कबीर पन्थियो बातें जितनी भी कर लो --- असली बात शरीर के मनोवैज्ञानिक नियन्त्रण की है। और वह नियन्त्रण भाषण, उपदेश और पुस्तक पढने से कभी नहीं होता। वह कैसे होता है ----- सनातन में कहा है ----- न ज्ञान मात्रेण कृतार्थतामयात ------ सिर्फ बोद्धिक ज्ञान से कल्याण नहीं होता ----- तब कल्याण कैसे होता है क्ष? क्रिया ( नाम क्रिया) करने से होता है! उस को सीखाने वाले केवल कबीर पन्थी अकेले नहीं है। कबीर शबीर को पूछे नहीं कोय ----- हरि को भजे सो हरि का होय। आगे यह भी कहा है ---- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता कहत सुनत बहु विधी सब सन्ता ---- कबीर के पास उन विधियों में केवल एक विधी का ज्ञान है। बाकी सभी दूसरी विधियाँ दूसरे सन्तों के पास है। आप अपनी ही हांकते रहो ----- क्या फर्क पड़ता है। लल्लू शब्द कहाँ से आता है? और ज्योति कहाँ से आति है? आत्मा आखिर है क्या? आपने आत्मा ज्ञकै जान लिया है क्ष--- इसलिये अपने शरीर को आग में जला दो या समुद्र के पानी में डुबो कर खत्म कर दो। आप क्यों बक बक कर वीडियो में बोल रहे हो? अपने आत्मा में ही मस्त रहो ----- लल्लू? आध्यात्म को समझना क्या इतना आसान है लल्लू? शरीर के बिना जीवन का क्या मतलब है! भारत के लोगों को आपका कबीर अमरलोक में ले क्यों नहीं जाता --- ! वहां जाने के बाद शरीर की जरूरत ही क्या है? सिर्फ क्षात्मा का आचार डालो ---- सब झगड़ा खत्म। यहाँ आप गुरु क्यों बने हो? फूटो इस धरती से? और लल्लू कबीर के पास जाओ और वहीँ रहो। बक बक क्यों कर रहे हो? जय गुरु।
यह टोटल बकवास है। हा राधास्वामी मत मे सतलोक, अलख लोक, अगम लोक का पूरा वर्णन स्वामी जी महाराज, हजूर महाराज ने स्वयं के अनुभव पर डिटेल मे बताया है। सार वचन, स्वामी जी महाराज ने पूरा पूरा वर्णन अमर लोक यानी सच खंड का किया है।
वंदीछोर रामपाल जी महाराज स्वर्ग लोक की प्राप्ति करवाते हैं तो जेल लोक से बाहर क्यों नहीं आ जाते? जीवात्मा का जन्म मृत्यु से मुक्ति प्राप्त कर लेना ही अमर लोक की प्राप्ति है।
🎉 जितने भी लोक हैं। वह सब नाशवान है। जिसे सतलोक कहते हैं वह भी नाशवान है। इस बात का पता भागवत से चलता है। 🎉 भागवत में चार प्रलय का वर्णन है चौथी आत्यंतिक महाप्रलय है। जिसमें आदि नारायण सतलोक आदि सब समाप्त हो जाते हैं। इसलिए सज्जन प्रेमियों से अपीलहै खोज करो।
मेरे प्यारे भाई सतलोक को छोड़कर नीचे सबलोक नाशवान है। आप जी ने जो भागवत मे सतलोक के बारे पढ़ा वह दूसरा सतलोक है भाई वह बैकुंठ के नीचे नकली सतलोक के बारे बताया गया है । सतगुरु रामपाल जी भगवान का सत्संग सुनो भाई तब समझ आयेंगे ये बाते ।🙏🙏🙏🙏
@@SADGURURAMPALJIBHAGWAN 14 लोक 14 वां सतलोक आखिरीलॉक है सारे महाप्रलय केअंदर हैं। तो रामपाल के पास जाकर क्या लेंगे। जबकि दुनिया में अखंड का ज्ञान भी आया हुआ है। नवधा से न्यारा कहे या चोदह लोक में नाही।सो प्रेम कहां से पाइए जो बसत गोपिका माही।।
@@munnalal-ui6lb😂😂😂 मेरे प्यारे भाई 14 लोक तो छोड़ो सतगुरु बंदीछोड़ रामपाल जी भगवान का सत्यलोक तो काल के 21 ब्रम्हांड और महाकाल के 7 संख ब्रम्हांड से ऊपर है भाई और सत्यलोक से ऊपर अगम लोक, अलख लोक, और अनामी लोक भी है जिनसे तुम शायद अनजान हो 🙏
शाहब बंदगी नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी प्रयागराज यू पी
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी प्रयागराज यू पी
Saheb bandgi guru के चरणों में कोटि कोटि naman
साहेब बंदगी बहुत सुन्दर
प्रेम मेरा भरपूर रहे गुरुदेव आपके चरणों मे
Lok alok hi sabad hai jin Jana vaha sansay nahi
मेरी बहन गरीब दास जी के सदग्रंथ साहिब में स्वर्ग से लगाकर सत्यलोक का ज्ञान है और उससे आगे भी लोक है सतगुरु बंदीछोड़ रामपाल जी भगवान के सत्संग सुनो 🙏🙏
Saheb bandagi saheb ji
वा मारा वाला वा
कबीर साहब ने राजा जयसिंह को स्वर्ग लोक और नरक लोक दोनों दिखाएं
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जय अचिंत्य...🌹🙏
साहेब बन्दगी साहेब जी। चरण स्पर्श साहेब जी।।
Jai Sant Kabir.
साहेब बंदगी साहेब ब्रम्हा विष्णु और महेश की मृत्यु हो गई है तो वह कहां है कौन से रूप में है कोई इंसान के रूप है क्या साहेब कृपा बताएं
अमर लोक का वर्णन करना किसी के बस में नहीं है परमात्मा के हंस ही समर्थ की कृपा से कर सकते हैं।
Dhiyan ko Akagra kaise kare bandagi saheb
🙏अमरलोक की भक्ति करने की 26:57 विधि की जानकारी देने की कृपया कृपालता करें जी 🙏
Sat Saheb saheb bandagi 🙏🏻
साहब बंदगी
But😊jisne😊jaan😊liya😊unki😊budhi😅kanha😊tak😊panhuchi😅unko😅utna😅hi😅didaar😅hoga😮so😅rahi😅undeski😅so😅mahram😊jo😅un😅jesa😊hoga😮tabhi😅milan😅sambhav😅h😅warna😅patan😊fir
Bahan ji Sagar bandagi
अमर लोग मे साहब ने जो मंत्र दीया हय वो गुज रहा हय
Oke
कबीर पन्थियो बातें जितनी भी कर लो --- असली बात शरीर के मनोवैज्ञानिक नियन्त्रण की है। और वह नियन्त्रण भाषण, उपदेश और पुस्तक पढने से कभी नहीं होता। वह कैसे होता है ----- सनातन में कहा है ----- न ज्ञान मात्रेण कृतार्थतामयात ------ सिर्फ बोद्धिक ज्ञान से कल्याण नहीं होता ----- तब कल्याण कैसे होता है क्ष? क्रिया ( नाम क्रिया) करने से होता है! उस को सीखाने वाले केवल कबीर पन्थी अकेले नहीं है। कबीर शबीर को पूछे नहीं कोय ----- हरि को भजे सो हरि का होय। आगे यह भी कहा है ---- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता कहत सुनत बहु विधी सब सन्ता ---- कबीर के पास उन विधियों में केवल एक विधी का ज्ञान है। बाकी सभी दूसरी विधियाँ दूसरे सन्तों के पास है। आप अपनी ही हांकते रहो ----- क्या फर्क पड़ता है। लल्लू शब्द कहाँ से आता है? और ज्योति कहाँ से आति है? आत्मा आखिर है क्या? आपने आत्मा ज्ञकै जान लिया है क्ष--- इसलिये अपने शरीर को आग में जला दो या समुद्र के पानी में डुबो कर खत्म कर दो। आप क्यों बक बक कर वीडियो में बोल रहे हो? अपने आत्मा में ही मस्त रहो ----- लल्लू? आध्यात्म को समझना क्या इतना आसान है लल्लू? शरीर के बिना जीवन का क्या मतलब है! भारत के लोगों को आपका कबीर अमरलोक में ले क्यों नहीं जाता --- ! वहां जाने के बाद शरीर की जरूरत ही क्या है? सिर्फ क्षात्मा का आचार डालो ---- सब झगड़ा खत्म। यहाँ आप गुरु क्यों बने हो? फूटो इस धरती से? और लल्लू कबीर के पास जाओ और वहीँ रहो। बक बक क्यों कर रहे हो? जय गुरु।
Aap ji k guru ji ka naam kya hai? Aapke ashram ka sathan Kahan par hai? Kya aap antar mukhi ho?
Kya aap brahmchari ho? Kya aap sant ho? Kya aap sanyasi ho? Kya aap grahasthi ho?
संत रामपाल जी महाराज जी की जय हो 🙏
बहन जी आप जी सतगुरु बंदीछोड़ रामपाल जी भगवान की शरण में आकर सतभक्ति करो आप जी को स्वर्ग नरक और सतलोक भी लिखाकर ला सकते हैं ।🙏🙏
अमरलोक देश का वर्णन झूठाहै कबीर पंथी भी सतलोक की बात करते हैं।जो कोई गये बहुरि नहीं आये कैसा है वह देशवा।।।। कबीर।
यह टोटल बकवास है। हा राधास्वामी मत मे सतलोक, अलख लोक, अगम लोक का पूरा वर्णन स्वामी जी महाराज, हजूर महाराज ने स्वयं के अनुभव पर डिटेल मे बताया है।
सार वचन, स्वामी जी महाराज ने पूरा पूरा वर्णन अमर लोक यानी सच खंड का किया है।
वंदीछोर रामपाल जी महाराज स्वर्ग लोक की प्राप्ति करवाते हैं तो जेल लोक से बाहर क्यों नहीं आ जाते? जीवात्मा का जन्म मृत्यु से मुक्ति प्राप्त कर लेना ही अमर लोक की प्राप्ति है।
🎉 जितने भी लोक हैं। वह सब नाशवान है। जिसे सतलोक कहते हैं वह भी नाशवान है। इस बात का पता भागवत से चलता है।
🎉 भागवत में चार प्रलय का वर्णन है चौथी आत्यंतिक महाप्रलय है। जिसमें आदि नारायण सतलोक आदि सब समाप्त हो जाते हैं। इसलिए सज्जन प्रेमियों से अपीलहै खोज करो।
मेरे प्यारे भाई सतलोक को छोड़कर नीचे सबलोक नाशवान है। आप जी ने जो भागवत मे सतलोक के बारे पढ़ा वह दूसरा सतलोक है भाई वह बैकुंठ के नीचे नकली सतलोक के बारे बताया गया है । सतगुरु रामपाल जी भगवान का सत्संग सुनो भाई तब समझ आयेंगे ये बाते ।🙏🙏🙏🙏
@@SADGURURAMPALJIBHAGWAN 14 लोक 14 वां सतलोक आखिरीलॉक है सारे महाप्रलय केअंदर हैं। तो रामपाल के पास जाकर क्या लेंगे।
जबकि दुनिया में अखंड का ज्ञान भी आया हुआ है। नवधा से न्यारा कहे या चोदह लोक में नाही।सो प्रेम कहां से पाइए जो बसत गोपिका माही।।
@@munnalal-ui6lb😂😂😂 मेरे प्यारे भाई 14 लोक तो छोड़ो सतगुरु बंदीछोड़ रामपाल जी भगवान का सत्यलोक तो काल के 21 ब्रम्हांड और महाकाल के 7 संख ब्रम्हांड से ऊपर है भाई और सत्यलोक से ऊपर अगम लोक, अलख लोक, और अनामी लोक भी है जिनसे तुम शायद अनजान हो 🙏
@@SADGURURAMPALJIBHAGWAN अलख अगम यह सब महा प्रलय के अंदर है।
@@munnalal-ui6lb मेरे प्यारे भाई फिर तुम्हारे अनुसार फिर कौन सा अविनाशी लोक ????