विष्णु यादव भाई, आप जो प्रयास अपने बहुजन समाज को जगाने के लिए कर रहे हैं वह प्रशंसनीय है... ईश्वर आपको अच्छी सेहत और लम्बी उम्र दें ताकि आप आने वाले वर्षों में इसी प्रकार अपने बहुजन समाज को ज्ञान बाँटते रहें, जागरूक करते रहें और मनुवादीयों की बख़िया उधेड़तें रहें...🙏 बस आपसे एक ही निवेदन है कि अपने बहुजन समाज के बीच जो मनुवादी जातिव्यवस्था है उसे हटाने का प्रयास करें, ताकि हमारा बहुजन समाज एकजुट एव्ँ शक्तिशाली बन सके..., मनुवादीयों ने इस देश के "मूलनिवासी बहुजनों" को सैकड़ों जातियों एवँ उपजातियों में बाँट रखा है ताकि वे लोग आपसी जातिवादी विद्वेष के कारण बंटे रहें और कभी भी वैचारिक रूप से एकमत, एकजुट ना हो सकें..., जब हम बहुजन समाज के लोग मनुवादी व्यवस्था को नहीं मानते हैं तो फिर हमलोग क्यों उनके द्वारा बनाई गई "जातिवादी व्यवस्था" को मानते हैं और उसे ढ़ो रहें हैं जो आपसी वैमनस्य पैदा करती है और बहुजन समाज को "एकजुट, एकमत, एकसाथ, एकजात" होकर "एकमंच" पर नहीं आने देती है... बहुजनों को अगर सत्ता की बुलंदीयों तक पहुँचना है तो आपसी जातिवाद को खत्म करके केवल "मूलनिवासी बहुजन" होने की पहचान को अपनाना होगा, तभी इस देश की बागडोर "मूलनिवासी बहुजनों" के हाथों में आ पाऐगा..., सदा-सर्वदा, हमेशा के लिए...। वैसे तो भारतीयों को अंग्रेजों से आजादी 1947 को मिल गयी थी पर बहुजन समाज को मनुवादी पाखंडवादी परंपराओं की "मानसिक गुलामी" से पूर्ण आजादी आज तक नहीं मिल पायी है, जंग जारी है और आगे भी जारी रहेगी... 🤔🤔विचार अवश्य करें बहुजन साथीयों...🤔🤔
💯℅ सत्य बात कही है आपने... 👌👌
बहुजन समाज की जागरूकता के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम पूरे देश भर में जिला एवं प्रखण्ड स्तर पर जोरशोर से होना चाहिए...
विष्णु यादव भाई,
आप जो प्रयास अपने बहुजन समाज को जगाने के लिए कर रहे हैं वह प्रशंसनीय है...
ईश्वर आपको अच्छी सेहत और लम्बी उम्र दें ताकि आप आने वाले वर्षों में इसी प्रकार अपने बहुजन समाज को ज्ञान बाँटते रहें, जागरूक करते रहें और मनुवादीयों की बख़िया उधेड़तें रहें...🙏
बस आपसे एक ही निवेदन है कि अपने बहुजन समाज के बीच जो मनुवादी जातिव्यवस्था है उसे हटाने का प्रयास करें, ताकि हमारा बहुजन समाज एकजुट एव्ँ शक्तिशाली बन सके...,
मनुवादीयों ने इस देश के "मूलनिवासी बहुजनों" को सैकड़ों जातियों एवँ उपजातियों में बाँट रखा है ताकि वे लोग आपसी जातिवादी विद्वेष के कारण बंटे रहें और कभी भी वैचारिक रूप से एकमत, एकजुट ना हो सकें...,
जब हम बहुजन समाज के लोग मनुवादी व्यवस्था को नहीं मानते हैं तो फिर हमलोग क्यों उनके द्वारा बनाई गई "जातिवादी व्यवस्था" को मानते हैं और उसे ढ़ो रहें हैं जो आपसी वैमनस्य पैदा करती है और बहुजन समाज को "एकजुट, एकमत, एकसाथ, एकजात" होकर "एकमंच" पर नहीं आने देती है...
बहुजनों को अगर सत्ता की बुलंदीयों तक पहुँचना है तो आपसी जातिवाद को खत्म करके केवल "मूलनिवासी बहुजन" होने की पहचान को अपनाना होगा, तभी इस देश की बागडोर "मूलनिवासी बहुजनों" के हाथों में आ पाऐगा..., सदा-सर्वदा, हमेशा के लिए...।
वैसे तो भारतीयों को अंग्रेजों से आजादी 1947 को मिल गयी थी पर बहुजन समाज को मनुवादी पाखंडवादी परंपराओं की "मानसिक गुलामी" से पूर्ण आजादी आज तक नहीं मिल पायी है, जंग जारी है और आगे भी जारी रहेगी...
🤔🤔विचार अवश्य करें बहुजन साथीयों...🤔🤔
अन्धविश्वास और पाखंड से दूर होके..चलो बुद्ध की ओर
बुद्ध ही शुद्ध है।
जय भीम नामों बुद्धाय 🙏
JAYBHIM
जो कुछ हो रहा, सिर्फ मेहनत बहुजन लोगो की है।
बस रास्ता खो गए है।
संवैधानिक सोच को बढ़ावा दे ताकि हम गौतम बुद्ध की और चले सके। जय भीम 🙏
Jai Bhim Jai Samvidhan
ये मनुवादी कुछ भी कर ले लेकिन ये लोग अब हमारे विचारों को दबा नहीं पाएंगे।
जय भीम! जय संविधान!
बस हम निडरता से सवालों के जवाब देना सीखना होगा।
अनजान बनकर काम नहीं चलेगा।
जय भीम 🙏
Kya baat Kahi aapne
जय भीम
JAY bheem sathiyon
सर,आपके विचार क्रांतिकारी हैं।
Jai Bhim To all 😊
Very few comments, because ch@nnel is depends on bahujan and bahujan is still sleeping.
Mai bhi subscribe Kiya