मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम 1993 पारित होने की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 30 ก.ย. 2024
- प्रत्येक मानव ही नहीं बल्कि पशु पक्षी एवं जीव जंतु भी अपने अधिकारों के प्रति सजग रहते हैं आदि काल में जब सभ्यता का विकास भी नहीं हुआ था तब भी मानव अधिकार किसी न किसी रूप में विद्यमान थे मानव सभ्यता के विकास के साथ ही साथ सनी सनी मानव अपने अधिकारों के प्रति सजग एवं सचेत हुआ करता था काफी पुराने समय से मानवाधिकारों को एक निश्चित रूप दे दिया जाने का प्रयास विश्व स्तर पर किया जा रहा था मानवाधिकार की यह धारणा इतनी ही प्राचीन है जितने की प्राकृतिक विधि पर आधारित प्राचीन प्राकृतिक अधिकारों का सिद्धांत
#humanrights
follow me
Twitter -#Ajmeriyaishwar
facebook -Ishwar ajmeriya