सोचो. लालू को कोर्ट ने सजा दी. *मुकदमा नहीं सजा* कांग्रेस के टाइम जेल गए थे बीजेपी के टाइम नहीं। साज़ किसने दी? अरे भाई बाबा साहेब वाले संविधान ने.* वही संविधान जिसे बचाना है. जिसके लिए सारे के सारे मरे जा रहे. लालू की आँखों में शर्म देखी है? नहीं न ? क्यों? क्युकी हम जिम्मेदार है. छोटी जाती बड़ी जाती करके इतना अत्याचार किया है की उसकी जाती वाले उसी का साथ देंगे चाहिए जो हो. लालू पहली बार जेल गए तो *सीने पे पत्थर रखा किचन से वाइफ राबड़ी जी को मुख्य मंत्री। देखा है ऐसा कोई त्यागी?* किसी और यादव को नहीं बनाया.. फिर मौका मिला। कुछ दिन के लिए। पप्पू यादव, राम कृपाल भी यादव ही थे तब भी मीसा भारती आगे आयी। फिर मौका मिला अब २४ साल का बेटा आगे आया। स्वामी भक्त खुश हो गए. *त्याग इसे कहते है.* कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता जातिवादियों को. और क्यों न खुश हो. *राजनाथ का बेटा भले ही मिनिस्टर, प्रेसिडेंट भी नहीं बन पाया. विधायक तो बना.* अब यही तो है कानून की कमज़ोरी का फायदा. हर बाप बेटे की हेल्प करता। विधायक बनो नेता बनो. पर लालू और उसके चेले उसी का फायदा उठाकर सीधा मुख्यमंत्री। और क्यों न हो.दुनिया आदर्श नही. कोई बोलना मत. क्युकी राजनाथ का बेटा भी तो है. साधारण विधायक ही सही. पार्टी जनता की होती सुना था. अब पता चला नहीं वो तो बाप की होती है। हर बाप बेटे की मदत करता है। काश की तेजस्वी विधायक ही होता. अब हम अपने बच्चे को पढ़ा का डॉक्टर बना सकते. कंपनी का मालिक तो तभी बना पाएंगे न जब कंपनी बाप की हो? पूरा देश बेटा बेटियों से भर गया (लालू तेजस्वी , तेजप्रताप , राबड़ी जी), (ममता जी अभिषेक बनर्जी), (मुलायम अखिलेश), (मायावती , आनंद ), (शेख के फारूक के उमर ), (नेहरू के इंदिरा के राजीव के सोनिया के राहुल प्रियंका ),(बाला साहेब के उद्धव , राज और अब आदित्य ),( बीजू के नवीन) (करूणानिधि के स्टालिन),(चौटाला के अजीत),(चरन सिंह के अजीत के जयंत), (मुहम्मद सईद की मेहबुआ), (सलाउद्दीन ओवैसी के असाउद्दीन , अकबर)
लालू नाम नहीं है ।लालू एक विचारधारा है। इस विचारधारा से लड़ना भ्रष्टाचारियों एवं गोदी मीडिया के बस की बात नहीं है। गरीबों शोषित वंचित की आवाज है लालू। जय समाजवाद लालू यादव जिंदाबाद❤
सोचो. लालू को कोर्ट ने सजा दी. *मुकदमा नहीं सजा* कांग्रेस के टाइम जेल गए थे बीजेपी के टाइम नहीं। साज़ किसने दी? अरे भाई बाबा साहेब वाले संविधान ने.* वही संविधान जिसे बचाना है. जिसके लिए सारे के सारे मरे जा रहे. लालू की आँखों में शर्म देखी है? नहीं न ? क्यों? *क्युकी हम जिम्मेदार है. छोटी जाती बड़ी जाती करके इतना अत्याचार किया है की उसकी जाती वाले उसी का साथ देंगे चाहिए जो हो.* लालू पहली बार जेल गए तो *सीने पे पत्थर रखा किचन से वाइफ राबड़ी जी को मुख्य मंत्री। देखा है ऐसा कोई त्यागी?* किसी और यादव को नहीं बनाया.. फिर मौका मिला। कुछ दिन के लिए। पप्पू यादव, राम कृपाल भी यादव ही थे तब भी मीसा भारती आगे आयी। फिर मौका मिला अब २४ साल का बेटा आगे आया। स्वामी भक्त खुश हो गए. *त्याग इसे कहते है.* कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता जातिवादियों को. और क्यों न खुश हो. *राजनाथ का बेटा भले ही मिनिस्टर, प्रेसिडेंट भी नहीं बन पाया. विधायक तो बना.* अब यही तो है कानून की कमज़ोरी का फायदा. हर बाप बेटे की हेल्प करता। विधायक बनो नेता बनो. पर लालू और उसके चेले उसी का फायदा उठाकर सीधा मुख्यमंत्री। और क्यों न हो.दुनिया आदर्श नही. कोई बोलना मत. क्युकी राजनाथ का बेटा भी तो है. साधारण विधायक ही सही. पार्टी जनता की होती सुना था. अब पता चला नहीं वो तो बाप की होती है। हर बाप बेटे की मदत करता है। काश की तेजस्वी विधायक ही होता. अब हम अपने बच्चे को पढ़ा का डॉक्टर बना सकते. कंपनी का मालिक तो तभी बना पाएंगे न जब कंपनी बाप की हो? पूरा देश बेटा बेटियों से भर गया (लालू तेजस्वी , तेजप्रताप , राबड़ी जी), (ममता जी अभिषेक बनर्जी), (मुलायम अखिलेश), (मायावती , आनंद ), (शेख के फारूक के उमर ), (नेहरू के इंदिरा के राजीव के सोनिया के राहुल प्रियंका ),(बाला साहेब के उद्धव , राज और अब आदित्य ),( बीजू के नवीन) (करूणानिधि के स्टालिन),(चौटाला के अजीत),(चरन सिंह के अजीत के जयंत), (मुहम्मद सईद की मेहबुआ), (सलाउद्दीन ओवैसी के असाउद्दीन , अकबर)
ध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती. वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया. ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे. पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते. जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। ..... क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई
जाति गिनने के बहुत फायदे है. १. नेता को पॉलिटिक्स में मदद मिलेगी. अलग अलग जाति के अलग नेता होंगे. आज भी है. पर हर जाति से २-३। पर तब ज़्यादा मारा मारी होगी क्युकी जिस जाति की संख्या ज्यादा होगी उसपे सब जान लुटाएंगे. २. कोई कितना भी टैलेंटेड हो. मौका जाति पर मिलेगा। ३. एक जाति में अगर कोई ज्यादा पैसे वाला है वो अपनी जाती को ही मदत करेगा। घाटे भी है. १. जिस जाति की संख्या काम उसे कम मौके मिलेंगे. लोग ज्यादा वाले के पीछे जायेंगे. २. गरीब वैसे का वैसे रहेगा. अ *भी १००० तेजस्वी, तेज प्रताप, राहुल, अखिलेश, जय शाह है. १ लाख हो जायेंगे* २. पॉलिटिक्स और गन्दी होगी. ३. देश जमीन से तो नहीं पर जाति बटा हुआ होगा. ४. हर काम कोटे से होगा. मन लो सेना में जाना है. एक जाती में ज्यादा लोग तो वहा से कोई कमज़ोर भी सेना में जा पायेगा. ५. सब जमकर बच्चे पैदा करेंगे. ताकि *जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी। है न? * ६. मुसलमानो भी अगर जुलाहा, पश्मांदा, सैयद कुरैशी में बाटे तब तो वही वानर अगर एक रहे तो ज्यादा मज़े में रहेंगे. सारे नेता पहले मुस्लिम को खुश करेंगे फाइनल मज़ा किसको ? सिर्फ कुछ लोग को. १. परमानेंट मज़ा, लालू टाइप नेता, उनकी बीवी (एक बार मुख्यमंत्री) , बच्चो को. बीवी बन चुकी, अब तेजस्वी और आगे चल के मीसा भारती को मुख्यमंत्री का अवसर. २. कुछ वक़्त का मज़ा उन लोगो को जो जाति के चक्कर में शुरू में नौकरी पा जायेंगे। बाद में तो देश में आग ही आग क्या जाति की जगह अमीर गरीब नहीं देखना चाहिए. बिलकुल चाहिए . पर गरीब की आवाज कहा. वह इंटरनेट पे नहीं हम लोग ही है. अमीर गरीब करेंगे तो नेताओं के बच्चों को कौन पूछेगा। सबको पता वो आज भी आरक्षण ले रहे
@@Yamrajonline1 सोचो. लालू को कोर्ट ने सजा दी. *मुकदमा नहीं सजा* कांग्रेस के टाइम जेल गए थे बीजेपी के टाइम नहीं। साज़ किसने दी? अरे भाई बाबा साहेब वाले संविधान ने.* वही संविधान जिसे बचाना है. जिसके लिए सारे के सारे मरे जा रहे. लालू की आँखों में शर्म देखी है? नहीं न ? क्यों? *क्युकी हम जिम्मेदार है. छोटी जाती बड़ी जाती करके इतना अत्याचार किया है की उसकी जाती वाले उसी का साथ देंगे चाहिए जो हो.* लालू पहली बार जेल गए तो *सीने पे पत्थर रखा किचन से वाइफ राबड़ी जी को मुख्य मंत्री। देखा है ऐसा कोई त्यागी?* किसी और यादव को नहीं बनाया.. फिर मौका मिला। कुछ दिन के लिए। पप्पू यादव, राम कृपाल भी यादव ही थे तब भी मीसा भारती आगे आयी। फिर मौका मिला अब २४ साल का बेटा आगे आया। स्वामी भक्त खुश हो गए. *त्याग इसे कहते है.* कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता जातिवादियों को. और क्यों न खुश हो. *राजनाथ का बेटा भले ही मिनिस्टर, प्रेसिडेंट भी नहीं बन पाया. विधायक तो बना.* अब यही तो है कानून की कमज़ोरी का फायदा. हर बाप बेटे की हेल्प करता। विधायक बनो नेता बनो. पर लालू और उसके चेले उसी का फायदा उठाकर सीधा मुख्यमंत्री। और क्यों न हो.दुनिया आदर्श नही. कोई बोलना मत. क्युकी राजनाथ का बेटा भी तो है. साधारण विधायक ही सही. पार्टी जनता की होती सुना था. अब पता चला नहीं वो तो बाप की होती है। हर बाप बेटे की मदत करता है। काश की तेजस्वी विधायक ही होता. अब हम अपने बच्चे को पढ़ा का डॉक्टर बना सकते. कंपनी का मालिक तो तभी बना पाएंगे न जब कंपनी बाप की हो? पूरा देश बेटा बेटियों से भर गया (लालू तेजस्वी , तेजप्रताप , राबड़ी जी), (ममता जी अभिषेक बनर्जी), (मुलायम अखिलेश), (मायावती , आनंद ), (शेख के फारूक के उमर ), (नेहरू के इंदिरा के राजीव के सोनिया के राहुल प्रियंका ),(बाला साहेब के उद्धव , राज और अब आदित्य ),( बीजू के नवीन) (करूणानिधि के स्टालिन),(चौटाला के अजीत),(चरन सिंह के अजीत के जयंत), (मुहम्मद सईद की मेहबुआ), (सलाउद्दीन ओवैसी के असाउद्दीन , अकबर)
@@Yamrajonline1 socho ustime ke garibo ke pass v extra Dene ke liye Jamin hua karta tha...aaj to sala kisi ke pass ek rojgar ka v Jamin nhi hai....aur modi bol rhe the per year 2 cr job denge.....last 4 year se kitna job Mila?? berojgari gareeb bhukhmari kitna ho gya hai
ध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती. वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया. ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे. पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते. जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। ..... क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई
Wittiest politician of India, our dear Lalu Ji. Extremely intelligent man with great presence of mind. Witty and humorous. Love you Lalu ji. May god bless you always. Lalu Yadav ZINDABAD.
दूध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती. वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया. ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे. पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते. जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। ..... क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई --
Yrr Mt hi bolo ...Pura bihar ko kha gya hai aoor yha bgwaan hai bolo ... Shi se do time ka khana nhi mil paa rha hai aoor bgwaan hai ... Pura bihar ko lut liya hai ...iska beta anpd hai . Castesim htao aoor desh bchao.
Modi isko barbad kar diya..jhutha case me daal ke taki Lalu ji modi kA bhed Jo khol dete the..Jo bhi modi ke against hoga sabhi ko jail main daal dega..socho kitni khatarnak soch hai..Aaj Tak ek rupaya bhi fodder scam ka kahi pata nahi chala..jhutha case banaya gaya .
Lalu ji... Aapko dekh kr aisa lgta h ki aap na hote toh st sc obc kaha hote aaj...... Naman h aapke kaam ko aaj aapke wajha se hamari baccho ko hqq mila thankuu
दूध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती. वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया. ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे. पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते. जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। ..... क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई --
दूध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती. वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया. ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे. पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते. जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। ..... क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई --
Darling of the Nation Bharat Desh Shri Lalu Prasad Yadav ji 🙏 Dhanyavad Satyame ⚖🇮🇳⚖Jayete ! Rajdeep Sardesai ji 🙏 Dhanyavad for making the interview so enjoyable and Interesting 😂 !
What a visionary leader 1-GODI MEDIA ROLE 2-पलायन of people from country 3-चीन की पॉलिसी 4। मेक इन इंडिया का सच 5। महगाई 6। डॉलर vs रुपया ,7। गांव के लोग दाल नहीं खा पा रहे है 8। एजुकेशन में कटौती 9। RSS का रोल 10।reality of अच्छे दिन 11।
सोचो. लालू को कोर्ट ने सजा दी. *मुकदमा नहीं सजा* कांग्रेस के टाइम जेल गए थे बीजेपी के टाइम नहीं। साज़ किसने दी? अरे भाई बाबा साहेब वाले संविधान ने.* वही संविधान जिसे बचाना है. जिसके लिए सारे के सारे मरे जा रहे. लालू की आँखों में शर्म देखी है? नहीं न ? क्यों? *क्युकी हम जिम्मेदार है. छोटी जाती बड़ी जाती करके इतना अत्याचार किया है की उसकी जाती वाले उसी का साथ देंगे चाहिए जो हो.* लालू पहली बार जेल गए तो *सीने पे पत्थर रखा किचन से वाइफ राबड़ी जी को मुख्य मंत्री। देखा है ऐसा कोई त्यागी?* किसी और यादव को नहीं बनाया.. फिर मौका मिला। कुछ दिन के लिए। पप्पू यादव, राम कृपाल भी यादव ही थे तब भी मीसा भारती आगे आयी। फिर मौका मिला अब २४ साल का बेटा आगे आया। स्वामी भक्त खुश हो गए. *त्याग इसे कहते है.* कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता जातिवादियों को. और क्यों न खुश हो. *राजनाथ का बेटा भले ही मिनिस्टर, प्रेसिडेंट भी नहीं बन पाया. विधायक तो बना.* अब यही तो है कानून की कमज़ोरी का फायदा. हर बाप बेटे की हेल्प करता। विधायक बनो नेता बनो. पर लालू और उसके चेले उसी का फायदा उठाकर सीधा मुख्यमंत्री। और क्यों न हो.दुनिया आदर्श नही. कोई बोलना मत. क्युकी राजनाथ का बेटा भी तो है. साधारण विधायक ही सही. पार्टी जनता की होती सुना था. अब पता चला नहीं वो तो बाप की होती है। हर बाप बेटे की मदत करता है। काश की तेजस्वी विधायक ही होता. अब हम अपने बच्चे को पढ़ा का डॉक्टर बना सकते. कंपनी का मालिक तो तभी बना पाएंगे न जब कंपनी बाप की हो? पूरा देश बेटा बेटियों से भर गया (लालू तेजस्वी , तेजप्रताप , राबड़ी जी), (ममता जी अभिषेक बनर्जी), (मुलायम अखिलेश), (मायावती , आनंद ), (शेख के फारूक के उमर ), (नेहरू के इंदिरा के राजीव के सोनिया के राहुल प्रियंका ),(बाला साहेब के उद्धव , राज और अब आदित्य ),( बीजू के नवीन) (करूणानिधि के स्टालिन),(चौटाला के अजीत),(चरन सिंह के अजीत के जयंत), (मुहम्मद सईद की मेहबुआ), (सलाउद्दीन ओवैसी के असाउद्दीन , अकबर)
दूध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती. वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया. ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे. पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते. जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। ..... क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई --
बीजेपी समझ गयी थी अगर लालु जी बाहर रहेंगे तो 2019का चुनाव जीतना असंभव है।
बिहार में ओबीसी और दलित आदिवासियों के हिस्सेदारी 75%दिलाने में अहम योगदान दिये लालू प्रसाद यादव जी I 🎉❤🎉
कर्पूरी ठाकुर हम योगदान दिए थे लालू नहीं। लालू तो दलित रामसुंदर दास के खिलाफ ब्राह्मण रघुनाथ झा के साथ मिलकर षड्यंत्रकिया ।
@@dra2022-b8o वो राजनीति का पार्ट था l
सामजिक न्याय ,आरक्षण और विचारधारा तुम्हें समझ नहीं आयेगा I
@@jamuigs रघुनाथ झा से मिलना पॉलिटिक्स हो सकता है लेकिन रामसुंदर दास का विरोध सीधा सीधा दलित विरोधी होना है
@@dra2022-b8o babua विधायक दल के baithak में voting हुआ था seting नहीं I
व्वा लालूजी आपकी भविष्यावानी 👌👌. अब आपकी एक एक बात सच साबित हो रही . आप जैसे विपक्ष की सक्त जरुरत है.
But bhai ye bihar sabse gareeb kyu 😢❤
Lik
मनुवादी को दर्द साफ झलकता है। यहीं तो खासियत है लालू प्रसाद यादव जी में की दलित पिछड़े वर्गों को आवाज देने पर मनुवादी लोगों को दर्द सदियों तक रहेगा।
100% sahi bole Bhai... Manuwadiyo ko Lalu ji ne jo dard diya hai vo sadiyo khatam nahi hone waala ..
भाई अभी ये दर्द और भी बड़ने वाला है
Kya bat bol di bhai tumne mja aagya
सोचो. लालू को कोर्ट ने सजा दी. *मुकदमा नहीं सजा* कांग्रेस के टाइम जेल गए थे बीजेपी के टाइम नहीं।
साज़ किसने दी? अरे भाई बाबा साहेब वाले संविधान ने.*
वही संविधान जिसे बचाना है. जिसके लिए सारे के सारे मरे जा रहे. लालू की आँखों में शर्म देखी है? नहीं न ? क्यों?
क्युकी हम जिम्मेदार है. छोटी जाती बड़ी जाती करके इतना अत्याचार किया है की उसकी जाती वाले उसी का साथ देंगे चाहिए जो हो.
लालू पहली बार जेल गए तो *सीने पे पत्थर रखा किचन से वाइफ राबड़ी जी को मुख्य मंत्री। देखा है ऐसा कोई त्यागी?* किसी और यादव को नहीं बनाया..
फिर मौका मिला। कुछ दिन के लिए। पप्पू यादव, राम कृपाल भी यादव ही थे तब भी मीसा भारती आगे आयी।
फिर मौका मिला अब २४ साल का बेटा आगे आया। स्वामी भक्त खुश हो गए. *त्याग इसे कहते है.* कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता जातिवादियों को.
और क्यों न खुश हो. *राजनाथ का बेटा भले ही मिनिस्टर, प्रेसिडेंट भी नहीं बन पाया. विधायक तो बना.* अब यही तो है कानून की कमज़ोरी का फायदा. हर बाप बेटे की हेल्प करता। विधायक बनो नेता बनो.
पर लालू और उसके चेले उसी का फायदा उठाकर सीधा मुख्यमंत्री। और क्यों न हो.दुनिया आदर्श नही. कोई बोलना मत. क्युकी राजनाथ का बेटा भी तो है. साधारण विधायक ही सही. पार्टी जनता की होती सुना था. अब पता चला नहीं वो तो बाप की होती है।
हर बाप बेटे की मदत करता है। काश की तेजस्वी विधायक ही होता. अब हम अपने बच्चे को पढ़ा का डॉक्टर बना सकते. कंपनी का मालिक तो तभी बना पाएंगे न जब कंपनी बाप की हो?
पूरा देश बेटा बेटियों से भर गया
(लालू तेजस्वी , तेजप्रताप , राबड़ी जी), (ममता जी अभिषेक बनर्जी), (मुलायम अखिलेश), (मायावती , आनंद ), (शेख के फारूक के उमर ), (नेहरू के इंदिरा के राजीव के सोनिया के राहुल प्रियंका ),(बाला साहेब के उद्धव , राज और अब आदित्य ),( बीजू के नवीन)
(करूणानिधि के स्टालिन),(चौटाला के अजीत),(चरन सिंह के अजीत के जयंत), (मुहम्मद सईद की मेहबुआ), (सलाउद्दीन ओवैसी के असाउद्दीन , अकबर)
तुझे क्या मिला चुटिया 😅🐴🐴🐴🐴🤪🤪🤪🤪😄😄😀 गधा
लालू नाम नहीं है ।लालू एक विचारधारा है। इस विचारधारा से लड़ना भ्रष्टाचारियों एवं गोदी मीडिया के बस की बात नहीं है। गरीबों शोषित वंचित की आवाज है लालू। जय समाजवाद लालू यादव जिंदाबाद❤
सोचो. लालू को कोर्ट ने सजा दी. *मुकदमा नहीं सजा* कांग्रेस के टाइम जेल गए थे बीजेपी के टाइम नहीं।
साज़ किसने दी? अरे भाई बाबा साहेब वाले संविधान ने.*
वही संविधान जिसे बचाना है. जिसके लिए सारे के सारे मरे जा रहे. लालू की आँखों में शर्म देखी है? नहीं न ? क्यों?
*क्युकी हम जिम्मेदार है. छोटी जाती बड़ी जाती करके इतना अत्याचार किया है की उसकी जाती वाले उसी का साथ देंगे चाहिए जो हो.*
लालू पहली बार जेल गए तो *सीने पे पत्थर रखा किचन से वाइफ राबड़ी जी को मुख्य मंत्री। देखा है ऐसा कोई त्यागी?* किसी और यादव को नहीं बनाया..
फिर मौका मिला। कुछ दिन के लिए। पप्पू यादव, राम कृपाल भी यादव ही थे तब भी मीसा भारती आगे आयी।
फिर मौका मिला अब २४ साल का बेटा आगे आया। स्वामी भक्त खुश हो गए. *त्याग इसे कहते है.* कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता जातिवादियों को.
और क्यों न खुश हो. *राजनाथ का बेटा भले ही मिनिस्टर, प्रेसिडेंट भी नहीं बन पाया. विधायक तो बना.* अब यही तो है कानून की कमज़ोरी का फायदा. हर बाप बेटे की हेल्प करता। विधायक बनो नेता बनो.
पर लालू और उसके चेले उसी का फायदा उठाकर सीधा मुख्यमंत्री। और क्यों न हो.दुनिया आदर्श नही. कोई बोलना मत. क्युकी राजनाथ का बेटा भी तो है. साधारण विधायक ही सही. पार्टी जनता की होती सुना था. अब पता चला नहीं वो तो बाप की होती है।
हर बाप बेटे की मदत करता है। काश की तेजस्वी विधायक ही होता. अब हम अपने बच्चे को पढ़ा का डॉक्टर बना सकते. कंपनी का मालिक तो तभी बना पाएंगे न जब कंपनी बाप की हो?
पूरा देश बेटा बेटियों से भर गया
(लालू तेजस्वी , तेजप्रताप , राबड़ी जी), (ममता जी अभिषेक बनर्जी), (मुलायम अखिलेश), (मायावती , आनंद ), (शेख के फारूक के उमर ), (नेहरू के इंदिरा के राजीव के सोनिया के राहुल प्रियंका ),(बाला साहेब के उद्धव , राज और अब आदित्य ),( बीजू के नवीन)
(करूणानिधि के स्टालिन),(चौटाला के अजीत),(चरन सिंह के अजीत के जयंत), (मुहम्मद सईद की मेहबुआ), (सलाउद्दीन ओवैसी के असाउद्दीन , अकबर)
True 🎉🎉
ध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती.
वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया.
ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे.
पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते.
जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। .....
क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई
Dakait hai sala!
100 % Laluji 🙏🙏🙏
लालू जी का विरोध करना असान हैं लेकिन लालू प्रसाद यादव जी जैसा बनना और उनको विचारो पर चलना उतना ही मुस्किल ..💗
😂😂😂😂 accha majak hai bhai
सही बात है चारा चोर कौन बनना चाहेगा
Har koi chara todi kha sakta hai
7:55 😅😅😅
@@हिरदेसशेरमha lalu ji je vicharo par chalna mukil kyuki jail sabko achha nhi lagta. Sharm aati hai. Are wahi jail jo sabidhan ke banaye judge ne di
गरीबों के मसीहा आदरणीय श्री लालू प्रसाद यादव जी को सादर शत् शत् नमन करते हैं हम सब ओबीसी एससी एसटी समाज के सारे लोग।
जाति गिनने के बहुत फायदे है.
१. नेता को पॉलिटिक्स में मदद मिलेगी. अलग अलग जाति के अलग नेता होंगे. आज भी है. पर हर जाति से २-३। पर तब ज़्यादा मारा मारी होगी क्युकी जिस जाति की संख्या ज्यादा होगी उसपे सब जान लुटाएंगे.
२. कोई कितना भी टैलेंटेड हो. मौका जाति पर मिलेगा।
३. एक जाति में अगर कोई ज्यादा पैसे वाला है वो अपनी जाती को ही मदत करेगा।
घाटे भी है.
१. जिस जाति की संख्या काम उसे कम मौके मिलेंगे. लोग ज्यादा वाले के पीछे जायेंगे.
२. गरीब वैसे का वैसे रहेगा. अ *भी १००० तेजस्वी, तेज प्रताप, राहुल, अखिलेश, जय शाह है. १ लाख हो जायेंगे*
२. पॉलिटिक्स और गन्दी होगी.
३. देश जमीन से तो नहीं पर जाति बटा हुआ होगा.
४. हर काम कोटे से होगा. मन लो सेना में जाना है. एक जाती में ज्यादा लोग तो वहा से कोई कमज़ोर भी सेना में जा पायेगा.
५. सब जमकर बच्चे पैदा करेंगे. ताकि *जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी। है न? *
६. मुसलमानो भी अगर जुलाहा, पश्मांदा, सैयद कुरैशी में बाटे तब तो वही वानर अगर एक रहे तो ज्यादा मज़े में रहेंगे. सारे नेता पहले मुस्लिम को खुश करेंगे
फाइनल मज़ा किसको ? सिर्फ कुछ लोग को.
१. परमानेंट मज़ा, लालू टाइप नेता, उनकी बीवी (एक बार मुख्यमंत्री) , बच्चो को. बीवी बन चुकी, अब तेजस्वी और आगे चल के मीसा भारती को मुख्यमंत्री का अवसर.
२. कुछ वक़्त का मज़ा उन लोगो को जो जाति के चक्कर में शुरू में नौकरी पा जायेंगे। बाद में तो देश में आग ही आग
क्या जाति की जगह अमीर गरीब नहीं देखना चाहिए. बिलकुल चाहिए . पर गरीब की आवाज कहा. वह इंटरनेट पे नहीं हम लोग ही है. अमीर गरीब करेंगे तो नेताओं के बच्चों को कौन पूछेगा। सबको पता वो आज भी आरक्षण ले रहे
garibo ka neta jisne garibo ka jamin hadap liya nukari ke badle
@@Yamrajonline1 सोचो. लालू को कोर्ट ने सजा दी. *मुकदमा नहीं सजा* कांग्रेस के टाइम जेल गए थे बीजेपी के टाइम नहीं।
साज़ किसने दी? अरे भाई बाबा साहेब वाले संविधान ने.*
वही संविधान जिसे बचाना है. जिसके लिए सारे के सारे मरे जा रहे. लालू की आँखों में शर्म देखी है? नहीं न ? क्यों?
*क्युकी हम जिम्मेदार है. छोटी जाती बड़ी जाती करके इतना अत्याचार किया है की उसकी जाती वाले उसी का साथ देंगे चाहिए जो हो.*
लालू पहली बार जेल गए तो *सीने पे पत्थर रखा किचन से वाइफ राबड़ी जी को मुख्य मंत्री। देखा है ऐसा कोई त्यागी?* किसी और यादव को नहीं बनाया..
फिर मौका मिला। कुछ दिन के लिए। पप्पू यादव, राम कृपाल भी यादव ही थे तब भी मीसा भारती आगे आयी।
फिर मौका मिला अब २४ साल का बेटा आगे आया। स्वामी भक्त खुश हो गए. *त्याग इसे कहते है.* कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता जातिवादियों को.
और क्यों न खुश हो. *राजनाथ का बेटा भले ही मिनिस्टर, प्रेसिडेंट भी नहीं बन पाया. विधायक तो बना.* अब यही तो है कानून की कमज़ोरी का फायदा. हर बाप बेटे की हेल्प करता। विधायक बनो नेता बनो.
पर लालू और उसके चेले उसी का फायदा उठाकर सीधा मुख्यमंत्री। और क्यों न हो.दुनिया आदर्श नही. कोई बोलना मत. क्युकी राजनाथ का बेटा भी तो है. साधारण विधायक ही सही. पार्टी जनता की होती सुना था. अब पता चला नहीं वो तो बाप की होती है।
हर बाप बेटे की मदत करता है। काश की तेजस्वी विधायक ही होता. अब हम अपने बच्चे को पढ़ा का डॉक्टर बना सकते. कंपनी का मालिक तो तभी बना पाएंगे न जब कंपनी बाप की हो?
पूरा देश बेटा बेटियों से भर गया
(लालू तेजस्वी , तेजप्रताप , राबड़ी जी), (ममता जी अभिषेक बनर्जी), (मुलायम अखिलेश), (मायावती , आनंद ), (शेख के फारूक के उमर ), (नेहरू के इंदिरा के राजीव के सोनिया के राहुल प्रियंका ),(बाला साहेब के उद्धव , राज और अब आदित्य ),( बीजू के नवीन)
(करूणानिधि के स्टालिन),(चौटाला के अजीत),(चरन सिंह के अजीत के जयंत), (मुहम्मद सईद की मेहबुआ), (सलाउद्दीन ओवैसी के असाउद्दीन , अकबर)
@@Yamrajonline1 socho ustime ke garibo ke pass v extra Dene ke liye Jamin hua karta tha...aaj to sala kisi ke pass ek rojgar ka v Jamin nhi hai....aur modi bol rhe the per year 2 cr job denge.....last 4 year se kitna job Mila?? berojgari gareeb bhukhmari kitna ho gya hai
ध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती.
वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया.
ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे.
पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते.
जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया.
ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा.
कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। .....
क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई
लालू जैसा नेता बनना मुस्किल है
जेल गया लेकीन झुका नही, Lalu supremacy 🔥🔥🔥
मोदी जी फेल ही तो है सच तो बोल रहे हैं लालू जी 👍👍👍
देश आजादी के बाद😮 रेलवे विभाग😮 उसे समय प्रॉफिट में रहा जब लालू रेल मंत्री थे 😮
अगर लालू
मुलायम
कांशीराम
जैसे महान नेता न होते,
तो देश आज मनुवादियों का गुलाम होता❤❤
Badiya joke maara tunaye bhai
No doubt you are absolutely right.
100%right
Yadavo ka dimag gutne may hee rehega
100%
Wittiest politician of India, our dear Lalu Ji. Extremely intelligent man with great presence of mind. Witty and humorous. Love you Lalu ji. May god bless you always. Lalu Yadav ZINDABAD.
निर्भीक, साहसी, निडर नेता लालू यादव जी😊
आज तक गरीबों को हसीए पर कौन रखे हुए है लालु जी ने उसे मुख्य धारा में जोड़ा है और उसके हक और हकुत के लिए लड़ने को सिखाया। यही मनुवादियों को चुभता है।
दूध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती.
वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया.
ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे.
पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते.
जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। .....
क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई
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Laloo is one man army,,, he is uneven in Indian political scenario,,,, he will be immortal always,,,
लालू जी ओरिजनल भारत के निवासी हैं, इसलिए उनका दर्द झलक रहां है।
लालू यादव आज पुराने अंदाज में हैं।
बीजेपी लेडी प्रवक्ता की तो बैंड ही बजा दिए लालू जी।
Lalu Yadav ji jab rel mantri the tab rel vibhag kabhi ghate me nhi gaya 💯🤗❤❤❤
लालू जी पिछड़ों के mashiya है और उन्होंने हम sabko abaz दी है
Yrr Mt hi bolo ...Pura bihar ko kha gya hai aoor yha bgwaan hai bolo ...
Shi se do time ka khana nhi mil paa rha hai aoor bgwaan hai ...
Pura bihar ko lut liya hai ...iska beta anpd hai .
Castesim htao aoor desh bchao.
Ajji haan, Bihar puri duniya ka save pichhda state hai, india ke dusre states se 20 saal pichhe hai
@@gauravkashyap145 kya hogaya bhai tum general wale kabhi minorities ko aage nahi dekh sakte na?
जी
Mnuwadiwo ko lgta h to lgne do
अपना शेर आ गया 💪💪💪
may 2015 ka interview hai😢😢 we miss lalu yadav
Modi isko barbad kar diya..jhutha case me daal ke taki Lalu ji modi kA bhed Jo khol dete the..Jo bhi modi ke against hoga sabhi ko jail main daal dega..socho kitni khatarnak soch hai..Aaj Tak ek rupaya bhi fodder scam ka kahi pata nahi chala..jhutha case banaya gaya .
Absolutely rightly said by Laluji Yadav. In 2015 he said it ... I too was telling the same
Hello said it was back... please check
th-cam.com/video/HdIQOx6e8jw/w-d-xo.htmlsi=NV7lvP4Y34DqxMd9
Wow, Lalu Prasad Yadav is role model of real leader. He has a good communication skills and leadership qualities.
राजनीति के जादूगर गरीबो का मसीहा, दलितों, शोषितों, बंचित का रहनुमा श्री लालू प्रसाद यादव जी
लालू जी एक महान लीडर हैं, उनके सामने बड़े बड़े विद्वान् पत्रकारों के पसीने छुड़ा दिये,
Lalu ji... Aapko dekh kr aisa lgta h ki aap na hote toh st sc obc kaha hote aaj...... Naman h aapke kaam ko aaj aapke wajha se hamari baccho ko hqq mila thankuu
भारत में एकमात्र मर्द नेता लालू जी
गोदी मीडिया का पेट में कितना दर्द हो रहा तीखी सवाल से
Love you aaap aur bhi jyada din tk rahe hote active to maja aata ❤
लालू जी जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदाबाद लालू जी ने बहुत ही अच्छा अच्छा काम किया है खाली घोटाला को छोड़ दिया जाए तो लालू जी का हम भक्त हैं
दूध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती.
वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया.
ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे.
पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते.
जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। .....
क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई
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H.Lalu ji hero of social justice.i salute to Lalu ji
Every one can not under stand lalooji word .every word gives strength and energy.jai hind vande mataram
देश को लालू प्रसाद यादव जैसे गरीबों और मजलूमों के मसीहा जैसे नेता की आवश्यकता है।जो सत्यवादी व कर्मठ व्यक्तित्व की प्रतिमूर्ति हैं।
हां पूरे देश को बिहार जरूर बना देंगे
@@bsrawat1835tujhe kya pata Bihar me kya situation thi Lalu ki sarkar bnne se pehle.
दूध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती.
वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया.
ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे.
पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते.
जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। .....
क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई
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@@ShivangiNiYadav001mc barbaad lalua kiya tha bihar ko na road, na bijli na school kuch nhi.
Lalu daddu aap ke charno me sadar pranam aaj 😢 bat sahi h aaj thali se dal gayb ho gyi h ,isse jyada kya likhu
Nice conversation in a good humour...
Aaj 2023 Me Logo Lalu ji ki ye Baat Sahi lag rahi hogi. Jabki 9 saal phele kafi bata diya tha. ❤
Mja aaya dekh k evergreen lalu is back.... yahi h jo modi or godi media ko jawab de skte hai...
Lalu ji jaisa mahan politician is century me hona muskil hai....hasi majak me hi kitne serious baat bol jate hai
Excellent💯👍👏 leader,,,, with hummer.
Lalu Yadav ji told very before and now proved correct. Lalu ji is a really farsighted leader.
लालू जैसा सदी का नायक महान नेता कभी पैदा नहीं होगा
Lalu Yadav has 80% supporter
Lalu ji a great personality of Indian politics
एससी एसटी ओबीसी के मसीहा लालू प्रसाद यादव को शत शत नमन करते हैं
Lalu is visionary leader...10 years ago what he said today same situation we are suffering 😭
Lalu Prasad Yadav. Come back
Super sar laluji
He is a great leader🔥🔥
यह पत्रकार नंबर वन का मोदी का अंधा 😂😂😂😂
लालू प्रसाद यादव होना कोई मामूली बात नहीं है गरीबों का मसीहा है❤❤❤❤
Jai hind Lalu Prasad Yadav g❤❤❤❤❤ love you
लालू प्रसाद यादव जिंदाबाद ❤❤❤❤
Lalu speak truth sense in his talk
Lalu ji amar rhe.. Lalu ji jindabad...
Aaj DIL KHUS HO GYA LALU G BAHUT BUDDHIMAAN H❤❤
श्री लालू प्रसाद यादव जी भारत के आगामी प्रधानमंत्री महोदय बने तो संपूर्ण नागरिकों का कल्याण हो जाएगा यह मैं दावे के साथ कहता हूं 101% की गारंटी
लालू जी प्रणाम आपको
The king mekar of politics 🎉🎉🎉
लालू जी तो बिहार का सान है।ओर रहेगा मोदी जी किया🙏🙏
Chara ghotala ke liye??? IRCTC scam ke liye, Ek raat mai Rabri Devi ji ko CM bana Dene ke liye, ???
Very smart intelligent politician👏
Darling of the Nation Bharat Desh Shri Lalu Prasad Yadav ji 🙏 Dhanyavad Satyame ⚖🇮🇳⚖Jayete ! Rajdeep Sardesai ji 🙏 Dhanyavad for making the interview so enjoyable and Interesting 😂 !
Great leader Lalu ji man who changed Indian railways to new dimension for the people of India 🇮🇳
2015 ka Lalu ka interview ka jo bhi arth tha 2023 aate aate 100% Sahi sabit hua
लालू यादव जी जैसे नेताओं की जरूरत इस समय भी हो
Lalu Yadav jindabad
लालू एक अलग ही रसायन हैं
गरीब का देवता है मानो या ना मानो भाई
Lalu ji come back ❤❤❤❤
यह बेशर्म एंकर लालू जी को पूरी बात करने नहीं दे रहा है😮 इसका कारण सच्चाई आने पर मोदी को नुकसान होता है😮 तो यह एंकर गुमराह कर देता है
Great Lalu Prasad Yadav ❤️❤️
Lalu Yadav bhut brilliant neta hai
What a visionary leader
1-GODI MEDIA ROLE
2-पलायन of people from country
3-चीन की पॉलिसी
4। मेक इन इंडिया का सच
5। महगाई
6। डॉलर vs रुपया
,7। गांव के लोग दाल नहीं खा पा रहे है
8। एजुकेशन में कटौती
9। RSS का रोल
10।reality of अच्छे दिन
11।
love you lalu yadav ji❤❤❤❤❤❤❤
Lalu jaisa railmantrir naa hua hai naa hogaa ✌️✌️💯💯❤️
Lalu Yadav 🔥👍
Lalu Prasad Yadav jindabad
❤garibo ke masiha Aadarniye Siri Lalu parsad yadav jindawad
लालू जी की सभी बात आज सही साबित हुआ है
सोचो. लालू को कोर्ट ने सजा दी. *मुकदमा नहीं सजा* कांग्रेस के टाइम जेल गए थे बीजेपी के टाइम नहीं।
साज़ किसने दी? अरे भाई बाबा साहेब वाले संविधान ने.*
वही संविधान जिसे बचाना है. जिसके लिए सारे के सारे मरे जा रहे. लालू की आँखों में शर्म देखी है? नहीं न ? क्यों?
*क्युकी हम जिम्मेदार है. छोटी जाती बड़ी जाती करके इतना अत्याचार किया है की उसकी जाती वाले उसी का साथ देंगे चाहिए जो हो.*
लालू पहली बार जेल गए तो *सीने पे पत्थर रखा किचन से वाइफ राबड़ी जी को मुख्य मंत्री। देखा है ऐसा कोई त्यागी?* किसी और यादव को नहीं बनाया..
फिर मौका मिला। कुछ दिन के लिए। पप्पू यादव, राम कृपाल भी यादव ही थे तब भी मीसा भारती आगे आयी।
फिर मौका मिला अब २४ साल का बेटा आगे आया। स्वामी भक्त खुश हो गए. *त्याग इसे कहते है.* कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता जातिवादियों को.
और क्यों न खुश हो. *राजनाथ का बेटा भले ही मिनिस्टर, प्रेसिडेंट भी नहीं बन पाया. विधायक तो बना.* अब यही तो है कानून की कमज़ोरी का फायदा. हर बाप बेटे की हेल्प करता। विधायक बनो नेता बनो.
पर लालू और उसके चेले उसी का फायदा उठाकर सीधा मुख्यमंत्री। और क्यों न हो.दुनिया आदर्श नही. कोई बोलना मत. क्युकी राजनाथ का बेटा भी तो है. साधारण विधायक ही सही. पार्टी जनता की होती सुना था. अब पता चला नहीं वो तो बाप की होती है।
हर बाप बेटे की मदत करता है। काश की तेजस्वी विधायक ही होता. अब हम अपने बच्चे को पढ़ा का डॉक्टर बना सकते. कंपनी का मालिक तो तभी बना पाएंगे न जब कंपनी बाप की हो?
पूरा देश बेटा बेटियों से भर गया
(लालू तेजस्वी , तेजप्रताप , राबड़ी जी), (ममता जी अभिषेक बनर्जी), (मुलायम अखिलेश), (मायावती , आनंद ), (शेख के फारूक के उमर ), (नेहरू के इंदिरा के राजीव के सोनिया के राहुल प्रियंका ),(बाला साहेब के उद्धव , राज और अब आदित्य ),( बीजू के नवीन)
(करूणानिधि के स्टालिन),(चौटाला के अजीत),(चरन सिंह के अजीत के जयंत), (मुहम्मद सईद की मेहबुआ), (सलाउद्दीन ओवैसी के असाउद्दीन , अकबर)
Sher a bihar hai chacha lalu prasad yadav ❤
Lalu is back
I llike lalu ji😊.....
Love LALU JI♥️
Sadhu santo ke beech me😂😂 rehti hoo😂😂👌👌interview ki sabse mast line .pyari samaj gaii🤣🤣🤣
Laloo yadav Zindabad..,
Lalu yadav jai ho
Yahi majakiya andaj se lalu ji bihar k logo ka dil jitaa hai kai dasko se janta k bich..lalu ji ka iq level jabardast hai
Lalu yadav is king maker of Bihar
राजदीप सरकारी प्रोपेगैंडाकर(पत्रकार नही) हो चुके है पूरी तरह से।
माने सरकार जो कहेगी वही मानेंगे।
अपना दिमाग नही चलाएंगे
और
सवाल विपक्ष से करेंगे।
Lalu ji "The Legend"😊❤
Sleeper class and ac me 3 tier ki den lalu ji ki hi....railway ko bht benefits dya tha lalu ji ne
लालू जी सही बोल रहे है।
लालू यादव गरीबों के भगवान है अब वो फिर से अपने जनता के साथ आ गए है
दूध का धुला कोई नहीं. पर हर बात की हद होती है. राजनाथ का बेटा विधायक है. आगे भी वही रहेगा. उसकी तुलना राबड़ी जी से नहीं हो सकती.
वो किचन में खाना बनाती थी. कोर्ट में जुर्म साबित हुआ. बाबा साहेब के संविधान का कोर्ट है. कांग्रेस सरकार के टाइम जुर्म साबित हुआ. सजा मिली. अरे वही संविधान जिसे बचाना है। लालू ने किचन से राबड़ी को मुक्यमंत्री बनाया.
ऐसा नहीं है की बड़े नेता नहीं थे पार्टी में. रघुवंश प्रसाद, शरद यादव, जगदानंद , रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी, पप्पू यादव, राम कृपाल सभी थे. यादव भी थे मुस्लिम भी थे. हर जाति के थे.
पर राबड़ी बानी। स्वामिभक्त जातिवादियों को ख़ुशी हुयी. फिर मौका मिला तो मीसा भर्ती आगे आयी. और अब तो सामने है. तेजस्वी उपमुख्यमंत्री , तेजप्रताप भी मंत्री नेता किसी के सगे नहीं होते.
जब तक जाति है. अनपढ़ लोग है. जब तक हमारा समाज ब्राह्मण को पूज्य और दलित को अछूत मानता रहेगा तब तक ऐसे ही नेता के बेटे मज़े करेंगे. और हम अपने अपने नेता की चमचागिरी समाज का बटवारा कर्म से हुआ था. पर परिवारवाद वहा भी आया. ब्राह्मण पंडित का जाहिल बेटा भी ब्राह्मण बन गया और दलित कर योग्य लड़का भी दलित ही रहा. सोच के देखो यही हुआ न? आज भी हो रहा. कोई प्रदेश उठा लो. हर जगह तुम्हें नेता के बेटे ही दिखेंगे. कितना लिखू जम्मू कश्मीर के अबदुल्ला, महबूबा से हरियाणा के चौटाला, उप के मुलायम बिहार के लालू से ओड़िसा के पटनायक से मुंबई के पवार, ठाकरे से तमिलनाडी के करुणान्दीहि और स्टालिन तक. चलो मुलायम लालू तो फिर भी जमीन से आये थे. अब तो नई पीढ़ी देखा. मायावती आनंद को तैयार कर रही. ममता बनर्जी अभिषेक को. चरण सिंह ने अजीत और अजीत ने जयंत को तैयार किया। शरद पवार ने सुप्रिया सुले, अजीत को. उद्धव ठाकरे। .....
क्या सुनाऊं यार. जाने दो. अरे नेता त्यागी लोग है. हम स्वामी भक्ति करे इसी में भलाई है। राहुल सोनिए राजीव इंदिरा नेहरू कमला मोतीलाल से शुरू हुयी बीमारी कहा तक पहुंच गई
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Mind fresh ho gya
Lalu yadav great polticains in india🇮🇳🇮🇳
तीन प्रमुख कार्यों में एक कार्य और जोड़ लिया जाए पिछड़ा वर्ग गणना कर ली जाए फिर स्पष्टहो जाएगा
The punch line desh me kaun imandar hai kaun nhi torch leke khojna padegaa
Right now. Lalu yadav ji good leaders.
This is real leader 💯👍
लालू जी को सरकार अगर जेल में नहीं डालती तो भाजपा सरकार दोबारा नहीं आती