आत्मा के बंधन के कारण की खोज / भाग,1 |स्वामी विवेकानंद जी परिव्राजक

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  • เผยแพร่เมื่อ 2 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 15

  • @aryasamajkubernagaramdabad5234
    @aryasamajkubernagaramdabad5234 หลายเดือนก่อน +6

    प्रणाम स्वामी जी 🙏🙏🙏

  • @dayashankarprasad4426
    @dayashankarprasad4426 หลายเดือนก่อน +2

    Swami jee sader namaste

  • @dheerajkataria2495
    @dheerajkataria2495 หลายเดือนก่อน +1

    🎉🎉🎉🎉

  • @Nandlalshaw211
    @Nandlalshaw211 หลายเดือนก่อน

    सादर नमस्ते एवं धन्यवाद स्वामी जी

  • @anilmishra1970
    @anilmishra1970 หลายเดือนก่อน

    ओम नमस्ते स्वामी जी

  • @arjundhindsa3083
    @arjundhindsa3083 หลายเดือนก่อน

    आदरणीय सादर नमस्ते स्वामी जी।🙏

  • @RamakantRajaksashe
    @RamakantRajaksashe หลายเดือนก่อน +1

    भूत, पंचभूत,महंत,महाभूत,औरजीव

  • @virendertyagi4364
    @virendertyagi4364 หลายเดือนก่อน +3

    SATGURU DEV BHAGWAN KE SADAV JAY HO 👌 👏

  • @laldasmathankar2247
    @laldasmathankar2247 หลายเดือนก่อน

    ओ३म सादर नमस्ते स्वामी जी

  • @siddharthkhanna6194
    @siddharthkhanna6194 หลายเดือนก่อน

    Swamiji Namaste 🕉️

  • @NrusinghaMahapatro
    @NrusinghaMahapatro หลายเดือนก่อน

    Namasteji swamiji dhanyabad om

  • @hemrajverma6708
    @hemrajverma6708 หลายเดือนก่อน +1

    अति सुन्दर।

  • @avanigupta1627
    @avanigupta1627 หลายเดือนก่อน

    प्रणाम स्वामी जी, व्याख्यान अति उत्तम रहा, बुद्धि पर प्रहार हुआ।
    मुक्तात्मा व बन्धन आत्मा कुछ विस्तार से समझाइए। सादर।

  • @nobatlal4739
    @nobatlal4739 หลายเดือนก่อน +3

    प्रणाम स्वामी जी 🙏
    काल मानें टाइम आपने बताया है। टाइम का पैमाना हमारी धरती पर सूर्य से करते हैं। जबकि सूर्य अनित्य हैं। सूर्य के न रहने पर काल गणना किस प्रकार हो सकती है ?
    महा प्रलय में काल गणना का क्या आधार होना चाहिए?
    कृपया समाधान दें।

    • @RK-wk5ii
      @RK-wk5ii หลายเดือนก่อน

      ब्राह्म दिन और ब्राह्म रात्रि