२२. आत्म मूल्यांकन : भाग - २
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- เผยแพร่เมื่อ 1 ก.ค. 2024
- आध्यात्मिक प्रगति के लिए सही मार्ग आवश्यक है। आध्यात्मिक मार्ग और उस पर विकास की स्थिति जानने के लिए सही मूल्यांकन आवश्यक है। आत्म मूल्यांकन कैसे करें? प्रगति के क्या लक्षण हैं? इसका चित्त की परतों और चक्रों के साथ क्या सम्बन्ध है ?
00:00:00 भाववृत्ति
00:16:10 बौद्धिकवृत्ति
00:29:29 आध्यात्मिकवृत्ति
00:39:50 निवृति
00:44:30 मानव जनसंख्या
00:48:40 व्यावहारिकता
00:53:00 समर्पण
#आत्म-मूल्यांकन #आध्यात्मिक-प्रगति #मार्ग #आध्यात्म #आत्मन #मनस #ब्रह्मन #अद्वैत #वेदांत #प्रगति
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Abhar prabhu apka anant koti dhanyawad
Pranaam Prabhu
Yh awaz viswachetna ki awaz hai apko koti koti Naman 🙏
🙂🙏🏻
sir you are gem for spiritual seeker in this Kalyug where even spiritual guru's have become businessmen 🙏
प्रणाम गुरुवर
अद्भुत ज्ञान वर्षा, मार्ग चुनने में बहुत सहायक होगी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, प्रणाम
namskar guruji atmamulyankan ke hisab se vishuddhi tak pahunchi hoon gurukripa bani rahen dhanyavad
गुरुकृपा बनी रहे.. धन्यवाद
Gurudev apki krupa bani rahe . Dhanyawad
Best analysing i ever came across
नमस्कार... एक व्यक्ति हर वक्त किसी औरका मूल्यांकन करता रेहता हैं... लेकीन उसका स्वयं का आत्ममूल्यांकन साधना मे प्रगती के लिये कितना आवश्यक हैं ये समज मे आ गया हैं... गुरुकृपा बनी रहे.. धन्यवाद💐
Guru ji is video ke hisab se ab mujhe agya chakar par kam karna hai. Kirpya agya chakar ki activation ke liye marg darshan Karen. Koti koti parnam
अंतर्शुद्धि की श्रंखला देखें, भाग ७ और ८ आज्ञा के लिए हैं : th-cam.com/play/PLGIXB-TUE6CTMDRgKXHoHX3qDmbX43PFV.html
तस्मै श्री गुरबे नमः | गुरुजी इसे हम वीडियो देखते वक्त, copy मे लिखे या बाद मे एक copy मे नोट करदे?
Very informative 🙏🙏
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🙏Thank you so much Guruji
Always welcome
Atayant Labhkari Marg Darshan.Sadhu Sadhu
🙏
आपकी आवाज मे जादू हैं मैने आपके 2,3 ऑडिओ सुने मुझे बहुत आनंद मिला जिसमे जागृत अवस्था के प्रयोग और आत्म मूल्यांकन भाग 1 और भाग 2 मुझे बहुत पसंद आये बहुत बहुत धन्यवाद आपको मुझे आपके मार्ग पर चलना हैं 🙏
ज्ञानमार्ग पर आपका स्वागत है ।
जो साधक ज्ञानमार्ग पर व्यवस्थित रूप से चलना चाहते हैं , उनके लिए ज्ञानमार्ग दीक्षा कार्यक्रम है। पूरी तरह निशुल्क है और पूरी तरह ऑनलाइन है। gyanmarg.guru/index.php?lang=hi
दूसरा उपाय है, ज्ञानमार्ग की श्रृंखला पूरी देखें
ज्ञानमार्ग : Path of knowledge: th-cam.com/play/PLGIXB-TUE6CQ6_eata_SWu-HKz2OSZUAN.html
महाराज जी,जीभ के स्वाद में भी आशक्ति है,कामभोग की इच्छा भी प्रबल है, भावुक प्रकृति है, लेकिन बौद्धिक कार्यों में विशेष रुचि है।तर्क वितर्क का प्रयोग करता हूं।आध्यात्मिक मार्ग का पथिक हूं, इसलिए ध्यान साधना भी करता हूं।समझ नही पा रहा की मेरी स्थिति कौन से चक्र पर या चित्त की कौनसी परत पर है।कृपा मार्गदर्शन करें।🙏🙏🙏
आपके वर्णन से अनुमान लगा सकते हैं कि सभी चक्र संतुलित है। जीवन ठीक चल रहा है। चक्रों की गतिविधि रोकना नहीं है, नियंत्रित करना है , अति न हो , जो आवश्यक हो वो हो , इतना ही करना है। ये चेतना से संभव है , जितना हो सके साक्षी भाव में रहें और सामान्य जीवन जियें।
@@bodhivarta मेरे पास शब्द नहीं हैं आप का आभार प्रकट करने के लिए।आप को बारंबार प्रणाम है।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Guruji aap mera mulyankan Kare.....mere sva mulyankan se lagta he ki chit anahat me fas gaya he
संपर्क कर लिजिये । बिना जाने मूल्यांकन करना कठिन है ।
pureexperiences.blogspot.com/p/blog-page_22.html
@@bodhivarta ji jarur guruji
Guruvar madad kare mai bahut bechain hu ashant hai man margdarshan kare
नमस्ते 🙏 संपर्क की जानकारी यहाँ है : pureexperiences.blogspot.com/p/blog-page_22.html
जो साधना करते है उनको शादी करनी चाहिये या नही?
- काजल
सांसारिक व्यक्ति के कर्म वासनाओ के कारण हैं । साधक संसार, वासना, संबंध शरीर आदि बंधनों से मुक्ति चाहता है ।