agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae so all should come together to save himalaya
गांव के लोग कहते है सड़क नहीं है इसलिए पलायन हो रहा है, जब सरकार गांव के लिए सड़क बनाएगी तब पर्यावरण खराब नही होगा क्या? गांव की सड़कें बनेंगी तो main road का चौड़ीकरण भी होगा। सरकार विकास ना करें तो को सरकार कुछ नहीं करती और करें तो पर्यावरण खराब हो गया है।
beta agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae
Jaha jrurt h vha bnane ko kh rhe h jaise gaon mein because it's a necessity, unnecessary roads bnana 2 lane vali capacity k pahad mein 4 lane bnana iska oppose krte h
Himachal Pradesh me 4 lane ke national highways ban rahe hai. Waha par kisi ko koi bhi problem nahi hai. Kewal uttarakhand me kyo Problem hai. Kyoki yaha ke log free ke politics karte hai. Development nahi hone dena chatte hai.
agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae so all should come together to save himalaya
भाई जी आपका विवरण मन को छू गया। इस सम्बन्ध में मैं एक सुझाव देना चाहता हूं। सड़कों के निर्माण के समय कम से कम एक मीटर सड़क पहाड़ के नीचे की तरफ बढ़ाया जाय जिससे पहाड़ी को कम से कम एक मीटर ऊपर की तरफ कम काटना पड़ेगा। एक मीटर सड़क के लिए नीचे से पीलर और बीम अवश्य दिये जाने चाहिए। इससे नीचे की तरफ दीवार गिरने की सम्भावना कम होगी क्योंकि यह लम्बाई पीलर बीम और आर सी सी के द्वारा बढ़ाई जाएगी। लागत जरूर बढ़ेगी लेकिन पर्यावरण की कम से कम 20प्रतिशत बचत अवश्य होगी। मैं पी डब्ल्यू डी से इस बारे में बात करता हूं तो वे हमेशा लागत की बात करते हैं लेकिन उनको सोचना चाहिए A stich in time saves nine.
चौड़ी सड़क होना अति आवश्यक है अगर सड़के नहीं होगी तो उत्तराखंड से पलायन बढ़ता जा रहा है गांव खाली हो रहे हैं रोजगार के कोई साधन नहीं है पर्यटन का विकास तभी हो पाएगा जब लोग यात्रा करने आएंगे यहां का सुंदरता का अनुभव लेंगे रही बात पर्यावरण की तो पर्यावरण के लिए हमारे पास अभी जंगल बहुत है बहुत ज्यादा पेड़ लगाए जा सकते हैं हमारी सस्ता हेयर का सहारा सेवा ट्रस्ट दिन रात वृक्षारोपण कार्य करती है और लगभग अभी 165000 लग चुकी है
agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae so all should come together to save himalaya
पर्यावरण की ज्यादा चिंता करने वाले लोगों से निवेदन है कि अपनी पेट्रोल डीजल वाली गाड़ियों को छोड़ कर साइकिल से चलना शुरू करें और साबित करें कि उन्हें वाकई में पर्यावरण की चिंता है.....😅😅😅
मुकेश जी... पहाड़ में बढ़ते भूस्खलन को हल्के शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता... जरा पूरी रिपोर्ट देखिए और फिर सोचिए कि यहाँ रहने वाले लोगों पर क्या बीत रही है
@@ghughuti_official हां जी मैं खुद भी टिहरी गढ़वाल से ही हूं....सड़कों की खराब हालत, रोजगार की हालत, पीने की पानी की समस्या मैने खुद भी झेली है, इसीलिए मुझे अभी के लिए सरकार का पक्ष ज्यादा दमदार लगता है....अच्छी सड़कें ही समृद्धि की तरफ ले जा सकती हैं हमारे राज्य को...
मुझे लगता अगर यही ड्रीम प्रोजेक्ट गांव की डामर युक्त one way रोड बना कर गाड़ी जाने लायक बना दे तो हम पहाड़ वासियों के लिए वो ही ड्रीम प्रोजेक्ट होगा। और साथ में ब्लॉक स्तर पर हर एक ब्लॉक में एक अच्छा हॉस्पिटल बना दे । तो पलायन जैसी समस्या का समाधान भी और आपका टूरिज्म भी बढ़ावा मिलेगा जो पर्यावरण के मानकों के अनुसार भी सही है ।
भाई साहब चार धाम ऑल वैदर प्रोजेक्ट उत्तराखंड के लिए बहुत महत्वपूर्ण था पहले जिस रूट को तय करने में 5 6 घंटे लगते थे आज वह रूट 2 या 3 घंटे में हो रहा है पर पता नहीं कुछ लोगों को क्या दिक्कत होती है जो वेदर रोड से
Road should be widening upto 12 meter one side. There should be separate road for each side that is up and down. There should not be any complaint against the construction. We all should co-operate with the government of India as well as state government in this matter. The widening of road in hill areas is very compulsory for the purpose of development of areas.
Maximum efforts to be made to construct four lane highway in the hill areas so that maximum number of facilities may be available for set up of factory or other offices.
Yah to central government bana rahi hai otherwise state government of uttarakhand to ak road bhi nahi bana sakti hai. Is project ko achi tarah se banne do please.
अगर केंद्र सरकार को विकास ही करना है तो इस तरह के रास्ते न बना कर पलायन कर चुके गांवो तक सड़क, बिजली, पानी, स्कूल व अस्पताल बनाने में पैसे खर्च करे जिससे कि पहाड़ों से पलायन रोका जा सके।
सभी विचारों को पढकर लगा अधिक तर लोग विरोध में ही लिख रहे हैं इससे लैफ्टिस्टों का ऐजेडा सैट करना मोदी गुजरात का आदि आदि जोशीमठ में दस घर गिरे सारे पत्रकार पहुंचे लेकिन अब क्या सब ठीक हो गया??
गांव के लोग कहते है सड़क नहीं है इसलिए पलायन हो रहा है, जब सरकार गांव के लिए सड़क बनाएगी तब पर्यावरण खराब नही होगा क्या? गांव की सड़कें बनेंगी तो main road का चौड़ीकरण भी होगा। सरकार विकास ना करें तो को सरकार कुछ नहीं करती और करें तो पर्यावरण खराब हो गया है।
Yeh ek samrik mahatva ki sadak hai burbakon. Iska virodh kewal china hi kar sakta hai. Is sadak ko bahut saksham banao missiles aur heavy arty ko Seema par pahunchane ke liye. Nam Chardham Marg hai to virodh.
सुधीर जी... कोई इस बात को नहीं नकार रहा। लेकिन शायद आपने पूरी रिपोर्ट देखी नहीं। सामरिक महत्व की सड़क अगर ऐसी होगी जिसमें हर दूसरे दिन भूस्खलन होगा तो उस सड़क का आप क्या करेंगे? सेना कैसे वहाँ से जाएगी? ये भी तो सोचना होगा
Uttrakhand ke liye dono chiz jarurat hai, Connectivity bhi or Environment.... Alag -alag hone ke alawa dono ko ek page pe aake solution nikalana chaiye... Ye international security ke liye bhi jaruri hai
It all depends upon the rocks and soil of that specific area. What is true of Switzerland is not valid in uttarakhand. All along the lower and mid himalayas the soil is unstable, therefore landslides are a part of everyday life. What the locals need and what can be given are two different quantities.
Bhai ji kbhi kumaun ki roads ko dekha hai...jab garhwal ki baat aati hai tab paryavaran walon ko problem ho rhi hai.. garhwal ki only one road ke liye paryavaran walon ko diktt hai.. Sweetzerland ki roads dikao en paryavaran walon ko shayad ye china se fund mil rha hai esko rokne ke liye.. Ye road border security or uttrakhand ke garhwal region ke vikas ke liye bahut jaruri hai.....bus work shi se hona chahiye or road ke dono side tree lagane chahiye.... Hum aapki baat se sahmat nhi hai es mamle me... road nhi hone se kitne problem hoti hai ye aap kbhi uttarkashi ke Mori block ke villages me ja kar dekho..
Chandigarh Shimla 4 lane me pahlye jab shruaati survey hua tab Shimla tak 13 tunnels proposed huei thi ab sirf 4 tunnels bani ...barsaat me ispar chalna maut ko daawat daiynye jaisa hai...ek side ki road to 9 mahnye band hi rah rahi hai...pahadon ko 90 degree par kaat diya...ye ab aglye 30 saal me bhi stabilized nahi hongye...tab tak kitanye hi baiymaut maarye jaayengye....Shame in Gadkari for that....
प्रकर्ति से छेड छाड करना देव भुमि उत्तराखण्ड के देवी देवताओं का रौद्र रूप देखने के बराबर है, क्यों काश्मिर छोडकर देवी देवता उत्तराखण्ड आये थे ,ताकि देवतागण् शांत माहोल मे अपनी ध्यान तप करके स्रष्ठी को जिवित रख सकें, उत्तराखण्ड देव भुमि है, और देवताओं की भुमि पर अहंकार पूर्वक बल दिखाओगे तो समझो विनास को गले लगा रहे हो,,, तो विनाश तो होगा ही सरकार का नही आम जनता का जो देवी देवताओं मे आस्था रखती है,,
उत्तराखंड वैसे भी एक फेल स्टेट है इसलिए हमे नही चाहिए विकास क्या करेगे हम विकास का क्या होता है विकास हमे क्यू चाहिए विकास इससे अच्छा तो हम उत्तर प्रदेश ही ठीक था।
Baramasi road pr 12 mahine kaam chalta hi rehta hai jb bhi road pr niklo kuch n kuch kaam ho hi rha hai. Phado ko dekh k to aise lgta hai abhi sir pr gir jayenge or sadak se neeche khai me dekho to yamraj dikhte hai
2013 disaster k baad to sab aag laga rahe the ki road hi nahi h, koi suvidha nahi h, 12ft road m poori chardham yatra ka traffic chalta tha. Pareshani soil erosion nahi h.... Asli baat h - jo Illegal construction toot raha h, us se kuch logon k pairon k neeche ki soil ka erosion ho gaya h😂😂😂 Gwaldum karnprayag highway to GEOLOGICAL FAULT k upar h.. 😂😂😂
देखिए सड़कों की ज़रूरत है। संसाधनों की ज़रूरत है और उसे माँगना भी ग़लत नहीं है। और चार धाम रोड प्रोजेक्ट का विरोध इसलिए नहीं है कि वो सड़क बना रहे हैं... सिर्फ़ इसलिए है कि ये निर्माण पर्यावरण की अनदेखी करके हो रहा है। इससे भूस्खलन बढ़ रहे हैं... क्या हमें ऐसी सड़कें चाहिए?
बैजी... यहाँ सवाल राजनीति का नहीं है। पहाड़ में रहने वाले लोगों का है। आप उन्हें क्या कहेंगे जिनके खेत इस प्रोजेक्ट के मलबे में दब गए। आप उन्हें क्या कहेंगे जिन्होंने इस प्रोजेक्ट की वजह से आने वाले भूस्खलन में अपनों को खोया? हर जगह राजनीति नहीं हो सकती। प्रोजेक्ट का विरोध नहीं है लेकिन जिस तरह से इस प्रोजेक्ट को किया जा रहा है, उसे बदलने की ज़रूरत है।
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इस वीडियो को बनाने के लिए कितने डॉलर मिले। अभी तो भारत में हो इसलिए इतनी ऊंची पतंग उड़ा रहे हो जब सड़कें नहीं होंगी और चीनी फ़ौज उत्तराखंड पर कब्ज़ा कर लेगी तो इतनी बक बक कर पाओगे? जा मुस्लिम मज़ार जगह जगह बन रहे हैं, जो मुस्लिम जनता पहाड़ों में आ आ कर बस रही है उसके बारे में क्यों नहीं बोलते ? इसलिए नहीं बोलते क्योंकि उस बात को कहने के लिए पैसे नहीं मिलते।
Bhai sadak thik thi pahle ki train ki jarurt nahi thi pahado ko barbad kar diya prakriti ka nash mar diya or jhel rahe pahadi log hai Sadke bani maje marne bahari log aare yattra to naam ki hai Train ayegi to haridwar up se lutere bhi ayenge pahado me chori bhi hone lagegi Barbad kar diya uttarakhand ko Hospital ache school men road se gaw ki sadke Gaw gaw me Pani or rojgar factory khole jisme sirf or sirf pahadi mul niwashi ko roj gar mile
Kya nahi karna iska bhashan sabko dete ho.....kya karna he iska koi plan nahi he tumhare pas ..... Development kaise hoga...iska jawab dhundne nikloge...to govt ka ye aur anya ongoing project sahi lagne lagege..... Abhi bas ye karo ki....iss higway ke pas jameen khareed sako to thodi si khareed lo.... Samjhe?
विशाल जी... सही कहा आपने। और पहाड़ में पहले की तरह ही भूस्खलन होता है और होता रहेगा... लेकिन पर्यावरण की अनदेखी कर काम करना इन भूकंपों और भूस्खलन को बढ़ावा दे रहा है।
@@ghughuti_official bhai aapne bhi caption views k liye dala hai...lekh toh tab bhi likhe jate the ki pahadi shetra mai road na hone se hospital time se na pahuchne se bhi logo ki maut hojati thi medical treatment na milne se aur paryatan ko lekar bhi har chij k do pehlu hote hai insaan apne fayde k hisab se dikhata hai aapda k liye modi k dream project likh k aap bhi yahi karre ho project aapda ko nimantran deri hai toh khud mul niwashi bhi kam nhi hai jin nale gadhero se varsha ka paani nikalta tha wahan tak logo ne ghar banliye hai....mujhe aapke post se dukkat nhi hai par caption se hai PM modi k dream kiya himanchal pradesh hamse aage nji hai wahan ki road humse durast nhi hai....nainital mai 1880 mai jo bhu skhlan hua tha tab 150 se jada log mare gye tab bhi dream project tha ya 1999 mai chamoli mai aya bhukamp...tab bhi paryojana thi....kis kadi ko kahan jodana hai koi patrkaro se sikha sidhe vikash karyo ko jimmedar tehra do aur kuch na kare sarkar toh pahado ka undekhi ka aarop laga do .....
Thanks
Thank you very much Naithani Ji... आपके इस सहयोग और प्रेम के लिए।
सुरक्षा के हिसाब से यह चार धाम प्रोजेक्ट भारत के लिए और उत्तराखंड के लिए बहुत जरूरी है पता नहीं कुछ लोग इसका विरोध क्यों कर रहे हैं
Tum kaha rahte ho ?? Dehradun yaa haldwani ?
पतली सड़को पर भू स्खलन नही होता।
agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae so all should come together to save himalaya
Are sarkaar ped to lga sakti ha न?
गांव के लोग कहते है सड़क नहीं है इसलिए पलायन हो रहा है, जब सरकार गांव के लिए सड़क बनाएगी तब पर्यावरण खराब नही होगा क्या? गांव की सड़कें बनेंगी तो main road का चौड़ीकरण भी होगा। सरकार विकास ना करें तो को सरकार कुछ नहीं करती और करें तो पर्यावरण खराब हो गया है।
😂😂 कख लगान chwin केमा लगान chwiin.... ये पहाड़ की कुमों गढ़वाल की
Wo pehele ki bat thi aajkal koi goun wale Nahi bolta ki road cahiye ! Ye SAB road Mafia Ka khel h Bina matlab k road karodon rupees k ghotala
beta agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae
Jaha jrurt h vha bnane ko kh rhe h jaise gaon mein because it's a necessity, unnecessary roads bnana 2 lane vali capacity k pahad mein 4 lane bnana iska oppose krte h
I whole heartedly conngratulate and salute to the government of India for this project.
भाई भारत में कदम कदम पर करप्शन हैं। जापान जैसा देश बनने के लिए इंसान वैसे होने चाहिए ।
सत्य वचन
Himachal Pradesh me 4 lane ke national highways ban rahe hai. Waha par kisi ko koi bhi problem nahi hai. Kewal uttarakhand me kyo Problem hai. Kyoki yaha ke log free ke politics karte hai. Development nahi hone dena chatte hai.
agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae so all should come together to save himalaya
भाई जी आपका विवरण मन को छू गया। इस सम्बन्ध में मैं एक सुझाव देना चाहता हूं। सड़कों के निर्माण के समय कम से कम एक मीटर सड़क पहाड़ के नीचे की तरफ बढ़ाया जाय जिससे पहाड़ी को कम से कम एक मीटर ऊपर की तरफ कम काटना पड़ेगा। एक मीटर
सड़क के लिए नीचे से पीलर और बीम अवश्य दिये जाने चाहिए। इससे नीचे की तरफ दीवार गिरने की सम्भावना कम होगी क्योंकि यह लम्बाई पीलर बीम और आर सी सी के द्वारा बढ़ाई जाएगी।
लागत जरूर बढ़ेगी लेकिन पर्यावरण की कम से कम 20प्रतिशत बचत अवश्य होगी। मैं पी डब्ल्यू डी से इस बारे में बात करता हूं तो वे हमेशा लागत की बात करते हैं लेकिन उनको सोचना चाहिए A stich in time saves nine.
चौड़ी सड़क होना अति आवश्यक है अगर सड़के नहीं होगी तो उत्तराखंड से पलायन बढ़ता जा रहा है गांव खाली हो रहे हैं रोजगार के कोई साधन नहीं है पर्यटन का विकास तभी हो पाएगा जब लोग यात्रा करने आएंगे यहां का सुंदरता का अनुभव लेंगे रही बात पर्यावरण की तो पर्यावरण के लिए हमारे पास अभी जंगल बहुत है बहुत ज्यादा पेड़ लगाए जा सकते हैं हमारी सस्ता हेयर का सहारा सेवा ट्रस्ट दिन रात वृक्षारोपण कार्य करती है और लगभग अभी 165000 लग चुकी है
जाँच तो तुम्हारे चैनलों की फ़ंडिंग की होनी चाहीयै जो इस प्रकार के जनहित के कायो के विरोध मे कार्यक्रम चला रहे हो
agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae so all should come together to save himalaya
पर्यावरण की ज्यादा चिंता करने वाले लोगों से निवेदन है कि अपनी पेट्रोल डीजल वाली गाड़ियों को छोड़ कर साइकिल से चलना शुरू करें और साबित करें कि उन्हें वाकई में पर्यावरण की चिंता है.....😅😅😅
मुकेश जी... पहाड़ में बढ़ते भूस्खलन को हल्के शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता... जरा पूरी रिपोर्ट देखिए और फिर सोचिए कि यहाँ रहने वाले लोगों पर क्या बीत रही है
@@ghughuti_official हां जी मैं खुद भी टिहरी गढ़वाल से ही हूं....सड़कों की खराब हालत, रोजगार की हालत, पीने की पानी की समस्या मैने खुद भी झेली है, इसीलिए मुझे अभी के लिए सरकार का पक्ष ज्यादा दमदार लगता है....अच्छी सड़कें ही समृद्धि की तरफ ले जा सकती हैं हमारे राज्य को...
मुझे लगता अगर यही ड्रीम प्रोजेक्ट गांव की डामर युक्त one way रोड बना कर गाड़ी जाने लायक बना दे तो हम पहाड़ वासियों के लिए वो ही ड्रीम प्रोजेक्ट होगा। और साथ में ब्लॉक स्तर पर हर एक ब्लॉक में एक अच्छा हॉस्पिटल बना दे । तो पलायन जैसी समस्या का समाधान भी और आपका टूरिज्म भी बढ़ावा मिलेगा जो पर्यावरण के मानकों के अनुसार भी सही है ।
विकास के नाम पर विनाश कर रहे है इस से अच्छा लोगो का विकास करो उन्हें जायदा पैसे दो
विकास के लिए सिर्फ़ सही तरीक़े से निर्माण करना ज़रूरी है। काम ग़लत नहीं है लेकिन जिस तरह से किया जा रहा है, वो ग़लत है
कमिशन तो बड़े प्रोजेक्टों में ही है ?
बिलकुल वरना पैसे कैसे कमाएंगे यहां के ठेकेदार और सरकार😂😂
Good news
भाई साहब चार धाम ऑल वैदर प्रोजेक्ट उत्तराखंड के लिए बहुत महत्वपूर्ण था पहले जिस रूट को तय करने में 5 6 घंटे लगते थे आज वह रूट 2 या 3 घंटे में हो रहा है पर पता नहीं कुछ लोगों को क्या दिक्कत होती है जो वेदर रोड से
जो हुआ अच्छा हुआ, जो हो रहा है अच्छा हो रहा है,जो होगा अच्छा ही होगा 🤔🙏🇮🇳
Shi baat hai bhai 😢😢🙏🙏
Dhnywad ji
प्रकृति का संरक्षण ही सबसे बड़ा विकास है
Road should be widening upto 12 meter one side. There should be separate road for each side that is up and down. There should not be any complaint against the construction. We all should co-operate with the government of India as well as state government in this matter. The widening of road in hill areas is very compulsory for the purpose of development of areas.
Maximum efforts to be made to construct four lane highway in the hill areas so that maximum number of facilities may be available for set up of factory or other offices.
shandar
धन्यवाद
Yah to central government bana rahi hai otherwise state government of uttarakhand to ak road bhi nahi bana sakti hai. Is project ko achi tarah se banne do please.
अगर केंद्र सरकार को विकास ही करना है तो इस तरह के रास्ते न बना कर पलायन कर चुके गांवो तक सड़क, बिजली, पानी, स्कूल व अस्पताल बनाने में पैसे खर्च करे जिससे कि पहाड़ों से पलायन रोका जा सके।
Usme environment ko Haani nahi hogi, Mai Pauri ke ek gaanv se hun yha road tumhare dehradun se achi hai,
Chutiyapa mat kiya karo
😂😂😂@@bhagatsinghnegi8588
अपने गाँव जाकर दैखो सड़क कहा पहुचीं
पलायन इसलिए है की सब पहाडिओं को बाहर जा कर पैसा कमाना है। स्कूल और अस्पताल तो पहले से ही हैं।
मोदी वैसे भी गुजरात का है। उसको क्या पड़ी है कि उत्तराखंड में आपदा आये या लोग मरे या पर्यावरण तहस नहस हो जाए
@@ScienceJourney-v9z baatlo desh ko guhrati marathi kumauni garhwali etc ....kuch bhi bolte ho
@@VishalVerma-qc8qw hm bol rahe h. Log kr rahe h bhedbhav
कभी भी प्राकृतिक संसाधनों को तहस नहस करके तरक्की नहीं होती। प्राकृतिक जब अपना बदला लेती है तो इतिहास और वर्तमान सब बदल देती है
सच कहा
तो फिर पहाड़ो पर क्यों रहते हो ? वहां खेती क्यों करते हो?
Good job keep it up God bless
धन्यवाद नैथानी जी।
Uttarakhand m logo ko apne culture apni Sanskriti ko hamesha yaad rakhna chahiye.........
Yahi hoga jb anpadh pradhanmantri banaaoge toh
❤
Bravo. Keep it up
Thank you sir
जब विरोध करने वालो को पैसा मिल जाएगा तब वह चुप हो जाएगा इन संगठनों का पैसे पाना ही उद्देश्य होता है सच मे इन्हें पर्यावरण से कोई लेना देना होता नही!
Road banni chahiye chahe kuchh bhi ho. Im with Modiji.
Yes. एकदम सही कहा... रोड बननी चाहिए। हर कोई यही चाहता है लेकिन रोड यहाँ की परिस्थितिनुसार बननी चाहिए... बस यही माँग है सबकी।
सभी विचारों को पढकर लगा अधिक तर लोग विरोध में ही लिख रहे हैं इससे लैफ्टिस्टों का ऐजेडा सैट करना मोदी गुजरात का आदि आदि जोशीमठ में दस घर गिरे सारे पत्रकार पहुंचे लेकिन अब क्या सब ठीक हो गया??
बात मोदी जी की नहीं है... कोई भी सरकार हो... अगर वो पहाड़ के ख़िलाफ़ होगा तो उस पर आवाज़ उठाई जाएगी
गांव के लोग कहते है सड़क नहीं है इसलिए पलायन हो रहा है, जब सरकार गांव के लिए सड़क बनाएगी तब पर्यावरण खराब नही होगा क्या? गांव की सड़कें बनेंगी तो main road का चौड़ीकरण भी होगा। सरकार विकास ना करें तो को सरकार कुछ नहीं करती और करें तो पर्यावरण खराब हो गया है।
Yeh ek samrik mahatva ki sadak hai burbakon. Iska virodh kewal china hi kar sakta hai. Is sadak ko bahut saksham banao missiles aur heavy arty ko Seema par pahunchane ke liye. Nam Chardham Marg hai to virodh.
सुधीर जी... कोई इस बात को नहीं नकार रहा। लेकिन शायद आपने पूरी रिपोर्ट देखी नहीं। सामरिक महत्व की सड़क अगर ऐसी होगी जिसमें हर दूसरे दिन भूस्खलन होगा तो उस सड़क का आप क्या करेंगे? सेना कैसे वहाँ से जाएगी? ये भी तो सोचना होगा
परम्परागत खेती को बढ़ावा देने या पलायन को रोककर विकास करो तब जाके विकास होगा
सवाल ये है सड़कों को चौड़ा करने के लिए गलत ढंग से पहाड़ तोड़े जा रहे नतीजा रोज आ रहा है।
यही तो दिक़्क़त है... सही ढंग से और पर्यावरण के लिहाज़ से काम किया जाए तो शायद सवाल उठें हीं ना
agar devbhoomi uttrakhand mai #moolnivas aur #bhookanoon nahi laaya gaya to uttrakhand next bengladesh banne wala hai ..
Uttrakhand ke liye dono chiz jarurat hai, Connectivity bhi or Environment.... Alag -alag hone ke alawa dono ko ek page pe aake solution nikalana chaiye... Ye international security ke liye bhi jaruri hai
Shi bat road ka nirman sahi dag nhi kar rahi haii
Naa to vikas chaiye pr chinta b jataayi jaati hai ki palayan ho raha hai to fr karna kya hai?
Jisko fayda hua wo bolega acha hai
Jisko kuc nhai Mila wo bolega ye khrab hai
Bas itni si hai hum pahadiyo ko khani
बस इसी से ऊपर उठना होगा हमें सर... तब ही कुछ हो सकता है
चार धामो पर भीड़ कम करो सब ठीक हो जाएगा।
Do a report on Khanan mining which is going on in Kanda Block of district Bageshwar. Cracks similar to Joshimath are seen in houses of the villages.🙏
Sure Sir.. जल्द ही इस पर लगते हैं
It all depends upon the rocks and soil of that specific area. What is true of Switzerland is not valid in uttarakhand. All along the lower and mid himalayas the soil is unstable, therefore landslides are a part of everyday life.
What the locals need and what can be given are two different quantities.
True. लेकिन सर निर्माण किसी भी क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति के हिसाब से होना चाहिए, ये तो जगज़ाहिर है फिर क्यों इसे नकार दिया जाता है
'All weather' is the dictum of nature not man. No road can stay 'All weather' if the ecological balance of an area is disturbed beyond repair.
True
There is no comparison between our country with Japan. Japan is!!!!. Pranam.
तुलना हो नहीं सकती ...लेकिन जब हमारी ही सरकार जापान से सीखने की बात कह रही है तो फिर सवाल पूछना तो बनता है
पश्चिम बंगाल की कंपनी राही इंफ्राटेक ने ये काम किया है। इस प्रोजेक्ट को तत्काल बंद कर केवल पुल बनाकर रोड बनाई जानी चाहिए।
Char dham Road bahut jaruri hai Inka virodh koi log kar rahe hain jinka Ghar Dehradun mein
Prakirtie like take and give
School to river bed me banjayega?
Bhai ji kbhi kumaun ki roads ko dekha hai...jab garhwal ki baat aati hai tab paryavaran walon ko problem ho rhi hai.. garhwal ki only one road ke liye paryavaran walon ko diktt hai..
Sweetzerland ki roads dikao en paryavaran walon ko shayad ye china se fund mil rha hai esko rokne ke liye..
Ye road border security or uttrakhand ke garhwal region ke vikas ke liye bahut jaruri hai.....bus work shi se hona chahiye or road ke dono side tree lagane chahiye....
Hum aapki baat se sahmat nhi hai es mamle me... road nhi hone se kitne problem hoti hai ye aap kbhi uttarkashi ke Mori block ke villages me ja kar dekho..
दाज्यू ... कुमाऊँ और गढ़वाल सब तरफ़ कुछ ऐसे ही हालात हैं
जो ped Kate gye unki jagh or ped sarkaar ne lagaye kyo नहीं? Njo wale kidhr ab kam se kam वो ped he lga de
जापानी एक्सपर्ट द्वारा दिए गए सुझाव हमारे अनपढ़ और चोर राजनेताओं को क्या समझ आएगा, यहां का हाल यह हे की राजनेता भी चोर और डिप्लोमेट भी चोर
Hospital to sky me built ho jayega.no land required.
Jab se yeh road bni hai tab se ana jana aasan ho gya hai
Chandigarh Shimla 4 lane me pahlye jab shruaati survey hua tab Shimla tak 13 tunnels proposed huei thi ab sirf 4 tunnels bani ...barsaat me ispar chalna maut ko daawat daiynye jaisa hai...ek side ki road to 9 mahnye band hi rah rahi hai...pahadon ko 90 degree par kaat diya...ye ab aglye 30 saal me bhi stabilized nahi hongye...tab tak kitanye hi baiymaut maarye jaayengye....Shame in Gadkari for that....
प्रकर्ति से छेड छाड करना देव भुमि उत्तराखण्ड के देवी देवताओं का रौद्र रूप देखने के बराबर है, क्यों काश्मिर छोडकर देवी देवता उत्तराखण्ड आये थे ,ताकि देवतागण् शांत माहोल मे अपनी ध्यान तप करके स्रष्ठी को जिवित रख सकें, उत्तराखण्ड देव भुमि है, और देवताओं की भुमि पर अहंकार पूर्वक बल दिखाओगे तो समझो विनास को गले लगा रहे हो,,, तो विनाश तो होगा ही सरकार का नही आम जनता का जो देवी देवताओं मे आस्था रखती है,,
सत्य वचन
Tu jakar unse sab se poochho jinke gaon Aaj bhi road nahin pahunch Pai.. koi bhi Sarkar hai vah Road apne ghar jaane ke liye nahin banate hamare liye banata hai
भाई में उत्तराखंड से हूं... झूठ मत फैलाओ
बागेश्वर से हूं...🙏
उत्तराखंड देव भूमि वहा गंदगी भैलाते है तो... वहा ये होता है
Lagta hai uttarakhand binas ke kagar par hai kuc bahar ke logo ki vjay se kuc khud uttarakhand walo ki vajy se 😢
उत्तराखंड वैसे भी एक फेल स्टेट है इसलिए हमे नही चाहिए विकास क्या करेगे हम विकास का क्या होता है विकास हमे क्यू चाहिए विकास इससे अच्छा तो हम उत्तर प्रदेश ही ठीक था।
राजेश जी सही कहा आपने.. ये फेल हुआ क्योंकि यहाँ के नीति नियंता अपने हिसाब से सब करते हैं... ना कि यहाँ की ज़रूरतों के मुताबिक़
Phir bolte h basic facilities nhi h hmare gaon me ,bhai jdi sadak hi nhi banegi phir basic facilities bhi nhi pahuch skti h .
andathundh kamm lagayu chiin kwe karan to jarur holu
Kaha japan kaha bharat yaha corruption jyada hai quality kam
Bhai jii y dream project to vinash sabit hora ha
Absolutely wrong project to destroy not only environment but also people of U khand.. And to help big company
सही कहा...पर्यावरण के लिहाज़ से काम होना चाहिए
Baramasi road pr 12 mahine kaam chalta hi rehta hai jb bhi road pr niklo kuch n kuch kaam ho hi rha hai. Phado ko dekh k to aise lgta hai abhi sir pr gir jayenge or sadak se neeche khai me dekho to yamraj dikhte hai
Pariawaran. K. Nam. Se. Uttrakhand.k. Vikash. Ko. Prabhawit. Kar. Rahe
. Hai.
Jaisa h waisa q nhi rhne dete ho humare uttarakhand ko hume khana pina sb hojata h nhi chahiye hume developed state hum aise hi thik h 😢😢😢
Contacter ko sabko camisan dena padtha he
2013 disaster k baad to sab aag laga rahe the ki road hi nahi h, koi suvidha nahi h, 12ft road m poori chardham yatra ka traffic chalta tha.
Pareshani soil erosion nahi h....
Asli baat h - jo Illegal construction toot raha h, us se kuch logon k pairon k neeche ki soil ka erosion ho gaya h😂😂😂
Gwaldum karnprayag highway to GEOLOGICAL FAULT k upar h.. 😂😂😂
देखिए सड़कों की ज़रूरत है। संसाधनों की ज़रूरत है और उसे माँगना भी ग़लत नहीं है। और चार धाम रोड प्रोजेक्ट का विरोध इसलिए नहीं है कि वो सड़क बना रहे हैं... सिर्फ़ इसलिए है कि ये निर्माण पर्यावरण की अनदेखी करके हो रहा है। इससे भूस्खलन बढ़ रहे हैं... क्या हमें ऐसी सड़कें चाहिए?
अगर इस प्रोजेक्ट में ठेकेदार लैफ्टिस्टों के चहेते होते??? कोई शिकायत नहीं होती क्यों की तब सबके शेहत का पूरा पूरा ख्याल रखा जाता😂😂😂
बैजी... यहाँ सवाल राजनीति का नहीं है। पहाड़ में रहने वाले लोगों का है। आप उन्हें क्या कहेंगे जिनके खेत इस प्रोजेक्ट के मलबे में दब गए। आप उन्हें क्या कहेंगे जिन्होंने इस प्रोजेक्ट की वजह से आने वाले भूस्खलन में अपनों को खोया? हर जगह राजनीति नहीं हो सकती। प्रोजेक्ट का विरोध नहीं है लेकिन जिस तरह से इस प्रोजेक्ट को किया जा रहा है, उसे बदलने की ज़रूरत है।
agar uttarakhand tabha hoga toh up , bihar , delhi , bengal bhi thabha hoga uttarakhand mai glaciar phiglae to yaha par bhi baad or summer mai sukha hoga land sliding hogee to up , delhi haryana kai log bhi maare jayangae so all should come together to save himalaya
Are hone do jo rha hai bhai 😅
इस वीडियो को बनाने के लिए कितने डॉलर मिले। अभी तो भारत में हो इसलिए इतनी ऊंची पतंग उड़ा रहे हो जब सड़कें नहीं होंगी और चीनी फ़ौज उत्तराखंड पर कब्ज़ा कर लेगी तो इतनी बक बक कर पाओगे? जा मुस्लिम मज़ार जगह जगह बन रहे हैं, जो मुस्लिम जनता पहाड़ों में आ आ कर बस रही है उसके बारे में क्यों नहीं बोलते ? इसलिए नहीं बोलते क्योंकि उस बात को कहने के लिए पैसे नहीं मिलते।
Bhai sadak thik thi pahle ki train ki jarurt nahi thi pahado ko barbad kar diya prakriti ka nash mar diya or jhel rahe pahadi log hai
Sadke bani maje marne bahari log aare yattra to naam ki hai
Train ayegi to haridwar up se lutere bhi ayenge pahado me chori bhi hone lagegi
Barbad kar diya uttarakhand ko
Hospital ache school men road se gaw ki sadke
Gaw gaw me Pani or rojgar factory khole jisme sirf or sirf pahadi mul niwashi ko roj gar mile
सही कहा... सरकारों को सिर्फ़ प्रकृति के लिहाज़ से काम करने की ज़रूरत है... अगर ये हो जाए तो सबकुछ बदल जाएगा
Kya nahi karna iska bhashan sabko dete ho.....kya karna he iska koi plan nahi he tumhare pas .....
Development kaise hoga...iska jawab dhundne nikloge...to govt ka ye aur anya ongoing project sahi lagne lagege.....
Abhi bas ye karo ki....iss higway ke pas jameen khareed sako to thodi si khareed lo....
Samjhe?
Prakriti se chedchad karoge
Prakriti humse chedchad karegi
सही कहा
Bhai koi kaaam nhi ha...kya faltu news
चीन समर्थित ngo ही कोर्ट गये।
Ghotalo aur leepapoti ko rokne Wale court gye
सुंदर लाल बहुगुणा ने कितना लूटा
I want only trees
Kuch na karo toh vikash nhi hota....are isse pehle bhi toh kai bar bade bhukamp aye aur bhu shkhlan bhi hua hai
विशाल जी... सही कहा आपने। और पहाड़ में पहले की तरह ही भूस्खलन होता है और होता रहेगा... लेकिन पर्यावरण की अनदेखी कर काम करना इन भूकंपों और भूस्खलन को बढ़ावा दे रहा है।
@@ghughuti_official bhai aapne bhi caption views k liye dala hai...lekh toh tab bhi likhe jate the ki pahadi shetra mai road na hone se hospital time se na pahuchne se bhi logo ki maut hojati thi medical treatment na milne se aur paryatan ko lekar bhi har chij k do pehlu hote hai insaan apne fayde k hisab se dikhata hai aapda k liye modi k dream project likh k aap bhi yahi karre ho project aapda ko nimantran deri hai toh khud mul niwashi bhi kam nhi hai jin nale gadhero se varsha ka paani nikalta tha wahan tak logo ne ghar banliye hai....mujhe aapke post se dukkat nhi hai par caption se hai PM modi k dream kiya himanchal pradesh hamse aage nji hai wahan ki road humse durast nhi hai....nainital mai 1880 mai jo bhu skhlan hua tha tab 150 se jada log mare gye tab bhi dream project tha ya 1999 mai chamoli mai aya bhukamp...tab bhi paryojana thi....kis kadi ko kahan jodana hai koi patrkaro se sikha sidhe vikash karyo ko jimmedar tehra do aur kuch na kare sarkar toh pahado ka undekhi ka aarop laga do .....
सुंदर लाल बहुगुणा ने कितना लूटा
सुंदर लाल बहुगुणा ने क्या लूटा? ये आप बेहतर जानते होंगे लेकिन उन्होंने पहाड़ को बचाने की भरसक कोशिश की.. ये पूरी दुनिया जानती है