Ham ko kahah fursath Ham thu Apne Nabi A S Ki Gusthakhi Apne Bade Buzrugoon ki THOUHEEN Be Adby. Is mein full Intrested thhe Aj bhi Akhal nahee Aa Rahee hai😊
Wakhth Guzzar Gaya Moulla Ham Ghareeb Mazdoor kiya kar sakthe hain Ye Vedeos Hamne Nahee Dekhi. Hamne khamosh Mussalmanu ko Appas mein ladthe dekha. Kabhi Shiya Sunny kabhi Deubandy Barelvy Kabhi Ahle hadees Wahaby kharjy bharjy Na Jane hamary khaum mein kaisse muffad parasth paida huwe jo Ummeth ka ye Hall kar diye
हजरत आप अरब कै बारे मै बहोत कठहरेमै रखतै हो हा ऊनकी ऐक गलतलि है कै वह मकका कै ईमाम को अहम दरजा नही समजते ओर ऊन को हदिस कुरान की बातमै दबा कर कराते है ओर राजा कै खीलाफ सच को बताने का ऐलानी बात नही करनै देते सलमान राजा
अब जब कि धर्म और सत्य पूरी मानव जाति को ईन नबियों के जरिए बता दिया गया है और अधर्म की भी निशानदही कर दी गई है अब अगर कोई इनको जाने बिना और आँखें बंद कर के अपने पूर्वजों के तौर तरीके और अंधश्रद्धा ही को सही समझ कर अपना ये अस्थायी जीवन बिता दे तो मालिक के यहां उस की सज़ा भी भुगतनी पड़ेगी जिस को हम नर्क कहते ईश्वर हमारी उस से रक्षा करे Surat No 40 (10) जिन लोगों ने कुफ़्र किया है, क़ियामत के दिन उनको पुकारकर कहा जाएगा, “आज तुम्हें जितना ज़्यादा ग़ुस्सा अपने ऊपर आ रहा है, अल्लाह तुमपर उससे ज़्यादा ग़ुस्से में उस वक़्त होता था जब तुम्हें ईमान की तरफ़ बुलाया जाता था और तुम कुफ़्र करते थे।” एक और चेतावनी Surat No 4 (116) अल्लाह के यहाँ बस शिर्क ही की माफ़ी नहीं है, इसके सिवा और सब कुछ माफ़ हो सकता है जिसे वह माफ़ करना चाहे। जिसने अल्लाह के साथ किसी को शरीक ठहराया वह तो गुमराही में बहुत दूर निकल गया। (117) वे अल्लाह को छोड़कर देवियों को माबूद बनाते हैं। वे उस बाग़ी शैतान को माबूद बनाते हैं भाइयों इस ब्रम्हांड की हर वस्तु उस एक ईश्वर की निशानी है जो खुद उस की ibadat करती है इन पर गौर करें और इन के निर्माता को को पहचाने और उसी की इबादत करे न के इन निर्मितियों की पूजा करने लग जाए अल्लाह का परिचय कुरान में Surat No 2 (255) अल्लाह हमेशा ज़िन्दा रहनेवाली वो हस्ती, जो पूरी कायनात को सँभाले हुए है, उसके सिवा कोई ख़ुदा नहीं है। वो न सोता है और न उसे ऊँघ लगती है। ज़मीन और आसमानों में जो कुछ है, उसी का है। कौन है जो उसके सामने उसकी इजाज़त के बिना सिफ़ारिश कर सके? जो कुछ बन्दों के सामने है, उसे भी वो जानता है और जो कुछ उनसे ओझल है, उसे भी वो जानता है और उसके इल्म में से कोई चीज़ उनके इल्म की पकड़ में नहीं आ सकती, ये और बात है कि किसी चीज़ का इल्म वो ख़ुद ही उनको देना चाहे। उसकी हुकूमत आसमानों और ज़मीन पर छाई हुई है और उसकी देखभाल उसके लिये कोई थका देनेवाला काम नहीं है। बस वही एक बुज़ुर्ग और बरतर हस्ती है। Surat No 6 (1) तारीफ़ अल्लाह के लिए है जिसने ज़मीन और आसमान बनाए, रौशनी और अँधेरे पैदा किए। फिर भी वे लोग जिन्होंने हक़ की दावत को मानने से इनकार कर दिया है दूसरों को अपने रब का समकक्ष ठहरा रहे हैं। (2) वही है जिसने तुमको मिटटी से पैदा किया, फिर तुम्हारे लिए ज़िन्दगी की एक मुद्दत मुक़र्रर कर दी, और एक दूसरी मुद्दत और भी है जो उसके यहाँ तयशुदा है।[3] मगर तुम लोग हो कि शक में पड़े हुए हो। (3) वही एक ख़ुदा आसमानों में भी है और ज़मीन में भी, तुम्हारे खुले और छिपे सब हाल जानता है और जो बुराई या भलाई तुम कमाते हो उससे ख़ूब वाक़िफ़ है। Surat No 16 (5) उसने जानवर पैदा किये जिनमें तुम्हारे लिये लिबास भी है और खाना भी, और तरह-तरह के दूसरे फ़ायदे भी। Surat No 16 (68) और देखो, तुम्हारे रब ने शहद की मक्खी पर ये बात वह्य कर (दिल पर खोल) दी कि पहाड़ों में, और पेड़ों में, और टट्टियों पर चढ़ाई हुई बेलों में अपने छत्ते बना Surat No 22 (73) लोगो, एक मिसाल दी जाती है, ग़ौर से सुनो। जिन माबूदों को तुम ख़ुदा को छोड़कर पुकारते हो वे सब मिलकर एक मक्खी भी पैदा करना चाहें तो नहीं कर सकते; बल्कि अगर मक्खी उनसे कोई चीज़ छीन ले जाए तो वे उसे छुड़ा भी नहीं सकते। मदद चाहनेवाले भी कमज़ोर और जिनसे मदद चाही जाती है वे भी कमज़ोर। Surat No 52 (35) क्या ये किसी ख़ालिक़ के बग़ैर ख़ुद पैदा हो गए हैं? या ये ख़ुद अपने पैदा करने वाले हैं? Surat No 6 (102) यह है अल्लाह तुम्हारा रब, कोई ख़ुदा उसके सिवा नहीं है, हर चीज़ का पैदा करनेवाला, तो तुम उसी की बन्दगी करो और वह हर चीज़ का ज़िम्मेदार है।
اتنا گہرا علم اللہ تعالیٰ ڈاکٹر اسرار کو جنت الفردوس میں اعلٰی مقام عطاء فرمائے آمین
Allah pak ap ko jnn t nseeb kra aamen
🌲اللہ تعالیٰ ڈاکٹر اسرار احمد کے درجات بلند کرے مغفرت فرمائے اور جنت الفردوس میں اعلیٰ مقام عطاء کرے أمین ثم أمین یا رب العلمین🌴
جزاکم اللہ خیرا اللہ ڈاکٹر صاحب کی مغفرت فرمائے اور ان کو جنت الفردوس میں اعلٰی مقام عطا فرمائے آمین
Ameen
লা ইলাহা ইল্লাল্লাহু মুহাম্মাদুর রাসুলুল্লাহ সল্লাল্লাহু আলাইহি ওয়াসাল্লাম।
اللّٰہ تعالیٰ ڈاکٹر صاحب کی مغرفت فرمائے
سبحان اللہ
lajawab
❤❤❤great parsonality in the would❤❤❤
Masha Allah
Mashallah
اللہ بخشے
Ham ko kahah fursath Ham thu Apne Nabi A S Ki Gusthakhi Apne Bade Buzrugoon ki THOUHEEN Be Adby. Is mein full Intrested thhe Aj bhi Akhal nahee Aa Rahee hai😊
☝️🤲🇵🇰
Aaj news mai suna Saudi ny Israel ky sath taluq barha liya.... 😔😔
Bhai, ye pics iss video k beginning main zaroori?????
The youTube is a big liar, someone has said rightly there’s no content related to the headline.
❤❤❤ janatul firdos ma alla darja mulaa ameen❤❤❤
Wakhth Guzzar Gaya Moulla Ham Ghareeb Mazdoor kiya kar sakthe hain Ye Vedeos Hamne Nahee Dekhi. Hamne khamosh Mussalmanu ko Appas mein ladthe dekha. Kabhi Shiya Sunny kabhi Deubandy Barelvy Kabhi Ahle hadees Wahaby kharjy bharjy Na Jane hamary khaum mein kaisse muffad parasth paida huwe jo Ummeth ka ye Hall kar diye
Arb weapons harmful weapons banana chodker buildings towers bana rahe hai aao bani banayi building kabza karo😅😅😅😅
Muslim Country Muslim Country Nahee European country hi hain Muslim country mein sirf Islam Rehtha hai
weapons banao army mat banao mager please concentrate on weapons
Title of the video had nothing to do with the content!
The message u get is more important then title if I'm not mistaken dude😊
Weapons necessary not constitution dear
हजरत आप अरब कै बारे मै बहोत कठहरेमै
रखतै हो हा ऊनकी ऐक गलतलि है कै
वह मकका कै ईमाम को अहम दरजा नही
समजते ओर ऊन को हदिस कुरान की
बातमै दबा कर कराते है ओर राजा कै
खीलाफ सच को बताने का ऐलानी बात नही
करनै देते सलमान राजा
अब जब कि धर्म और सत्य पूरी मानव जाति को ईन नबियों के जरिए बता दिया गया है और अधर्म की भी निशानदही कर दी गई है अब अगर कोई इनको जाने बिना और आँखें बंद कर के अपने पूर्वजों के तौर तरीके और अंधश्रद्धा ही को सही समझ कर अपना ये अस्थायी जीवन बिता दे तो मालिक के यहां उस की सज़ा भी भुगतनी पड़ेगी जिस को हम नर्क कहते ईश्वर हमारी उस से रक्षा करे
Surat No 40
(10)
जिन लोगों ने कुफ़्र किया है, क़ियामत के दिन उनको पुकारकर कहा जाएगा, “आज तुम्हें जितना ज़्यादा ग़ुस्सा अपने ऊपर आ रहा है, अल्लाह तुमपर उससे ज़्यादा ग़ुस्से में उस वक़्त होता था जब तुम्हें ईमान की तरफ़ बुलाया जाता था और तुम कुफ़्र करते थे।”
एक और चेतावनी
Surat No 4
(116) अल्लाह के यहाँ बस शिर्क ही की माफ़ी नहीं है, इसके सिवा और सब कुछ माफ़ हो सकता है जिसे वह माफ़ करना चाहे। जिसने अल्लाह के साथ किसी को शरीक ठहराया वह तो गुमराही में बहुत दूर निकल गया।
(117) वे अल्लाह को छोड़कर देवियों को माबूद बनाते हैं। वे उस बाग़ी शैतान को माबूद बनाते हैं
भाइयों इस ब्रम्हांड की हर वस्तु उस एक ईश्वर की निशानी है जो खुद उस की ibadat करती है
इन पर गौर करें और इन के निर्माता को को पहचाने और उसी की इबादत करे न के इन निर्मितियों की पूजा करने लग जाए
अल्लाह का परिचय कुरान में
Surat No 2
(255) अल्लाह हमेशा ज़िन्दा रहनेवाली वो हस्ती, जो पूरी कायनात को सँभाले हुए है, उसके सिवा कोई ख़ुदा नहीं है। वो न सोता है और न उसे ऊँघ लगती है। ज़मीन और आसमानों में जो कुछ है, उसी का है। कौन है जो उसके सामने उसकी इजाज़त के बिना सिफ़ारिश कर सके? जो कुछ बन्दों के सामने है, उसे भी वो जानता है और जो कुछ उनसे ओझल है, उसे भी वो जानता है और उसके इल्म में से कोई चीज़ उनके इल्म की पकड़ में नहीं आ सकती, ये और बात है कि किसी चीज़ का इल्म वो ख़ुद ही उनको देना चाहे। उसकी हुकूमत आसमानों और ज़मीन पर छाई हुई है और उसकी देखभाल उसके लिये कोई थका देनेवाला काम नहीं है। बस वही एक बुज़ुर्ग और बरतर हस्ती है।
Surat No 6
(1) तारीफ़ अल्लाह के लिए है जिसने ज़मीन और आसमान बनाए, रौशनी और अँधेरे पैदा किए। फिर भी वे लोग जिन्होंने हक़ की दावत को मानने से इनकार कर दिया है दूसरों को अपने रब का समकक्ष ठहरा रहे हैं।
(2) वही है जिसने तुमको मिटटी से पैदा किया, फिर तुम्हारे लिए ज़िन्दगी की एक मुद्दत मुक़र्रर कर दी, और एक दूसरी मुद्दत और भी है जो उसके यहाँ तयशुदा है।[3] मगर तुम लोग हो कि शक में पड़े हुए हो।
(3) वही एक ख़ुदा आसमानों में भी है और ज़मीन में भी, तुम्हारे खुले और छिपे सब हाल जानता है और जो बुराई या भलाई तुम कमाते हो उससे ख़ूब वाक़िफ़ है।
Surat No 16
(5) उसने जानवर पैदा किये जिनमें तुम्हारे लिये लिबास भी है और खाना भी, और तरह-तरह के दूसरे फ़ायदे भी।
Surat No 16
(68) और देखो, तुम्हारे रब ने शहद की मक्खी पर ये बात वह्य कर (दिल पर खोल) दी कि पहाड़ों में, और पेड़ों में, और टट्टियों पर चढ़ाई हुई बेलों में अपने छत्ते बना
Surat No 22
(73) लोगो, एक मिसाल दी जाती है, ग़ौर से सुनो। जिन माबूदों को तुम ख़ुदा को छोड़कर पुकारते हो वे सब मिलकर एक मक्खी भी पैदा करना चाहें तो नहीं कर सकते; बल्कि अगर मक्खी उनसे कोई चीज़ छीन ले जाए तो वे उसे छुड़ा भी नहीं सकते। मदद चाहनेवाले भी कमज़ोर और जिनसे मदद चाही जाती है वे भी कमज़ोर।
Surat No 52
(35) क्या ये किसी ख़ालिक़ के बग़ैर ख़ुद पैदा हो गए हैं? या ये ख़ुद अपने पैदा करने वाले हैं?
Surat No 6
(102) यह है अल्लाह तुम्हारा रब, कोई ख़ुदा उसके सिवा नहीं है, हर चीज़ का पैदा करनेवाला, तो तुम उसी की बन्दगी करो और वह हर चीज़ का ज़िम्मेदार है।