मोनोकल्चर पर्यावरण के लिए अच्छा नहीं है। पक्षी सागौन की शाखाओं पर घोंसला नहीं बना सकते और न ही उन पर छेद वाले घोंसले बना सकते हैं। इसलिए बीच-बीच में सॉफ्टवुड भी लगाना चाहिए। सागौन के फल को पक्षी या जानवर नहीं खा सकते इसलिए बीच-बीच में फलदार पेड़ होने चाहिए। Monoculture is not good for the environment. Birds cannot make nest on branches of teak neither do they can make hole nests on them. So there should be softwoods as well planted in between. Birds or animals cannot eat teak fruit so there should be fruit-bearing trees in between.
Good job
9973610492
Hum bhi liya hu shivsakti she.400 nos. Kyu aage wala pat kida khata hai jyadaaa
Jhooth Bolte ho bhai ye 18 mahina ka poudha nhi he iski Age lagbhag 4 year old hogi...
मोनोकल्चर पर्यावरण के लिए अच्छा नहीं है। पक्षी सागौन की शाखाओं पर घोंसला नहीं बना सकते और न ही उन पर छेद वाले घोंसले बना सकते हैं। इसलिए बीच-बीच में सॉफ्टवुड भी लगाना चाहिए। सागौन के फल को पक्षी या जानवर नहीं खा सकते इसलिए बीच-बीच में फलदार पेड़ होने चाहिए। Monoculture is not good for the environment. Birds cannot make nest on branches of teak neither do they can make hole nests on them. So there should be softwoods as well planted in between. Birds or animals cannot eat teak fruit so there should be fruit-bearing trees in between.
Call me