ईश्वर और उनकी पूजा

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 22 ต.ค. 2024

ความคิดเห็น • 16

  • @AkankshaDwivedi-ov1or
    @AkankshaDwivedi-ov1or 5 หลายเดือนก่อน +1

    बहुत सुंदर प्रस्तुति आदरणीय

  • @sanatani49
    @sanatani49 5 หลายเดือนก่อน +1

    🙏🙏

  • @dineshdubey6942
    @dineshdubey6942 5 หลายเดือนก่อน +2

    Akshaya tritiya ki bahut bahut shubhkamnaye 🙏 😊 aap ko

  • @amoksha26
    @amoksha26  5 หลายเดือนก่อน +1

    कृपया इस वीडियो के सम्बन्ध में अपने विचारों को साझा करें।

  • @rvs682
    @rvs682 5 หลายเดือนก่อน +1

    Aap ko Akshaya tritiya ki shubhkaamnayein 🙏

  • @ajaydube9527
    @ajaydube9527 5 หลายเดือนก่อน

    🙏अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया।
    दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।

    • @amoksha26
      @amoksha26  5 หลายเดือนก่อน

      हां,यह धार्मिक ईश्वर की स्तुति है। नैतिक ईश्वर की नहीं।

  • @nagchannel5298
    @nagchannel5298 หลายเดือนก่อน +1

    परात्पर रूप में साक्षी है, अंतर्यामी रूप में घट घट वासी हैं। 'हाथी के पग नूपुर बाजे सो भी साहब सुनता है ' -कबीर ❤

    • @amoksha26
      @amoksha26  หลายเดือนก่อน

      @@nagchannel5298 धन्यवाद बन्धु!

    • @amoksha26
      @amoksha26  หลายเดือนก่อน

      सर्वं खल्विदं ब्रह्म के माध्यम से औपनिषदिक आचार्यों ने कवीर जैसे लोगों के विचारों का जड़ से समापन कर दिया है। श्रीकृष्ण के विचारों का भी इसी तरह से समापन हो जाता है।

  • @LAXMINARAYAN-hl5xt
    @LAXMINARAYAN-hl5xt 5 หลายเดือนก่อน

    Bahut snder varnan🌷🌷

  • @abhimanyutiwari8884
    @abhimanyutiwari8884 หลายเดือนก่อน

    बहुत बढ़िया प्रस्तुति ।।
    सुनकर बहुत अच्छा लगा ।।
    विषयक अज्ञानता बस चाह कर भी कुछ कमेंट कर पाना मेरे लिए मुसाकिल है 💐🙏🏽

  • @nagchannel5298
    @nagchannel5298 หลายเดือนก่อน

    पूर्णमद: पूर्णमिदं पूर्णात् पूर्ण विमुच्यते।
    पूर्णात् पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते।।
    ब्रह्म प्याज कटने से अपना पूर्व रूप खो नहीं देता है, वह जगत में है और उसके परे भी है। शास्त्रों में ब्रह्म को अंतर्यामी तथा परात्पर दोनों ही कहा गया है।
    जय मां गुरु ❤

    • @amoksha26
      @amoksha26  หลายเดือนก่อน

      @@nagchannel5298 प्याज अपने छिलकों के अतिरिक्त कुछ नहीं है। छिलकों का संघटित रूप ही प्याज है।इसी तरह से यह दृश्यमान और अस्तित्ववान् जगत् परमात्मा ही है।

  • @abhimanyutiwari8884
    @abhimanyutiwari8884 5 หลายเดือนก่อน

    आप को सुनकर बहुत अच्छा लगा ❤
    हम तो अज्ञान बस स्वयं को इतना कमजोर पाते है की इस ब्रहमाण्ड में भगवान या वह परम तत्व जो इस संसार को चलाता है पूजा के माध्यम से अपील कर लिया जाता है की
    जेहि विधि होई नाथ हित मोरा करही सुवेगि दास मंह तोरा 💐🙏🏽

    • @amoksha26
      @amoksha26  5 หลายเดือนก่อน

      धन्यवाद,यही गति हम मानवों की है, किन्तु तथ्य तो इसके विपरीत ही है।