माता का जगराता करने वाले पुजारी ही कृष्ण की रासलीला का प्रदर्शन करते हैं अगर उन पुजारीयों को ही समझा कर सब बंद करवाया जाए तो लोगों की समझ में कुछ बदलाव आ सकता है।🙏🙏🙏🙏
भगवान श्री कृष्ण एक हि पत्नी माता रूकमणि जी | लेकिन इन #पुराणो #मनुस्मृति कि वजह से बहुत नुक्सान बेजजति होती जिसे ना माने | #वेद #गीता को माने । समय को देखते #पशुपालन कम करे । ओऊम्
महाराज जी एक बार मैंने किसी से कहा कि रुक्मणी श्री कृष्ण की पत्नी थी राधा नाम की कोई प्रेमिका नहीं थी ,तुम क्यों श्री कृष्ण जी का बदनाम कर रहे हो तो कोई मानने के लिए तैयार ही नहीं हो रहा था उन्होंने कहा कि तो फिर हर मंदिर में श्री कृष्ण के साथ राधा की ही फोटो क्यों होती है 😢
उन पर प्रभुता छाई हुई है राधा की जैसे साई की प्रभुता छाई हुई है तथाकथित हिंदू समाज पर हमारी भी कई बार लोगों से इस विषय में बात हो चुकी है उन लोगों ने विरोध कर दिया हमारी बात का और हमारी आलोचनाय करना शुरू कर दी
कल्पनाओं का न तो कोई आधार होता है और न ही वो प्रमाणिक होते हैं ये कल्पना का ही रूप है जहाँ हमारे महापुरुषों को 4 हाथ वाला आठ हाथ वाला सुअर के मुख वाला गधे के मुख वाला हाथी के मुख वाला आदि आदि बनाया है अब इस बात का क्या प्रमाण है कि जो श्रीकृष्ण का मूर्ति के साथ में जो स्त्री की मूर्ति है वह रुक्मणी की है या राधा की है जिसको समझना ही नहीं है जिसके बुद्धि में ताला लगा हुआ है जो हठी है दुराग्रही है जो सत्य को ग्रहण करना ही नहीं चाहता ऐ असत्य को छोड़ना ही नहीं चाहता उसको समझाना कठिन है। श्रीकृष्ण के विषय में हमें पता चलता है तो महाभारत से पता चलता है और महाभारत में श्रीकृष्ण ऐसा कोई चरित्र नहीं है ये जो सारी कल्पनाएं है ये सब तो भागवत आदिपुराण और उसके अनुसार अन्य छोटे छोटे पुस्तिकाओं का आधार बनाकर व्यापारियों (तथा कथित कथाकार धर्माचार्य )ने अपना धंधा चमकाने के लिए लाल पीली माथे पर रेखाएं डाल लोगों का धन तन और मन हरने के लिए बनाए हैं।
स्वामी सचिदानंद जी नमस्ते। स्वामी दयानंद जी सरस्वती अमर रहे। आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद। ॐ ॐ जय जय जय जय राम।
ॐ नमःशिवाय
स्वामी जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं 🙏🏻🚩🕉️
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय
श्रद्धेय स्वामी जी सादर प्रणाम
ओम् नमस्ते आचार्य जीं जय सनातन
Apke baate sunkar asant man sant ho jata hai
Aaderney swami ji sader namaste ji 🙏 bhut bhut danyabad ji bhut achi jankari di swami ji 🙏
स्वामीजी आपको सादर प्रणाम आपने बिल्कुल सही कहा है.
Om Sachidanand
जय भारत
Excellent Video
Bahut bahut dhanyawad Guru Ji
🕉🕉🕉🙏🏿🙏🏿🙏🏿
Very good knowledge
Namaste G
माता का जगराता करने वाले पुजारी ही कृष्ण की रासलीला का प्रदर्शन करते हैं अगर उन पुजारीयों को ही समझा कर सब बंद करवाया जाए तो लोगों की समझ में कुछ बदलाव आ सकता है।🙏🙏🙏🙏
सनातन (वैदिक)धर्म में मूर्ति पूजा और अवतारवाद नहीं है, मनगढ़ंत कहानियां बनाई और सनातन को क्षति पहुंचाई
😊
Dr ni
90%hindu convert hone wale h jaldi hi jansakhya kanoon jab ayega tab ayega
Shiv ki Mata ji ka kya name tha Arya ji
Arya smaj founded under the influence of british..
भगवान श्री कृष्ण एक हि पत्नी माता रूकमणि जी |
लेकिन इन #पुराणो #मनुस्मृति कि वजह से बहुत नुक्सान बेजजति होती जिसे ना माने |
#वेद #गीता को माने ।
समय को देखते #पशुपालन कम करे ।
ओऊम्
Manusmriti mai Kuch milawat kari gyi Thi.
Vishuddha Manusmriti Bohot Achhi Pustak hai.
महाराज जी एक बार मैंने किसी से कहा कि रुक्मणी श्री कृष्ण की पत्नी थी राधा नाम की कोई प्रेमिका नहीं थी ,तुम क्यों श्री कृष्ण जी का बदनाम कर रहे हो तो कोई मानने के लिए तैयार ही नहीं हो रहा था उन्होंने कहा कि तो फिर हर मंदिर में श्री कृष्ण के साथ राधा की ही फोटो क्यों होती है 😢
उन पर प्रभुता छाई हुई है राधा की जैसे साई की प्रभुता छाई हुई है तथाकथित हिंदू समाज पर हमारी भी कई बार लोगों से इस विषय में बात हो चुकी है उन लोगों ने विरोध कर दिया हमारी बात का और हमारी आलोचनाय करना शुरू कर दी
कल्पनाओं का न तो कोई आधार होता है और न ही वो प्रमाणिक होते हैं ये कल्पना का ही रूप है जहाँ हमारे महापुरुषों को 4 हाथ वाला आठ हाथ वाला सुअर के मुख वाला गधे के मुख वाला हाथी के मुख वाला आदि आदि बनाया है अब इस बात का क्या प्रमाण है कि जो श्रीकृष्ण का मूर्ति के साथ में जो स्त्री की मूर्ति है वह रुक्मणी की है या राधा की है जिसको समझना ही नहीं है जिसके बुद्धि में ताला लगा हुआ है जो हठी है दुराग्रही है जो सत्य को ग्रहण करना ही नहीं चाहता ऐ असत्य को छोड़ना ही नहीं चाहता उसको समझाना कठिन है। श्रीकृष्ण के विषय में हमें पता चलता है तो महाभारत से पता चलता है और महाभारत में श्रीकृष्ण ऐसा कोई चरित्र नहीं है ये जो सारी कल्पनाएं है ये सब तो भागवत आदिपुराण और उसके अनुसार अन्य छोटे छोटे पुस्तिकाओं का आधार बनाकर व्यापारियों (तथा कथित कथाकार धर्माचार्य )ने अपना धंधा चमकाने के लिए लाल पीली माथे पर रेखाएं डाल लोगों का धन तन और मन हरने के लिए बनाए हैं।
जब भगवान शिव को मानते हो तो बैनर पर उनकी तस्वीर क्यों नहीं लगवाते हो , क्या केवल दयानंद सरस्वती ही एकमात्र महापुरुष हुए वैदिक संस्कृति में ।
Shiv ki tasveer hai tumhre pas
Hindu log maya main hi ulagh ker rah gye bus
Hindu samaj ke hi log galt bhajan boltey hai .khud kuch nhi sochtey ki kya bol rhe hain
Aary samaj Yogi Raj Shri Krishna Ko manta to jen muni Sagar Ko apane manch par shri krishna ka apman sahan nahi Karta
Jain Muni toh Jo kitab me likha vo kha...tumhare kathavachak kha hai
Jay Mata Ki 🙏🌹
यह गलत बात है एक आदमी ने कहा था अल्लाह सूअर था तो क्या अल्लाह सूअर हो गया यह गलत बात है