सतगुर वसदे ने हर प्रेमी दे नाल
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- เผยแพร่เมื่อ 21 ธ.ค. 2024
- "सतगुरु वसदें नें,हर प्रेमी दें नाल-२,
प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२,
देकें अपने नाम दीं मस्तीं-२,श्री परमहँस अवतार-२,
सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२,
श्री आनंदपुर नगरीं ऐसीं, तीनाँ लोकाँ तों न्यारीं-२,
जेहड़ा इकवारीं जाकें वेखें,भुल्लं जावें दुनियाँ सारी-२,
सतगुरु दातां दीनदयालु-२,परमहँस अवतार-२,
सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२,
प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२,
देकें अपने नाम दीं मस्तीं-२,श्री परमहँस अवतार-२,
सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२,
कोई कहें,मैनूँ बन जा प्रेमी, कोई कहें,जप लै माला-२,
मैं कहा मेरा ईकों दातां,श्री आनंदपुर हैं वाला-२,
देकें खुल्लें-खुल्लें दर्शन-२,करदें मालोमाल-२,
सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२,
प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२,
देकें अपने नाम दीं मस्तीं-२,श्री परमहँस अवतार-२,
सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२,
तेरे दर तें आकें दाता, वेखें अजब नज़ारें-२,
दुखीं जीवाँ दें दुखड़ें हरदें,मेरे हाराँवालें-२,
संगता नूँ विश्वास हैं पकका-२,तूहीं गरीब-निवाज,,
सतगुरु वसदें नें, हर प्रेमी दें नाल-२,
प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२,
देकें अपने नाम दीं मस्तीं-२,श्री परमहँस अवतार-२,
सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२,
दासाँ मन्नं सतगुरु दां कहना,सदा नहीं जग विच रहणां-२,
इक दिन आयेगा ऐसा,तैनूँ वीं पयेगा जाणां-२,
कर लै सच्चे नाम दां सुमिरणं-२,हो जा भव तों पार-२,
सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२,
प्रेमी नचदें नें,सतगुरु दें दरबार-२,
देकें अपने नाम दीं मस्तीं-२,श्री परमहँस अवतार-२,
सतगुरु वसदें नें हर प्रेमी दें नाल-२,"