क्या बुद्ध के समय में जातिवाद था | भारत में जातिवाद की शुरुआत | हमारा अतीत | Hamara Ateet |

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  • เผยแพร่เมื่อ 28 ส.ค. 2024

ความคิดเห็น • 171

  • @exactlearner6329
    @exactlearner6329 ปีที่แล้ว +47

    बुद्ध और धम्म को समझने में आपका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। मैं आपका सदैव आभारी रहूँगा। आपका बहुत बहुत धन्यवाद। 🙏🙏

  • @onkarnathverma---3890
    @onkarnathverma---3890 ปีที่แล้ว +25

    बहुत बहुत धन्यवाद.आपने पूर्ण निष्पक्ष होकर ऐतिहासिक जानकारी दी. सभी तथ्य प्रामाणिक हैं. भवतु सब्ब मंगलम्🌷. नमो बुद्धाय🌷🌷

  • @professor_1995
    @professor_1995 ปีที่แล้ว +20

    आपका वीडियो इतिहास की जड़ें खोद देता है । बहुत बहुत आभार 🙏❤️❤️

  • @pravin8609
    @pravin8609 4 หลายเดือนก่อน +3

    आपणे फायदे के लिये ब्राह्मनोने जातिया बनाई हैं इस बात को कोई नकार नहीं सकता🙏

  • @theIndianhistory9999
    @theIndianhistory9999 ปีที่แล้ว +28

    जातियों की उत्पत्ति, मध्यकाल में तेरहवीं चौदहवीं सदी में हूई थी।
    प्राचीन काल में केवल वंश और समूदाय थे।

  • @manojkumaryadav6409
    @manojkumaryadav6409 ปีที่แล้ว +11

    आपने सही कहा कि मुगलों के काल में जातियां बनाई गई।पहले वंशवाद था ।इससे स्पष्ट होता है कि मुगलों के काल में ब्राह्मणों ने जातियां बनाई।

  • @ramkishoremeghwal7171
    @ramkishoremeghwal7171 ปีที่แล้ว +6

    सर, नमस्कार।
    जय भीम, जय भारत।
    आप इतिहास ही नहीं अतीत की प्रमाणिकता
    उजागर कर रहे हैं, यह इतिहास की जानकारी
    ही नहीं,सच्चे भारत के आधार का मिशन है।
    बहुत सुंदर, तार्किक ,प्रमाणिक,अतिउपयोगी।
    जय भीम, जय भारत।

  • @DILIPKUMARSAW6209
    @DILIPKUMARSAW6209 ปีที่แล้ว +11

    आपका हरेक विडीओ बहुत हि अच्छा है,, आपको कोटि - कोटि प्रणाम

  • @purnkamyog3889
    @purnkamyog3889 ปีที่แล้ว +16

    स्वंम फाइयांन ने लिखा जो आपने बताया था कि भारत मे शिल्प का काम करनेवाले को शिल्पकार ही कहते थे न कि कोई जाति थी। आज के सोकोल्ड भारतीय बोद्ध दुसरो की आलोचना में मस्त ह

  • @popatraotadake8642
    @popatraotadake8642 ปีที่แล้ว +8

    आपका प्रोग्राम बहुत विश्वास करनेवाला और सही जानकारीसे युक्त होता है।आपका बहुत बहुत आभार।

  • @navendumishra7639
    @navendumishra7639 ปีที่แล้ว +44

    महात्मा बुद्ध का जन्म उत्तर प्रदेश में ही हुआ था,पिपरहवा स्तूप से बुद्ध के अवशेष मिले हैं उनको लिखा हुआ उनका नाम मिल गया है, आपकी जानकारी बहुत ही अच्छी है यहाँ यूटूब पर एक पक्ष बताता है कि भारत में जातिवाद हजारों वर्षों से था और कोइ बताता है बौद्ध धम्म के बाद आया है परंतु आपने पूरी तरह यह बहस साफ कर दी है धन्यवाद।

  • @user-kg5cs4nu6x
    @user-kg5cs4nu6x ปีที่แล้ว +14

    भगवान बुद्ध सत्य का आग्रह करते हे

  • @jaybhim.m.g4019
    @jaybhim.m.g4019 ปีที่แล้ว +2

    Grat Wark Sir Thanku Sir 🙏🏻💐🙏🏻Namo Budhay 🙏🏻💐🙏🏻Jay Bhim 🙏🏻💐🙏🏻

  • @mountaineagle1355
    @mountaineagle1355 ปีที่แล้ว +3

    बौद्ध धर्म और दर्शन पर आपका ज्ञान अतुल्य हैं।
    आपने बड़े सही ढंग से जो विवेचना की हैं, उसके लिए आपका आभार।
    ऐसा लगता है कि प्राचीन काल में भी जातियां रही हैं।
    किन्तु उनका स्वरूप शुद्ध अशुद्ध ऊंच नीच पर ना हो कर सांस्कृतिक और नृजातीय रहा हैं।
    ऋग्वेद में भी जातियों का वर्णन आता हैं, किन्तु वहां जाति के लिए ऐसे समुदाय चिन्हित किए गए हैं,जो सांस्कृतिक, धार्मिक और एथनिक वैदिक संस्कृति के लोगों से भिन्न रहे हैं।

  • @humbharatkelog4794
    @humbharatkelog4794 ปีที่แล้ว +30

    जब बौद्ध ग्रंथों का अनुवाद ब्राह्मण करेंगे तो अपनी संस्कृति को बुध से पहले ही स्थापित करेगा ना l
    इस बात का कोई प्राथमिक साक्ष्य नही मिला है जिसमें वर्ण या जाति के होने का साक्ष्य हो l
    केवल किताबो में लिखा मिल जाता है वो भी संस्कृत के ग्रंथो में l जो 10 वी शताब्दी के बाद लिखी गई है l
    असोक महान के शिला लिखो में लिखे पाली प्राकृत भाषा को संस्कृत बता कर ब्राह्मण वादी इतिहासकार ने मन मर्जी से लिख दिया l
    देवानांपिये पियेदसी को संस्कृत में ""महामुर्ख"" लिखा गया है l क्या कोई राजा अपने को महामुर्ख कहेगा?
    इसलिये ब्राह्मण दुवारा किये गये बौद्ध ग्रंथो के अनुवाद को सत्य नही माना जा सकता हैं

  • @saddha1
    @saddha1 9 หลายเดือนก่อน +2

    Finally there are Indians like you who are taking a deep dive into Buddhism and Buddhist history.
    Thank you, Thank you!
    Most Indians don’t even know a little about Buddhism. They even say there is no difference between Hinduism and Buddhism.
    There are huge differences.
    Hinduism = mantra Dharma. They have a mantra for everything. Karma is about the next life and not here and now.
    Buddhism is actually Sila/Paramita Dharma where develop our body speech and mind through wholesome actions from body, speech and mind and we try to destroy any past evil karmic fruit by creating good karmic fruit here and now.

  • @vidhansamrat7193
    @vidhansamrat7193 ปีที่แล้ว +42

    हिंदी संस्करण किया किसने शर्मा ने वो तो वर्णव्यवस्था दिखाए गा ही क्योंकि अगर वर्णव्यवस्था थी तो ब्राह्मण भी होंगे तो वो किस लिपि या भाषा मे बात करते थे क्योंकि बोद्ध लिपि पाली थी ओर ब्राह्मणों की देवनागरी

  • @nareshganwre6603
    @nareshganwre6603 ปีที่แล้ว +4

    अबके वर्ण और जातिवाद का भी अलग ही मजा है, परंतु किसी एक सभ्रांत जात को। बाकि तो बस इनके शिकार है।

  • @yogeshdubey8290
    @yogeshdubey8290 ปีที่แล้ว +3

    वर्तमान में जो अपने आप को बहुत ही स्ट कहते हैं आपके इस लेख को सुनना चाहिए और समझना चाहिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद

  • @drmpsinha6461
    @drmpsinha6461 ปีที่แล้ว +22

    This is really a very good analysis of the caste system in India .Indica doesn't mention casteism . All that Megasthanes describes is Das System .But the Indian Das were not like slaves in Europe . Even the Arab treated their Dada's well. Kutubuddin was a slave of Ghoori and Iltutmish of Kutubuddin . This is why historians named this Dynasty Slave Dynasty or Ghulam Vansh. Many, many thanks for enlightening us with facts . Manusmriti was written after the Gupta Period . 🙏🌹

  • @bhartiyaitihasbydr.shatrug1472
    @bhartiyaitihasbydr.shatrug1472 ปีที่แล้ว +2

    बहुत बहुत धन्यवाद।वीडियो तथ्यात्मक है।

  • @RavishKumar-wq1qc
    @RavishKumar-wq1qc 9 หลายเดือนก่อน +2

    बात वही है, उच्च नीच पर तो दुनिया चलती है

  • @ajaymane2224
    @ajaymane2224 ปีที่แล้ว +2

    आपको बहुत बहुत साधुवाद🙏🙏🙏❤❤❤

  • @harishchandramaurya5893
    @harishchandramaurya5893 ปีที่แล้ว +1

    बहुत खुब आपकी. सटीक पुरातात्विक, वैज्ञानिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक, वास्तविक, भासाविद, की जानकारी सभी को जगरूक करेगी

  • @kikum3067
    @kikum3067 ปีที่แล้ว +13

    You are so true sir. Caste discrimination started during Muslim Era....not because of Muslims bit bhramanism has taken its full wings during this time. It incorporated pharsi priests and their customs

  • @arjunghale1456
    @arjunghale1456 ปีที่แล้ว +8

    बुद्ध कालिन के समय मे जाती बाद था ऐसे सुत्राे से पता चलता है , धन्यबाद सर 🙏

  • @investing563
    @investing563 ปีที่แล้ว +15

    महात्मा बुद्ध की जय हो

    • @mindbodybuddha2069
      @mindbodybuddha2069 ปีที่แล้ว +7

      भगवान बुद्ध, ये अकेले थे जिन्हें भगवान शब्द दिया गया था, ब्राह्मण मानसिक अपंग ने भगवान शब्द का ही टुच्चा पन दिखाया नकली धर्म की आड़ में

    • @mindbodybuddha2069
      @mindbodybuddha2069 ปีที่แล้ว +5

      भगवान बुद्ध को महात्मा ना बोलें, महात्मा शब्द ब्राह्मण मानसिक अपंग का दिया हुआ है, आत्मा को आप explain नहीं कर सकते हैं, ऐसा कुछ कभी पैदा ही नहीं हुआ है। भंग अवस्था प्राप्त करके ही बुद्ध भगवान कहलाए थे

  • @samosaeater433
    @samosaeater433 ปีที่แล้ว +6

    Excellent 👍👍

  • @Maurya_warrior
    @Maurya_warrior ปีที่แล้ว +6

    Thanks for introducing a real history 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @narayankushwah1531
    @narayankushwah1531 ปีที่แล้ว +2

    बहुत ही उपयोगी जानकारी

  • @PawanSingh-gv9ih
    @PawanSingh-gv9ih ปีที่แล้ว +2

    बहोत ही महत्वपूर्ण जानकारी 🌄

  • @pradeepshukla6505
    @pradeepshukla6505 ปีที่แล้ว +3

    बहुत संतुलित अध्ययन किया है👌👌👌

  • @kamlakantmourya9672
    @kamlakantmourya9672 ปีที่แล้ว +5

    Good historical knowledge thank you

  • @SantoshKumar-wy9vn
    @SantoshKumar-wy9vn ปีที่แล้ว +6

    This information is very much true from various others books also that Maurya vansh comes from Shakya vansh. Thanks for very detailed information.

  • @bhaskarsuryawanshi4660
    @bhaskarsuryawanshi4660 ปีที่แล้ว +3

    क्षत्रिय होने के साथ शाक्य वंश के साथ भेद के साथ भाव से बौद्ध कालीन विचार और वंशज की पृष्ठी हो रही है !

  • @jayvardhansingh2777
    @jayvardhansingh2777 ปีที่แล้ว +6

    Jai ho samrat suddhodhan .
    Jai ho Maya Devi
    Jai samrat Chandragupta Maurya.
    Jai samrat ashoka mahan Maurya.

  • @sbaba8458
    @sbaba8458 ปีที่แล้ว +3

    अच्छा ज्ञान अर्जित किया है आपने

  • @Ratneshkumar9026t
    @Ratneshkumar9026t ปีที่แล้ว +4

    सर आपने कहा कि मुस्लिम काल में जातियां बनी जातियां किसने बनाई मुस्लिम या या अन्य लोग कृपया बताने का कष्ट करें

  • @theknightsky3834
    @theknightsky3834 ปีที่แล้ว +9

    Shakya log kisan ( Khetiye) the...
    Gautam Buddh khteiye matlab Kisan the..
    Maurya wansh khetiye the aur Shakya wans se nikle the ..
    Samrat Asok ne ye likhwaya bhi tha ki wo bhagwan buddh k wansaj h..
    Aaj k koiri( kushwaha) , Maurya inke hi wansaj h..Jai Samrat Ashok..Namo Buddhay.. 🙏

  • @RV_84
    @RV_84 7 หลายเดือนก่อน +1

    Koi bji samaj discrimination less ho hi nahi sakta...ye kisi na kisi rup m rehya h......hindu ki tarah organized caste discrimination buddha k samay m nahi tha..❤ u sir

  • @Santoshpatel-gj4dx
    @Santoshpatel-gj4dx ปีที่แล้ว +4

    आप महान टीचर हैं सर

  • @dhanrajmohod9334
    @dhanrajmohod9334 ปีที่แล้ว

    आपको बहोत बहोत साधुवाद ! आप सही इतिहास बताते है ! मैने स्वयं भिक्खु ह्युन सांग और भिक्खु फाह्यान के भारत वर्णन पुस्तके पढी ! आप सही सही स्पष्ट करते है ! वास्तविक अनुवादक ठाकुर प्रसाद शर्माने सम्राट हर्षवर्धन प्रणित और आयोजित हर ५ साल कनौजमे मेला का वर्णन "कुंभमेला" जैसा किया हालाकी बौद्ध "भिक्खु" इस शब्दका वर्णन "साधु" ऐसा किया , यह वर्णन बहोत गलत है ! आपने सही सही स्पष्ट किया ! आपको बहोत धन्यवाद..बहोत साधुवाद ..
    नमो बुध्दाय

  • @santanabaghlari2946
    @santanabaghlari2946 ปีที่แล้ว +3

    Dhanyavad sir 👍

  • @dhnanjaymehra7200
    @dhnanjaymehra7200 ปีที่แล้ว +5

    लेकिन सर जी आखिर जातिया तो ब्रह्मणो ने ही बनाई है चाहे मुगलों का समय हो या ब्रह्मणो का समय हो हमे बाँटने का काम तो ब्रह्मणो ने ही किया है

  • @TrishuWanjari
    @TrishuWanjari 10 หลายเดือนก่อน

    आपका हर एक विडियो ज्ञान वर्धक और प्रेरणादायक रहता है 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @vimaldave698
    @vimaldave698 ปีที่แล้ว

    Aap ka is VDO ke liye bahot hi Dhanyawad.....jo ghatnae is VDO me aapne batayi hai uska thoda anumanit kal//samay bhi batae to hame aur bhi anand ayega...we also enjoy informative comments....very Nice VDO.... Thanks.Good Luck

  • @surajravan4590
    @surajravan4590 ปีที่แล้ว +1

    Love you sir 💖💖💓💖💓💖💓💖

  • @sofiagajbhiye398
    @sofiagajbhiye398 ปีที่แล้ว +9

    Namo buddhy jay bheem

  • @jagbirsingh9900
    @jagbirsingh9900 ปีที่แล้ว +1

    excellent

  • @James-Prinsep
    @James-Prinsep ปีที่แล้ว +5

    Brahmin kahania likhney mey mahir hai
    Agar buddhism mey jativad hota toh Tibat china burma laos combodia japan mey bhi jativad hota.
    Brahmin hi jativad ka mata pita hai

  • @rehanahmed2331
    @rehanahmed2331 ปีที่แล้ว +6

    दुनिया के सभी धर्म मजहब रिलीजन में जातिवाद उच्च नीच भेद भाव नस्लवाद फिरका परस्ती होता है। चाहे लोग माने या ना माने या एक कड़वा सत्य है।

  • @jayvardhansingh2777
    @jayvardhansingh2777 ปีที่แล้ว +2

    Very very very Nice videos

  • @chiragkhare7777
    @chiragkhare7777 ปีที่แล้ว +1

    Very nice video ❤❤❤❤❤❤❤

  • @sahabsingh6167
    @sahabsingh6167 ปีที่แล้ว +1

    Very nice

  • @vishnumeena2976
    @vishnumeena2976 ปีที่แล้ว +1

    Good job aapke video bhut gyan vardak he ek din aap bhut age bdoge

  • @vilasbankar229
    @vilasbankar229 ปีที่แล้ว +1

    Most knowledgeable
    Thanks

  • @asvijayghote5120
    @asvijayghote5120 ปีที่แล้ว +8

    muslim kaal me hi bramhano ne manusmriti Ramayan Mahabharat likhi thi isliye jatiya muslim kaal me hi bani par jatiya muslimo ne nahi bramhano ne banai thi khud ko shresht sabit karne ke liye

  • @marutijadhav7752
    @marutijadhav7752 ปีที่แล้ว +2

    Very nice information sir....

  • @CkP-xk5lw
    @CkP-xk5lw ปีที่แล้ว +1

    वंशवाद ही जातिवाद है जातिवाद अत्यंत प्राचीन है वर्णाश्रम भी जातिवाद की उत्पत्ति का कारण है

  • @kkpisda5216
    @kkpisda5216 ปีที่แล้ว

    बेहतरीन जानकारी

  • @SSC-wf9uc
    @SSC-wf9uc ปีที่แล้ว

    Thanku sir 🙏🙏🚩🙏 Jai shree Ram

  • @Goshtpaishachi09
    @Goshtpaishachi09 ปีที่แล้ว +1

    बाबासाहेब आंबेडकर जी के पुस्तक "बुद्ध और उनका धम्म" इस पुस्तक मे बुद्ध के समय पुरोहित, ब्राह्मण और वर्णवाद था ये लिखा हुआ है. कृपया इसपे प्रकाश डाले.

  • @sahaastitv6298
    @sahaastitv6298 ปีที่แล้ว +1

    अभी और शोध की जरूरत है। वैसे आप सही दिशा में है।

  • @bhayramyadav8433
    @bhayramyadav8433 ปีที่แล้ว +3

    इसका अनुवाद करने वाले ने निम्न कुल के स्थान पर शूद्र लिख दिया होगा क्योंकि इनकी तो आदत ही है वैदिक काल की बातों को कहीं से कहीं से स्थापित करने कि जब वर्ण व्यवस्था थी नहीं तो शुद्र कहां से आ गया

  • @satbirsingh1791
    @satbirsingh1791 ปีที่แล้ว +1

    Bilkul sahi

  • @mahendraghuniyal7117
    @mahendraghuniyal7117 ปีที่แล้ว +6

    Jay Bhim namo bhudaa

  • @chandrashekhermaurya
    @chandrashekhermaurya ปีที่แล้ว

    Amazing

  • @sidhantkamble5191
    @sidhantkamble5191 ปีที่แล้ว +6

    Sir muje iss mai koi castism nahi lag because it's more like if you are indian and you married with Pakistani women then your own family will not accept you, It's more like that. BTW beautiful information 🙏🏻. Sir Please make a video on Aryan invision and uss ke last mai aap batavo ki Aryan invision/migration such Mai huva thaa ki nahi. 🙏🏻

    • @sidhantkamble5191
      @sidhantkamble5191 ปีที่แล้ว +2

      @@HamaraAteet thanks sir, your video's really help's me 🙏🏻. I am UPSC aspirant. And there are some loopholes in UPSC history syllabus too.

  • @sanjaytyagi5300
    @sanjaytyagi5300 ปีที่แล้ว +4

    मोर पालने का काम ? मोर क्या दूध देते थे

  • @anuradhaaher2157
    @anuradhaaher2157 ปีที่แล้ว +1

    आपणे जिन किताबोंका जिक्र किया है. वो कहा मिलेगे और कौनसा प्रकाशन और लेखक के किताब जादा विश्वसनीय है... कृपया बता दिजीये.

  • @RajeevRanjan-uk6bx
    @RajeevRanjan-uk6bx ปีที่แล้ว +19

    बुद्ध और ब्राह्मण --
    मान्यता अनुसार जब सिद्धार्थ ( गौतम बुद्ध) पैदा हुये, 8 ब्राह्मण विद्वान दरबार मे आये। 7 ने बताया कि ये या तो चक्रवर्ती राजा बनेगें या बहुत बडे सन्यासी।
    और एक कोनडान्ना (कौन्डण्य) नामक ब्राह्मण घोषणा करता है कि ये बहुत बडे सन्यासी ही बनेगे और बुद्धत्व को प्राप्त करेंगे।
    जातक बताती है कि गौतम बुद्ध से पहले सात ब्राह्मण बुद्ध हो चुके है। जिनके नाम है दीपांकर, मंगला, रेवता, अनोदस्सी, काकूसंध, कोणगमन और कश्यप ।
    जातक के अनुसार ही गौतम बुद्ध से अगले बुद्ध मैत्रेय नामक ब्राह्मण बनेंगे ।
    जातक के अनुसार ही गौतमबुद्ध की जन्मस्थली का नाम ब्राह्मण सामाख्य मुनि कपिल के नाप पर कपिलवस्तु था/ है।
    बौद्ध ग्रंथो मे
    अनन्त ब्राह्मण सुत्ता, अन्नत्र सुत्ता , कंकी सुत्ता, एसुकारी सुत्ता, जनुसोनी ब्राह्मण सुत्ता, गणकमोघल्लन सुत्ता, पच्चभुमिका सुत्ता, सलेय्यक सुत्ता आदि ब्राह्मणो को डेडिकेटिड है ।
    इसके अलावा धम्मपद जोकि गौतम बुद्ध को खुद की वाणी मानी जाती है, का एक पूरा अध्याय ब्राह्मणो की स्तुति को समर्पित है , ब्राह्मण वग्गो ।
    मज्जहिम निकाय मे बुद्ध ब्राह्मणो की पांच विशेषताये सत्य, तपस, ब्रह्मचर्य, अज्जहेना ( अध्ययन) और त्याग बताकर उन्हे प्रेरित कर रहे है।
    अस्सालयन सुत्त गौतम बुद्ध लोगो की कर्म द्वारा सर्वश्रेष्ठ केटेगरी को ब्राह्मण बताते है।
    नागसेन की मिलिन्द पोह मे एक कहानी अनुसार गौतम बुद्ध खुद को कर्मो से एक ब्राह्मण बताते है।
    विनय पिटक के महावग्ग सेक्शन मे गौतम बुद्ध बताते है कि वेद दस ब्राह्मण ऋषियों द्वारा दिये गये थे शुद्ध थे, असली थे पर बाद के पुरोहितो ने इसमे बदलाव कर दिया है।
    दस वैदिक ऋषियों के नाम जो बुद्ध ने बताये थे है अत्रि ( अत्तको), वामको, वामदेव, विश्वामित्र ( वस्समित्तो), जामदग्नि (यमतग्गी), अंगरसो, भारद्वाज, वशिष्ठ, कश्यप और भ्रगु है।
    बुद्ध के सभी प्रमुख शिष्य ब्राह्मण है।
    सारी बुद्ध फिलोसफी के रचनाकार ब्राह्मण है।
    सभी बुद्ध ग्रंथो के लेखक ब्राह्मण है। बुद्धिजम के सभी प्रचारक ब्राह्मण है।
    बुद्धिज्म के लिये लोजिक और शास्त्रार्थ करने वाले ब्राह्मण है।
    बुद्ध के पांच सबसे पहले शिष्य ब्राह्मण है।
    जिनमे अश्वजीत ( अस्सजी) प्रमुख है इनके पिता बुद्ध के लिये घोषणा करने वारे 8 ब्राह्मणो मे एक थे ।
    अश्वजीत से सुनकर बुद्ध तक पहुचे और उनके प्रिय शिष्य बने सरिपुत्र जोकि अभिधंम फिलोसीफी के फान्डर है ब्राह्मण थे ।
    मुद्गलयान ब्राह्मण है। ये दोनो बुद्ध के सबसे शुरूआती शिष्यो मे है।
    बुद्धिजम की महायान फिलोसी का फाऊन्डर कश्यप है जोकि ब्राह्मण है।
    बुद्धिजम की थेरवाद फिलोसिफी के प्रवर्तक नागार्जुन और अश्वघोष ब्राह्मण है।
    वज्रयान बुद्धिजम के संस्थापक बुद्धघोष वो ब्राह्मण है।
    तिब्बती बुद्धिजम के प्रवर्तक पदमसंम्भव वो ब्राह्मण है।
    जेन बुद्धिजम का फाउन्डर बोधिधर्म वो भी ब्राह्मण है।
    कुंग फू स्कूल का संस्थापक कुमारजीव वो भी ब्राह्मण है।
    बोधिधर्म और कुमारजीव ये दोनो बुद्धिजम को चीन मे पहुचाने वाले माने जाते है।
    आर्यदेव जोकि वास्तव मे श्रीलंका मे बुद्धिज्म को पहुचाने वाले है जिन्हे वहां बोधी देव के नाम से भी जाना जाता , वे भी ब्राह्मण थे।
    नागसेन जिसका मिलिन्द पोह है जिसे ग्रीक राजा मिलिन्द को बुद्धिजम दीक्षित किया था माना जाता है वो ब्राह्मण है। इन्होने ही सबसे पहले बुद्धचरित्र लिखा है।
    शान्तिदेव जिन्होने बोधीसत्व का तरीका बताया, वे भी ब्राह्मण है।
    धर्मकीर्ति ( ये कुमारिल भट्ट जोकि भारत से बुद्धिज्म को खत्म करने के सबसे बडे कारण माने जाते है, के भतीजे थे) ने बुद्धिजम के लिये तर्कशास्त्र की रचना की।
    बुद्धिजम मे वास्तव मे बुद्ध तो काल्पनिक पात्र है। बुद्ध भोतिक रूप मे कुछ है ही नही। ये तो बोध ( ज्ञान की एक अवस्था) है जिसके मानवीयकरण को केन्द्र मानकर सबकुछ ब्राह्मणो द्वारा रचा गया है। यहां तक कि धम्मचक्र और चार आर्य सत्य भी बुद्धिज्म मे ब्राह्मणो की ही देन है एसा विद्वानो द्वारा माना जाता है।
    बुद्धिजम तो प्योर ब्राह्मण फिलोसिफी जोकि वेदो की सर्वोपरिता के अंतर को लेकर पैदा हुई।
    भारत मे बुद्धिजम को बनाये रखने के लिये लडने वाले, शास्त्रार्थ करने वाले, उसके लिये फिलोसीफी रचने वाले भी ब्राह्मण थे और बुद्धिजम के खिलाफ भी तर्क रचने वाले, फिलोसीफी लिखने वाले, इसे आत्मसात करने वाले भी ब्राह्मण थे। आद्य पर्यंत तक बुद्धिज़्म को आधार देने वाले राहुल सांकृत्यायन भी ब्राह्मण ही थे । बुद्ध के मित्र प्रसिनेदि भी ब्राह्मण थे । तक्षशिला के सभी शिक्षक भी ब्राह्मण ही थे ।

  • @rkgoliya3529
    @rkgoliya3529 5 หลายเดือนก่อน +1

    Ashthat Muni par ek video banaye yeh Ashthat Muni kon tha kaha se bilong karta tha eshka actually history bataya budhha ke time yeh kya tha

  • @shaileshjain8361
    @shaileshjain8361 ปีที่แล้ว +7

    bhagwan budh ki samay jain dharm ka varchav tha shraman shaskriti ka bolbala tha varn vyavastha ko nahi mante thi samanta thi brahmanwad 12 vi Satabdi mi shankaracharya dura failaya gayi us ki bad brahmano ni uch nich bhedwav pakandwad failaya

  • @webwithkdr9246
    @webwithkdr9246 10 หลายเดือนก่อน

    Bahut best history batate ho ap Bhai I am bigg fan of you bro koliya vansh ka bhi itihas btao or unhe aj kin namo se Jana jata he yah bhi mene suna he Rajendra Prasad Singh ji ki book me ki prachin KOLIYA vansh aj koli kori ke naam se Jana jata he kya sahi he?

  • @vinodparmar8412
    @vinodparmar8412 ปีที่แล้ว

    सर मुझे बताए की जब मोगल काल में जाति बनाई गई तो रामायण और महाभारत कब हुवा और उसी समय कौनसी लिपि थी उस पर जरूर वीडियो बनाए

  • @kabirsahab5553
    @kabirsahab5553 5 หลายเดือนก่อน +1

    kori jati pe video banao please

  • @parameshwartandia8286
    @parameshwartandia8286 ปีที่แล้ว +1

    महोदय, यह प्रश्न है की आपने एक वीडियो में बताया की 10 वीं शताब्दी से पहले भारत में जातिवाद नहीं थी । फिर तैमूर ने कौन शूद्रों को मुस्लिम बनाया ? कृपया इस पर थोड़ा सा प्रकाश डालने की कृपा करें ।

  • @dhirajmakwana3214
    @dhirajmakwana3214 ปีที่แล้ว +2

    Namo Buddhaay jai Baba Saheb Bhimrav ka Likha Huva jai Savidhan Namo Buddhaay

  • @mangalsain6789
    @mangalsain6789 8 หลายเดือนก่อน

    good revealation of castism system in India.

  • @boomboom9768
    @boomboom9768 ปีที่แล้ว +2

    BUDDHA WAS KSHATRIYA...THAT WHY HE FIGHT FROM INJUSTICE OF BHRAMAN...
    🥰🥰🥰🥰🥰🥰

  • @rajveerbrar1488
    @rajveerbrar1488 ปีที่แล้ว +1

    aap jis book ka vrnn diya h vo brahmn ki likhi h

  • @BalvirSingh-fg8fs
    @BalvirSingh-fg8fs หลายเดือนก่อน

    धानुक/ कठेरिया का इतिहास बताने की कृपा करे

  • @user-dr3wc7pu2u
    @user-dr3wc7pu2u ปีที่แล้ว

    Aapka Itihaas ko ठीक-ठीक batane ka tarika mujhe bahut pasand Aaya aap Sindhu sabhyata Se Lekar murekaal ke bich ka aur Saccha Itihaas khojne Khoj kar batane ki koshish karen ek baat hai jativad Nahin gana chinh totam rahe hain

  • @satypalkushwaha2015
    @satypalkushwaha2015 2 หลายเดือนก่อน

    श्रीमान आप अपना सरनेम् बता दो वही से समझ आ जाएगा कि आप क्या करना चाहते है

  • @ambition9460
    @ambition9460 ปีที่แล้ว +3

    Muslim shasankaal me aisa kya hua tha sir jo itni jatiya bharat me bat gayin kya aap bata sakte hain

  • @satishchandra...7727
    @satishchandra...7727 ปีที่แล้ว +1

    ह्वेनसांग ने वैदिक लोगों के बारे में कुछ लिखा है

  • @Himyug859
    @Himyug859 ปีที่แล้ว +2

    मगस्तिनीज ने सिर्फ बुद्धा का विवरण दिया है क्यों?

  • @himanshuusain
    @himanshuusain ปีที่แล้ว +1

    Thankyou

  • @jykhandagale9281
    @jykhandagale9281 8 หลายเดือนก่อน

    Chandal matang Jati par video banaiye

  • @bibhisannaik8318
    @bibhisannaik8318 ปีที่แล้ว +4

    BUDHA KE SAMAY ME JATIBAD NAHI THA

  • @RakeshKumar-dk2zt
    @RakeshKumar-dk2zt ปีที่แล้ว

    Varn ka aavishkar kab huaa sir ji? Vans se pahle ya bad me? 👍

  • @happy4981
    @happy4981 ปีที่แล้ว +1

    बुद्ध आणि धम्म book. लेखक बी, आर, आंबेडकर ,मेड इन ताइवान ये बुक है ,हिंदी इ इंग्लिश

  • @voicesms
    @voicesms ปีที่แล้ว +3

    Maurya Shakya Kushwaha belongs to same

  • @belgurung7307
    @belgurung7307 ปีที่แล้ว +2

    Buddha is born in Nepal only

  • @MadmaxGXD
    @MadmaxGXD ปีที่แล้ว

    Sir kaharavel or satbahan ke upar video baniye

  • @jykhandagale9281
    @jykhandagale9281 8 หลายเดือนก่อน

    Lalitvisatar granth me kosal vansh ko matang jati ka vansh

  • @user-kt6uv6rp3i
    @user-kt6uv6rp3i ปีที่แล้ว +1

    ब्राम्हण अपने आप को अहंकार से आर्य कहते थे आर्य का मतलब बड़ा होता है और याँह के लोगो को राक्षस कहकर अपमानित किया और खूब अत्याचार कीया था आप को शर्म नही आते

  • @ABC-xu9qp
    @ABC-xu9qp ปีที่แล้ว +2

    Caste system. Musalman brahman aur rajputon ki den hai.

  • @kikum3067
    @kikum3067 ปีที่แล้ว

    Is there any english translated van szang book available in India? Any Hindi translated book written by non- bhrahman author?

  • @user-dj5jo6uw4s
    @user-dj5jo6uw4s 2 หลายเดือนก่อน

    वर्ण बौद्ध के समय भी थे बस ब्राह्मण की जगह छत्रीय श्रेष्ठ थे।