बातचीत प्रो.घनाराम साहू से : कौन थे छत्तीसगढ़ के सबसे पुराने रहवासी?
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- เผยแพร่เมื่อ 2 ต.ค. 2023
- बिहार की जातीय जनगणना के नतीजे आने के ठीक एक दिन पहले छत्तीसगढ़ की अब तक न हुई जातीय जनगणना के मुद्दे पर एक जानकार-विद्वान से एक लंबा इंटरव्यू हुआ। प्रो.घनाराम साहू वैसे तो इंजीनियरिंग के प्राध्यापक हैं, लेकिन जातियों के आंकड़ों का अध्ययन कई दशकों से वे करते चले आ रहे हैं। 1931 की जातीय जनगणना से लेकर अब तक अलग-अलग किस्म के तमाम सर्वे, जनगणना, और आंकड़ों का विश्लेषण उनका पसंदीदा शगल है। उनसे छत्तीसगढ़ के जातिगत-ढांचे, और यहां जातियों के इतिहास, यहां के सबसे पुराने लोग कौन थे, किस आरक्षण का किस तरह का असर होगा, ऐसे दर्जनों सवालों पर ‘छत्तीसगढ़’ अखबार के संपादक सुनील कुमार ने बातचीत की। आज यहां पेश है उस बातचीत की पहली किस्त।
बातचीत प्रो.घनाराम साहू से : दूसरी किस्त में कई और दिलचस्प बातें... • बातचीत प्रो.घनाराम साह...
बहुत शानदार विश्लेषण, डॉ घणाराम साहू एवं सुनील कुमार जी को बहुत बहुत धन्यवाद
छत्तीसगढ़ का नाम बदल कर शरण स्थली प्रदेश कर देना चाहिए। CG मे बाहरीयों की संख्या बहुत तेज गति से और सभी जगह पर इनका अस्तित्व बढ़ रहा है। जिस कारण शांति फिजा मे खलल पैदा हो रहा है।
👍👍👍
Bilkul sahi kaha aapne bahari log bahutayat me bas gaye hain aur unka hi warchaswa hai.chhattishgariya ab won nhi raha.
Sahi kaha pardesi ya log baste chale na raha hai
100/सही बात है श्रीमान जी
Native Chhattisgarhi log na vyapar shuru kar rhe na bdi bdi jobs le rhe*exceptions available. sirf daru aur timepass bas , isiliye bahri log aake dominate kar rhe
एक लंबे अरसे बाद दों विद्वानों का एक साथ एक मंच पर मुद्दों को लेकर सार्थक चर्चा काफी रोचक व ज्ञानवर्धक है, धन्यवाद आदरणीय आप दोनों का जिन्होंने कम से कम छत्तीसगढ़ की पहचान और संस्कृति को शब्दों में पिरोकर लयबद्ध रूप से प्रस्तुति काफी आकर्षक है 🎉🎉🎉🎉
किसी भी प्रदेश के मूलनिवासी की पहचान उसके कला संस्कृति से होती है । छत्तीसगढ़ की सारी कला, संस्कृति, तीज त्योहार, देवी देवता तो आदिवासी संस्कृति ही है,जो उसके मूलनिवासी होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है ।
वर्तमान में राजनीति और सामाजिक प्रभुसत्ता के लिए
बहुत सी जातियां अपने आप को मूलनिवासी होने का दावा करती है और पौराणिक कथाओं या तथ्यों की बात करती है लेकिन छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति में उनकी भागीदारी नगण्य ही है। जिससे उनके दावे मानवशास्त्र की दृष्टि निराधार ही हैं।
सही कहा आपने
Adiwasi devta dham ko brahmanwaadi log kabja karliya gaya
ekdum sahi bol rahe hai. Bhai
इसी देश se आए hai
बहुत अच्छा ओबीसी जातियो का विश्लेषण सर साथ ही छत्तीसगढ़ के आदि जातियों की अवधारणा बड़ी दिलचस्प लगी है ।
धन्यवाद सर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए 🙏
बार बार कम से कम तीन चार बार देखने सुनने योग्य कार्यक्रम....
दोनों को इस सफल आयोजन की बधाई...
12 जातियों की अवधारणा छत्तीसगढ़ मे रही है अगर आप् चंदा राज्य के गोंड के बात कर रहे है तो वो 16वि सादी मे ज्यादा प्रभावी रहे इनसे पहले के मंडला , खेरला , देवगढ़ , के गोंड कालीन रियासत का भी अध्यान करना चाहिए , सम्राट अशोक के समय लाँजी बालाघाट मे भी गोंड राजा रहे , ओड़िसा के पुरी , तेलंगाना के वरनगल सहित भारत के बहुत बड़े हिस्से मे गोंड राजा रहे है मंडला का इतिहास हि 11 वी सादी से पहले का है उससे पहले अमरकंटक , पंचमढ़ी , मे भी गोंड हि रहे , गोंड कोई जाति नही है ये एक समुदाय है जिसमे अलग अलग जाति भी है अगरिया , बैगा , प्रधान , सौरा , कमार् , दौरला , मरिया ,मुरिया , कोया , कोयतुर, कोलाम , गोवारी , जैसे अनेक उपजाति आते है ये सभी गोंड हि है और सभी मे कुछ हलके भेद को छोड़ दे तो सभी एक जैसे संस्कृति को हि मानते है एक हि इतिहास मानते है ।
Aur bahi tu toh uraon adhi vashi jati toh bhul gya yrr.... Jo 420 BC se Raha rahe hn Kay yrrr
Gond ki baat ho Rahi hai bhai
@@kaushaldhruw9266 bro tu jo bol raha hn sab adhivashi he hn.. oh toh azaadi ke baad se he jati bade gyi te.. aur log ke pass dimag agya tha mein uchaa nichiii.. sab great leader jati baat deya tha aur jo rular area ke tha oh Kay krta... Sab tha adhibashii he chhattisgarh mein baat ke baat hn ayodhya mein kaisa log tha whaa per chhattisgarh.. orisa.. jharkhand madhya pradesh sab adhi vashi he rajya tha.... Aur abhi Sanatan log AA ke chhattisgarh mein... Apna roff jama reha sab dikhta hn boss... Esliya bolta hu ager ram rajya banna hn toh Jaa ke Ayodhya mein banno chhattisgarh mein na
Accha apne itihash ki bisi ram ke jivan kal ke bisi se jada nhi hai Chalo thik hai tumhe nastik bnna hai bno lekin kisi ka jati per ataik mat kro use to manne do
@@ketusahu2696 Ara toh mannao na kon rokaa hn tujhaa.. per chhattisgarh mein a ke tum log.. Hindu rastra ka demand bhi mat kro jao Ayodhya whee tum log ke ram bumhiee hn. Chhattisgarh ko ram bhumi se azzada kro tum jaisa log he chhattisgarh ko barbaad kr re ho samjha... Sanatan log... chhattisgarh mein sc st he thik hn... Tu jaisa log ke leya ko jagah nai hn bus kabjaa Krna atha hn tum log ko.. apna history dheakho khoal ke.... Uchaaa nichaa bus krna atha hn tum log...
माननीय साहू जी अगर एक जाति को व्यक्तिगत जनगणना करें तो सतनामी समाज सबसे ज्यादा है छत्तीसगढ़ में
बस्तर का महारा जाति, राजनीति का शिकार हुआ है, वरना आदिवासी जाति ही है। जगदलपुर में राज परिवार को बसने के लिए आमंत्रित किया। यह जाति अगर एसटी के वर्ग में शामिल हो जाए तो, गैर आदिवासियों किससे जमीन खरीदेंगे???
मुझे माहरा समाज के इतिहास को जानने में रुचि है । कृपया मुझे भेजें ।
😊😊
वैसे ही सौरा जाति से हुआ है पूरे 21 वर्ष तक रायगढ़ जिलेबके सभी कॉल माइंस जमीन को पूरे 21 वर्ष तक उद्योगपति लोग खरीद चुके है
हां ऐसा ही है बस्तर में महारा, अंदकुरी गांडा, आदिवासी ही है किंतु राजनीति का शिकार होकर एससी मे रखे गए।
Sir. Chhatisharh. Me. Mahara. Samajka. Rajnitik. Avhelna. Huva
Jabki. Mahara. Mull. Nivasi. Hai. Kripya. Rajnitik. Rip. Se
Upar
Utkar. Sahi. Varg. Me. Samill. Karaye
साहू साहब, आप के द्वारा दीं जा रही जानकारी से और जानने की जिज्ञासा हो रही है। इसे आगे बढ़ाते रहे।
छत्तीसगढ़िया समाज ला मिल के छत्तीसगढ़ ला परदेसिया मुक्त करना चाहिए
बहुत सार्थक वार्तालाप। जातियों के बारे में जानकारी निस्संदेह तथ्यपूर्ण है। और ब्यवहारिक सत्यता के करीब है।
सर आपने छत्तीसगढ़ की जातियों के बारे में जो जानकारी दी है अत्यंत ही उपयोगी है मेरे लिए मैं एक गवर्नमेंट सर्वेंट हूं और मैं फिल्ड में काम करती हूं आपका बहुत बहुत धन्यवाद
कौन से विभाग में कौन से पद पे हैँ आप
Lone wolf Bomb vibhag, naxal vibhag, burka vibhag, sucide bomb vibhag, sleeper sell vibhag, 😂😂😂😂😂😂
Sc st obc आरक्षण प्रभावित होने वाला है ,,,,25%लोग बाहरी राज्य के बस चुके हैं और बस रहे हैं ,,,
बाहरी आदमी का यहाँ का 1950 से पहले का जमीन का सेटलमेंट नहीं मिलेगा उसका जाति प्र माण् पत्र नहीं बनेगा
Cg m Haq Kewal OBC ka hai…. SC,ST ya general ka nahi…
@@shashankkhadka1478 अपनी जानकारी मजबूत कीजिए साहब,,,,छत्तीसगढ़ में sc st obc ही मूल निवासी थे ,,,समय के साथ अन्य लोग आते गए बसते गए,,।।
खैर ,,सबको मिल जुलकर रहना चाहिए 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@@manojghritalahre770 छत्तीसगढ़ हमर हे साहब, हमन हा अपन खून पसीना ला गला के छत्तीसगढ़ ला बनाए हन, तुमन सब बाहरी हो ब्राह्मण, क्षत्रिय , ST , SC हमर जनसंख्या 50% हाबे
@@shashankkhadka1478 थोड़ा इतिहास भी पढ़ लीजिए सब पता चल जायेगा की कौन मराठों के साथ आया , कौन संत धर्मदास के साथ आया ।
सामाजिक और भौगोलिक स्थिति का भी अवलोकन कर लीजिए ।
बहुत बढ़िया जानकार है घनाराम साहु जी।सादर जोहार
बहुत ही सार्थक और दिलचस्प बातचीत, प्रो घनाराम साहू जी को साधुवाद और प्रणाम 🙏.... छत्तीसगढ़ छेत्र के जातिय और मानव इतिहास पर और अधिक बातचीत और साहित्यिक कार्य की आवश्यक्ता है। यहाँ के विश्वविद्यालयों के एंथ्रोपोलॉजी विभागों से आग्रह रहेगा कि और अधिक शोध कार्य यहां की जातियों और जनजातियों के कालांतर से हो रहे आवागमन पर करें....आपका यह इंटरव्यू छत्तीसगढ़ के मानव इतिहास के पन्नों को सर्वसामान्य तक पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होगा।
प्रोफेसर साहब को और सुनने की चाहत और अगले भाग का बेसब्री से इंतज़ार है....
प्रोफेसर साहब छत्तीसगढ़ के विभिन्न जातियों का पौराणिक आधार पर अच्छा विश्लेषण किए ..!उम्मीद है ऐतिहासिक और सांस्कृतिक आधार पर भी करिएगा..!
सम्माननीय प्रोफेसर साहब, आपने छत्तीसगढ़ के परिप्रेक्ष्य में बहुत गहन अध्ययन किया है । आपके अध्ययन की हम भूरि भूरि प्रशंसा करते हैं । अपेक्षा है कि इसे आप और बेहतर जानकारियों को एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित करें । आभार ।
प्रदेश से बाहर वालों को जो छग के नहीं है उन्हें नौकरी मिल जा रही है जो लोग छग प्रदेश छ: वर्ष से रह रहे हैं लेकिन छग के लोग अन्य राज्यो में रह रहे हैं क ई वर्षों से उन्हें ये सुविधा उपलब्ध नहीं है
जातियों की अवधारना बड़ी दिलचस्प रूप से प्रो. धना राम साहू से जाना बड़ी इंट्रेस्ट लगा दूसरी कड़ी मे सुनील जी से आग्रह है की आज जो जातियों की अवधारना ओबीसी. के बारे मे जानकारी क़ो आगे कड़ी क़ो दिलचस्प बनाने के लिए वार्ता जारी रखे.
बहुत ही रोचक जानकारी है मुझे इससे बेहतर जानकारी मिली
Brilliant Analysis by Sahu Sir....Excellent Work
सबर ही सौंरा गोंड हैं, जगन्नाथ मंदिर , पूरी में ये मुख्य पुजारी हैं।
जेखर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी, हल्बी, गोंडी, सरगुजिहा अउ एखर अलावा जो इंखर उपभाखा या बोली हे, जेमन छत्तीसगढ़ी तीज-तिहार ला मनाथे, कर्मा-ददरिया बांस गीत ला सुने हे जानत हे, जिंखर जीवनशैली मा छत्तीसगढ़ीयापन हे वो छत्तीसगढ़ीया हरे, अउ ये छत्तीसगढ़ीया मा सबो जाति के लोगन हे.... मोर समझ इही कइथे🙏🙏🙏🙏
जय छत्तीसगढ़ महतारी 🙏🙏🙏
बहुत हीं वेज्ञानिक तथा सटीक विश्लेषण।
छत्तीसगढ़ तथा पूरे देश में जाति जनगणना होनी चाहिए। जिससे यह पता चलेगा कि SC, ST तथा OBC की संख्या कितनी है तथा देश के संसाधनों पर किसका कब्जा है ?
Obc ka hi kabja hai. Cg me sabhi neta mantri to obc hi hai
@@ayushtieari385ha sahi kaha
बहुत रोचक ज्ञानवर्धक 🙏
स्वागत है धना राम साहु जी
अच्छी जानकारी , प्रो साहब का आभार
सल्ला गगरा, सूर्य उपासना ही है, गोंडो में।
बिल्कुल सही कहा आपने अगर गोंडी धर्म के पुराने ध्वज को भी देखें तो उसमें सूर्य और चंद्रमा बना होता है जिसका मतलब हम आदिवासी सूर्य चंद्रमा और प्रकृति शक्ति के उपासक हैं।ऐसे फर्जी और गलत इतिहासकारो को मुजतोड़ जवाब देना और उनकी औकात बताना जरूरी है वर्ना ये कल आदिवासियों को उनके ही देश शरणार्थी देश में घोषित कर देंगे।
प्रो.साहब की जानकारी निश्चित ही प्रसंसनीय है।अभियंत्रिकी काॅलेज के प्रोफेसर होने के साथ ही मानव शास्त्र तथा जाति-समाज के विषय में इतनी गहनता पूर्ण जानकारी रखना, उनका उस विषय के प्रति विशेष लगाव स्पष्ट झलकता है।।
आपके साक्षात्कार का विषय निस्चित ही गहन जानकारी परक व रोचक है। आपके अगली कड़ी का इंतजार रहेगा।
इस साक्षात्कार में साहू जी से एक शिकायत अवश्य करना चाहूंगा कि जो उन्होंने महरा जाति बारे में कहा कि महरा और महार जाति का अंग्रेजी में एक समान है। इस बात पर मैं शक्ति से विरोध दर्ज करना चाहूंगा। थोड़ी देर के लिए तो मुझे लगा कि इस स्तर के शिक्षित व्यक्ति, एक अशिक्षित राजनेताओं के जैसे कैसे वक्तव्य दे सकते हैं। क्योंकि महरा और महार का अंग्रेजी में क्रमशःMAHRA और MAHAR है। इसी छोटी सी मात्रा के कारण इस महरा जाति को अपनी मौलिक पहचान तथा संवैधानिक अधिकारों से वंचित होना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ की इस मूलनिवासी आदिवासी जनजाति(Aboriginal Tribe) को अपने अधिकार को पाने के लिए लड़ाई लड़ना पड़ रहा है।ऐसी बातें एक साधारण ब्यक्ति कहते तो कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन आप जैसे शिक्षित विशेषज्ञ के वक्तव्य, सरकार के लिए भी एक उदाहरण के रूप में उपयोग होता है।
समग्र रूप से यह साक्षात्कार ज्ञानवर्धक रहा। आपको बहुत सारा धन्यवाद।
एक आग्रह कि यदि साहू जी का मोबाइल नंबर उपलब्ध करा दें तो बड़ी कृपा होगी। निश्चित ही विषय विशेष के गहन ज्ञान का लाभ हम ले सकेंगे।
अपितु मेरा मोबाईल नंबर 9826765248 है।
धन्यवाद 🌹🙏
जैसे तेली को तेलिया ब्राह्मण को बाभन, कह देते है उसीप्रकार महर को महरा कह दिया गया होगा
सिरपुर मंदिर मैं बुद्ध का मूर्ति मिला है ढाई हजार साल पहले
सटीक विश्लेषण,पार्ट 2 का इंतजार🙏🙏
Historic jankariyaan🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
बहुत ही सुन्दर जानकारी देने के लिऐ धन्यवाद ❤
छत्तीसगढ़ का मूलनिवासी या सबसे पुराना रहवासी कौन हैं यह तो सामाजिक , सांस्कृतिक, भौगालिक रूप से स्पष्ट ही हैं।
परंतु वर्तमान में राजनीतिक दलों द्वारा वोट बैंको की राजनीति के लिए जो वर्गो के बीच श्रेष्ठता की वैमनस्यता फैलाया जा रहा है ,वो कही न कही भविष्य में जातिगत राजनीति के लिए अंकुरण का काम करेगा
Very interesting topic sir thank you so much 🎉❤
बहुत बेहतरीन जानकारी के लिए धन्यवाद आपका
बहुत बढ़िया 🙏🙏👌👌
Chhattisgrah में केवट धीमर जाती विस्लेसन करिएगा अगली बार
बहुत ही दिलचस्प और जानकारी वर्धक
Good work 🎉
बहुत ही अच्छी जानकारी एवं रोचक बातचीत
Bhut aachi jankari
Iski agli series ka intjar rahega
Bahut acchhi jankari mili
रोचक jankari 👌👌👌
Bahut shandar vishleshan hai
Chhattisgarh mai St SC obc ko koi bhee bara सरकारी नौकरी नहीं मिला है up biharii ko meela hai
Haa sahi hai
Ha sahi hai....
jay satnam
Thanks Dr Sahab sahoo sahab
Bahut sunder jankari diye sahu sirji
जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर जी..
पौराणिक कथा कोई इतिहास नहीं होता।शिरपुर बौद्ध बिहार कब स्थापित हुआ इसको बिना जाने छत्तीसगढ़ का इतिहास आप नहीं बताया जा सकता है। इतिहास पुरातात्विक प्रमाण से जाना जा सकता है ना कि धार्मिक ग्रंथों और पौराणिक ग्रंथों से।
रोचक जानकारी
आपका आभार
Gajab
सभी जाति ही आदिवासी हैं जो बाद में अलग अलग जाती के नाम रख लिए
good conversation....
Good analysis
Excellent coverage video sir ji
Sahu sir aur Sunil Kumar ji
Namaste sir, Chhattisgarh ke muddon k sath aapko is Platform par dekhna bahut sukhad hai. ab niyamit aapke videos ka intezar rahega🙏
Sir bhunjia jati ke bareme or kuch jankari unkajivan sheli kyhe,,, jankari achha laga sir thanks ❤❤❤
प्रशंसनीय
रोचक जानकारी है।
धर्मांतरण की वजह से आदिवासियों st एवं sc वर्गों में जातियों की प्रतिशत घटी हैं,एवं वर्ग विशेष समुदाय के लोग कही भी जाकर बस जातें हैं,इनकों कांग्रेस सरकार ने विशेष छुट दिया हुवा है,एवं st.sc.obc वर्गों को जातियों में बाट कर राजनीतक लाभ उठाने का प्रयास खानग्रेश सरकार कर रहे हैं।
Very nice
महत्वपूर्ण ये नइ हे के कोन जाति के लोगन कोन काल मा कोन क्षेत्र ले आहे, अगर अइसन नजरिया ले देखबो ता सबो प्रदेश मा यही निष्कर्ष निकलही, हां अपन जाति इतिहास जाने बर ठीक हे ओकर ले जादा कोनो महत्व नइ हे, महत्वपूर्ण ये हे की हम सब छत्तीसगढ़ीया ले हमर भाखा बनिस, (हो सकथे ओ समे कोनो जाति विशेष के लोगन के आगमन नइ हो रिहीस होही)
हमर तिहार बनिस, हमर जिनगी जिए के एक ढंग विकसीत होईस, हमर खानपान, पहिनावा विकसित होइस अउ जोन जाति के लोगन चाहे ओखर 100 साल बाद आइस, 200 साल बाद आइस या 500 सब इंहा घुल-मिलगे रच-बस गे अउ वो सब छत्तीसगढ़ीया होगे, ओखर बाद जतना लोगन आइस सब अपन अलग से देवी-देवता(कुलदेवता) लाइस, अपन खान-पान लाइस, अपन भाखा ला लाइस, अपन पहिचान एक विशेष क्षेत्र के बताथे इही मन ला हमर छत्तीसगढ़ीया सियान मन चाहे कोनो जाति के राहे परदेशिया कहे, अउ सबो राज्य के साझा संस्कृति अपन राज्य के मूल लोगन से अइसने बने हे, संगवारी हो आशा करथंव आपमन छत्तीसगढ़ीया संस्कृति के हमर पहिचान ला संजो के रखहू अउ छत्तीसगढ़ीया अस्मिता बने ढ़ग ले स्थापित करहू
जय छत्तीसगढ़ महतारी 🙏🙏🙏
Bhai migerates aya hoga jaise ab migerate hota h waise phela bhi tha lekin chhattisgadiya k yaha sabsa jyada mulnivash karta h
Bhaki north india west india north east m jyada taar bahar sa aya h india k mulmivashi nhi h
Sahi kahe bhai a man chattisgariya la bat he kamina apn rajniti bar
Sunil ji, agar aap Sahu ji ko apni baat poori rakhne ka mauka den to sambhavtah professor sahab apni baat poora spasht keh paayenge. Abhi har baar adhure me hi reh jaa rahi thi.
Jordar charcha
रामायण में शबरी को शबर राज से निकाल कर बेदखल किए थे क्योंकि शबरी बलि पुजा का विरोध किए थे ये उल्लेख मिलता है इससे ये बात सिद्ध होता है कि सबरी मूल निवासी नहीं थे। आप ही बता रहे हैं 11वी सदी में तेली कलार और महरा वा अन्य जाति के बारे में बोल रहे तो यही लोग मूल निवासी रहे होंगे। कृपया इस पर विचार विमर्श कीजिए।
पनिका जाति के इतिहास फिरका को चर्चा में शामिल करे 🙏🙏👌👌
बहुत ही रोचक जानकारी लेकिन और भी कई जातियां निवासरत है,उनके बारे में भी जानकारी दें।
Nice explain sir ji
Bilkul sahi jankari
Bahut badhiya charcha sahu ji
❤
अगली किस्त का इंतजार...
एक नंबर
बहुत अच्छा लेख है
सतनामियो की विस्तृत जानकारी देने का कष्ट करें
Very nice
Bholapur se....
Very good sir
Nice video
साहू जी❤
बट जाओ जातियों में, अंग्रेज के समय भी बटे थे अब भी बटेंगे !!
उन लुटेरो ने बांटा और हम बंट गए !!
भारतीयता जाये भाड़ में हम तो बटेंगे
आप का जनशंखीय काम है तो आप कुछ भी बोलो बे
अज़ीब बात है! लोगों को जातिगत भेदभाव भी नहीं चाहिए, परंतु जातिगत आरक्षण जरूर चाहिए।
Bahi tum Sanatan log... Ayodhya mein he raho aur ram rajaya bannao toh he accha c.g mein Parr rakhna Tak ke jhaga nai milegi tum ko yeah sc st ka hn na ke sanatan log ka
@@rakeshkerketta7084 अगर तुम अपने को सनातनी नही मानते तो संस्कृत के शब्द 'राकेश' को अपने नाम में उपयोग करना बन्द करो !
@@rakeshkerketta7084 एससी एसटी बने हुए 70 साल ही हुए हैं दोस्त इतना जहर मत रखो अपने मन में अपनी योग्यता के बल पर समाज में अपना स्थान बनाओ कोई व्यक्ति या समाज तुम्हे पिछड़ा नही कहता बल्कि तुम्हारा संविधान तुम्हे पिछड़ा कहता है
Sahu ji sahu samaj me do panth hai ek nirgun sakha jisme Kabir panth dusara Ram panth matlab nirgun bhakti sakha dusra sagun bhakti sakha inke bare me vishleshan kijiyega
हमारे सरकारों की देन है सब जाती वाद और धर्म पर युद्ध की ओर बढ़ते हुए
मैं भवानी सिंह सिदार जाति संवारा ग्राम बासनपाली p o पुत्कापुरी ज़िला रायगढ़ से धन्यवाद
आप लोग अपना गौत्र नहीं लिखते है इसलिए ये लोग कल को गोंड को हि आक्रनता बता रहे है गोंड को उपजातियों मे बांट कर कैसे निपटा रहे है
छत्तीसगढ़ के बात छत्तीसगढ़ी म होनी चाही, मोर दाई हर समझ नई पात हे तुमन के बात ला
शीर्षक के अनुसार चर्चा नहीं हुई, विषय को भटका दिया गया, जो ठीक नहीं रहा।
पौराणिक कथा को संविधान नही मानता ओ सिर्फ़ एक कहानी है
Good sir
Uran jatiyo ka vistrt jankari dijiyea sir
प्रोफेसर साहब लोग जाति के आधार पर आरक्षण चाहते हैं अच्छी बात है होना भी चाहिए आप सब जाति के निगाहों में ब्राह्मण जाति के लोग अमिर होते हैं इसलिए इन्हें आरक्षण की जरूरत नहीं है लेकिन हम सब को ईश्वर ने देखने के लिए आंख दिया है लेकिन लोगो का देखने कि तरीका अंधे होकर करते हैं देश को आजादी दिलाने में जिस जाति के लोगों ने अपनी जाति के अनुपात में अपने प्राणों का न्यौछावर किया है या योगदान दिया है उसके अनुसार आरक्षण मिलना चाहिए केवल जनसंख्या अनुपात में नहीं
आपके कथनानुसार फिर सबर जाति के लोग आदिवासियों में नहीं आते फिर इन्हें आरक्षण का लाभ क्यों दिया जाता है
आरक्षण होना ही नहीं चाहिए। योग्यता के अनुसार होना चाहिए।
@@rakeshdharsharma5986braman ko alag desh banan chahiye jisne sirf bramh thakur jain sardar ho. Lado aor apna Desh banake adhikar lo
Sir cheek jaati ke baare main bhi bataye
C.g me.kitane jati samuday rahate ye batalaye
छत्तीसगढ़ में अपार सम्पदा को लूटने लोग आए।
Itna jativadi kyon hote hain obc wale
Abhi kuchh samay Tak yah apne aap ko general samajhte the aur SC ST ko bura bhala , galiyan dete the....
Asali sanatani to obc he hai 😅😅😅
सर भाट जाति का भी विश्लेषण बताईये।
Baghel Aur Kanwar Par Bhi Video Bnaye Sir
1931 की सर्वे/ जातीय जनगणना में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति तथा ब्राह्मण/ क्षत्रिय/ बैश्य के सिवाय छुटी हुई 21 जातियां कुर्मी, तेली ......... आदि कौन कौन से हैं। कृपया इस पर भी प्रकाश डालिए।
आदिवासी ही मूल निवासी है बाकी व्यापारी हैं
साहू लोग छत्तीसगढ़ के असली पुराने निवासी है
बनिया
ST reservation kam karke OBC ka reservation badhaya jaaye…aur EWS na diya jaaye
कांदा ला धरबे बेटा 😂😂
@@indrajeetroy7192 obc jindabad
@@shashankkhadka1478 जल जंगल जमीन के मालिक आदिवासी मूल निवासी जय आदिवासी मूल मालिक,
@@indrajeetroy7192 jai obc…
माहरा और महार जाति के बारे मे ज्यादा जानकारी दे पाने की आपसे अपेक्षा है ।
Chhattisgarh me pura up bhiar k log man bas ge hai au ye man la sarkar ha bade bade Contract det hai Chhattisgarhiya man la 10% ou bahar k rajya k man la 90%det hai. Jay Shree ram 🚩
Sahi khe e bihari sale man hi inha apradh karte hai bihari man sansadhan ma kabja kiye he nikalo inko
बिल्कुल सही बोल रहे हो