"ढोल गवाँर सूद्र पसु नारी" चौपाई का सही अर्थ? आचार्य अंकित प्रभाकर

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  • เผยแพร่เมื่อ 6 ต.ค. 2024
  • प्रभु भल कीन्ह मोहि सिख दीन्हीं। मरजादा पुनि तुम्हरी कीन्हीं॥
    ढोल गवाँर सूद्र पसु नारी। सकल ताड़ना के अधिकारी॥3॥
    भावार्थ:-प्रभु ने अच्छा किया जो मुझे शिक्षा (दंड) दी, किंतु मर्यादा (जीवों का स्वभाव) भी आपकी ही बनाई हुई है। ढोल, गँवार, शूद्र, पशु और स्त्री- ये सब शिक्षा के अधिकारी हैं॥3||
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ความคิดเห็น • 2K

  • @santoshmishra7152
    @santoshmishra7152 11 หลายเดือนก่อน +16

    बहुत सही व्याख्यान आपने किया बिल्कुल सत्य बात❤

  • @rammurtichaurasia9801
    @rammurtichaurasia9801 ปีที่แล้ว +12

    आपने ताड़ना का सही अर्थ तर्कसंगत ढंग से अवगत कराया है आपने ढोंगी लोगो का पोल खोल कर लोगों को सही जागरूक करने का काम किया है लोगों को अंधेरे से प्रकाश मे ले जाने का बहुत अच्छा काम किया कोटि कोटि आभार के साथ धन्यवाद

  • @kalyandasshastri7719
    @kalyandasshastri7719 ปีที่แล้ว +32

    नीच वे सब हें जो मर्यादा का पालन नहीं करते चाहे किसी भी जाति का हो.

    • @ramnathdas2248
      @ramnathdas2248 ปีที่แล้ว +1

      Samaj de dekha jata ki brahman rajputra ke alawa sab nich h.bhed vav ka shabad h

  • @yogaaerobicsparamaanand534
    @yogaaerobicsparamaanand534 3 หลายเดือนก่อน +2

    ऐक महान सत्य शोधक भारत के गर्व स्वामी दयानंद का उपहार, बहुत ही सराहनीय

  • @Vallabhbhai-p7v
    @Vallabhbhai-p7v 14 วันที่ผ่านมา

    🎉अती उत्तम बाते बतादिहै आप महानुभाव ने हम आपके ऋणी रहेंगे
    गुजरात से वल्लभ भाई

  • @rampraveshbharati7279
    @rampraveshbharati7279 11 หลายเดือนก่อน +15

    आपने सही बताया तराना का अर्थ पीटना है बहुजन समाज के विरोध को देखते हुए अलग अलग अर्थ बताकर जनता को गुमराह करते है

  • @navinkumar3728
    @navinkumar3728 ปีที่แล้ว +3

    आपने नारी के सम्बन्ध में:-तुलसी दास के विवादित चौपाई के संदर्भ में आपकी ब्याख्या एक सराहनीय प्रयास है।

  • @kishorechandrahota9504
    @kishorechandrahota9504 11 หลายเดือนก่อน +5

    प्रणाम आचार्य जी मुझे लगता है कि यह सटीक विश्लेषण है। हो सकता है उस समय यही प्रचलित हो. ॐ नमः शिवाय 🙏

  • @vishudeopandit69
    @vishudeopandit69 13 วันที่ผ่านมา

    Parnam..sir.aap..ke..bichar..se.sahamat.hun.nalanda❤❤

  • @KartikSingh-zp5mu
    @KartikSingh-zp5mu 3 หลายเดือนก่อน +2

    बहुत ही अच्छा है भाई आप सही कह रहे है ताड़ना मतलब देखना ही होता है हर हर महादेव जय श्री राम 🚩🚩🚩

  • @bhogeeprasad5804
    @bhogeeprasad5804 ปีที่แล้ว +5

    नमस्ते जी 🙏 सम्पूर्ण सत्य वैदिक विचारधारा पर आधारित सन्देश उत्तम विचार प्रस्तुति

  • @mahipalsharma6235
    @mahipalsharma6235 10 หลายเดือนก่อน +6

    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति और समझाया आपने श्रीमान जी।❤

  • @nandrampal3983
    @nandrampal3983 ปีที่แล้ว +36

    आपने चौपाई का बिल्कुल सही अर्थ निकाला है 🙏 ताड़ना का अर्थ पीटना ही होता है

    • @Hanuman_Verma_up42
      @Hanuman_Verma_up42 ปีที่แล้ว

      गंवार को पीटने से सही हो जायेगा

    • @rohtashkumar1587
      @rohtashkumar1587 ปีที่แล้ว

      Sir kya tulasi Das ji padhe likhe the ?

    • @MehulsumraSumra-zr9fp
      @MehulsumraSumra-zr9fp ปีที่แล้ว

      मन बुद्धि

    • @ushanair2266
      @ushanair2266 ปีที่แล้ว

      Seekh dena ye arath hai 🕉️🙏🕉️

    • @ushanair2266
      @ushanair2266 ปีที่แล้ว

      Parkhna bhi ho sakta hai 🕉️🙏🕉️

  • @chhavichourasiya9439
    @chhavichourasiya9439 3 หลายเดือนก่อน

    ज़यश्रीराम सही बात करने के लिए

  • @kanyakubjbrahmmanmahasabha3986
    @kanyakubjbrahmmanmahasabha3986 11 หลายเดือนก่อน +3

    नारी भारतीय समाज की महत्वपूर्ण अंग हैं
    सुसंस्कृत मॉ ही अपने वच्चो को अच्छे नागरिक वनाने के लिए तैयार कर सकती है नारी का वचपन में पिता जवानी में पती
    वृद्धावस्था में पुत्र असामाजिक तत्व से
    ध्यान रखता है

  • @rajsaurya7948
    @rajsaurya7948 ปีที่แล้ว +10

    बिलकुल सही कहा आपने श्रीमान जी
    सनातनी हिन्दू जिस दिन सत्य स्वीकार करना सीख लेंगे और पूर्वाग्रह त्यागकर अध्ययन या अध्यापन करने लगेंगे, उसी दिन से सभी सनातनी एकजुट होने लगेंगे। धन्यवाद आपका इस दिव्य प्रस्तुति के लिए ।

    • @AnilKumar-zw7qw
      @AnilKumar-zw7qw ปีที่แล้ว

      Aap sahi hai kyo ki 1500 me nari aur sudra Inka yahi hal tha enko siksha lagu nahi thi

    • @VijayKumar-gk7ro
      @VijayKumar-gk7ro ปีที่แล้ว +1

      Yah chaupaie sarasar galat hai aur aap apna ulloo Sudha Kar Rahe hai

    • @VijayKumar-gk7ro
      @VijayKumar-gk7ro ปีที่แล้ว +1

      Yah chaupaie isliye galat hai kyoki sare shudra aur sari nariya ek Saman Nahi Hoti hai ratha sab ke sab Brahman Kshatriya vaisy jati ek Saman Nahi Hoti hai kya ve log shiksha Tanana aur dekhana ke adhikari Nahi hai? Yah chaupaie dalit shudra nari virodhi hai

    • @premgarg1865
      @premgarg1865 11 หลายเดือนก่อน

      Tadna ka mtlb smj kar atend karna h ye toh arya smaj murti pooja ko nahi maanta ush trust ka aadmi h ye chopai ka glut arth bta raha h

    • @premgarg1865
      @premgarg1865 11 หลายเดือนก่อน

      Ravan ki death per jo chopai h mandodri ur tadna krahi vidi nana, ish arya smaj ke aadmi ne kaha , ur tadna mtlb sina pitne lagi, ye gult btaya h, sahi ye h mandodri dil ko kai trh se smj rahi h ur tadna mtlb sina pitna nahi hota, ur tadna mtlb dil ko smjana hota h

  • @neelkumarotti
    @neelkumarotti ปีที่แล้ว +10

    कनक कनक ते सौ गुनी , मादकता अधिकायी ,व पाये बौराए नर , व खाये बौराए , सभी कहें गये प्रकरण में अलग अलग अर्थ होगा , । सूर् सूर्य तुलसी शशि उदगन केशव दास , अबके कवि खगोत सम ,जहां तह करत प्रकाश ।

  • @sanjaymuneshwar2335
    @sanjaymuneshwar2335 ปีที่แล้ว +14

    देखना शब्द का प्रकरण से कोई संबंध नही, सही अर्थ डाटना उपेक्षा करना, धमकाना, वश मे रखना , पिटना , ये अर्थ ही निकलते है, अब तुलसीदास को विवाद से बचाने के लिये पुरे समर्थक सफाई दे रहे है,

    • @sachinpatel9110
      @sachinpatel9110 11 หลายเดือนก่อน

      Tadna ka ek hi Arth hai pitna

    • @khageshkumarpatel6754
      @khageshkumarpatel6754 11 หลายเดือนก่อน

      ​@@sachinpatel9110कैसे कह सकते हो हिंदी में एक शब्द के अनेक अर्थ होते है पढ़े हो कभी

  • @jawaharrajwade4242
    @jawaharrajwade4242 28 วันที่ผ่านมา

    Thank you sir for meaning ofTadna

  • @kamleshmishra4917
    @kamleshmishra4917 5 หลายเดือนก่อน +1

    Acharya ji, aapka kathan satya hai tadna ka arth peetna hi hai lekin wah dust logon ke liye hai chahe wah purush ho chahe woh naree jaise manthra.

  • @yashmittal5190
    @yashmittal5190 ปีที่แล้ว +6

    Highly balanced interpretation.
    Bhagwa shud b educated properly

  • @rsrawat4280
    @rsrawat4280 ปีที่แล้ว +11

    JAI SRI RAM. VERY NICE ANALYSIS. THANKS PANDIT JI.BAHUT BAHUT PRANAM.

    • @sureshnarayandubey4507
      @sureshnarayandubey4507 ปีที่แล้ว

      Thoda akhar Gyan hokar gyni ho gya

    • @sureshnarayandubey4507
      @sureshnarayandubey4507 ปีที่แล้ว +1

      Usi chopyai ma arth nihita hai

    • @n.p.jhariya8390
      @n.p.jhariya8390 ปีที่แล้ว

      आपके के द्वारा किए गए व्याख्या निश्चित रूप से सही अर्थ का अनर्थ प्रस्तुत करती है ।जो हिन्दी शब्दों को विकृत करते हैं ।
      महानुभाव आप निर्जीव(समुद्र) चीज को बोलते हुए देखा है क्या ?

  • @sudarshanchaubey6613
    @sudarshanchaubey6613 ปีที่แล้ว +15

    "ताड़ना" शब्द अवधी भाषा मे देखने,निगरानी रखने,समझने। आदि के अर्थ मे भी प्रयुक्त होता है।किन्तु आपने उक्त चौपाई मे आपने इसका अर्थ "पीटना"प्रतिपादित किया है। तुलसी दास जी अपनी पत्नी को बहुत प्रेम करते थेऔर प्रभु श्री राम के प्रति उनकी भक्ति पत्नीकी प्रताड़ना(सीख,सुझाव)सेही प्राप्त हुई थी।ऐसे मे नारी को पीटने का उनके मन मे भाव लाना अन्याय है।वैसे भी वे प्रभु श्री राम की कृपा से ही इस अमुल्य ग्रंथ की रचना कर सके हैं ।ऐसे
    मे पीटने जैसे अशिष्ट शब्द का भाव उनके मन मे नारी आदि के लिए आही नही सकता।।
    उक्त चौपाई समुद्र द्वारा प्रभू प्रार्थना मे कही
    गयी हैजिसमे "ताड़ना"शब्द ढोल से आवाज केलिए "थाप",देने व गवार ,छुद्र बुद्धि, और पशु के लिए ठीक ढंग स कार्य करने व मर्यादा बनाए रखने हेतु प्रताडि़त(डाटने) तथा नारी के लिए मर्यादा मे रहने हेतु उसपर निगाह रखने के भाव मे प्रयुक्त हुआ है।
    वैसे भी मानस मे यह भी कहा गया है "जाकी रही भावना जैसी,प्रभु मूरत देखी तिन तैसी"।
    अतः चौपाई का अपनी बुद्धि और इच्छानुसार
    लोग अर्थ लगाते है।

    • @5104kumar
      @5104kumar ปีที่แล้ว

      AAjkal aise ponga pandit bahut baithe hai gali gali main . in sabko ek he dharam milta hai hindu dharam aur kisi dharam main kabi bolenge nahi , kyunki inko pata wahan per pichwade main laat padegi.

    • @shashibhushansingh4520
      @shashibhushansingh4520 ปีที่แล้ว

      आपका जवाब बिल्कुल सही है

    • @dayalusingh675
      @dayalusingh675 ปีที่แล้ว

      तात्कालिक शब्द ताड़ना का अर्थ आज कोई भी इसकी व्याख्या नहीं कर सकता I उस समय मनुष्य विद्वान थे I इसलिए अच्छी शिक्षा ग्रहण करें I

    • @gangsram
      @gangsram ปีที่แล้ว

      jantajnardn

    • @ibgmishra8801
      @ibgmishra8801 ปีที่แล้ว

      चौबे जी मैं आपके विचारों से सहमत हूँ, लेकिन प्रभाकर जी के व्यख्या से नहीं

  • @Nileshkumar-uu8nj
    @Nileshkumar-uu8nj 8 หลายเดือนก่อน +1

    आपका ज्ञान अति उत्तम है|

  • @ambalalmorya6469
    @ambalalmorya6469 ปีที่แล้ว +1

    बहुत ही सरल और सुंदर तरिके से आप ने इस चौपाई का अर्थ समझा है

  • @arvindwordup....4952
    @arvindwordup....4952 ปีที่แล้ว +10

    बहुत पहले समाज में ऊंच नीच का भेद था आज के समय में कुछ कम भेदभाव होता है मैं सभी मानव जाति से निवेदन करता हूं कि मानव जाति को मानव रूप में होना चाहिए

  • @tilakramyadav9687
    @tilakramyadav9687 ปีที่แล้ว +14

    आचार्य जी जिस जिस चौपाई का विरोध होने लगा है तो उसे हटवाने में क्या बुराई है

    • @radhaballabh516
      @radhaballabh516 11 หลายเดือนก่อน

      Tumhare hatbane se nhi hategi esa ho sakta he ki tum Sri Ram charitmanas pado mat or use mt kharido hatbane ki samarth aapki nhi he

    • @SrsinghSingh-e3z
      @SrsinghSingh-e3z 11 หลายเดือนก่อน

      हिन्दु धर्म । सनातन। या ब्राहमण धर्म मे वर्ण व्यवस्था है
      यही सबसे बडा और कलंक है
      यही कलंक इस व्यवस्था को नीच व अमानवीय बनाता है
      इस व्यवस्था का शुद्र वर्ण वाला समाज इसे अस्वीकार करता है
      वह बामन और भंगी समान मे विश्वास करता है
      अगर हो सके तो ब्राहमणो को इस कलंक के लिए समस्त समाज से माफी मांग कर‌ समता स्थापित करने मे पहल करनी चाहिए

    • @Namobudhaye1128
      @Namobudhaye1128 11 หลายเดือนก่อน

      Ríght 👍

    • @anilthorat5901
      @anilthorat5901 10 หลายเดือนก่อน

      @@radhaballabh516 gande nich ho gande aur nich hi rahonge tulsidas ko hum fate pe rakhte chutiya gadha

    • @harishnautiyal8690
      @harishnautiyal8690 8 หลายเดือนก่อน

      बुराई तो तेरे में भी है तो तुझे भी हटा दें क्या

  • @PrabhakarSharma-qg4ov
    @PrabhakarSharma-qg4ov ปีที่แล้ว +8

    बहुत बहुत सुन्दर प्रस्तुति दी आप ने जारी रखें जय हो आचार्य श्री अंकित प्रभाकर जी आप को कोटि कोटि प्रणाम नमन करते हैं इतनी अच्छी तरह से समझाया लेकिन शायद कुछ मित्रो को अभी भी वाख्यां समझा में नहीं आया सत्या ki हमेशा जीत होती हैं

    • @SrsinghSingh-e3z
      @SrsinghSingh-e3z 11 หลายเดือนก่อน

      हिन्दु धर्म । सनातन। या ब्राहमण धर्म मे वर्ण व्यवस्था है
      यही सबसे बडा और कलंक है
      यही कलंक इस व्यवस्था को नीच व अमानवीय बनाता है
      इस व्यवस्था का शुद्र वर्ण वाला समाज इसे अस्वीकार करता है
      वह बामन और भंगी समान मे विश्वास करता है
      अगर हो सके तो ब्राहमणो को इस कलंक के लिए समस्त समाज से माफी मांग कर‌ समता स्थापित करने मे पहल करनी चाहिए

  • @Yogsandeshयोगसंदेश
    @Yogsandeshयोगसंदेश 7 หลายเดือนก่อน +2

    ओम आचार्य श्री

  • @probrogaming14
    @probrogaming14 7 หลายเดือนก่อน +1

    Bahut baht sukriya Acharya ji

  • @r.srajput1504
    @r.srajput1504 ปีที่แล้ว +7

    बहुत अच्छा कहा यह क्रम जारी रहना चाहिए।

    • @brajmohanthakur6328
      @brajmohanthakur6328 ปีที่แล้ว

      🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥

    • @brajmohanthakur6328
      @brajmohanthakur6328 ปีที่แล้ว

      😎

  • @krishnapadroy8494
    @krishnapadroy8494 ปีที่แล้ว +3

    ढोल से लेकर नारी तक चौपाई तुलसी दास जी कारेकट लिखा है,जैसा सोच वैसा विचार,,

  • @deepakdeepakanurag1930
    @deepakdeepakanurag1930 ปีที่แล้ว +7

    किसी के लिखने या न लिखने से, नारियों का सम्मान होगा कि नहीं होगा,
    नारियों का सम्मान तो सदैव सर्वोपरि है

  • @JagramSingh-il9ot
    @JagramSingh-il9ot หลายเดือนก่อน

    Bahut sunder

  • @shashikalagupta8706
    @shashikalagupta8706 ปีที่แล้ว +1

    अब भक्ति युग आएगा सत्य वचन मोदी सरकार में छोटे छोटे आने वाले बच्चों का भविष्य बनेगा जय महाकाल सबकी बिगड़ी बनेगी सत्य वचन सूर्य भगवान

  • @oppress4037
    @oppress4037 ปีที่แล้ว +14

    ढोल गमार् पड़े पुजारी तुलसी दास सब है तडन के अधिकारी जय भीम जय भारत

  • @vimalvaidehi2164
    @vimalvaidehi2164 2 ปีที่แล้ว +10

    जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि
    स्त्री सदैव सम्मानीय है।
    एक शब्द पुनि पुनि फिरे अर्थ और ही और सो यमक अलंकार है भेद अनेकन ठौर
    वक्ता का अभिप्राय समझ कर निर्णय करना चाहिए - महर्षि दयानंद

  • @arunkumar-qe4qk
    @arunkumar-qe4qk ปีที่แล้ว +9

    आप की बात से ही मै आपकी योजना ताड़ गया था

  • @indraraghuvanshi1047
    @indraraghuvanshi1047 11 หลายเดือนก่อน +2

    Very nice explanation excellent thanks

  • @sudamabaitha2033
    @sudamabaitha2033 11 หลายเดือนก่อน +1

    आज से मैं सहमत हूं आपसे बहुत सुन्दर प्रस्तुति है नमस्कार है

  • @Motiramkdam
    @Motiramkdam 2 ปีที่แล้ว +12

    आपने सिद्ध कर ही दिया ताडणा मतलब पिटना🙏🙏🙏🚩🚩

    • @vibhaupadhyay5718
      @vibhaupadhyay5718 ปีที่แล้ว +1

      Nhi bhai aisa nhi h tarna k kai arth h sirf peetna nhi h hindi bhut ache se na hi ati ho to byakhya nhi krte

    • @okbyebye9586
      @okbyebye9586 ปีที่แล้ว +1

      Ha magar yeh baat samudra na kahi thi or iske baat bhagwaan shri ram ji ne samudra pe bahut gussa kiya tha or ese vichaar rakhne waale ko sabse neech mana gaya

    • @rameshsharma3541
      @rameshsharma3541 ปีที่แล้ว

      🎉🎉

    • @shekharjoshi7292
      @shekharjoshi7292 ปีที่แล้ว

      ढोल ने सबकी पोल खोल दी। 😁 चलो इनको अधिकारी तो बनाया। नहीं तो इनके कोई अधिकार ही नहीं थे।

    • @premgarg1865
      @premgarg1865 11 หลายเดือนก่อน

      Tadna mtlb smj kar atend karna h

  • @shriramratre9006
    @shriramratre9006 ปีที่แล้ว +6

    धरम गथं की बात कभी झूठ नहीं होती हमारे समझने की नजरेया अलग अलग है

  • @baljeetsingh3131
    @baljeetsingh3131 ปีที่แล้ว +6

    अज्ञानियो सुनो इसकेहजार दलीले नही है समुदृ और भगवान श्रीराम केबीचजोयह चौपाई महषिऀतुलसी दासजी नेसहजभावसे समझायान०१ ढोल न०२गवारशूदॄऔऱन०३ पशुवतब्यवहार करने वालीनारी|जयश्रीराम|

  • @TSCartoonKids
    @TSCartoonKids 6 หลายเดือนก่อน +1

    बहुत ही सुंदर गुरुजी मै शिव निषाद😢

  • @MahendranathPuri
    @MahendranathPuri 3 หลายเดือนก่อน +2

    जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूर्ति देखी तिन तैसी। उसी प्रकार जिसकी जैसी भावना होती है उसी प्रकार का अर्थ लगाता है। हर वस्तु व्यक्ति के साथ ताड़ना का अलग अलग अर्थ हो सकता है जैसे कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय, वा पाए बौराय जग वा खाए बौराये।
    अपने मत के अनुसार सब समझते हैं।
    हर हर महादेव

    • @onkarchand8968
      @onkarchand8968 2 หลายเดือนก่อน

      हम इस तर्क से सहमत नहीं हैं कयोंकि अगर आप "ढोल गँवार शूद्र पशु नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी" के लिये यह तर्क " जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूर्त देखी तिन तैसी" दे रहे हैं तो फ़िर शूद्रो और महिलाओ को मनुस्मृति में शिक्षा से वंचित रखने का प्रावधान क्यों रखा गया है l समझ में न आया हो तो कभी मिलकर विचार विमर्श कर लिजियेगा l

  • @ashwanigupta9769
    @ashwanigupta9769 ปีที่แล้ว +3

    अनर्थ कर रहे महोदय।
    जिस की रही भावना जैसी,,,,

  • @vishvagurubharat8579
    @vishvagurubharat8579 ปีที่แล้ว +8

    रामचरितमानस या तुलसीदास जी पर पीएचडी करने से अच्छा है कि खुद पर कम से कम इंटर तो जरूर कर लिया जाए। जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी

  • @basantrana9517
    @basantrana9517 11 หลายเดือนก่อน +5

    वस्तुत:, कोई कुछ भी कह ले, लेकिन 'ताड़न'शब्द का अर्थ प्रसंगवश 'पीटना' ही होगा।हर साहित्य अपने समाज का दर्पण होता है।समय और सामाजिक तथा देश-काल की परिस्थितियों के अनुसार ही कोई साहित्यकार अपनी कृति की रचना करता है।

    • @neymar_edicted2719
      @neymar_edicted2719 11 หลายเดือนก่อน +3

      कभी नही हो सकता पीटना
      ताड़ना मतलब। नजर रखना किसी चीज को ताड़ते रहो कोई उठा का न ले जाए। तादना मतलब ध्यान रखना जैसे कहते है न। देखो कैसा ताड़ रहा है मेरे भाई महान लोगो की बाते कभी गलत नही होती हम उधर तक सोच भी नही सकते

    • @neymar_edicted2719
      @neymar_edicted2719 11 หลายเดือนก่อน +1

      कभी नही हो सकता। ताड्ना मतलब चुपके छुपके छुपके देखते रहना ध्यान रखना दूर से किसी की परबाह करना। जैसे हम अपने बच्चों को दूर से ताड़ते है की बो अपने दोस्तों के साथ कोई गलत हरकत तो नही कर रहा समझ गये होगे चुप चाप नज़र रखो दूर से ताड्ते रहो

  • @MadhuSharma-wz7lv
    @MadhuSharma-wz7lv ปีที่แล้ว +2

    🙏🙏आपने बिल्कुल ठीकं-ठीक अर्थ किया है। 🙏🙏

  • @sadhunabakishordas7297
    @sadhunabakishordas7297 ปีที่แล้ว +1

    Very good, than Q , Mahima Alekha Bramha

  • @kpawasthi1720
    @kpawasthi1720 ปีที่แล้ว +10

    सादर नमन! बहुत सुन्दर व्याख्या! प्रशंसनीय!

  • @rohitpaswan9781
    @rohitpaswan9781 ปีที่แล้ว +3

    बहुत ही अच्छा व्याख्या किया है भैया आपने👍

  • @avinashkumarshiv8844
    @avinashkumarshiv8844 ปีที่แล้ว +8

    श्री मान सही तर्क होना अति आवश्यक है कि इस आधुनिक युग में भी मनुष्य जाति की सोच सर्वोच्च कोटी की नही हो पाई है वास्तविकता तो यह है कि मनुष्य जाति मे पुरूष किसी भी महिला चाहिये वह किसी भी देश के किसी भी कोने से हो, संबंध बनाए तो मनुष्य ही पैदा होगा कोई हाथी, घोड़ा इत्यादि जानवर नहीं। किन्तु मनुष्य जीवन भर समाज के द्वारा थोपे गए झुठा नियम कानून मे ही उलझ कर मर जाता है, एक इन्सान दुसरे इन्सान को इन्सान न समझे ये कैसी सोच कैसी भावना है। मुझे तो इस धरती पर सबसे विवेकहीन जानवर मनुष्य ही लगता है। जिस प्रकार हमे मोबाइल को समय-समय पर अपडेट करने की आवश्यकता होती है उसी तरह समय के साथ समाज को धर्म को भी समय के साथ अपडेट होने की अतिआवश्यकता है।

    • @rameshwarpal8418
      @rameshwarpal8418 ปีที่แล้ว

      Absolutely right

    • @gajanandsharma6247
      @gajanandsharma6247 11 หลายเดือนก่อน

      लगता है तुम भी अपडेट हो गये हो😂मुंह से हंगना और नीचे से खाना शुरू😂

  • @ndattri7195
    @ndattri7195 10 หลายเดือนก่อน

    आचार्य जी आपको साधुवाद। आप ने ठीक कहा है स्वामी दयानन्द सरस्वती ने स्पष्ट कहा है कि सत्य को स्वीकार करने व असत्य अस्वीकार के लिए तत्पर रहना चाहिए। यह चौपाई समकालीन तर्क संगत नहीं है।

  • @manikchandvishwakarma6032
    @manikchandvishwakarma6032 3 หลายเดือนก่อน

    Very good sir

  • @shriniwas9308
    @shriniwas9308 ปีที่แล้ว +15

    आचार्य जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद धनुष बाण से समुंदर सूख जाते तो यह इतनी क्यों आवश्यकता पड़ती भारत में समुद्र भी बोलता है पक्षी भी बोलते हैं पशु भी बोलते हैं लेकिन विदेशों में ऐसा क्यों नहीं क्यों नहीं बोलती आचार्य जी यह तो सब झूठ का पुलिंदा है

    • @naushadhussain3995
      @naushadhussain3995 ปีที่แล้ว +5

      Very good ,,,,coment
      Naushad Husain

    • @subanshyoga1964
      @subanshyoga1964 11 หลายเดือนก่อน +1

      Andho ke liye duniya andhi

    • @Drssgupta-or5yd
      @Drssgupta-or5yd 11 หลายเดือนก่อน

      तुम जैसे बेवकूफ को यह समझना चाहिये की किस काल खंड या युग की बात है तुम्हे क्या पता सब में जीव है इसीलिए तो भीम राव ने st, sc बनाया ताकि तुम्हारी दिमाग यही तक सिमित रहे

  • @gopalram5773
    @gopalram5773 ปีที่แล้ว +3

    Ramayan ek kalpanik granth hai

  • @omsingh3865
    @omsingh3865 ปีที่แล้ว +3

    सत्य सनातन वैदिक धर्म कि जय 🚩🚩🚩🚩

  • @klkushwaha3092
    @klkushwaha3092 ปีที่แล้ว +2

    महराज जी आप ने प्रकरण का संदर्भ देकर सारा भ्रम दूर कर दिया ।
    मानस के लिए गए नया अर्थ ताड़ना का अर्थ शिक्षा देना है ।
    अतः अब शिक्षक को ताड़क
    और शिक्षिका को ताड़का
    और विद्यालय को तदनालय कहा जाएं।
    नए अर्थ के अनुसार । जय हो गीता प्रेस।

  • @rajkumarsrivastava9201
    @rajkumarsrivastava9201 10 หลายเดือนก่อน

    Very good analyzer, Truth searcher ,Ahobhagya jo suni payable.

  • @santawadheshsaran
    @santawadheshsaran ปีที่แล้ว +4

    Nice

  • @rajendraprasad-up8qs
    @rajendraprasad-up8qs ปีที่แล้ว +7

    आचार्य जी और धर्म के ग्रन्थों पर भी प्रकाश डालिए, ।

    • @rajendrapandey1619
      @rajendrapandey1619 ปีที่แล้ว

      Dhol ke pitna nhi bhi dori khichna . Dori khichne se hi dolak tn tn ki aawaj krta hai agr dori nhi khichoge to dholk ko pitne pr dhb dhb ki aawaj aati hai vhi dori tait kr do to. Aawaj surili ho jati hai kisi bhi kam ko krne ke liy vrkr pr tait sasn rkhna chahiye nhi to kam hi nhi hoga

  • @anilmaurya2253
    @anilmaurya2253 ปีที่แล้ว +5

    well done, very well explained , True and relevant to current life . Women needs supervision ( under father , mother , brother , husband and son ) needs direction ( motherhood /seva to family ) , ramayan sikcha /vidya are necessary Om tat Sat

    • @theviv-zn2jk
      @theviv-zn2jk ปีที่แล้ว

      And what about son ? Is supervision not necessary for son ? .......wow what a logic bro ...hats off to you

    • @SrsinghSingh-e3z
      @SrsinghSingh-e3z 11 หลายเดือนก่อน

      हिन्दु धर्म । सनातन। या ब्राहमण धर्म मे वर्ण व्यवस्था है
      यही सबसे बडा और कलंक है
      यही कलंक इस व्यवस्था को नीच व अमानवीय बनाता है
      इस व्यवस्था का शुद्र वर्ण वाला समाज इसे अस्वीकार करता है
      वह बामन और भंगी समान मे विश्वास करता है
      अगर हो सके तो ब्राहमणो को इस कलंक के लिए समस्त समाज से माफी मांग कर‌ समता स्थापित करने मे पहल करनी चाहिए

  • @divakarsir.3483
    @divakarsir.3483 ปีที่แล้ว

    Ankit prabhakar ji का व्याख्या निष्पक्ष है!

  • @SitaramChoudhary-kh5rp
    @SitaramChoudhary-kh5rp 6 หลายเดือนก่อน

    Bahut sundar hai nispaksh jabab hai bahut achchi soch hai bahut achchi shalinta se baat karte hai hum sabse pehle bharti hai aur bhart ko buddhimay banane ki aawsyakta hai

  • @satyanarayanaboda7621
    @satyanarayanaboda7621 ปีที่แล้ว +9

    Naari also mean sea/ocean, water.

  • @ambalalmorya6469
    @ambalalmorya6469 ปีที่แล้ว +5

    धन्यवाद आचार्य जी यही बात नेताओ को भी समझाओ तो ठीक है

  • @rajendrakumarchoubey4283
    @rajendrakumarchoubey4283 ปีที่แล้ว +4

    भाई आप अपनी बातें ही सुना रहे हो क्या आपको मालूम है की अवधि भोजपुरी भाषा का कुछ भी ज्ञान है क्या,क्योंकि इन क्षेत्रीय भाषाओं में ताड़न का अर्थ देखना समझना परखना ही होताहै संस्कृत में मारना अनुशासन होता हैअपनी धर्म विरोधी आर्यसमाजी विचार धारा में संशोधन करें

    • @PrabhakarSharma-qg4ov
      @PrabhakarSharma-qg4ov ปีที่แล้ว +2

      चौबे जी छ्ब्ब बे बनने की कोशिश कर रहे हो उससे अच्छा प्रयास किया लगे रहो मुन्ना भाई देखो सुनो गौर से समझो बहुत अच्छी जानकारी दी भाई जी आप कहा से है

  • @sanjaymuneshwar2335
    @sanjaymuneshwar2335 ปีที่แล้ว

    आपकी व्याख्या विचारनिय है, इस को कोई काट नही सकता, मै भी हिंदी का अध्यापक हू इन चोपाई को कई बार पढाया है, आपके संदर्भ
    सटीक है, तुलसीदास को उनकी पत्नी ने फटकारा न होता तो ये ग्रंथ लिखं नही पाते

  • @ghuranchouhan9120
    @ghuranchouhan9120 10 หลายเดือนก่อน

    Bahut sahi kaha

  • @aacharyasaurabh828
    @aacharyasaurabh828 ปีที่แล้ว +4

    महोदय एक शब्द के अनेकार्थ होते हैं

  • @anandpadplayer7144
    @anandpadplayer7144 ปีที่แล้ว +6

    शुक्र मनाओ कि तुलसीदास जी इस समय नहीं हैं नहीं तो उन्हें संविधान के तहत जेल की हवा खानी पढ़ती

  • @kalyankari5743
    @kalyankari5743 2 ปีที่แล้ว +4

    मेरे हिसाब से ताडना का अर्थ डाटने सेही है

  • @kusumrauthan7150
    @kusumrauthan7150 10 หลายเดือนก่อน +1

    बहुत सही कहा सर जी आपने

  • @ramashreygautam7216
    @ramashreygautam7216 11 หลายเดือนก่อน

    Bilkul Sahi vishleshan Jago nari

  • @PankajSharma-gx9zl
    @PankajSharma-gx9zl ปีที่แล้ว +4

    Tadna ka arth hai dhyaan se rakhna ya gour karna dhol ki rassi kasna shudr pashu nari ka dhyaan rakhna

    • @SANJAYKUMAR-cv2jv
      @SANJAYKUMAR-cv2jv 11 หลายเดือนก่อน

      Abe to sb ke liye kyon nhi liye shudr hi kyo

  • @dineshkumarshastri6048
    @dineshkumarshastri6048 ปีที่แล้ว +3

    माना कि आप अच्छे वक्ता है इसका मतलब ये नहीं कि आप सब कुछ ठीक ठीक बोल रहे हैं नमस्कार

    • @SANJAYKUMAR-cv2jv
      @SANJAYKUMAR-cv2jv 11 หลายเดือนก่อน +1

      Ab bhi dimag laga pa rhe ho kya, jb pol khul gyi

  • @tarachandyadavvah5231
    @tarachandyadavvah5231 ปีที่แล้ว +2

    पशु को भी शिक्षा देनी चाहिए यही समझा रहे हैं

  • @rajendraprasad567
    @rajendraprasad567 5 หลายเดือนก่อน +2

    सुदर्शन चौबे जी या तो आचार्यजी के व्याख्या को सुना नहीं या तो साझा नहीं या फिर पूर्वाग्रह से ग्रस्त हो। इसी को धर्मांधता कहते हैं और वर्तमान में एक विशेषण प्रचलित है "अंध भक्त"। आप के लिए यह विशेषण उपयुक्त है।

  • @rakeshsrivastava9637
    @rakeshsrivastava9637 ปีที่แล้ว +1

    मैं इस पंक्ति से पूरी तरह संतुष्ट हूं,

  • @RakeshKumar-gv8xu
    @RakeshKumar-gv8xu ปีที่แล้ว +3

    आदिवासी हिन्दू नहीं हैं आदिवासीयों में धार्मिक ग्रंथो को न थोपें आदिवासीयों का धार्मिक परंम्परा संस्कृती रीति रिवाज पुजा पद्धति परब त्योहार प्राकृतिक है

    • @gajanandsharma6247
      @gajanandsharma6247 11 หลายเดือนก่อน

      😂उल्लूओ को प्रकाश में दिखना बंद हो जाता है😂

  • @sambhujena5519
    @sambhujena5519 ปีที่แล้ว +3

    Jay bhim jay sambhidhan jay budhaya jay bigayan

    • @vijaypanday9813
      @vijaypanday9813 ปีที่แล้ว

      Ek our baklol aa gya bhim chilate kuchh malum nhi h Lekin sambidhan yanha kaha se aa gya baklol

  • @Hinchlal-id8yi
    @Hinchlal-id8yi 6 หลายเดือนก่อน

    Achha laga

  • @RajendraSingh-rt1sb
    @RajendraSingh-rt1sb ปีที่แล้ว +1

    मान्यवर ढोल की तुलना नारी से पशु की तुलना नारी से की गई है इसे अनदेखी करके आगे न बड़े मानता हू बहुत बड़े ज्ञानी हो आर्य समाज और हिन्दू धर्म दोनों ही समाज में चरस बोये है

  • @satbersinghlather4406
    @satbersinghlather4406 ปีที่แล้ว +1

  • @DINESHPRASAD-b3t
    @DINESHPRASAD-b3t 11 หลายเดือนก่อน

    Aapki puri vyakhya tathyapark abm satik hai. Main aapse puri tarah sahmat hun. Yahi satprasit sahi arth hai.

  • @umeshkumarbhagat1844
    @umeshkumarbhagat1844 11 หลายเดือนก่อน

    I like your videos

  • @KankanYadav-o5d
    @KankanYadav-o5d 3 หลายเดือนก่อน

    मेरे प्रभु जी तरना का अर्थ है ना शिक्षा देना ना देखना ना पिटना ताड़ना का अर्थ है सिर्फ ताड़ना

  • @nepalisamaj4353
    @nepalisamaj4353 ปีที่แล้ว

    गुड

  • @rameshram409
    @rameshram409 ปีที่แล้ว

    Aap ko samjhane se samjh gai

  • @anuragmishra7454
    @anuragmishra7454 ปีที่แล้ว

    Premanand ji ne bilkul shi .. Bhav btaya h... Ek shabd ke kai arth h yha... Shlesh

  • @tisyamedhaansh1599
    @tisyamedhaansh1599 10 หลายเดือนก่อน

    कबीर कहते हैं साधु ऐसा चाहिए जैसे सूप सुहाए सार सार को गहि रहे थोथा दिया उड़ाए
    अच्छी अच्छी बातें ग्रहण करो जो न ठीक लगे उसे त्याग दो। कवि तुलसीदास जी ने जन मानस को आसान भाषा मे भगवान के बारे में जानने का अवसर दिया है ।
    परमात्मा के बारे में बताया बिनु पद चलत सुनही बिनु काना, कर बिनु करम करिह बिधि नाना, आनन रहित सकल रस भोगी बिनु बानी बक्ता बड़ जोगी........🙏

  • @SarojKumar-v1z
    @SarojKumar-v1z 3 หลายเดือนก่อน

    Bahut sahi vyakhya aapane Kiya Jay Shri Ram

  • @Dharamveersingharya3887
    @Dharamveersingharya3887 11 หลายเดือนก่อน

    आचार्य जी नमस्ते

  • @JayNarayan-fx8pr
    @JayNarayan-fx8pr ปีที่แล้ว

    आपका समझाने का तरीका बहुत अच्छा है परंतु जो आप कह रहे है की नारी पशु और शूद्र का

    • @JayNarayan-fx8pr
      @JayNarayan-fx8pr ปีที่แล้ว

      जो व्यक्ति हो या

  • @devendrasharma9376
    @devendrasharma9376 ปีที่แล้ว +1

    Bahut uttam!

  • @Baldauji-jc5xd
    @Baldauji-jc5xd ปีที่แล้ว +1

    आपके लिए शुभकामनाएं

  • @atulbhatia2133
    @atulbhatia2133 ปีที่แล้ว +1

    आचार्य जी नमस्ते जी,
    आपका विशलेषण उत्तम है ।

  • @vedprakash1119
    @vedprakash1119 7 หลายเดือนก่อน

    Ved Prakash Prajapati Aacharya ji apne Shi arth bataya dhanayavad

  • @umeshkumarbhagat1844
    @umeshkumarbhagat1844 11 หลายเดือนก่อน

    I like