जसोलधाम में जन सहयोग से भव्य भोजनशाला का लोकार्पण।

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 10 ก.ย. 2024
  • हिज हाइनेस महाराजा गजसिंह जोधपुर व हर हाइनेस महारानी हेमलता राजे साहिबा जोधपुर तथा मंदिर संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल ने माता राणी भटियाणी का दर्शन पूजन करते हुए खुशहाली की कामना की ओर नवनिर्मित भोजनशाला की शिला पट्टिका का अनावरण करते हुए उदघाटन भोजनशाला का शुभारंभ सर्वप्रथम 108 कन्याओं को भोजन व गायों के लिए लापसी बनाकर किया गया। इस दौरान उन्होंने मंदिर संस्थान की ओर से निर्मित नए भवनों का अवलोकन किया । जोधपुर महाराजा अत्याधुनिक सुविधाओं के युक्त सभी भवनों को देख अभिभूत हुए और मंदिर संस्थान को जसोल धाम में पहुंचने वाले भक्तों के लिए किए गए इस बड़े कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
    भोजनशाला के उदघाटन कार्यक्रम में कर्नल शम्भूसिंह देवड़ा (सेना मेडल) ने स्वागत करते हुए कहा कि अध्यक्ष महोदय द्वारा 2013 में श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल का मास्टर प्लान बना कर निर्माण कार्य शुरू किया गया । और उसका विधिवत शुभारंभ भी जोधपुर महाराजा व महारानी साहिबा के करकमलों से हो रहा हैं ये जसोल धाम के लिए गौरव की बात है। न्यायधीश राघवेंद्र सिंह राठोड़ ने कहा की मेरे लिए सौभाग्य का दिन है की नवरात्रा मे भोजनशाला के उदघाटन कार्यक्रम मे आने का मौका मिला।
    हिज हाइनेस गजसिंह जी साहब जोधपुर महाराजा ने कहा कि मैं जसोल धाम के विकास को देख रहा हूँ की कम समय मे इतना जल्दी काम को पूरा किया गया। और वो भी खुबसुरती के साथ माजीसा के आशीर्वाद से । जो मास्टर प्लान बनाया था उसके बाद सारी व्यवस्थाओ को उसी के अनुरूप पूरा किया गया। मंदिर निर्माण कार्य भी जल्द पूर्ण होकर प्रदेश ही नहीं अपितु देश ओर विदेश मे भी सबसे अच्छे स्वरूप मे नजर मे आयेगा।
    हर हाइनेस महारानी हेमलता राजे ने कहा कि रावल किशन सिंह जसोल ने सेवा निवृत होने के बाद अपने जसोल मे मंदिर निर्माण का एक लक्ष्य अपने सामने लाया उसको मेहनत ओर संघर्ष के साथ दायित्व समझते हुए पूरा किया।
    कार्यक्रम में उपस्थित सभी का धन्यवाद देते हुए अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने कहा कि वर्ष 2011 से लेकर आज भोजनशाला के शुभारंभ तक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले सभी लोगो का मंदिर संस्थान आभार व्यक्त करता हैं । अब जसोल धाम में दूर दराज से पहुंचने वाले लाखो भक्तों के लिए तैयार हैं। जिसमे 36 कौम के लोग एक साथ भोजन शाला में प्रसादी प्राप्त कर सकते हैं। गरीब से गरीब माँ का भक्त यहाँ रहे ओर तब वह कह सके की वो पाँच सितारा होटल मे रुका है ये उन्ही के त्याग, समय, समर्पण ओर श्रद्धा से निर्माण हुआ है। जो कुछ भी है ये सब माँ के भक्तो का है ओर कलात्मक रूप से जो कुछ भी निर्माण हो रहा है वो उन्ही के लिए हो रहा है।
    इस दौरान रावल विक्रम सिंह सिंणधरी, रावत त्रिभुवन सिंह बाड़मेर, ठा. गजेंद्र सिंह जसोल, सरपंच जालमसिंह राठौड़, ठा. विशनसिंह, सुरंगीलाल सालेचा, डॉ जी आर भील, देवेंद्र कुमार माली, अशोक हुंडिया, बजरंगसिंह, अशोक प्रजापत, देवाराम माली, मुल्तानमल माली, गणपतसिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

ความคิดเห็น • 68