हे ब्राहमण देवता आपने सरल भाषा में समझाया,मैं पहले हरिद्वार जाता था सुने अनुसार गया जी जा आया पर दो महीने से शुभ संकेत नही मिले घर में नकारात्मक और कलह जैसै हालात हैं,कृपया मार्गदर्शन करें जी
क्या देव ऋषि दिव्य मनुष्य तर्पण हेतु दोनों हस्तों की अनामिका में तथा दिव्यपितृ यम स्वपितृ भीष्मादि तर्पण हेतु दोनों हस्तों की तर्जनी में अलग अलग नवीन कुशा पवित्री धारण करना चाहिये या नहीं ?
Guru ji ke Charanon Mein barnbar Pranam Guruji Agar Din Mein ashtmi tithi Hai Aur Raat Mein Koi Gurjar ja raha hai 1:00 ke bad use Samay Navmi tithi a rahi hai to ashtmi ka man Hoga Ki Navmi ka Kripa Karke Hamen bataen
गुरुजी प्रणाम , पितृपक्ष में गया या बद्री विशाल जाकर पिंडदान करने के बाद , क्या अगले साल से हमे घर के समीप नदी तालाब बावड़ी या घर पर पितृपक्ष में पितृ तर्पण ( तिल अक्षत जौ जल आदि) से उनके तिथि पर करना चाहिए या वर्जित है ? मार्गदर्शन करे साथ ही ये भी बताइए की पितृपक्ष में देवताओं का पूजन जो की हम नित्य प्रति दिन करते है । करना चाहिए या शास्त्रों द्वारा वर्जित है ।
@@VinodSingh-c3nSubah me aankh khulne ke baad prabhuji ka dhanywad kare aur fir apne pitaroka amaran karke unke liye koi bhi mantrajaap kare, dharna ye honi chahiye ki mantrajaap ka fal pitaroko mil raha hai aur main gate ke bahar umbar par jal chhidakte hu potato ki uttam gati ka smaran kare. You will see amazing results, please share ur experience.
@@bhagirathjoshi मैंने गया श्राद्ध के बाद घर पर एकोदिष्ट श्राद्ध किया और पिण्ड दान भी किया है एक बार तो अब मुझे क्या करना चाहिए कृपा करके मार्ग दर्शन करें 🙏
@@bhagirathjoshi धन्यवाद गुरु जी, यदि किन्हीं कारणों से दाह संस्कार 13 दिन बाद हुआ हो तो कब से तेरहवीं संस्कार करेंगे, इसका कुछ नियम हो तो जानकारी दीजिएगा गुरु जी। आप नकारात्मक न लेना गुरु जी, आपसे प्रामाणिक जानकारी मिलती है इसलिए पूछ रहा हूं जी।
महाराज जी! मैं गया जिला निवासी हैं। मैं गया जी में पिंड दान करना चाहता हूं, पर हमें बतलाया गया है कि जो गया जिला निवासी हैं, वे गया जी में पिंड दान नहीं कर सकते। आप मार्गदर्शन करें।
पंडित जी मैं बहोत भ्रमित हू। या ऐसा कहूं के अलग अलग पंडित अलग अलग ज्ञान देते है। जैसे के मेरे पिताजी गया जी जाकर आ गए थे,भोज कराना बाकी रह गया था। 29 अप्रेल 2024 का भोज रखना था पिताजी 25 अप्रेल को खत्म हो गए। अब मुझे भोज करवा देना चाहिए 5 साल हो गए। हर साल पानी देना है क्या पिछले पूर्वज तर गए अगले 3 भी तर गए मुझे पानी नही देना है ना तर्पण करना है ऐसा एक पंडित ने बोला है।
गया भोज जो बकाया है ओ मैं 1 डिसेंबर को पूर्ण कर रहा हूं। एक आचार्य ने बताया ये तारीख पूर्वजों के भोज के लिए शुभ है। क्या मुझे गया जाना पड़ेगा फिर मैं पिताजी।के द्वारा तै किए गए भोज को करवा सकता हूं
Pandit ji aisi baat nahin. Yeh Baat wahan ke pandit kehte hain. Ke ab Ghar jaa Kar aap shradh naa Karen. Aap agar un ko jawab De sakte hain to unko samjhayen. Logon ko bharam mein dala hua hai.
गया में श्राद्ध करने से पितृ पितृलोक से विष्णु लोक को चले जाते है, पितृ से देवता बन जाते है,, इसलिए श्राद्ध नही किया जाता है,, दूसरी बात गया पिंडम ही अंतिम पिण्डम माना गया है,, उल्टी सीधी जानकारी से बचे ।
@@gopalchourasiya6402 श्री मद्भागवत का धुंधुकारी जी का आख्यान पढ़ा या नहीं उसमे कई गया श्राद्ध के बाद भी मुक्ति नहीं हुई थी। शास्त्र पढ़ा नहीं और कुछ भी कमेंट करना है बस।
बहुत ही सुन्दर आपने सरल भाषा में समझाया इसके लिए आपका बहुत बहुत धनयवाद ❤❤
बहुत ही सुन्दर जानकारी प्रदान किया आपने आपको धन्यवाद
बहुत सुन्दर जानकारी दी आपने पंडित जी बहुत बहुत धन्यवाद आपका जय श्री राम जय श्री राधे कृष्णा
बहुत अच्छे से समझाया आपने
बहुत बहुत सुन्दर जान्कारी समाज मे गलत अवधारणा रखने वालो के लिये शास्त्रोक्त वचन 🙏
बहुत ही सुंदर आपने सरल भाषा में समझाया है इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद ❤❤
बहुत ही सुंदर और सरल शब्दों में समझने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद आभार।
Guruji Bahuthi Sundar Samjaya Guruji Apko HamarSatsat Vandan🙏🙏❤️❤️🙏🙏🌹🌻🌹🌻🌹🚩🚩🚩🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
बहुत उपयोगी जानकारी दी है धन्यवाद
बहुत ही अच्छी जानकारी मिली है बहुत बहुत धन्यवाद पंडित जी 🙏🙏
अच्छी जानकारी मिली हमें लगता था कि गयाजी में ही श्राध्द पूर्ण होता है चाहे बद्रीविशाल में कर दिया हो तो भी।
हे ब्राहमण देवता आपने सरल भाषा में समझाया,मैं पहले हरिद्वार जाता था सुने अनुसार गया जी जा आया पर दो महीने से शुभ संकेत नही मिले घर में नकारात्मक और कलह जैसै हालात हैं,कृपया मार्गदर्शन करें जी
बहुत सुंदर समझाया आपने
जय श्री मन नारायण
Bhut sunder batya dhanbad
Guru Ji Ne bahut acchi Jankari Di Pranam
Very nice
सादर प्रणाम महाराज जी
Bhut.achi.jankare.dhanybad
क्या देव ऋषि दिव्य मनुष्य तर्पण हेतु दोनों हस्तों की अनामिका में तथा दिव्यपितृ यम स्वपितृ भीष्मादि तर्पण हेतु दोनों हस्तों की तर्जनी में अलग अलग नवीन कुशा पवित्री धारण करना चाहिये या नहीं ?
Guru ji ke Charanon Mein barnbar Pranam Guruji Agar Din Mein ashtmi tithi Hai Aur Raat Mein Koi Gurjar ja raha hai 1:00 ke bad use Samay Navmi tithi a rahi hai to ashtmi ka man Hoga Ki Navmi ka Kripa Karke Hamen bataen
९
Kitna khurchan aata hai?
⚘🙏🚩🙏⚘बहुत सुन्दर
मैं बद्री विशाल जाने का मन बना रहा हूं जी कृपया विसतृत मशवरा दें जी आपका स्मपर्क नं. दें जी
Maut k baad pehle pittr pksh mein kitne pind daan kre aur use kya kehte hain kripya margdrshn kre
काशी के पिशाच मोचन कुण्ड पर त्रिपिंडी श्राद्घ और तर्पण तथा नारायण वली के बारे में भी कृपया बताएं
Guruji kya पितृ पक्ष के १५ दिनों में घर पर नित्य काले तिल मिश्रित जल से तर्पण कर सकते हैं क्या
कर सकते हैं नहीं, जरूर करे
गुरुजी प्रणाम , पितृपक्ष में गया या बद्री विशाल जाकर पिंडदान करने के बाद , क्या अगले साल से हमे घर के समीप नदी तालाब बावड़ी या घर पर पितृपक्ष में पितृ तर्पण ( तिल अक्षत जौ जल आदि) से उनके तिथि पर करना चाहिए या वर्जित है ? मार्गदर्शन करे साथ ही ये भी बताइए की पितृपक्ष में देवताओं का पूजन जो की हम नित्य प्रति दिन करते है । करना चाहिए या शास्त्रों द्वारा वर्जित है ।
Bhaut sunder
Ram ram ji 🙏🙏🙌
Shora shukra kahan hai?
मथुरा जी के पास
Yes aur no me reply dijiye shradh karna chahiye ya nhi Gaya ji me pitro k pind daan k baad.
सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध, सर्वपितृ अमावस्या पर ग्रहण में करे ये उपाय क़िस्मत चमक जाएगी,
th-cam.com/video/kMahvL15ho0/w-d-xo.html
इस वीडियो को देखिए
कुछ महानुभावों द्वारा ये कहा जा रहा है की पितृपक्ष में देवताओं का पूजन नही करना चाहिए ।सिर्फ पितरों का ही करना चाहिए । मार्गदर्शन करे
गुरु जी प्रणाम।
तर्पण पूर्वाह्न में किया जा सकता है अथवा नहीं।
हां
आपने चोटी si baat को समझाने में कितना समय लिए।
वैसे वीडियो ठीक बनाया है आपने
Pandit ji namaskar Mere Papa ne Badri Vishal Mein pinddan Karke Aaye Hain Fir Bhi abhi Hamare purvaj Sapne Mein Aate Hain Humko ab kya karna chahie
Please pandit ji reply Mein pakka Humko iska Samadhan batana
@@VinodSingh-c3nSubah me aankh khulne ke baad prabhuji ka dhanywad kare aur fir apne pitaroka amaran karke unke liye koi bhi mantrajaap kare, dharna ye honi chahiye ki mantrajaap ka fal pitaroko mil raha hai aur main gate ke bahar umbar par jal chhidakte hu potato ki uttam gati ka smaran kare. You will see amazing results, please share ur experience.
@@VinodSingh-c3n हरिद्वार में नारायण बली गंगोत्री जी में तर्पण त्रियुगी नारायण में तर्पण ब्रह्मकपाल पर पिंड चले जाएंगे।
गुरुजी प्रणाम गुरुजी घर पर जन्म सूतक लगने पर क्या हम आज कल पितृपक्ष में पितृ तर्पण श्राद्ध कर्म कर सकते हैं या नहीं
Jay Shri Krishna pandit Ji kharcha Kitna a sakta hai bataiyega
७०००
Dhanyvad pandit Ji
Maharaj Ji kya Gayaji me pind din kiye bina Haridwar me kiya Ja sakta hai?
Please reply
हां
प्रणाम पण्डित जी , तर्पण कितने वर्षों तक करना चाहिये ।
जहां तक हाथ पैर काम करतै रहे वहाँ तक
@@bhagirathjoshi ji aap ko contact kaise karu ?
@@dkchauvan1826 kya kharch aayega. Brahm kaal me karne ka.
पण्डित जी प्रणाम गया श्राद्ध के बाद घर पर पिण्ड दान कर सकते हैं क्या
कृपया मार्ग दर्शन करें
तर्पण
@@bhagirathjoshi तर्पण कर सकते हैं लेकिन पिण्ड दान नहीं
मैं यही समझा
@@bhagirathjoshi मैंने गया श्राद्ध के बाद घर पर एकोदिष्ट श्राद्ध किया और पिण्ड दान भी किया है एक बार
तो अब मुझे क्या करना चाहिए कृपा करके मार्ग दर्शन करें 🙏
@@SantoshKumarSharma-yl1yq हां
@@SantoshKumarSharma-yl1yq पिंड अब घर पर नहीं होंगे
🙏🌹🙏
मेरी दादाजी का बरसी कार्यकर्म हो गया है अब में उनका श्राद्ध कर सकता हु के नही
करे
Janm thithi ya murtu thithi PTA na ho to
अमावस्या को श्राद्ध करे
Kpy.Sir aapka address mobile no& bat karne ka time batane ki kripa kare. Thanks.
गुरु जी तेरहवीं की तिथि निर्णय dah संस्कार से गिनें या मोक्ष से कृपया बताइएगा
Mrityu tithi se
@@bhagirathjoshi धन्यवाद गुरु जी, यदि किन्हीं कारणों से दाह संस्कार 13 दिन बाद हुआ हो तो कब से तेरहवीं संस्कार करेंगे, इसका कुछ नियम हो तो जानकारी दीजिएगा गुरु जी।
आप नकारात्मक न लेना गुरु जी, आपसे प्रामाणिक जानकारी मिलती है इसलिए पूछ रहा हूं जी।
दाह संस्कार से कोई संबंध नहीं है
आपने कभी भी मेरे प्रश्न का समाधान नहीं दिया । अब मै मेरा प्रश्न किसी और देवज्ञ के पास सुलजाऊँगा । आपको मेरा नमस्कार।
@@parikshitlaljani4687 क्या प्रश्न है।
यदि पितरों ने पुर्नजन्म ले लिया है। तो श्राध्द पिंडदान करना चाहिए या नहीं
प्रणाम गुरुदेव
महाराज जी! मैं गया जिला निवासी हैं। मैं गया जी में पिंड दान करना चाहता हूं, पर हमें बतलाया गया है कि जो गया जिला निवासी हैं, वे गया जी में पिंड दान नहीं कर सकते। आप मार्गदर्शन करें।
क्यों नहीं कर सकते है
सभी को अभिजात है
पंडित जी मैं बहोत भ्रमित हू। या ऐसा कहूं के अलग अलग पंडित अलग अलग ज्ञान देते है।
जैसे के मेरे पिताजी गया जी जाकर आ गए थे,भोज कराना बाकी रह गया था। 29 अप्रेल 2024 का भोज रखना था पिताजी 25 अप्रेल को खत्म हो गए। अब मुझे भोज करवा देना चाहिए 5 साल हो गए।
हर साल पानी देना है क्या
पिछले पूर्वज तर गए अगले 3 भी तर गए मुझे पानी नही देना है ना तर्पण करना है ऐसा एक पंडित ने बोला है।
श्राद्ध नित्य है इनको प्रतिवर्ष अवश्य ही करना चाहिए
गया भोज जो बकाया है ओ मैं 1 डिसेंबर को पूर्ण कर रहा हूं। एक आचार्य ने बताया ये तारीख पूर्वजों के भोज के लिए शुभ है।
क्या मुझे गया जाना पड़ेगा फिर मैं पिताजी।के द्वारा तै किए गए भोज को करवा सकता हूं
@@sgsinghrathore तारीख से भोज का कोई संबंध नहीं है।
तो दिसम्बर में भोज करवा दूं। और प्रति वर्ष श्राद्ध और तर्पण करता रहूं। मुझे गया जी जाने कि आवश्यकता तो नही
@@sgsinghrathore अगर गया जी में भोज करवाने का संकल्प लिया था तो वहीं जाना पड़ेगा
पंडित जी शूद्र दलित पिंड दान कर सकते हैं क्या..
उनको तो गौत्र का पता नही होता तो पित्रों को कैसे मिलेगा
पिंडदान में चारों वर्णों का समान अधिकार है जी
गौत्र पता नहीं हो तो
कश्यप गोत्र
बोलना चाहिए
में आपके साथ पिंडदान तर्पण के लिये चलना चाहता हू क्रपया निमच से निमच तक का 3 व्यक्ति का खर्च बताने की क्रपाकरे
२ की sit रिक्त है दोनों के ३१०००
Guruji Kitna Uttar Pradesh Unnao se Haridwar Brahamkapali Tak Kitna kharcha aaega
@@rajanprasaddixit793 ७०००
आपको तर्पण करना चाहिए तथा पिता जी का श्राद्ध भी करना चाहिए भले संक्षिप्त रूप से करें खर्च कम करके भी की जा सकती है
जी
Apne pindara ka Naam Liya hi nahin hamare Uttar Bharat ka Pramukh tirth sthal
Social media ne to Hindu koi bhi tyohar Bart Holi deepali ya koi bhi confusion kar raha hai
Pandit ji aisi baat nahin. Yeh Baat wahan ke pandit kehte hain. Ke ab Ghar jaa Kar aap shradh naa Karen. Aap agar un ko jawab De sakte hain to unko samjhayen. Logon ko bharam mein dala hua hai.
@@PawanKumar-if1qs शास्त्र पढ़िए उनमें क्या लिखा है।
गया पिंड के बाद घर पर पिंड नहीं करना चाहिए
जी
ब्रम्ह कपाल में पिंडदान करने के बाद घर पर तिथि के दिन जल तर्पण करना चाहिए प्रति वर्ष
हां
गया में श्राद्ध करने से पितृ पितृलोक से विष्णु लोक को चले जाते है, पितृ से देवता बन जाते है,, इसलिए श्राद्ध नही किया जाता है,, दूसरी बात गया पिंडम ही अंतिम पिण्डम माना गया है,, उल्टी सीधी जानकारी से बचे ।
आप मेरा चैनल ब्लेकलिस्ट कर दीजिए आपको कभी नहीं दिखेगा
@@gopalchourasiya6402 श्री मद्भागवत का धुंधुकारी जी का आख्यान पढ़ा या नहीं उसमे कई गया श्राद्ध के बाद भी मुक्ति नहीं हुई थी। शास्त्र पढ़ा नहीं और कुछ भी कमेंट करना है बस।
Pandit ji gya sath hi Badri visal me pind daan karne ke baad jab gya bhoj karna hai to ramayan pad achha hoga ya Bhagvat padh hona jaruri hai
भागवत