही होती, हर चीज मजाक मे लेते हैं,
सनातनी हर चीज पर आँख बंद करते हैं.
फिल्म इंडस्ट्री के इस्लामीकरण के बाद यह बर्बाद हो गया। जो हाल इस्लामी देशों का हुआ वहीं हाल फिल्म इंडस्ट्री का हुआ।
आप ने आवाज उठाई कराची वुड के खिलाफ आपका बहुत बहुत साधुवाद 🔥💥🚩
बिषय तो यह बहुत गम्भीर है लेकिन हमारे हिन्दुओं में लोग कभी भी गम्भीर रहे ही नहीं, अपने धर्म के लिए और अपने समाज के लिए | इसकी परिणित आज हमारे सामने है | भविष्य में और अधिक गम्भीर परिणाम होंगे, यदि हिन्दू अभी भी कुछ समय हाथ में रहते हुए संभलकर नहीं चला तो |
हर हिन्दी सिनेमा मे नोकर का नाम "रामु:" ही रखा जाता था - यह याद भुलना नही चाहिए- रामु चाचा याने "राम" जी का अपमान यही मुबंई फिल्म इस्लामीक अभिनेता + दाउड इब्राहिम स्लिपरसेल करता था ।
देश बदल रहा हैं।हिंदू मानसिकता बदल रही हैं।फिल्म इंडस्ट्री बदल रही है सबको सबकुछ समझ में आ रहा है 🙏🏿 आत्ममंथन हो रहा है ।आज का भारत सच में बदल रहा है 🙏🏿
फिल्म इंडस्ट्री का ईसलामिककरण बहुत पहले हो गया था सलीम-जावेद के आने से पहले ही ईसलामिक हो गया था जब बी आर चोपड़ा ने फिल्म धूल का फूल बनाईं थी जिसमें एक मुस्लिम चरित्र दिखाया गया था जो एक अनाथ हिन्दू बच्चे को पालता है और फिर यह गाना भी गाता है तू हिन्दू बनेगा ना मुस्लमान बनेगा इंसान की औलाद है इंसान बनेगा ईस तरह यह फिल्म बनाई थी बी आर चोपड़ा ने 1959 मे जबकि बी आर चोपड़ा स्वयं 1947 मे पाकिस्तान से लुटपिटकर आ गये थे और ईसी तरह से एक और निर्माता निर्देशक थे एच एस रवैल यह भी मुस्लिम परिवेश मे फिल्में बनाते थे और जिसमें उर्दू की भरमार होती थी जबकि एच एस रवैल भी 1947 मे पाकिस्तान से भागकर भारत आ गये थे परिवार समेत और लुटपिटकर आये थे पर ईन निर्माता निर्देशकों ने तब भी कोई सबक नहीं सीखा ओर मुस्लिम परिवेश मे फिल्म बनाते थे या फिर फिल्म का मुख्य पात्र सीधा-सीधा मुस्लिम होता है ईस तरह से फिल्म इंडस्ट्री का ईसलामिककरण के लिए बी आर चोपड़ा एच एस रवैल जैसे हिन्दू निर्माता निर्देशक जिम्मेदार है जो सबकुछ लुटपिटकर पाकिस्तान से आये थे और सब कुछ जानते हुए भी ईन जेहादियों की ध्यान मे रखकर फिल्में बनाते थे जिसमें उर्दू शब्दों की भरमार होती थी ओर फिर सलीम-जावेद को यहीं से फिल्मों के ईसलामिककरण की प्रेरणा मिली थी यह एक वास्तविक कड़वी सच्चाई है हिन्दू निर्माता निर्देशकों ने ही भारतीय सिनेमा का जानबूझकर ईसलामिक किया है सब कुछ जानते हुए भी
देर आए अन्नू जी लेकिन दुरस्त आए
शोले में तो बिजली नहीं होने बावजूद पानी की टंकी भी गांव में दिखाई गई थी यह लेखक और निर्देशक का मानसिक दिवालियापन था।
Aur masjid per loudspeaker se ajan hota hai jab ki gav me bijli nahi
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि
‘ Slum Dog Millionaire’ फ़िल्म में भी ऐसे ही था। सारे हिन्दू पात्र को मुस्लिम बना दिये।
जय श्री कृष्णा हर हर महादेव 🚩🚩
सेसर बोर्ड में आमूलचूल परिवर्तन कर देना चाहिए, निर्देश सहित कि किसी फिल्म मे हिंदु सनातन को नीचा दिखाने
के दृश्य हो, देश के विरूद्ध शाजिश का
उपकम हो,उसे रिलीज की अनुमति नहीं देवे।अन्य देश मे प्रदर्शन करे तो निर्माता निर्देशक के खिलाफ राष्ट्र द्रोह की कार्रवाई की जावे।
जय सनातन जय हिन्दुत्व जय नरेंद्र देशहित सर्वोत्तम निर्णय केलिऐ सबकुछ मूम्मकिन हूआ ईसिलिऐ श्रेष्ठ भाजपाई एनडीए सरकार अब गद्दार मुक्त भारत बहुत जरूरी देशहित केलिऐ 🙏🚩
....पर फिल्मे देखने वाले हिन्दू ही है और इस माध्यम से प्रभावित होकर अपने आप को निकम्मा साबित करते आए हिन्दू ही है।
अनु कपूर जी को सैल्यूट है।।।
Shimit Amin is a Kattar Muslim.He knew ,what he was doing. Well done Annu Kapoor.
Well done Dixit sir.
वकील साहब राम राम
वकील साहब = मान्यवर अधिवक्ता
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम 🚩 चरैवेति चरैवेति...। जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड 🇮🇳 वन्देमातरम् वन्देमातरम् वन्देमातरम् 🇮🇳🌹
इस्लाम या मुसलमान को अच्छा दिखाने में सुनिल दत्त का भी अहम योगदान रहा है।
You're doing good work for people of Hindustan your knowledge guide us Dubey
सर, एक Peaceful community के लोगों को जबर्दस्ती पीड़ित और देश भक्त दिखाने ki कोशिश होती रहीं है।
Jai Bharat
Ram Ram jai shree krishna har har Mahadev Jai hind Jai Bharat Jai sanatan pranaam aadarniya d
K Dubey ji 🙏🙏🙏🙏♥️♥️♥️♥️
आप हमारे Heroes में से एक हो।
🇮🇳 जय हिन्द जय भारत वन्दे मातरम् 🇮🇳
अन्नू कपूरजींने फिल्म इंडस्ट्री के अजेंडाके बारेमे खुलकर बोला तो अच्छा ही हुआ। वास्तव में कौन कैसे हैं सब जानते हैं।
Desh ke har position me muslim jai hindu rashtra 😮😮😮jai shree ram 😮
मैने खान गैंग के पिक्चरों को सात साल पहले से ही बन कर दिया अपने लिस्ट से !
Janab, यह विषय मैने PM जी की दफ्तर तक पहुंचाई है!
कोई भी, सुन नहीं करते। हम खत्म हो जाएंगे।
PMO एवं HMO दफ्तरों में बहुत घटिया लोक बैठते है।
वहां पर भी तन्त्र काबिज है।इसी व्यवस्था में महिला हिन्दू नेत्रियो को मुस्लिम अभिनेता बच्चे पैदा करने की मशीन की तरह यूज कर रहे हैं। न ये राडिया समझ रही ,न ये हिन्दू ।
मैने भी लिखे पत्र विषय दूसरा था
लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती
ऐसा लगता है मोदी और साह जनमानस की समस्याओं या भावनाओं से रूबरू होने का प्रयास नहीं करते।
यह हम मतदाताओं का दुर्भाग्य नहीं तो और क्या है?
@@rajeshsharma-hn4do सभी पैसे की टटू है।
कुछ अच्छा करता है। मगर देश की सारी खेत अंबानी और अदानी को भेजने की चिक्का मैं था।
मोदी खुद जाकर तस्वीरें खींची थी सलमान और खानों के साथ!
क्या ,यह जरूरी थी?
समझ की कमी है।
@@Brij-p2f अगली बार UPA अधिकार में वापस जाते तो गया देश फिर से भाड़ में।
Christian missionaries conversion, Muslims snatching unwanted favours.
It's unfortunate to see that our own Hindus are doing this act like they have done with Mughals and English men in power! Just against own land, people and culture!
Why do they sell all government companies? Instead of making a decision to sell it, why don't they make a decision to improve it and force for performance of staff ?
Effort is same . Cabinet and parliament decision...
शांतिदूत प्रेमदूतो ने हिंदुओ का बेडा गर्क कर दिया फिल्मो मे नाच गा कर हिंदू धर्म का मजाक उड़ना आम बात हो गई खानों के साथ फिल्म करने के लिए हिरोइन तरसती है☹️☹️☹️☹️☹️
शाहरुख खान।कपिल शो में जो कपिल शो की जो।पत्नी बनी है उस। को चिपटा लेता है।
Pranam Bhai sahib
Aap ke dwarf de gai jankari se Samaj me jagurti aati hai
Thank you.your observation is very clear.
अभी तो सिर्फ़ फ़िल्म इमरजेंसी बनने पर इतना घबरा गए हैं कुछ समय और नेहरू के कच्चे चिट्ठे पर फ़िल्म बनेगी उनकी अय्याशी,वोट और सत्ता के लिए जो कुकर्म किए सब युवाओं को बताना जरुरी है 2029 में मोदी जी चौथी बार आए तो सोनिया,राहुल,वाडरा परिवार पर भी फ़िल्म बनेगी कहानी का सामान तो बहुत है फ़िल्म हिट करवाने के लिए
इन दोनों की जोड़ी को बढ़ावा देने में कांग्रेस का पूरा योगदान रहा है क्योंकि उसकी विचारधारा ही मुस्लिम प्रस्त रही है। और आज भी वह पहले जैसी ही चल रही है।
Jaiye shiram sir ji Anu kapoor ji jokahe ve saty ha ji
भगवान आदि विश्वेश्वर महादेव आप सब सनातन धर्मी भक्तों की रक्षा करें....... हर हर महादेव.......====🙏🙏🙏🙏
Very very nice and excellent true news thanks please
सेंसर बोर्ड किसके अधिकार क्षेत्र मे आता है २०१४के बाद से धर्म विरोधी फिल्मे कैसे पास हुई
Disclaimer ke karan , itna bhi nahi jante?😂
@@dipakprasad7562 nahi सच सबको पता है मोदी जी की पट्टी शायद २०२४के झटके के बाद उतर जाए।
Ye Mat Kaho Andh bhakt Naraj Ho Jayenge
Abh bahut safaaie baaki hai , aap bhi kuch kar lo apane star par
अरे भाई कुशल योद्धा एक साथ बहुत से मोर्चा नहीं खोलता इतने गडडे एक साथ नहीं भरे जा सकते। बस मोदी जी के साथ खडे रहो मैं पंजाब से हूं किसान बिरोधी अंदोलन के समय भी मैं पूरे गांव से दुशमनी लेकर मोदी जी के साथ खड़ा रहा आज पूरा गांव मेरे साथ खड़ा है। लोक सभा चुनाव के समय हम लोगों ने मेहनत की भाजपा छःपरतीशत वोट 19% पहुंच
गया धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
सब हिन्दू ने फिल्म. इंडस्ट्री का bycot करे, जिससे ईन लोगों को सबक मिलेगा
Jai Hind Jai Bharat Vande Mataram Jai shree Ram Har Har Mahadev
चकदे इंडिया के खेल की बखिया उधेड़ी है मनीष जी के डायलॉग में सतीश जी ने खाफी समम पहले उधेड़ कर रखा है,और इसकी गहरी जाँच करने की जरुरत है।जनता के लेट गये भावनाओं की वसूली हो।
बिल्कुल 1000 % सही।
God bless Anu Kapoor. Brilliant actor. May God give you a long and healthy life. U r brave.
ऐसी बहुत सी फिल्मे हैं जिसमें विलेन क्षत्रिय ठाकुर को पंडित को ठग धोखेबाज और मुस्लिमो को अच्छा देशभक्त और मदद करने वाला बताते है ऐसा ही ईसाइयों को अच्छा दिखाया गया ऐसी ही फिल्म है धर्मेंद्र की दोस्त और धर्मेंद्र की इज्जत जिसमें ठाकुर को बलात्कारी और फादर को अच्छा मदद करने वाला बताया गया है ऐसी हजारों फिल्में हैं
वक़्फ़ बोर्ड का मुद्दा जितना उछलेगा उतना युवाओं को समझ आएगा यह गाँधी परिवार आज़ादी के बाद देश के साथ क्या कर रहा है
Thanks Sir.
Most welcome
Exactly 💐 🙏
इस विषय पर मनीष ठाकुर शो में पत्रकार सतीश मिश्राजी से बहुत बारीकी से जानकारी दी गई थी।जिसमे कोच को मुस्लिम दिखाया,और राष्ट्रवादी दिखाया गया था।
आज देश में उस वातावरण का समय आया हैं कि आम आदमी अपनी आवाज़ उठा रहा हैं और अपनी बात लोगो तक पहुँच रही हैं और लोगो की आँखें खुल रही हैं कि देश में पिछले 50 वर्षों से कैसे एक धर्म की ख़िलाफ़ ज़हर भरा जा रहा था और कैसे एक धर्म को अनावश्यक बड़ा बनाके दिखाया जा रहा था । जय भारत जय सनातन संस्कृति 🙏🙏
Kudos to you Dubeyji for bringing out this topic 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
ये अब से नहीं है आजादी के बाद की ज्यादातर हर फिल्म एक एजेंडे के तहत ही बनती थी, समझ में अब आना शुरू हुआ है खासकर 2013 के बद्रीनाथ के प्रलय के बाद।
एक नंबर 🎉 अन्नू कपूर जी ❤
सही हिन्दू लोगोने इतकी फिल्मे देना बंद करना चाहिए
वालीवुड में पता नही कितने हीरो और हीरोइनों की जिंदगी को बर्बाद करके उनको गुमनामी में भेज दिया है जिनका आज कहीं पता नही चलता है तथा कितने गुमनामी की जिंदगी बिता रहे हैं।
बाहुत लंबे समया से साजिश के तहत मुस्लिम धर्म कों बढ़ावा दिया गया है इसाई और इस्लाम के लिए धर्माणारण कराया गाया ।
Salam aanukapurji ko.
मैंने अनुभव किया कि 1975 -76 के बाद से फ़िल्मों में हिंदी शब्दों को हटाकर ज्यादा से ज्यादा उर्दू शब्दों का प्रयोग किया जाने लगा !
That's why I have stopped viewing movies of Bollywood. Not only Islamisation, but it's a place of all crimes such as drugs, murder, rape and so on.
इस्लाम तो छल-कपट को पूरी तरह से मान्यता देता है जो उसके बढ़ावे के लिए किया जाता है।
फिल्मों में नाम छुपाकर रहनेवाले, कब हावी हो गए, हमे मालूम नही पड़ा__ यह एक क्षेत्र हुआ, लेकिन कम ज्यादा सभी जगह यह ही स्थिति है__ ( यह सिलसिला फिल्मों कब से शुरू हुआ , उल्लेख नही)__ अज्ञान, आत्मकेंद्री और स्वार्थ लोलुप समाज, इस आधारपार सरकार गठन, तो और परिणीति क्या हो सकती है__
Jai Shri Ram
यह सभी कुछ सत्य है कि मोदीजी के आने के बाद लोग मन की बातें बोलने लगे हैं। पहले लोग विशेषकर हिन्दू डर के कारण चुप रहना या मुसलमानों की शान मे कसीदे कडना पसंद करते थे। सरकारी अधिकारी भी आचरण नियमों से बंधा होता है तो चुप/चापलूस बनकर रहता है लेकिन जब सेवा निवृत्त होता है तो बोलने लगता है। सुरक्षित वातावरण होने पर ही तो बोलेगा।
Thank you for your concern.
Ye Pahele se chala aa raha hai, purane movie me bhi Rahim chacha gaon ka bhala insan dikhate the aur mandir ka pujari ka rol karne wale ko kapti, chalak dikhate the. Vahi har gane me muslim shabd hota hai.
Baat 100% right, Sangeet Geet bhi Mislim writters lekhte the, jisme saare sabda Urdu ki he, Bhagabàn ke stan par Allah Allah, Khuda etc likha gaya. Bahut bade sajis racha gaya.
Ye 1965 se start hua tha tab film main bhajan hote the iske baad sai baba dam maro dam jaise gane aane lage 1990 ke baad sirf muslim hero aane lage kisi dusre ko establish nhi hone dena
Very nice analysis
Thanks a lot
Sir u r best observer
भारत माता की जय ।
दूर दर्शन शाहरुख खान की फौजी फिर चला रहा है दूरदर्शन फौजी २ बनाए गा।