Tarpan 24 तर्पण २४ I Nari Tum Kewal Shraddha Ho I Jaishankar Prashad I Dr Kumar Vishwas
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 6 มี.ค. 2018
- प्रकृति के बाद ईश्वर ने इस दुनिया में अपने सबसे शानदार हस्ताक्षर स्त्री के रूप में किया है। शायद इसी कारण प्रकृति, शक्ति, ममता, माया, क्षमा, तपस्या, आराधना ये सब शब्द स्त्रीलिंग हैं! स्त्रियों पर सुनी-पढ़ी हज़ारों, लाखों रचनाओं के ऊपर तैरती सी लगती है महाकवि जयशंकर प्रसाद की नारी को लेकर यह परिभाषा, अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व-संध्या पर आप तक -
The Almighty, after Mother Nature, has bestowed his best gifts upon Women. Most of the beautiful emotions and expressions in Hindi language are feminine. Prakriti, Shakti, Mamta, Maya, Kshama, Tapasya, Aaradhna are all feminine words and depict the most divine emotions. This literary treasure of Mahakavi Jaishankar Prasad floats above thousands of compositions penned on Women. The definition of the most divine creation by Mahakavi Jaishankar Prasad on the eve of International Women's Day -
"क्या कहती हो ठहरो नारी!
संकल्प-अश्रु जल से अपने
तुम दान कर चुकी पहले ही
जीवन के सोने-से सपने
नारी! तुम केवल श्रद्धा हो
विश्वास-रजत-नग पगतल में
पीयूष-स्रोत सी बहा करो
जीवन के सुंदर समतल में
देवों की विजय, दानवों की
हारों का होता युद्ध रहा
संघर्ष सदा उर-अंतर में
जीवित रह नित्य-विरुद्ध रहा
आँसू से भीगे अंचल पर
मन का सब कुछ रखना होगा
तुमको अपनी स्मित रेखा से
यह संधिपत्र लिखना होगा
Kya Kehti Ho Thehro Naari
Sankalp-Ashru Jal Se Apne
Tum Daan Kar Chuki Pehle Hi
Jeevan Ke Sone-se Sapne
Naari! Tum Kewal Shraddha Ho
Vishwas-Rajat-Nag Pagtal Mein
Piyush-Srot Si Baha Karo
Jeevan Ke Sundar Samtal Mein
Devon Ki Vijay, Daanavon Ki
Haaron Ka Hota Yuddh Raha
Sangharsh Sada Ur-Antar Mein
Jeevit Reh Nitya-Viruddh Raha
Aansu Se Bheege Anchal Par
Man Ka Sab Kuch Rakhna Hoga
Tumko Apni Smit Rekha Se
Yeh Sandhipatra Likhna Hoga
Lyrics : Jaishankar Prasad
Vocals and Composition : Dr Kumar Vishwas
Music Arrangement : Band Poetica
All Rights : KV Studio
Follow us on :-
TH-cam :- / kumarvishwas
Facebook :- / kumarvishwas
Twitter :- / drkumarvishwas - บันเทิง
नारी तुम केवल श्रद्धा हो 🙏🙏
Kon kon Instagram se reel dak ker aaya h❤
अति सुन्दर... इतनी मधुरता से विश्वास जी ने इस कविता तो वर्णित किया है, मन को छू गया और आंखों में अश्रु आ गए। हर नारी को इन पंक्तियों में अपनी भावनाएं छिपी मिलेगी। 🙏🏻
कुमार भाई मुझे गर्व है ऐसी भारत माता पर जिन्होंने ऐसा लाल भारत को दिया
बहुत खुशी होती है और आँखें नम हो जाती हैं जब भी आपको सुनता हूँ.... धन्य हैं वो माता पिता जिन्होनें आप जैसे रत्न को जन्म दिया...मेेरा उनको सादर प्रणाम...
नारी! तुम केवल श्रद्धा हो,
विश्वास रजत नग पग तल में।
पियूष स्रोत सी बहा करो,
जीवन के सुंदर समतल में।
🙏🙏❤️❤️❤️❤️
सर आपने जयशंकर प्रसाद की कृति को अपनी आवाज में और जीवंत कर दिया है।आप धन्य है सर।मै भी जयशंकर प्रसाद के वाराणसी से ही हूं।
ये मैं कई बार सुनता हूं और बहन को याद करता हूं
"अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस" पर हिंदी के कोश से एक शानदार प्रस्तुति।
आपको अनेकों धन्यवाद सर।
आप जैसे सुदंर सोच वाले इंसान अगर धरती 🌍 पर हो तो कोई भी नारी के साथ कभी भी गलत नही होता।...... Your voice is superb..... And many times this song were still young 🤗🤗❤❤👌👌😊😊☺
नमन महाकवि जयशंकर प्रसाद को जिन्होंने इस कविता की रचना कि और नमन डॉ.कुमार विश्वास को जिन्होंने इतने मधुर स्वर में इसको गाया ।
धन्यवाद sir
कुमार विश्वास जी की इस कविता ने मेरे मन को एकाग्र कर लिया अपने आप की कविताओं में । मैं मुनेन्द्र उनको सस्बत प्रणाम करता हूं।🙏
Ye bhut hi achhi line h .
Ye sabad hmare desh k log smjh pate.🙏
अत्यंत सुन्दर कविता जो नारी की सुंदरतम प्रस्तुती एक पुरुष द्वारा है,बारम बार नमन🙏
लाजवाब.... जयशंकर प्रसाद के शब्द और कुमार विश्वास का स्वर कमाल है❤️👍🙏
नारी तुम केवल श्रद्धा हो 😍🙏
एक मधुर और सुन्दर आवाज जो दिल को छू रही है
क्या कहती हो ठहरो नारी , संकल्प अश्रु जल से अपनेl तुम दान कर चुकी पहले ही , जीवन के सोने से सपने lनारी तुम केवल श्रद्धा हो,.............❤😌😔🙏
हजार बार सुन चुका हूं , मन है के भरता ही नहीं
नारी तुम केवल श्रद्धा हो
वाह जी विस्वास जी
ऐसा लगता है कि ये कविता सुनने के लिए मेरा दिल काफी सदियो से इंतज़ार कर रहा था धन्यवाद सर्🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳जय हिंद🇮🇳
Sir एक आप ही है जो आधुनिक भारत में भी सभी नोजवानो पर हिंदी भाषा का रंग चढ़ा सकते हों। 🙏🙏
X पर गाना सुना, यहां आया तो पता चला, ये अपने कुमार विश्वास जी है,,, मन और भी प्रफुल्लित हो गया.... बहुत ही अच्छा गाना 👍👍👍🥳🥳🥳❤️❤️❤️ @kumarvisvas
प्रणाम कविवर।
मर्मस्पर्शी कविता को मर्मस्पर्शी स्वर मिला तो शब्द शब्द खिल उठा।
अवश्य मेरे प्रिय कवि प्रसाद जी की आत्मा भी तृप्त हो गयी होगी
इस कविता को सुनते रहने का मन करता है। धन्य हैं वो माता पिता जिन्होंने आप जैसे हीरे को जन्म दिया । अद्भूत,......!
घुटनों से रेंगते रेंगते कब पैरों पर खड़ा हुआ
तेरे आंचल की छांव में माँ न जाने कब मैं बड़ा हुआ।
काला टीका दूध मलाई आज भी सब कुछ वैसा है
तू ही तू हूं सब जगह माँ प्यार यह तेरा कैसा है ।
मैं ही तेरा भोला-भाला मैं ही सबसे अच्छा हूं
कितना भी हो जाऊं बड़ा मां आज भी तेरा बच्चा हूं।।
😊😊
जय जननी
मुझे विश्वास है, कुमार विश्वास जैसा कोई नहीं!👏
जयशंकर प्रसाद जी से अच्छी तरह आज तक कौन नारी को समझ पाया है आज भी उनकी कृति कामायनी हमारी धरोहर है।
नारी के बिना इस जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती☺️☺️👍👍👍
अदभुत कविता और स्वर
डॉ साहब इतना अच्छा गाया है कि दिल ही नहीं भरता। ❤❤❤❤
जयशंकर प्रसाद जी की इस सुंदर रचना को अपनी आवाज़ देकर आपने इसमें चार चांद लगा दिए हैं.....
कितनी सुंदर व्याख्या है नारी की.....👏👏
मेरा वादा है..हमारी मातृभाषा हिन्दी से सुंदर कोई भाषा हो नही सकती इस विश्व में हमारे लिए।
Thanks Dr. Kumar Vishwas
कामायनी की श्रद्धा सर्ग की मेरी कुछ सबसे अधिक पसंदीदा पंक्तियां। जयशंकर प्रसाद जी की कविता छायावादी काव्य के माध्यम से सांस्कृतिक उत्थान को एक नया सोपान पर भारतीय विचारधारा को पहुंचाया।
बहूत ही Sunder geet है इसे सुनने ne ke बाद मैं bhav vibhor हो जाता हूँ😢😊
जयशंकर प्रासाद जी क्या भाषा है मज़ा आजाता है जब उनकी कविता , कहानी , उपन्यास और नाटक पढ़ते है
Dr कुमार विश्वास जी का संघर्ष माँ हिंदी के लिए अटूट है
Dr कुमार विश्वास जी को सुनकर ,एक अलग ही माहोल उत्पन्न होता हैं।। जो हिन्दी को एक अलग ही दिशा दी हुई हैं।।
यह संधिपत्र लिखना होगा ✍️✍️👩👩
अद्भुत।।। सर जी
I have no words to say ।
Sir suprb ❣️
आदरणीय पूज्य जयशंकर प्रसाद जी सदैव अंतस में अमर रहें...
Dr कुमार विश्वास जी ने कविताओं पर रुचि उत्पन्न कर दी
अद्भुत..आंसू आगये सर इतना सुंदर समागम प्रसाद जी की कविता और प्रसाद स्वरूप हमे आपके स्वर में मिली
The pics which you have present in this is awesome. Ek nari Durga, mhaKali h to vo pyar se paripuran shant Saraswati b h.... Superb words Sir..
क्या आवाज़ है वाह❤❤
गुरु की जय हो🙏
आज भी यह कविता और उसकी यह पाठ रोंगटे खड़ा कर देती है।❤️
सर आपकी वाणी प्रांजल शाश्वत है
और ये जयशंकर जी की रचना अद्भुत अद्धितीय है
आप की आवाज दिल को छू जाती हैं रोम रोम प्रफुल्लित हो उठता हैं । मन एकदम खुशियों से भर जाता हैं ।❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏
(+) पूर्वजों की प्रतिमा के सामने दीपक जला रहे हैं आप
मै प्रणाम करता हूँ आपके विचारों को
जयशंकर प्रसाद जी गद्य और पद्य दोनों पर समान अधिकार रखते हैं और वह भी बहुत ही प्रभावशाली।
Your voice give goosebumps, the way you give respect to all women ❤🙏
Brilliant as usual. Kumar viswas is one name who become brand ambassador for clean politics in India who think about the nation. One name who has dare to speak against his own party if something wrong.. and one name who popularized Hindi Kavita not only in India but across the globe... We as Indian salute you.
हृदय मे आज ऐसा भाव है जिसकी अनुभूति इससे पहले कभी नहीं हुई । ❤😊❤
आपकी हर कविता बहुत ही अच्छी होती है। दिल को छू जाती है और शरीर के रोम रोम को पुलकित कर देती है
भाव विभोर कर देने वाली नारी की महत्ता को समर्पित एक अद्वितीय रचना।
नारी तुम केवल श्रद्धा हो..... ❣️🙏🏿
तर्पण एक अच्छी सुरुबात है हमारे पूर्व कवियों के सम्मान के लिए
दिल को छू लिया ।।।
सशक्तिकरण आपके शब्दो व विचारो का मार्गदर्शक है ।।
hiii
जयशंकर प्रसाद जी की कालजयी औऱ अमर रचना।
नारी तुम केवल श्रद्धा हो संकल्प आज तो जलसे अपने तुम दान कर चुकी पहले ही जीवन के सोने से सपने नारी तुम केवल श्रद्धा हो विश्वास रजत नग पग तल में पीयूष स्रोत सी बहा करो जीवन के सुंदर समतल में देवों की विजय दानवों कि हांरो का होता युद्ध राह संघर्ष सदा और अंतर में जीवित रहेे विरुद्ध रहा आंसू के इस अंचल पर तुमको मन का सब कुछ रखना होगा तुमको अपनी स्मिथ रेखा से यह संधि पत्र लिखना होगा
Prasad ji ki kaljai rachana aur kumar ji ki sashakt prastuti man ko chhu jati hai dhany ho Bharat Mata ke saputon dhany ho logo ko ise sunana aur ssmsjhana chahiye line dil ko hila deti hai
सर मुझे बहुत अच्छा लगा कि आपने हम तक यह संदेश पहुँचाया 🔥🔥
अद्भुत आप के स्वर में सचमुच माँ सरस्वती विराजमान हैं 🙏🙏
अद्वितीय प्रस्तुति है! हम भी अति सौभाग्यशाली हैं एवं माँ सरस्वती जी की असीम कृपा है कि आप जैसा कवि एवं व्यक्तित्व भारतवर्ष को प्राप्त हुआ।
धन्यवाद सर दीर्घकाल से इच्छा थी आप की आवाज में यह गीत सुनने की आज पूरी हुई... सादर शुभकामनाएं .
वा वा डाक्टर कुमार विश्वास जी
Thanks Kumar sir....ye har ladki k Jivan ki suchhai h...
मेरे दिल को छूने वाली कविता ❤️❤️
प्रसाद जी की कविता आपके श्रीमुख से सुनकर हृदय आनंदित हो गया
0:54 line is awesome 🎉
I'm your biggest fan
Naman h Sirji 🙏 🙏 Aapko
Vijay bhav
आपकी हर कविता बहुत अच्छी है sir,
और आपसे प्रेरीत हो कर मैं भी हिन्दी कविता खुद से लिख कर youtube पर डालता हूँ।
बहुत बहुत धन्यवाद।
हमे भी भेजो भाई ....
बहुत बढिया भाई मैं भी कविता लिखती हूँ........।👍👌👍👍👍
Unbelievable what a great poem with great voice ❤
अद्भुत......
अपकी वाणी में अमरत्व है
I'm very happy to listen such poems. One day whole world will listen such powerful poems in your voice. Superb
नि: संदेह नारी केवल श्रद्धा है 🙏🥺😊
वाह अति सुन्दर ।
Kumar viswas the rockstar of poetry.....
क्या अद्भुत मधुर आवाज है ।
सर आपकी वाणी का स्पर्श पाकर कोई भी कविता अनश्वर हो जाती है
नारी शक्ति को कोटि कोटि प्रणाम🙏
कुमार विश्वास कर नमस्कार अटल जी की अंतिम यात्रा के दिन जब आज तक के चैनल पर बोल रहे थे तो लग रहा था कि मैं भगवान से बात कर रहा हूं आप की मधुर भाषा मुझे बहुत ही अच्छी लगती है आप के मुख से हमेशा अच्छी कविताएं अच्छे विचार निकलते हैं जो बहुत ही अच्छी बातें हैं भगवान आपको हमेशा ऐसे ही अच्छे रास्तों पर ले जाएं जिससे आप अपने प्यारे भारत देश को एक नई ऊंचाई पर ले जाएं और हम लोग इसमें साथ हैं आपका धन्यवाद
🙏🇮🇳❤ जय जय मां भारती जय हो ❤🙏🇮🇳
Is geet ko sunkar nari k liye mere Dil me Aur izzat badh gayi bahut hi sundar geet hai kumar ji thank you
नारी तुम श्रद्धा हो प्रेम हो , शांति हो । 🙏🙏🙏🍀🍀🌸🇮🇳
Luv it....women are the one of the special creation of god....respect her love her.....give space to her😘😇...
Koti koti pranam aapko bhaiya ji
अद्भुत रचना
👌👌👍👍
हम तो आशिक है आप दोनों के
(महाकवि जयशंकर प्रसाद जी, कुमार विश्वास जी)
My day starts with Tarpan daily .. thank you.
Behad khubsoorat 👌ek ek shbad dil takk uter aaya..!!! Aankhon mein aansu aagye..!!! Aapko shatt shatt naman..!!!🙏
नारी तुम केवल श्रद्धा हो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aankhen Nam Hain
Natmastak hum hain
Tum Asha Vishwaas Hamarey
Bahut achha gana hai☺
नारी! तुम केवल श्रद्धा हो.....
बहुत ही शानदार रचना!
बहुत बहुत आभार 🙏🙏❤
दुनिया ही इन्हीं से
Bahut sundar hai bhai ji ko ❤
Aapko dil se Naman hai Kumar sir...u r great person 🙏🙏❤️
गर्व है सर कि हम उस पीढ़ी में हैं जिसमे हम आपको और आपके द्वारा गाये गए गीतों को सुन रहे हैं ...
Kumar Vishwas Sir...your all poetry...is best...aap bahut axe kabi h sir...🤘🤘🤘💯💯💯✅✅✅👍👍👌👌
विचारों की पराकाष्ठा और कविताओं का संसार जयशंकर प्रसाद को नमन और आपको इस कविता को प्रस्तुत करने के लिए बहुत बहुत आभार।
बेहतरीन कविता, कविता अनुरूप गायन। बधाई कुमार विश्वास जी। आपने कवि को पुनः जागृत कर दिया है।
I got goosebumps very amazing can not explain
Bht achhe sir...ye books s pdjne m utne maza nj aata. Na kbi hm pdhte the. Fr ye suna tb smjh aaya kitte pyare word h
KV ने स्वर देकर सोने में सुहागा कर दिया।
ये रचनाएँ युगों युगों तक जीवित रहेगी