उत्तम षोडशी ( सपिंडन ) सह पितृमिलन श्राद्ध कार्यक्रम के कुछ दृश्य |

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  • เผยแพร่เมื่อ 26 ต.ค. 2024

ความคิดเห็น • 8

  • @bhojpuriculture9202
    @bhojpuriculture9202 9 หลายเดือนก่อน +3

    ❤❤❤❤❤

  • @rishikeshbhargav6206
    @rishikeshbhargav6206 5 หลายเดือนก่อน +2

    जय श्रीमन्नारायण

  • @nitaraut3710
    @nitaraut3710 3 หลายเดือนก่อน +2

    जय पृती देव🙏🙏🙏🙏

    • @ABCChaugain
      @ABCChaugain  3 หลายเดือนก่อน +2

      जय हो

  • @arjunpandey472
    @arjunpandey472 10 หลายเดือนก่อน +4

    Hamey pahaly din se bataey guru ji jab kisiko antim kirya karm ke liy samsan ly Jaya jata hai us din se lykar ke 13din tak ka o bhi ek ek kar ke aspast aspast me puri vidhi our mantr ke saat me

  • @ChandrapalUpadhyay-ug9ct
    @ChandrapalUpadhyay-ug9ct 8 หลายเดือนก่อน +4

    यदि किसी मृतक एवं मृतका का पति एवं सास जीवित् हो, तो ऐसे मृतक एवं मृतका पिण्ड मेलन कैसे होगा ? कृपया इस समस्या का समाधान कर कृतार्थ करें ।

    • @कमलेशपाठकचौगाईं
      @कमलेशपाठकचौगाईं 8 หลายเดือนก่อน +4

      बहुत सुंदर प्रश्न मान्यवर

    • @कमलेशपाठकचौगाईं
      @कमलेशपाठकचौगाईं 8 หลายเดือนก่อน +4

      यदि किसी स्त्री के पति और सास जीवित हो तो उसका पिंडमिलन पितामही, परपितामही और वृद्ध परपितामही में होगा।
      यदि किसी पुरुष के पिता जीवित हो तो उसका पिंड मिलन पितामह, परपितामह और वृद्ध परपितामह में होगा।