काल निरंजन इसी सबद मे जीव को फसाया है//जो जान लेता है जीते जी मुक्त हो जाता है /सत्यप्रिय दास
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- เผยแพร่เมื่อ 20 มี.ค. 2024
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काल स्वरूप सबद ,आत्म स्वरूप सबद ,जीवन मुक्त स्वरूप सबद का वर्णन
एक एक बात जानने को प्राप्त होगा
लेकिन पुरा जरूर सुनना होगा
बीजक सतसंग (सत्यप्रिय साहिब राजस्थान)
कबीर भजन(सत्यप्रिय साहिब राजस्थान)
सच्चा सुमिरन कैसे करे(सत्यप्रिय साहिब राजस्थान)
सृष्टी की रचना कैसे हुई(सत्यप्रिय साहिब राजस्थान)
सच्चा भक्ति कैसे करे (सत्यप्रिय साहिब राजस्थान)
गुरू भजन (सत्यप्रिय दास जी)
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी प्रयागराज यू पी
आपने सत्संग सुनाया आपको धन्यवाद
शाहब बंदगी नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी प्रयागराज यू पी
साहेब बन्दगी सतनाम सतगुरु कबीर
Saprem saheb bndgi saheb 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
Sat. saheb.
शाहब बंदगी नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी प्रयागराज यू पी
🎉Sat Sahib 🎉
Saprem Saheb Bandagi Saheb 🙏🙏🙏💗🥰❤️
हम सब इस तरह के सत्संग सुनकर ओर विचलित हो जाते हैं कैसे साहेब की शरण ओर अपने घर पहुचेगे। साहेब बंदगी
प्रेमानंद जी कहते हैं इतनी झंझट है शास्त्रों में इतने जल्दी समझ नहीं आयेगा बीजक का अध्यन करे
सूरत को निरत परमात्मा ही करवाते हैं। साहिब बंदगी सतनाम जी 🙏🙏
साहे बन्दगी साहे बन्दगी
Sat saheb
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी प्रयागराज
ओम कार हि सरिर हय ओहम हि काया कया हि सरिर ओमसवाहा जो ऐक दिन हो जाएगा सबका
Satya kabir satnam
Vv nice Vani parchar Nd atam Gyan. Koti Koti parnam Ji.
गुरु कौन सा शब्द बताते है उलझें नही सुलझे का विडिओ बनाकर बताये
इनको जब पता हो तभी तो यह बताएंगे बिना सिर पर का ज्ञान बाटे चली जा रही खुद भ्रमित है औरों को भी भ्रमित कर रही
ૐ ત્ ત્ સત
જય પરમેસવર
साहेब बंदगी बहुत सुन्दर
Kabir Saheb ki Jay Ho
सार शब्द आदि अनादि मुक्ति पंथ में मिलता है। आत्मा परमात्मा का स्वरुप ज्ञान पाने के लिए सदगुर संत देवराज की शरण लेनी चाहिए। असली मुक्ति वही मिलती है।
सत
साहिब बंदगी सतनाम बहन जी ❤❤❤❤❤
So nice Satsang
सत साहेब कबीर बदगि सार सबद सवयम अनुभव या सत गुरु से मिलता हय
साहेब बंदगी
एलख लिखु या अलखाई में तुम्हें लिखु निरजन कहे कबीर
Jaisatnam
साहेब बंदगी साहेब🙏🙏 ओ
सदगुरू कबीरसाहेब की चरणोंमे साहेब बन्दगी
8:04
Saheb Bandi guru bahan
Bhut khoob surat kha aapne . bilkul thik kha aapne .
Ram Ram Ram Ram Ram jee Ram
सबद स्वरूप और सबद मुद्राओं की विशद विवेचना के लिए साधुवाद।
वैसे कोटि किरणों में से एक नन्हीं सी किरण भी अंधे को मार्ग दिखा ही सकती है। घनघोर वृष्टि हो न हो,एक ओस की पावन बूंद भी हृदय की नमी के लिए पर्याप्त है।
साहेब बंदगी।
Saheb bandagi saheb
Sat saheb ji. Bahut sachhi janakari di hai.
❤❤❤❤❤satyaram aatmaram satyasukrrit aatmaram namo narayan
Bahan ji ko sadar bandagi
सत साहेब साहेब बंदगी....
Ram Ram jay shree Ram
Sahib bandagi saheb ji 🌹🌹🙏🙏
Sahib Bandagi Satnam 🌹
Sat saheb jee
Sahib bandagi Sahib
🌹 saheb bandagi satnam 🌹 sat saheb 🌹
Hmmpe bhi kripa kijiye nam Dan dijiye sat saheb
शब्द नही सबद ही सही है
जय गुरुदेव
जब तक मनुष्य स्वविवेक से अनुभव नहीं करेगा तब तक सार तक नहीं पहुंच पायेंगा।
Jay kobir saheb
Satnam saheb bandagi ji 🙏🏻
Satsaheb ji
Kaushal saheb
🙏बन्दगी साहेब 🙏
Saheb Bandgi Saheb !Sabhi sadhu Shanton ko mera saheb Bandagi Saheb.
सत साहेब बंदगी
Sant ji jan hit me aap hi bata de sar sabad kiya hai bahut meharbabi hogi .àasha hai sar sabad spast bata degi
Satya kaha hai sahib ne saar sabd Chetan atama hai ise Jane Bina mukt nhi ho sakta
Saheb. Bandgi..........
Sat sahib Maharaj ji
Shree kabiray namh
काल ब्रम्हा विष्णु महेस गोरख तत्व सिधा मार्ग तरीका से समझाया जाय मुनी का बखान लेकिन मुक्ति नही आज तक अबूझ पहेली बन गई बाबा बन भ्रमित हो रहे राम राम राम राम
सतसाहेब बंगीकबीर
Saheb bandagi saheb.
यह सार शब्द क्या है क्या आपको मिला है
Sat saheb बहन जी
गीता भागवत के बिना मुक्ति नहीं मिलती है जी
Shabd Shabd ki ek had hai anhad naat
Om namas shivaya
Bahut samay pahle maine kaha thaa ki kabir pragat nahin hue. Aadmi ki santaan hain. Aaj bhut se kabir panthi is baat ko bol rahe hain ki kabir pargat nahi hue baaki janam liya. Ye parkh sidhanti kabir panthi ho sakte hain. Par inhone bhut badi himmat ki hai sachai logo ke saamne laane ki.
Kabir id Supreme god
गिता मे भी लिखा हय हे अरजुन आ मतर मे मनु ने कहयो हतो मनुए सुर्य ने कहयो सुर्य ऐ तेना पुत्र ने वगेरा वगेरा घएा समय थि पुरुथवि मोथि लुप्त थईगयो से
Mera dil na jane kyu tumhare artho ko manne ko teyar nahi h kabir ji k arth kuch aur hi nikalte h
सद्गुरु कहाँ मिलेंगे. । साहेब बंदगी।
सदगुरु इस समय संत रामपाल जी महाराज है उनका ज्ञान सुनिए और फिर खुद परख कर देखिए, जो सही मंत्र या कहें शब्द है वह केवल संत रामपाल जी महाराज के पास है जो मृत्यु को भी डालने का दम रखते हैं, वही मंत्र परमात्मा से मिलान करवाएंगे
Ramniwas. mistri saheb. badgi
🙏साहेब बंदगी बहन जी 🙏
Veer Singh is right.
Geeta adhyay 15 shlok 17 Mein Char Purush Akshar Purush per machhar Purush
सर कोई शब्द नहीं है
Saty vachan.alakh agam anami me bhi anami roop hi aatam roop hokar parmatam roop paya ja sakta hai.aur uske liye ruh ko deh se bahar le jakar.shabd dhun ko pakadkar aage chalna hota hai.tab us tak dheere dheere aage roj badhte huye pahuchna hota hai.achanak se nahi nahi to deh se ruh alag ho kar deh chut sakti hai.isse bachne ke liye sachche sadguru ka sahara antar va bahar se jaruri hai.aur humare satguru ek matra is dhara par sampoorn sarv samarth param sant sadguru roop me virajmaan hai.aur unke sanidhy me jeete jee hume bahut kuch gyat va prapt ho saka.🙏🙏
Kya bata rahe ho ' saty ,ke Bina kuch nahi hoga
Aap Ram pal kay chali ho
Nmskkar
Jay kabir sahib
अपनी दुकान। मत। चलावो ।
साहेब कबीर ने कहा ।मतो हु विषवास मे
मोको कहा डुडे मतो तेरै पास मे
सत साहेब बंदगी निदानिया
Krisha ji maharaj ne sab geeta me dyan ki bidhi bataya hai. Yeh sab alag hi batate hai
सुमिरन साहेब जिस तरीके से समझाते हैं वह तरीके केशब्दों का प्रयोग कर रहे होआप
Just do own bandgi, u r own home and sometime with big sangat , and pray to om show us path, jo mange thakur apne se ,soe soe deve, mange takur se takur noo. Jarur 100% melga and sab bhavna naal jap karn balo ko melte he. God s full of love , just do manter jaap with love.
आप bhi नितिन दास जी को सुनने लगी है, ☺️🙏🏻
सत कागा हंस ना होवे
Kabir is god
Kabir is not good kabir is sant😂😂😂
🙏जी.. कौन से सच्चे सतगुरु जी? 🙏
Galti nahin hai Kalyug a chuka hai Shabd Shankar ke damru se utpann hue hain
जो भी आप कहते हैं उसे साहिब जी की लिखित चौपाई, दोहे , सोरठे, छंद को भी दिखलाइए जिससे वीडियो देखने वाले को प्रमाणित हो और सही से समझ सके तो कितना सुन्दर लगेगा
Koi saar sabad nahi hai sb ye saar sabad k naam se drate hai vo ek sen hai jo hindi ke 52 sabdo me nahi ati hai saar sabad koi nhi bta skta hai
Bilkul sar shabad vaani mai atta nhi hai
बिल्कुल सही बात कही है भाई सर शब्द का नाम लेकर दुनिया को फरमाते हैं
"Gyan ganga" book padho aapko vastwik bhakti ka pta chalega🙏
सोई गुरु पूरा कहावै, जो दो आखर का भेद बतावें।
एक छुड़ावै एक लखावै, ताते अमरपद पावै।।
सबद नहीं , शब्द है ! वेद के सभी शब्द, अर्थ और सम्बन्ध नित्य हैं तथा वेद के इतर सभी शब्द अनित्य हैं! प्रत्येक मानव सृष्टि के आरम्भ में नित्य शब्दों की उत्पत्ति वेद से होती है और अनित्य शब्दों की उत्पत्ति अनेक मनुष्यों से होती है!
कबीर परमेश्वर जी ने हनुमान जी को सृष्टि रचना सुनाई। सत्यकथा सुनकर हनुमान जी गदगद हुए। सत्यलोक देखने की प्रार्थना की। हनुमान जी को दिव्य दृष्टि देकर सतलोक दिखाया। ऋषि मुनीन्द्र जी (कबीर परमेश्वर जी) सिंहासन पर बैठे दिखाई दिए। मुनीन्द्र जी नीचे आए। हनुमान जी को विश्वास हुआ कि ये परमेश्वर हैं। सत्यलोक सुख का स्थान है। परमेश्वर कबीर जी से दीक्षा ली। अपना जीवन धन्य किया। मुक्ति के अधिकारी हुए।
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय ‘‘हनुमान बोध‘‘ है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
Rup rs sbd bandh or sparsh pach ho to brhm kha jata hai e surat sbd murat me atka hai
10 मे दवार योगी जाता हय निरजन भी कुस नहि कर सकता लेकिन साहब का दिया दो सबद का मतर होना चाहिए
कबीर साहिब जी कहते है कि
तंत्र मंत्र सब झूठ है इनमें ना उलझे कोय।
सार शब्द जाने बिना कागा हंस ना होय।।
सार शब्द परमात्मा है
उसको जपना नहीं है परमात्मा को केवल मानना नहीं है
परमात्मा को जानना है उसे पहचानना है
वह कैसा है
जैसे पानी को जानना है पहचानना है
ना कि नाम जपना है जपने से पहचान नहीं होती है भाई
आप युटुब पर
कहत कबीर सुनो भाई साधो चैनल को स्बरआईब करे ओर एक नंबर से कबीर साहिब जी के मूल ज्ञान को सुने जी आपका जीवन ही बदल जायेगा जी
साहिब बंदगी सतनाम जी
कबीर साहिब जी कहते है कि कोटि नाम संसार में तासे मुक्ति ना होई
गुप्त नाम सत पुरुष का बूझे बिरला कोई
आप दो नाम की बोल रहे हैं उन्होंने तों साफ मना किया है आप दो नाम क्या सतलोक लावोगे क्या
52अक्षरों के जपने से मुक्त नहीं होगी
हमें परमात्मा के घर जाना है
हमें रास्ता चाहिए घर का
मंत्र जपने से घर नहीं मिलेगा भाई मेरे
ये पांच नाम भी राधा स्वामी वालों से सुन कर बोल रही हैं आप, वे 5 शब्द अन्य हैं, उन 5 शब्दों के बाद आता है सतनाम, उसके बाद आता सारनाम आता है