पूरी धरा भी साथ दे तो और बात है पर तू ज़रा भी साथ दे तो और बात है चलने को एक पाँव से भी चल रहे हैं लोग पर दूसरा भी साथ दे तो और बात है - कुंवर बेचैन श्रद्धांजलि 🙏
मनोज आप किसी भी चीज़ को इतना जीवंत बना देते हो कि मन करता है आपको सुनते जाओ, सुनते जाओ। इतनी सरलता और सुगमता से, नदी के प्रवाहकी तरह निखरते हो, बिखरते हो ❤️
ज़िंदगी यूँ भी जली, यूँ भी जली मीलों तक चाँदनी चार क़दम, धूप चली मीलों तक प्यार का गाँव अजब गाँव है जिसमें अक्सर ख़त्म होती ही नहीं दुख की गली मीलों तक प्यार में कैसी थकन कहके ये घर से निकली कृष्ण की खोज में वृषभानु-लली मीलों तक घर से निकला तो चली साथ में बिटिया की हँसी ख़ुशबुएँ देती रही नन्हीं कली मीलों तक माँ के आँचल से जो लिपटी तो घुमड़कर बरसी मेरी पलकों में जो इक पीर पली मीलों तक मैं हुआ चुप तो कोई और उधर बोल उठा बात यह है कि तेरी बात चली मीलों तक @Dr Kunwar Bechain
होके मायूस न यों शाम से ढ़लते रहिए जिन्दगी भोर है सूरज से निकलते रहिए बेचैन जी की ये पंक्तियां आज के जीवन में गुनने योग्य हैं.एक लम्बे समय तक कालेज में मेरे सहकर्मी रहे बेचैन जी तो कुदरत का करिश्मा थे पूरी पूरी रात कविसम्मेलन में रहते और सुबह ही यथासमय महाविद्यालय में पढ़ा रहे होते.आपके इस एपिसोड ने तो आपको और भी ऊंचाई पर पहुंचा दिया, पुनः नमन 🙏
सर , आपको मेरा बहुत बहुत धन्यवाद आपने हमे कुँवर बेचेन की ग़ज़लों तथा कविताओं का कायल बना दिया मेने आज से पहले कुँवर बेचेन को नही सुना था पर अब मैं उनकी लेखनी की बहुत बडी प्रषंसक हूं।
We are knowing and listening their legendaries because of you. I can't express my gratitude to u in words. Huge thankyou muntashir ji for ur every masterpiece videos 🌹🌹🙏
Manoj ji....aap jab kisi aur ki kavita padhte to vo bhi aap ki hi likhi hui kagti hae aur apke kahne ke andaz se vo aur bhi acchi lagne lagti hae....kamal hae.....you are blessed.
मनोज जी आप के बारे में क्या कहूं शब्द नहीं हैं मेरे पास,आपको बहुत दिनों से सुन और देख रहा हूं किंतु कुछ आप तक पहुंचाने का साहस पहली बार कर रहा हूं। मैं हिंदी का एक अज्ञानी सा स्कूल व्याख्याता हूं।हिंदी विषय का अध्यापन का कार्य करता हूं।B Sc maths से किया था।आप इस युग में हिंदी के देवदूत के रूप में है ।जिन महान हस्तियों की अपूर्व रचनाओं में धूल जमीं पड़ी थी उन रचनाओं को अपने मुखारविंद इतने रोचक ढंग सेपेश किया है कि मेरे जैसे कितने अज्ञानी लोगों को ज्ञान कराया गया । मैं कुंवर बैचेन साहब की रचनाओं और उनके व्यक्तित्व से बहुत प्रभावित हूं।आज आपके द्वारा उनके जाने के बाद जो जारी किया है उसके लिए आपको कोटि कोटि नमन।आप इसी तरह रचनाओं की video बनाते रहे और मेरे जैसे करोड़ों अज्ञानियों को ज्ञान का दीपक दिखाकर अंधकार को दूर करें।🙏🏼🙏🏼🙏🏼
आपको इतना तो पता था कि बच्चों से खाली हाथ नहीं मिलते लेकिन ये कैसे भूल गए कि बच्चों को अकेला नहीं छोड़ते......👍👍👍👍👍 वाह वाह मनोज जी दिल द्रवित हो गया 🙏🏼
क्या कहने मनोज जी दिल की गहराई से पेश किया गया अक़ीदा जो कुँवर जी से मिले कुछ पल भी साथ रहे वो गवाही देंगे इन जज़्बात की वो इस तरह गए कि पुष्पांजलि अर्पित ही नहीं कर सके दद्दा को एक बार फिर आपके माध्यम से विनम्र श्रद्धांजलि
Kuch saalon se mera shayri mein interest khatam ho gaya tha.lekin manoj jab se apko sunana shuru kiya hai to man karta hai k aap bolte rahein aur hum sunte rahein.you are truely blessed.
मनोज जी मुझे आपको देख के और सुन के जो आनंद की अनुभूति होती है वो दिल की गहराईयो में उतर जाती है ऐसा लगता बस आपको सुनते ही रहे आपके द्वारा कही गई हर कविता परिपूर्ण हो जाती बहुत ही सुंदर और सराहनीय 🙏🙏
आपकी रचनाओं से प्रभावित हूँ, अच्छा लगता है बार बार सुनना.."तेरी मिट्टी" ..भारत ने बहुत से रत्न दिये, आधुनिक भारत में उनकी चमक को धूमिल होने से आपका प्रयास सराहनीय है । काव्य रचनाओं के पटल पर आप सदा ध्रुव तारे की तरह यूं ही जगमगाते रहें । 💐
डॉक्टर कुंवर बेचैन जी को मैं 1975 76 में 17 वर्ष की उम्र में कानपुर में State Bank के कवि सम्मेलन में पहली बार सुन रहा था । उनकी रचनाये सुनकर मंत्रमुग्ध हो गया और चूंकि मंच पर बिना अनुमति प्रवेश नही मिल सकता था तो मंच के नीचे अंदर से घुस कर दबे पांव मंच पर पहुच गया और मंच पर बैठे कुंवर बेचैन जी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया और ऑटोग्राफ बुक पर उनके आटोग्राफ लिए जिस पर उन्होंने तो पंक्तियाँ भी आशीर्वाद स्वरूप लिखी ; जितनी दूर नयन से सपना जितनी दूर अधर से हँसना बिछुए जितनी दूर कुवांरे पाँव से उतनी दूर पिया तुम मेरे गांव से आज भी वो पल यादों में जीवित है ।
डॉ कुंवर बेचैन से हिन्दी साहित्य पढ़ने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य रहा है. उनका पढ़ाने का ढंग कुछ ऐसा था कि हम रचना के साथ साथ रचनाकार की मनःस्थिति को भी जानने लगते थे. 🙏🙏
Aise hasti khud to sayaad akele reh sakte hai magar hum sab ko akela chod kahi jaa hi nahi skte Manoj ji....wo kahi nahi gaye hai..yehi hai hum sab k Dilo me , aur maut ki utni haisiyat nahi k unko humare Dil se juda kre.❤❤❤
आज मैं स्तब्ध हूं जिनसे हमें मिलने की चेष्टा थी अब वही नहीं रहे मेरे और सबके प्रिय कवि आप को भावपूर्ण श्रद्धांजलि आपको हिंदी जगत सदियों सदियों तक याद रखेगा नमन है आपको 😢😢😢🙏🙏🙏
कामयाबी के सिडीयों पे चढ़ते 🏃♀🏃♂जाओ रुकता तो वो है जिसे actually कुछ करना ही नहीं 😍😇 👍👍manoj sir ने हमे सीखाया की लीखते जाओ कया पता किसी दिन लोग तुम्हारे एक लाईन सुनने को तरसे ✒ don't stop your pen ✒ 😍😍🤩keep writing 😎✒
Heartfelt thru and thru ........hoke mayoos na shaam se dhalte rahiye,zindagi bhor hai suraj se nikalte rahiye........... aap bolte rahiye aur hum sunte rahein, you are amazing,Manoj Ji 👌😍
Bahut shandar aap bolate hai aap ki samjhane ki jhamta adbhut attulliy hai aap ki juba me ma sharsgvati sachat baithi hai Jay SHIYA RAM CHANDRA JI KI JAY HO🚩🚩🚩👏👏👏
पढा सुना बहुताे काे है मैने पर वाे मुझे मुह जुबानी याद नही रुहे गम काे समझा है मैने ना समझु ऐसा भी दिल मैरा दाग दाग नही उनके लहजे लब्जाे ने जाे दिल मै आग लगायी है उसे बुझा काेई सावन सकता नही पढा सुना बहुताे काे है मैने पर वाे मुह जुबानी याद नही रुहे गम काे समझा है मैने ना समझु ऐसा भी दिल मैरा दाग दाग नही..... धन्यवाद मनाेज भैय्या... कुवर जी अमर है...
अलविदा कुंवर बेचैन जी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें🙏नमन मैं उनकी बहुत बड़ी प्रशंसक हूं मैने कई बार उन्हें सुना है मिली हूं बुक फेयर में अपनी किताब के सदर्भ में। मैं भी उन की तरह बनने का प्रयास करती हूं
मेरी दुहाई जो सुने तुम्हारे शहर में वो दरबार नही है मेरी आवाज़ तुम तक पहुंचाए तुम्हारी गली में वो अखबार नही है और तुम चाहती हो तुम्हें सोचकर खुश रहूॅं मैं , जानेमन तुम्हारी दी हुई यादों में इतना प्यार नहीं है ।।
Kaya baat hai kaise manjar hai.Kunwar ji ka aur apka presentation.tareeph ke koi shaved nahin milti.hain..kaise karen tareeka karen.bas asheervad hai god bless you beta
Aap jio hazzaron sal. Hum ko aap se khub khub ummiden hai. Kyonki aap typical poet ki vesh bhusha nahi hai. Aap ki Kavita , aap ki lekhani itni dhardar , sachot aur fresh fresh hai. Lagta haki 80-90 Ka door vapas aaega. Munshi premchandji ki khani veshi aapki lekhani. Love u a lot
आपको सुनना अत्यधिक भाता है, आपकी वक्त शैली काफी सुंदर है। आपका नए नए अच्छे अच्छे शब्दो को वक़्यो में पिरोने का हुनर लाजवाब है। आपके शब्द और वाक्य मुझे बहुत ही प्रभावित और आकर्षित करते है। मेरी आपसे एक विनती है, आप अटल जी पर काफी अच्छा बोलते है प्रयास कीजियेगा की एक वीडियो भारत की शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के ऊपर भी बनाये। 🙏🙏 आभारी रहूंगा!
पूरी धरा भी साथ दे तो और बात है
पर तू ज़रा भी साथ दे तो और बात है
चलने को एक पाँव से भी चल रहे हैं लोग
पर दूसरा भी साथ दे तो और बात है
- कुंवर बेचैन
श्रद्धांजलि 🙏
भाई बहुत सुंदर
Wah wah
मनोज आप किसी भी चीज़ को इतना जीवंत बना देते हो कि मन करता है आपको सुनते जाओ, सुनते जाओ। इतनी सरलता और सुगमता से, नदी के प्रवाहकी तरह निखरते हो, बिखरते हो ❤️
Wahhhhhh gajab reply ♥️🙏🏻😊😘🤗💌
ज़िंदगी यूँ भी जली, यूँ भी जली मीलों तक
चाँदनी चार क़दम, धूप चली मीलों तक
प्यार का गाँव अजब गाँव है जिसमें अक्सर
ख़त्म होती ही नहीं दुख की गली मीलों तक
प्यार में कैसी थकन कहके ये घर से निकली
कृष्ण की खोज में वृषभानु-लली मीलों तक
घर से निकला तो चली साथ में बिटिया की हँसी
ख़ुशबुएँ देती रही नन्हीं कली मीलों तक
माँ के आँचल से जो लिपटी तो घुमड़कर बरसी
मेरी पलकों में जो इक पीर पली मीलों तक
मैं हुआ चुप तो कोई और उधर बोल उठा
बात यह है कि तेरी बात चली मीलों तक @Dr Kunwar Bechain
होके मायूस न यों शाम से ढ़लते रहिए
जिन्दगी भोर है सूरज से निकलते रहिए
बेचैन जी की ये पंक्तियां आज के जीवन में गुनने योग्य हैं.एक लम्बे समय तक कालेज में मेरे सहकर्मी रहे बेचैन जी तो कुदरत का करिश्मा थे पूरी पूरी रात कविसम्मेलन में रहते और सुबह ही यथासमय महाविद्यालय में पढ़ा रहे होते.आपके इस एपिसोड ने तो आपको और भी ऊंचाई पर पहुंचा दिया, पुनः नमन 🙏
कुँवर बेचैन जी की रचना.... "नदी बोली समंदर से"... मेरी प्रिय रचनाओं में से एक है 😢🙏
Your फेवरेट
such me Anushka Ji
जी मनोज जी आप माँ हिंदी को कितना प्यार करते हैं ये आपके वीडियो से पता चलता है
सर , आपको मेरा बहुत बहुत धन्यवाद आपने हमे कुँवर बेचेन की ग़ज़लों तथा कविताओं का कायल बना दिया मेने आज से पहले कुँवर बेचेन को नही सुना था पर अब मैं उनकी लेखनी की बहुत बडी प्रषंसक हूं।
We are knowing and listening their legendaries because of you. I can't express my gratitude to u in words. Huge thankyou muntashir ji for ur every masterpiece videos 🌹🌹🙏
पहले उनके जैसा लिखना✍️ चाहता था...पर उनसे मिलने के बाद उनके जैसा दिखना😍 चाहता था👌👌👌🤘
Appreciate your changing views after the visit of Kunvar bechain Saheb.
@@pramodchoudhary6130 qqq Q00ź.
Wow
मेरे उत्तर प्रदेश पर गर्व है मुझे, इतनी सादगी, इतनी संजीदगी और कहां मिलेगी यारा, ये जो धरती है सोना नहीं हीरे उगलती है।👍
🙏
Dil pe mushkil hai bahot Dil ki kahani likhna
Jaise behtey hue paani pe ho paani likhna
Kuwar bechain 💖
हो के मायूस न यूँ शाम से ढलते रहिए
ज़िंदगी भोर है सूरज से निकलते रहिए!!
--- कुंवर बैचेन जी 🙏
जिन लोगों ने Covid-19 के इस कठिन समय में अपने प्राण गवाएं, उन्हें श्रद्धान्जलि और ईश्वर से उनके परिवार को शक्ति देने की प्रार्थना करता हूँ।
Yeah Gabar
👍
@@tinkuridlan7802 Support DC...
Sikhar bhai hii
Fake gabbar
@@rastogi7436 As you want to think...
Manoj ji....aap jab kisi aur ki kavita padhte to vo bhi aap ki hi likhi hui kagti hae aur apke kahne ke andaz se vo aur bhi acchi lagne lagti hae....kamal hae.....you are blessed.
Really sir बहुत ही गहराई और मर्मस्पर्शी चित्रण करते थे कु. बेचैन जी ।।
RIP Sir
आप हमेशा हिंदी जगत में याद आओगे।।
मनोज को मनोज से सुनने मै आनंद की अनुभूति होती है# manoj sir
कुँवर बेचैन जी की शायरी हो या कविता अद्भुत है। आपका जाना हिन्दी साहित्य का एक कोना ख़ाली कर गया। हार्दिक श्रद्धांजलि!
बड़ों को सम्मान देकर आपने अपना कद बहुत ऊंचा कर लिया है मनोज जी । आप के इस प्रयास से साहित्य यौवन को प्राप्त करेगी ।
गीत के पुरोधा ,बेचैन, जी को शत शत नमन
मनोज जी को कोटि-कोटि साधुवाद इस सद्प्रयाश
के लिए......
हिन्दी साहित्यपूरुष कवि शायर डाक्टर कुँवर बैचेन ...सादर नमन
मनोज जी आप के बारे में क्या कहूं शब्द नहीं हैं मेरे पास,आपको बहुत दिनों से सुन और देख रहा हूं किंतु कुछ आप तक पहुंचाने का साहस पहली बार कर रहा हूं। मैं हिंदी का एक अज्ञानी सा स्कूल व्याख्याता हूं।हिंदी विषय का अध्यापन का कार्य करता हूं।B Sc maths से किया था।आप इस युग में हिंदी के देवदूत के रूप में है ।जिन महान हस्तियों की अपूर्व रचनाओं में धूल जमीं पड़ी थी उन रचनाओं को अपने मुखारविंद इतने रोचक ढंग सेपेश किया है कि मेरे जैसे कितने अज्ञानी लोगों को ज्ञान कराया गया । मैं कुंवर बैचेन साहब की रचनाओं और उनके व्यक्तित्व से बहुत प्रभावित हूं।आज आपके द्वारा उनके जाने के बाद जो जारी किया है उसके लिए आपको कोटि कोटि नमन।आप इसी तरह रचनाओं की video बनाते रहे और मेरे जैसे करोड़ों अज्ञानियों को ज्ञान का दीपक दिखाकर अंधकार को दूर करें।🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Aapka kehne ka andaazzz ..... MA(masaaaalllllaaahh)
आपको इतना तो पता था कि बच्चों से खाली हाथ नहीं मिलते लेकिन ये कैसे भूल गए कि बच्चों को अकेला नहीं छोड़ते......👍👍👍👍👍 वाह वाह मनोज जी दिल द्रवित हो गया 🙏🏼
क्या कहने मनोज जी दिल की गहराई से पेश किया गया अक़ीदा जो कुँवर जी से मिले कुछ पल भी साथ रहे वो गवाही देंगे इन जज़्बात की
वो इस तरह गए कि पुष्पांजलि अर्पित ही नहीं
कर सके दद्दा को एक बार फिर आपके माध्यम से विनम्र श्रद्धांजलि
"एक बेचैन कर देने वाला कुंवर चला गया "
क्या बात है मनोज जी आप बहुत अच्छा काम कर रहे है 🙏 अलविदा कुंवर
I'm speechless. ..............dil ko chhoo lene wali rachnayen mn karta hai ki bs sunte jaao
बहुत ही सुन्दर जानकारी दी आपने डॉ० कुँवर बेचैन जी के बारे में वो हिंदी के अमर पुरुष थे, शत् शत् नमन उनको, विनम्र श्रद्धांजलि
Sir आपकी आवाज दिल को शुकून देती है.... आप प्रगति पथ पर सदैव आगे बढ़ते रहे यही दुआ करते है ईश्वर से 🙏
मनोज सर का शो इसलिए देखता हूं क्योंकि वहां से अच्छे शब्द को कॉपी कर सकूं और अपने जीवन में उतार सकूं
बिल्कुल सिस्टर मैं भी यही कोशिश कर रहा हूँ
RIP kunwarji
तेरे अक्श तक अभी पहुचा नहीं हु
पर तेरी रूह में उतरना चाहता हूं ।।
तू भले ही मुझमे ना खोए पर
मैं तुझमे खोना चाहता हूं ।।
Mohsin khan
Kuch saalon se mera shayri mein interest khatam ho gaya tha.lekin manoj jab se apko sunana shuru kiya hai to man karta hai k aap bolte rahein aur hum sunte rahein.you are truely blessed.
Mesmerising Manoj Ji, Om Shanti Kunwar ji , #kumarrishi
उंगलिया थाम कर खुद चलना सिखाया था जिसे
ये पंक्तिया अन्ततः रोने पर मजबूर कर दी
Thank sir for this video
❤️❤️❤️
God bless you Manoj sir
Addut !!shat shat naman bachapan me kavi sammelan me aaj bhi vo gajle maine likhi thi..meri Dairy me aaj bhi mHfooj hai...👏👏
Good to see ki aap commercial writing se thoda aagey nikal kar iss desh ke aam aadmi tak seedha pahunch gye. Proud of you Manoj Sir.
Jb bhe m jindagi k sabalo m uljha hota hu .... Manoj sir ko sun k Anand milta h
नदी समुंद्र से मिल गयी।
नमन sir,
आप हमेशा दिलो में जिंदा रहेंगे।
बेचेन को सुनके मे इस कदर बेचेन हो गया. जुड़ा था में पहले या अब मुन्तशिर हो गया
मनोज जी मुझे आपको देख के और सुन के जो आनंद की अनुभूति होती है वो दिल की गहराईयो में उतर जाती है ऐसा लगता बस आपको सुनते ही रहे आपके द्वारा कही गई हर कविता परिपूर्ण हो जाती बहुत ही सुंदर और सराहनीय 🙏🙏
Om Shanti......
अपनी मंज़िल पे पहुँचना भी खड़े रहना भी
कितना मुश्किल है बड़े हो के बड़े रहना भी
~ #शकील_आज़मी
Thank you sir..... *"JAI HIND"*
मनोज की वाणी मैं साहित्य की चाशनी दिखाई देती है
Complete feeling se padhte hain, manoj ji. 🙏 🙏
Wahhhh SIR....
Apki vajah Se mujhe in khubsoorat kavitao ko sumjhne ka mauka mila.
Bahot bahot Dhanyavad Saheb.
Rula diya guru ji.kuvar sahab ji ko sadar naman
उसने फेंका मुझपे पत्थर और पानी की तरह,
और ऊंचा, और ऊंचा, और ऊंचा हो गया!
~Kunwar Bechain
"रोशनी को थी कहां फुरसत जो वो यह सोचती कैसे - कैसे उसकी खातिर हवन होते रहे ।"
हृदय के अंतस्थल को धीरे से छू गई ।
आभार मनोज sir 🙏
आपकी रचनाओं से प्रभावित हूँ, अच्छा लगता है बार बार सुनना.."तेरी मिट्टी" ..भारत ने बहुत से रत्न दिये, आधुनिक भारत में उनकी चमक को धूमिल होने से आपका प्रयास सराहनीय है । काव्य रचनाओं के पटल पर आप सदा ध्रुव तारे की तरह यूं ही जगमगाते रहें । 💐
डॉक्टर कुंवर बेचैन जी को मैं 1975 76 में 17 वर्ष की उम्र में कानपुर में State Bank के कवि सम्मेलन में पहली बार सुन रहा था । उनकी रचनाये सुनकर मंत्रमुग्ध हो गया और चूंकि मंच पर बिना अनुमति प्रवेश नही मिल सकता था तो मंच के नीचे अंदर से घुस कर दबे पांव मंच पर पहुच गया और मंच पर बैठे कुंवर बेचैन जी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया और ऑटोग्राफ बुक पर उनके आटोग्राफ लिए जिस पर उन्होंने तो पंक्तियाँ भी आशीर्वाद स्वरूप लिखी ;
जितनी दूर नयन से सपना
जितनी दूर अधर से हँसना
बिछुए जितनी दूर कुवांरे पाँव से
उतनी दूर पिया तुम मेरे गांव से
आज भी वो पल यादों में जीवित है ।
वाह वाह बहुत खूब क्या शब्द चयन हैं ह्रदय छू लेते हैं।
डॉ कुंवर बेचैन से हिन्दी साहित्य पढ़ने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य रहा है. उनका पढ़ाने का ढंग कुछ ऐसा था कि हम रचना के साथ साथ रचनाकार की मनःस्थिति को भी जानने लगते थे.
🙏🙏
Thank you for bringing such beautiful poetry to us , may his soul rest in peace .
Beautiful tribute Manoj ji......you have a magical way of reading poetries.....🙂
sir aap meri inspiration aur idol ho...thnkuu soooooooo much sir...
उनके जैसे शायर बहुत दुर्लभ होते हैं। उन्हें सादर नमन।
Bhare ped ( tree) ki tarah jhuke rehna.This is an eternal truth.Thanks Manoj Sir for bringing it across.🙏
Thanks Manoj ji bemisal rachnay ko surname wale bhi bemisal
Aise hasti khud to sayaad akele reh sakte hai magar hum sab ko akela chod kahi jaa hi nahi skte Manoj ji....wo kahi nahi gaye hai..yehi hai hum sab k Dilo me , aur maut ki utni haisiyat nahi k unko humare Dil se juda kre.❤❤❤
विनम्र श्रद्धांजलि।। पूरे देश के लिए बहुत ही बड़ी साहित्यिक क्षति।। आपके अंदाज का कोई जवाब नहीं है सर।। सादर प्रणाम।।🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️🙏🙏
वाह क्या बात है, मनोज साहेब। शुक्रिया इस अन्दाजेबयां के लिये। जय केदार।
Dr Kuwar Bechain ko sadar naman. One of my favourite poet/writer. Thanks Manoj sir, for sharing pieces of exceptional writing.
shkriya manoj is behatareen shradhanjali ke liye, aapne aaj dr kunwar sahab ke fans mein mera naam bhi jod diya.🙏👏💕 unki likhayi unko amar rakhegi.
Sir bahut shukriya jo aapne Hume ye kavitaayein padh kar sunayi
हो के मायूस नायूं शाम सेढलते रहिए
जिंदगी भोर है सूरज की तरह निकलते रहिए।
ठहरोगे गर एक पांव परतो थक जाओगे,
धीरे धीरे ही सही मगर राह पर चलते रहिए।👍
पहले तो ये धीरे धीरे हिलते डुलते है
दिल के दरबाजे है खुलते खुलते खुलते हैं
Dr. Kuwar bechen
आज मैं स्तब्ध हूं जिनसे हमें मिलने की चेष्टा थी अब वही नहीं रहे मेरे और सबके प्रिय कवि आप को भावपूर्ण श्रद्धांजलि आपको हिंदी जगत सदियों सदियों तक याद रखेगा नमन है आपको 😢😢😢🙏🙏🙏
I think this is the best tribute, one poet may give the other
उम्र भर कुछ इस तरह हम जागते सोते रहे
भीड़ में हस्ते रहे ,रात में रोते रहे
कुंवर बेचैन ❤️
Sir आपके narration का जबाव नहीं,
सुनकर मन प्रफुल्लित हो गया, धन्यवाद!
Sir aapke jaisa koi nahi hai you are the best 😊❤️❤️❤️❤️😊😊😊🌹🌹🌹
Eshwar ki bari.kripa hai tum per aise hi bani rahe
Aap ki ek ek baat dil pe ek alag chhap chhodti hai... Ek alag theraao hai aapki baato mein...
बेहद खूबसूरत❤💙
सह्रदय स्पर्शी रचना❤ 👌👌
आपने बहुत अच्छे से भाव समझाया है मनोज सर😊😊
राधे राधे💙😊🙏
Rip हर एक ग़ज़ल एक से बड़कर है बस सुनते रहे उनकी रचनायें यहीं कर रहा है मन
No words..just feeling it n crying 😭❤️😭very emotional
Guys take a bow ❤️❤️
'शिकायत' was awesome! Manoj bhaiya love you...
कामयाबी के सिडीयों पे चढ़ते 🏃♀🏃♂जाओ रुकता तो वो है जिसे actually कुछ करना ही नहीं 😍😇 👍👍manoj sir ने हमे सीखाया की लीखते जाओ कया पता किसी दिन लोग तुम्हारे एक लाईन सुनने को तरसे ✒ don't stop your pen ✒ 😍😍🤩keep writing 😎✒
हमारे देश के कल्चर संस्कृति ये कहते हैं कि कुछ बड़ा बनना है तो हमारे बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद दुआएं साथ होना बहुत जरूरी है
Heartfelt thru and thru ........hoke mayoos na shaam se dhalte rahiye,zindagi bhor hai suraj se nikalte rahiye........... aap bolte rahiye aur hum sunte rahein, you are amazing,Manoj Ji 👌😍
हिंदी गीत परम्परा के गीत ऋषि बेचैन जी के परलोकवासी होने पर एक युगांत।।नमन आदरणीय
मनोज जी आपने कुँवर बैचेन साहब के बारे में बहुत अर्थपूर्ण शब्दावली का प्रयोग करते हुए विवरण दिया है बहुत अच्छा लगा धन्यवाद आभार शुभकामनाएं
मैं चाहता था कि "चल हवा उस ओर मेरे साथ चल" 1992 (शायद) में नव वर्ष में डॉ कुँवर बेचैन सर द्वारा पढ़ी गयी उनकी रचना। वाह डॉ बेचैन सर।
Mnoj sir aaj rula diya,bahut yad aaoge aap kuvar dada
Bahut shandar aap bolate hai aap ki samjhane ki jhamta adbhut attulliy hai aap ki juba me ma sharsgvati sachat baithi hai
Jay SHIYA RAM CHANDRA JI KI JAY HO🚩🚩🚩👏👏👏
.......💐💐
अद्भुत वर्णन
🙏
Oh my god.
Last line to gajab tha apka
Manoj sir aap pahele jaise pyar ka kisse kam sunate h
पढा सुना बहुताे काे है मैने पर वाे मुझे मुह जुबानी याद नही
रुहे गम काे समझा है मैने ना समझु ऐसा भी दिल मैरा दाग दाग नही
उनके लहजे लब्जाे ने जाे दिल मै आग लगायी है उसे बुझा काेई सावन सकता नही
पढा सुना बहुताे काे है मैने पर वाे मुह जुबानी याद नही
रुहे गम काे समझा है मैने ना समझु ऐसा भी दिल मैरा दाग दाग नही.....
धन्यवाद मनाेज भैय्या...
कुवर जी अमर है...
धन्यवाद मनोज जी, आपने समय निकाल बैचेन साहब को ट्रिब्यूट दिया आप बधाई के पात्र हैं। जिंदगी आने को है।
Wow. Sooo amazing 1st time listening such jewels. Never find such treasure in utube
लूट गए, और (मैं जिस दिन भुला दू) गानों को आपने जो रूप दिया है , वह होटों से अलग होने का नाम नहीं लेता,
अलविदा कुंवर बेचैन जी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें🙏नमन
मैं उनकी बहुत बड़ी प्रशंसक हूं मैने कई बार उन्हें सुना है मिली हूं बुक फेयर में अपनी किताब के सदर्भ में।
मैं भी उन की तरह बनने का प्रयास करती हूं
I am school student , aapki baate muje bohut inspired karti he sir, thank you so much Sir 🙏🙏
सारी दुनिया में लुटाता ही रहा प्यार अपना
कौन है, सुनते हैं, 'बेचैन-कुँवर' है कोई ...😢🙏
मेरी दुहाई जो सुने तुम्हारे शहर में वो दरबार नही है
मेरी आवाज़ तुम तक पहुंचाए तुम्हारी गली में वो अखबार नही है
और तुम चाहती हो तुम्हें सोचकर खुश रहूॅं मैं ,
जानेमन तुम्हारी दी हुई यादों में इतना प्यार नहीं है ।।
नदी बोली समंदर से ,सबसे उत्तम कविता
Kaya baat hai kaise manjar hai.Kunwar ji ka aur apka presentation.tareeph ke koi shaved nahin milti.hain..kaise karen tareeka karen.bas asheervad hai god bless you beta
Kunwar Sahab was an institution in himself. My heartfelt tribute to the legend. I am a great fan of him. May God bestow peace.on him. 🙏
Sir aap lajawab ho sir ❤💞 love you kunwr sir ❤
Aap jio hazzaron sal. Hum ko aap se khub khub ummiden hai. Kyonki aap typical poet ki vesh bhusha nahi hai. Aap ki Kavita , aap ki lekhani itni dhardar , sachot aur fresh fresh hai. Lagta haki 80-90 Ka door vapas aaega. Munshi premchandji ki khani veshi aapki lekhani. Love u a lot
kya baat h 👌 legend @kunwar ji 💚
आपको सुनना अत्यधिक भाता है, आपकी वक्त शैली काफी सुंदर है। आपका नए नए अच्छे अच्छे शब्दो को वक़्यो में पिरोने का हुनर लाजवाब है। आपके शब्द और वाक्य मुझे बहुत ही प्रभावित और आकर्षित करते है।
मेरी आपसे एक विनती है, आप अटल जी पर काफी अच्छा बोलते है प्रयास कीजियेगा की एक वीडियो भारत की शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के ऊपर भी बनाये। 🙏🙏 आभारी रहूंगा!
आप सुझाव सचमुच अच्छा है। मैं बहुत जल्द सरदार पटेल पर विडीओ ले कर आऊँगा। 🙏
Aapki kavita kahne ka andaz bahut hi sundar hai sir 👌👌👌👌👌👌👌