Guruji ke Charanon Mein koti koti Pranam Guruji main bahut asamanjas mein hun aur mere man mein ek duvidha grast baten chal rahi hai, wo yah Hai Ki, Agar koi Hindu Brahmand Kisi Muslim ke sath uthana baithana khana Rahana Sona yani ki aap samajh sakte hain , Agar pet majduri ke Karan Ek dusre ko Sath Rahana Pade Hindu bhai Muslim bhai ko, to kya yah Shastra ke anusar uchit hai ya anuchit, ya Shastra ke anusar Koi iska prayshit hai please Guru Ji aapse karbadh nivedan Hai Ki Is per Ek Vishesh Roop se video banaen aur ham agnani ka margdarshan Karen main Mohan Jha aapse karbandh vinati karta hun🙏🙏🙏😭
Namaskar gurujii 🙏 muje ye samjha ni aata ki jo ye iskcon shri krishna ji ka parchar karte hai ye bhagwaan shankar ko shri krishna ji bhakt kehte hai or shri krishna ko sabse uper btate hai or sabko unse niche lekin hum bhagwaan shiv ko hi brahm btaya geya hai jo shivling rup mai hai lekin iskcon ni manta hai isko wese mai sabko ek mannat hu lekin kabhi kabhi essa dekhkar soch mai pad jata hai hu ki ye essa kyu bolte hai muje maaf karna guru ji agar mujse koi galti hogai ho essa sawal karke 🙏🙏🙏🙏
Bhrama is निर्गुण निराकार ईश्वर is गुण आकार Waves is निर्गुण निराकार bhrama. Particle is गुण आकार ईश्वर. Things are available in both waves(निर्गुण,निराकार) and particle (गुण आकार) in same time.
ब्रह्म, ईश्वर, भगवान और देवी-देवता मनुष्य की संकल्पनाएं हैं। आध्यात्मिक रूप से उन्नति की ओर अग्रसर (उर्ध्वगामी) मनुष्य के लिए देवी-देवता से भगवान, भगवान से ईश्वर, ईश्वर से ब्रह्म बड़ा होता जाता है और अंत में सभी तिरोहित होकर केवल ब्रह्म रह जाता है जबकि आध्यात्मिक रूप से पतनशील (अधोमुखी) व्यक्ति के लिए ब्रह्म से ईश्वर, ईश्वर से भगवान और भगवान से देवी-देवता उत्तरोत्तर महान होने लगते हैं और अन्त में देवी-देवता कई बार तो बाबा और नेता भी सबसे बड़ा हो जाता है क्योंकि अधोगामी स्थूलता को अधिक महत्त्व देता है। वेद से उपनिषद और फिर पुराण इसी पथ पर उत्तरोत्तर बड़े हो जाते हैं। जैसे बच्चे को 'अ' से अनार पढ़ाया जाता है, बच्चे के लिए अनार स्थूल और बुद्धिगम्य है।
Guruji panam Please have a discussion on a fight going between rationalist and traditionalist that... Lunar eclipse🌑 and sun eclipse... It has behind science or beliver telling that happening by the God.. And should not take food during the eclipse
आचार्य जी को सादर प्रणाम। यहाँ ब्रह्म को infinity बताया गया है तो जब श्रीकृष्ण बाल रूप में माता यशोदा को मुख में ब्रह्मांड दिखाते हैं और दूसरी बार युद्ध क्षेत्र में अर्जुन को गीता ज्ञान देते हुए कहते हैं की "हे अर्जुन तू मेरे विराट रूप को नहीं जान सकता" तो क्या इसका अर्थ ये हुआ कि ब्रह्म (infinity) भी निराकार से साकार और देखे जाने , सुने जाने और स्पर्श स्पर्श किए जाने वाले पाँच भूतों मे अपने को व्यक्त करते हैं श्री कृष्ण रूप में? धन्यवाद ।
واہ گرو جی واہ کیا کہنے گاگر میں ساگر برہم بولے کایا کے اوہلے....بن کایا برہم کیا بولے ہمہ او است ایک سے انیک پھر ایک کا ایک....جو بیج بویا تھا پھل کے روپ وہی بیج کثرت میں لیکن ہے وہی ایک وحدت سے کثرت...کثرت سے وحدت every thing is God and God is every thing
मेरा एक प्रश्न था यदि गुरु जी तक पहुंच सके , यदि शंकराचार्य जी के द्वारा यह बताया गया है कि परमार्थ की दृष्टि से केवल ब्रह्म ही सत्य है उसी स्थिति से सभी देवी देवता व ईश्वर को पूर्ण सत्य नहीं बताया गया तो मेरा प्रश्न यह है कि यदि ईश्वर पूर्ण सत्य नहीं है तो अनेकों साधु संत जोकि ईश्वर को ही अपना सर्वोच्च मानते हैं वह अंत काल तक भगवान राम या भगवान कृष्ण काही निरंतर भजन करते हैं तो क्या वह अंतकाल में संगत नहीं प्राप्त होते हैं परंतु उनके जीवन को देख कर तो ऐसा नहीं लगता है । सूरदास रसखान जैसे महान महान भक्त जोकि शायद द्वैतवाद के समर्थक रहे होंगे उनका जीवन देखने पर तो लगता है कि वे कहीं से भी माया की पूजा कर रहे हैं यह माया से ग्रसित हो जैसे कि हमें वर्णन मिलता है कि ईश्वर माया की त्रिगुणात्मक शक्ति द्वारा रखे गए हैं तो क्या उनका रास्ता सही नहीं था यही मेरा प्रश्न है कृपया इस पर गुरुजी से मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहता हूं बहुत-बहुत धन्यवाद
Bhai gilas me pani aur samundar ka pani ek hi hai. Lekin dekhne wale ko alag alag kagte hai. Chetna ko uthane ke liye devi devtao ko pujte hai... See chinmyanad mission channel and swami adgadanad ji
@@kunjar पर मन में एक प्रश्न दोबारा उठता है कि यदि यह सब चेतना को उठाने की विधियां हैं निश्चित ही मैं इस चीज को मानता हूं परंतु अंत सत्य तो अद्वैत है जैसा कि रामकृष्ण परमहंस हुआ तोतापुरी जी के बीच के संवाद से पता चलता है व अन्य भी उदाहरण है तो सूरदास तुलसीदास रसखान रहीम दास निंबार्काचार्य इत्यादि लोगों ने तो अंत तक भगवान और भक्त अर्थात द्वैतवाद को ही स्वीकार है इस कारण मन में प्रश्न उठता है कि यदि अद्वैतवाद ही सत्य है तो इन सभी महान संतो को अंत मैं पूर्ण रूप से अद्वैतवाद को मानना था परंतु हमें ऐसा नहीं दिखता है तो क्या यह पूर्णता को प्राप्त नहीं हुए। परंतु मुझे लगता है ऐसे महापुरुष तो अंत सत्य तक पहुंचे पर कैसे ? यह कहते हुए क्षमा चाहूंगा पर मन की जिज्ञासा है क्या वे उस अंतर सत्य तक नहीं पहुंचे क्योंकि उन्होंने अंत अपने भगवान में विश्वास किया वह उन्हें अपना सबकुछ मान लिया , जिसे शंकराचार्य जी ने कहा की परमार्थिक दृष्टि से ईश्वर भी असत है । यह प्रश्न बहुत दिन से मुझे और इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिल पा रहा है कृपया कोई जिज्ञासु हो तो दो मुझे इसके बारे में कुछ बताएं
सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज | अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्ष्यिष्यामि मा शुच: || 66|| guruji braj ka arth jana hota to ham aana kyo kare h samjhao batao guruji
Bramha nikle kahan se hain pehle wo to jaan lo from vishnu , upper from bramha is vishnu ji n shiv ji , vedas and puranas are explaination to everything , time is under god , agar garud puran aatma samjha ko sakti hai to pehle samjgo to
🐦🌹09/11*🌹🐦 🐦🌹हरि शरणं नमो नारायणाय 🌹🐦 🐦🌹नमोऽस्तु ते देववर प्रसीद अनन्त! देवेश! जगन्निवास! 🌹🐦 🐦🌹आदिदेव श्रीमन्नारायण दशरथ घर, नंद घर, लिए अवतार🌹🐦 🐦🌹 जय श्रीमन्नारायण 🌹🐦 🐦🌹 जय श्री कृष्ण 🌹🐦 🐦🌹 जय श्री राम 🌹🐦 🐦🌹(इचलकरंजी महाराष्ट्र)🌹🐦 🐦🌹2022🌹 BHARAT-INDIA🌹🐦
हरि:ॐ, गुरु देव, आपको स-आदर प्रणाम मेने आपके कई वीडियो सुने है उनसे बहुत कुछ सीखा है।उस ज्ञान हेतू बहुत धन्यवाद। परन्तु कई महात्मा ब्रहम को निराकार निर्गुन बता कर ईश्वर को सगुण साकार बताते है। तो कृपया मार्गदर्शन करे की जगत के निर्माण से पूर्व उस निर्गुन निराकार ने सगुण साकार को केसे व्यक्त किया होगा? यह गुण ब्रहम मै केसे आया क्योकी आपके अनुसार existence तो ईश्वर का सिध्द होता है और अनंतनंत ब्रहम का भी। क्या इसका कोई शस्त्रोक्त प्रमाण है। धन्यवाद उत्तर का अभिलाशी
गुरुजी को दंडवत प्रणाम🙏। मेरा एक बड़ा ही कौतुक पैदा करने वाला प्रश्न है कि राजस्थान में लोकदेवता के रूप में पूजे जाने वाले भैरू जी, जिनका सिंदूर, चांदी वर्क चढ़ा विग्रह होता है और जिनकी सवारी भी किसी व्यक्ति के शरीर मे आती है, क्या भगवान शिव के गण भैरव ही है ??? राजस्थान में यह काला भैरू, गोरा भैरू या सिर्फ़ भैरू नाम से विख्यात लोकदेवता है। सर इस विषय पर वीडियो ज़रूर लेकर आएं। प्रश्न इसलिए पूछ रहा हूँ क्योंकि यह अंधविश्वास नही है, इन लोकदेवता के चमत्कार भी है। कृपया इस पर एक विस्तृत वीडियो बनाएं🙏।
Devta ka artha hai dene wala. Q ki sooraj ke bina jeewan ka astitiva nahi hoga... Hu. Jisko poojate hai waise hi ban jate hai ya banne ki kosish karte hau
Brahman is beyond Maya. It is Mayateet. Ishvar is the controller and owner of Maya. He is Mayadhish. Jiva is under the control of Maya. So jivas are Mayadhin. Brahman is like water. Ishvar is like infinite ocean. Jivas are like finite waves. But all are water! All is Brahman !
गुरु जी से ग्रामीण अंचल में पूजे जाने वाले देवी देवताओं के बारे में पूछिए ,ग्रामीण देवी देवता जैसे छत्तीसगढ़ में बूढ़ा देव जिन्हे महादेव का रूप माना जाता है प्लीज सर जी 🙏
जो कुछ है वो भी ओर जो नहीं है वो भी, चाहे वो कोई सम्भावना हो या विचार ही क्यों न हो सब कुछ ब्रह्म है इसी लिए उस असीम की थाह कोई पा ही नहीं सकता, इस वजह से ही वेदों ने इसे नेति- नेति (हम नहीं जानते- हम नहीं जानते)बोला है, वो अज्ञेय है
आदरणीय महानुभाव डॉक्टर सीधा साहब को काहे को तकलीफ दे रहे हो काहे को पूछ रहे हो भाई आपको सिर्फ रामायण और महाभारत मालूम है बाकी आपको कुछ भी मालूम नहीं है फिर भी जानबूझकर डॉक्टर साहब को तकलीफ दे रहे हो हो जो बोल रहे हो तुम मानने को राजी रही हो डॉक्टर साहब जो बोल रहे हैं वह आप नहीं सुनने को तैयार करें वह सही बोल रहे हैं और आप गलत बात पूछ रहे हैं यहां हमारा कुछ भी नहीं है यह शरीर जिसने दिया है वापस ले भी रहता है वापस ले लेता है किसका शरीर कौन सा शरीर भ्रमित जिंदगी गुजार रहे हैं
ईश्वर और ब्रह्म दोनों ही खयली पुलाव हैं l ये ठगों द्वारा मूर्ख बनाकर बोले भाले लोगों को ठगने का कुटिल षडयंत्र के सिवाय और कुछ नहीं, ऐसा झूठ प्रचार करने वालों पर , जनता को बहका कर झूठ का सहारा लेकर ठगने का आपराधिक मुकदमा चलना चाहिए
जय श्री गणेशाय नमः ❣️🌹🙏
ओम नमः शिवाय ❣️🌹
जय श्री गणेश
प्रणाम आदरणीया गुरुजींना
इस एक वीडियो से जितना मुझे प्राप्त हुआ, क्या ही कहूं ❤ 🙏
धन्यवाद 🙏🙏
गुरु जी 🙏🙏🙏🙏
🙏, Guruji
👏👏
Guruji ke Charanon Mein koti koti Pranam Guruji main bahut asamanjas mein hun aur mere man mein ek duvidha grast baten chal rahi hai, wo yah Hai Ki, Agar koi Hindu Brahmand Kisi Muslim ke sath uthana baithana khana Rahana Sona yani ki aap samajh sakte hain , Agar pet majduri ke Karan Ek dusre ko Sath Rahana Pade Hindu bhai Muslim bhai ko, to kya yah Shastra ke anusar uchit hai ya anuchit, ya Shastra ke anusar Koi iska prayshit hai please Guru Ji aapse karbadh nivedan Hai Ki Is per Ek Vishesh Roop se video banaen aur ham agnani ka margdarshan Karen main Mohan Jha aapse karbandh vinati karta hun🙏🙏🙏😭
जय श्री हरि नारायणा
🙏
प्रणाम गुरु जी 🙏
त्रिदेव किसका ध्यान करते हैं .
Kripya batane ka last kre.
Satya hai
Bramhya ke Alava aur kuchh bhi nahi hai
Deep
Guru ji ko namaskar. Kya haath mai Guru g kay laggi hai. Dekh kar atiyant dukh huwa. 🙏
Namaskar gurujii 🙏 muje ye samjha ni aata ki jo ye iskcon shri krishna ji ka parchar karte hai ye bhagwaan shankar ko shri krishna ji bhakt kehte hai or shri krishna ko sabse uper btate hai or sabko unse niche lekin hum bhagwaan shiv ko hi brahm btaya geya hai jo shivling rup mai hai lekin iskcon ni manta hai isko wese mai sabko ek mannat hu lekin kabhi kabhi essa dekhkar soch mai pad jata hai hu ki ye essa kyu bolte hai muje maaf karna guru ji agar mujse koi galti hogai ho essa sawal karke 🙏🙏🙏🙏
Bhrama is निर्गुण निराकार
ईश्वर is गुण आकार
Waves is निर्गुण निराकार bhrama.
Particle is गुण आकार ईश्वर.
Things are available in both waves(निर्गुण,निराकार) and particle (गुण आकार) in same time.
Ugli par kya lga guru ji reply please
Sir, main aap ki har video dekhata hu... Maine ek question puchha hai... please usse aap answer karna
ब्रह्म, ईश्वर, भगवान और देवी-देवता मनुष्य की संकल्पनाएं हैं। आध्यात्मिक रूप से उन्नति की ओर अग्रसर (उर्ध्वगामी) मनुष्य के लिए देवी-देवता से भगवान, भगवान से ईश्वर, ईश्वर से ब्रह्म बड़ा होता जाता है और अंत में सभी तिरोहित होकर केवल ब्रह्म रह जाता है जबकि आध्यात्मिक रूप से पतनशील (अधोमुखी) व्यक्ति के लिए ब्रह्म से ईश्वर, ईश्वर से भगवान और भगवान से देवी-देवता उत्तरोत्तर महान होने लगते हैं और अन्त में देवी-देवता कई बार तो बाबा और नेता भी सबसे बड़ा हो जाता है क्योंकि अधोगामी स्थूलता को अधिक महत्त्व देता है। वेद से उपनिषद और फिर पुराण इसी पथ पर उत्तरोत्तर बड़े हो जाते हैं। जैसे बच्चे को 'अ' से अनार पढ़ाया जाता है, बच्चे के लिए अनार स्थूल और बुद्धिगम्य है।
😭🙏
Guruji panam
Please have a discussion on a fight going between rationalist and traditionalist that... Lunar eclipse🌑 and sun eclipse... It has behind science or beliver telling that happening by the God.. And should not take food during the eclipse
गुरुदेव आप आपको सब कुछ याद रहता है मतलब कैसे plz बताये इसका कोनसा राज है
गुरुजी देख मन गदगद हो जाता हैं मन करता आप की बाते ज्ञानवर्धक सिर सुनते सुनते रहे मन नहीं भरता बस और क्या कहे जी
जीव आत्मा एवं जीवआतमा के कै भेद है
गुरुदेव पूज्यपाद को नमन
Vah guruji vah kya kahe koi shabd hi nahi he ⚘⚘⚘⚘⚘🌷🌷🌷🌷🌷🙏🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌👏👏👏👏👏👏🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌
Jay ho 🙏🙏
आचार्य जी को सादर प्रणाम। यहाँ ब्रह्म को infinity बताया गया है तो जब श्रीकृष्ण बाल रूप में माता यशोदा को मुख में ब्रह्मांड दिखाते हैं और दूसरी बार युद्ध क्षेत्र में अर्जुन को गीता ज्ञान देते हुए कहते हैं की "हे अर्जुन तू मेरे विराट रूप को नहीं जान सकता" तो क्या इसका अर्थ ये हुआ कि ब्रह्म (infinity) भी निराकार से साकार और देखे जाने , सुने जाने और स्पर्श स्पर्श किए जाने वाले पाँच भूतों मे अपने को व्यक्त करते हैं श्री कृष्ण रूप में? धन्यवाद ।
आज दत्तोपंत ठेंगड़ी जी की जयंती है गुरूजी,कुछ उनके साथ के संस्मरण बतलाने की कृपा करें
One of the great Spiritualist.
प्रणाम गुरुदेव बहुत सुंदर
कस्तूरी कुंडली बसे, मृग ढूंढे बन माही
बसे घट घट राम है, दुनिया देखे नाही
Kerpa Karke mujy yha btiya ki ayrvad or kundle jagrt karni ha to kase kru ya kon sa Granth padu or vhe kaha se mela ga
So nice explanation. Sir ji.
प्रणाम गुरु जी 🙏🙏
Sir plzzz ek topic pr video bnao sbko confusion h
Kyaa kaal bhairav and bhairavnath (vaishno devi m he), is there any connection or different or same
गुरु जी हमारे गाँव में कुछ लोगों के सर दरवार में देवता आते हैं
इसकी वास्तविकता क्या है
कृपया मार्गदर्शन करें, धन्यवाद
Waa guru jee waa app Juru ke jarurt hai bharat ko
واہ گرو جی واہ کیا کہنے گاگر میں ساگر
برہم بولے کایا کے اوہلے....بن کایا برہم کیا بولے
ہمہ او است
ایک سے انیک پھر ایک کا ایک....جو بیج بویا تھا پھل کے روپ وہی بیج کثرت میں لیکن ہے وہی ایک
وحدت سے کثرت...کثرت سے وحدت
every thing is God and God is every thing
मेरा एक प्रश्न था यदि गुरु जी तक पहुंच सके ,
यदि शंकराचार्य जी के द्वारा यह बताया गया है कि परमार्थ की दृष्टि से केवल ब्रह्म ही सत्य है उसी स्थिति से सभी देवी देवता व ईश्वर को पूर्ण सत्य नहीं बताया गया तो मेरा प्रश्न यह है कि यदि ईश्वर पूर्ण सत्य नहीं है तो अनेकों साधु संत जोकि ईश्वर को ही अपना सर्वोच्च मानते हैं वह अंत काल तक भगवान राम या भगवान कृष्ण काही निरंतर भजन करते हैं तो क्या वह अंतकाल में संगत नहीं प्राप्त होते हैं परंतु उनके जीवन को देख कर तो ऐसा नहीं लगता है । सूरदास रसखान जैसे महान महान भक्त जोकि शायद द्वैतवाद के समर्थक रहे होंगे उनका जीवन देखने पर तो लगता है कि वे कहीं से भी माया की पूजा कर रहे हैं यह माया से ग्रसित हो जैसे कि हमें वर्णन मिलता है कि ईश्वर माया की त्रिगुणात्मक शक्ति द्वारा रखे गए हैं तो क्या उनका रास्ता सही नहीं था यही मेरा प्रश्न है कृपया इस पर गुरुजी से मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहता हूं बहुत-बहुत धन्यवाद
Bhai gilas me pani aur samundar ka pani ek hi hai. Lekin dekhne wale ko alag alag kagte hai. Chetna ko uthane ke liye devi devtao ko pujte hai... See chinmyanad mission channel and swami adgadanad ji
@@kunjar पर मन में एक प्रश्न दोबारा उठता है कि यदि यह सब चेतना को उठाने की विधियां हैं निश्चित ही मैं इस चीज को मानता हूं परंतु अंत सत्य तो अद्वैत है जैसा कि रामकृष्ण परमहंस हुआ तोतापुरी जी के बीच के संवाद से पता चलता है व अन्य भी उदाहरण है तो सूरदास तुलसीदास रसखान रहीम दास निंबार्काचार्य
इत्यादि लोगों ने तो अंत तक भगवान और भक्त अर्थात द्वैतवाद को ही स्वीकार है इस कारण मन में प्रश्न उठता है कि यदि अद्वैतवाद ही सत्य है तो इन सभी महान संतो को अंत मैं पूर्ण रूप से अद्वैतवाद को मानना था परंतु हमें ऐसा नहीं दिखता है तो क्या यह पूर्णता को प्राप्त नहीं हुए। परंतु मुझे लगता है ऐसे महापुरुष तो अंत सत्य तक पहुंचे पर कैसे ? यह कहते हुए क्षमा चाहूंगा पर मन की जिज्ञासा है क्या वे उस अंतर सत्य तक नहीं पहुंचे क्योंकि उन्होंने अंत अपने भगवान में विश्वास किया वह उन्हें अपना सबकुछ मान लिया , जिसे शंकराचार्य जी ने कहा की परमार्थिक दृष्टि से ईश्वर भी असत है ।
यह प्रश्न बहुत दिन से मुझे और इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिल पा रहा है कृपया कोई जिज्ञासु हो तो दो मुझे इसके बारे में कुछ बताएं
@@prinshusrivastava bhakti aasan hai.. Dhyan se.. Isliye vishit dwaetwaad jyada panapa..... Dhyan kathin hai. Qki man ko surrendee karna assan hai bajay ke use controo kiya jaye...
Sankhya darshan par video bnaye Guru ji 🏵️🏵️
pranam guru ji 🙏🏻
Thanks.
सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज |
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्ष्यिष्यामि मा शुच: || 66|| guruji braj ka arth jana hota to ham aana kyo kare h samjhao
batao guruji
Dada ji🙏🏼
Bramha nikle kahan se hain pehle wo to jaan lo from vishnu , upper from bramha is vishnu ji n shiv ji , vedas and puranas are explaination to everything , time is under god , agar garud puran aatma samjha ko sakti hai to pehle samjgo to
गिता अध्याय न. 15 - (1-4) ओम = ब्रम्ह (बुंधा) , तत = ईश्वर ( खोड) , सत = परमेश्वर ( मुळे) ,( ब्रम्हा , विष्णू, महेश ) = फान्द्या
🐦🌹09/11*🌹🐦
🐦🌹हरि शरणं नमो नारायणाय 🌹🐦
🐦🌹नमोऽस्तु ते देववर प्रसीद अनन्त! देवेश! जगन्निवास! 🌹🐦
🐦🌹आदिदेव श्रीमन्नारायण दशरथ घर, नंद घर, लिए अवतार🌹🐦
🐦🌹 जय श्रीमन्नारायण 🌹🐦
🐦🌹 जय श्री कृष्ण 🌹🐦
🐦🌹 जय श्री राम 🌹🐦
🐦🌹(इचलकरंजी महाराष्ट्र)🌹🐦
🐦🌹2022🌹 BHARAT-INDIA🌹🐦
Great Great Great knowledge. 🙏
प्रणाम गुरुजी
guruji ko parnam
जय हो
Jai Shri Ram Bhagwan 🚩🚩🚩🚩
Brahm - nothingness
ishvar - creator, protecter, destroyed
Bhagwan - immortal
Human/animals - mortal
प्रणाम गुरुदेव
ॐ नमः शिवाय
Guru ji golden age kya hota hai....vistar mae bataye
Or kalyug mae sab bagwan kha adrishya ho gaye....
I got many knowledge from you dada ji, I was curious and i can say some doubts are cleared now…
@The quest - If Bramha is infinity, then what does Par-Bramha means ?
Does the concept of Pra-Bramha exist or it's vague ?
गुरु जी कुल ब्रह्मा कितने है
गुरु जी का ज्ञान अदभुत है🙏
हरि:ॐ,
गुरु देव, आपको स-आदर प्रणाम
मेने आपके कई वीडियो सुने है उनसे बहुत कुछ सीखा है।उस ज्ञान हेतू बहुत धन्यवाद।
परन्तु कई महात्मा ब्रहम को निराकार निर्गुन बता कर ईश्वर को सगुण साकार बताते है।
तो कृपया मार्गदर्शन करे की जगत के निर्माण से पूर्व उस निर्गुन निराकार ने सगुण साकार को केसे व्यक्त किया होगा?
यह गुण ब्रहम मै केसे आया
क्योकी आपके अनुसार existence तो ईश्वर का सिध्द होता है और अनंतनंत ब्रहम का भी।
क्या इसका कोई शस्त्रोक्त प्रमाण है।
धन्यवाद उत्तर का अभिलाशी
Please take interview of Acharya Agnivrath on Vedic Physics
गुरुजी को दंडवत प्रणाम🙏।
मेरा एक बड़ा ही कौतुक पैदा करने वाला प्रश्न है कि राजस्थान में लोकदेवता के रूप में पूजे जाने वाले भैरू जी, जिनका सिंदूर, चांदी वर्क चढ़ा विग्रह होता है और जिनकी सवारी भी किसी व्यक्ति के शरीर मे आती है, क्या भगवान शिव के गण भैरव ही है ???
राजस्थान में यह काला भैरू, गोरा भैरू या सिर्फ़ भैरू नाम से विख्यात लोकदेवता है।
सर इस विषय पर वीडियो ज़रूर लेकर आएं।
प्रश्न इसलिए पूछ रहा हूँ क्योंकि यह अंधविश्वास नही है, इन लोकदेवता के चमत्कार भी है।
कृपया इस पर एक विस्तृत वीडियो बनाएं🙏।
How did our rishi know about absolute Bramah?
Agr kisi ki aapse milne ki iccha h...kya wo milne aaskte hai kurukshetra?
guruji hum surya devata ko suryanarayan bhi kehte hai kya surya narayan ka hi roop hota hai
Devta ka artha hai dene wala. Q ki sooraj ke bina jeewan ka astitiva nahi hoga... Hu. Jisko poojate hai waise hi ban jate hai ya banne ki kosish karte hau
ब्रह्म मे कैसी चेतना है? सगुण या निर्गुण या और किसी तरह की?
Visuddh chetna Nirgun hi hai
Intelligence+inquisitiveness+introspection~logical thinking~determination with focussed mind to know the source of the soul #AhamBrahmasmi
Bahit bahot dhanyawad guruji 🙏🙏
गुरु जी किसी की मृत्यु के बाद तेरहवीं या श्राद क्यो करना चाहिए क्या जरुरी है
Guruji,You have explained the subject beautifully.Thanks.
Namskar maharaj
Brahman is beyond Maya. It is Mayateet.
Ishvar is the controller and owner of Maya. He is Mayadhish.
Jiva is under the control of Maya. So jivas are Mayadhin.
Brahman is like water.
Ishvar is like infinite ocean.
Jivas are like finite waves.
But all are water!
All is Brahman !
क्या ईसाइय और मोहम्मदम भी ब्रह्म की बात करते हैं - वो ब्रह्म को किस नाम से जानते हैं?
🙏🙏
कोटि कोटि प्रणाम गुरु जी के श्री चरणों में । ज्ञान के सागर है गुरुजी ।
Ahaam BRAHAM AASMI
Sir, please discuss regarding Kriya yoga.
कृपया शम्बूक वध और श्री राम के संबंध के विषय में बताए।
गुरु जी से ग्रामीण अंचल में पूजे जाने वाले देवी देवताओं के बारे में पूछिए ,ग्रामीण देवी देवता जैसे छत्तीसगढ़ में बूढ़ा देव जिन्हे महादेव का रूप माना जाता है
प्लीज सर जी 🙏
Pranam Gurudev and Bikashji🪔👏🧘♂️
Simple and short answer to the complex concept.
Very well explained by Guru JI , thanks 🙏 for clearing the doubts of millions of people.
🎉Brahma is Infinit 🎉🌹🙏🏽
Guru ji plZ aap post karo goga jaharveer maharaj ki story
@NM guru gorkah nath k chle jaharveer maharaj rajatan mein hai Roza inka guru ji plZ aap ko pata he hoga guru ji
Can't we say the opposite of existence is nothingness?
Existence originated from Nothingness, just like all positive and negative values originate from Zero on the number line.
No nothingness is opposite of everythingness...... You can understand 🙏
Lodhi rajput ka itihaas kya h
Pranam guruji 🌹
🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Brahma is infinite, true, absolute, complete, nondual reality.. Brahma is atman..Brahma is pure consciousness..Brahma is beyond time, space, nature..
untouchable, unspeakable, we can't say what it is but what is not 🙏🏻
जो कुछ है वो भी ओर जो नहीं है वो भी, चाहे वो कोई सम्भावना हो या विचार ही क्यों न हो सब कुछ ब्रह्म है इसी लिए उस असीम की थाह कोई पा ही नहीं सकता, इस वजह से ही वेदों ने इसे नेति- नेति (हम नहीं जानते- हम नहीं जानते)बोला है, वो अज्ञेय है
क्या महादेव ब्रह्म हैं!!!!!
Bhai ap guruji se प्रश्न kyu nahi पूछते की मोक्ष के बाद भी जन्म हो सकता है by rigved
आदरणीय महानुभाव डॉक्टर सीधा साहब को काहे को तकलीफ दे रहे हो काहे को पूछ रहे हो भाई आपको सिर्फ रामायण और महाभारत मालूम है बाकी आपको कुछ भी मालूम नहीं है फिर भी जानबूझकर डॉक्टर साहब को तकलीफ दे रहे हो हो जो बोल रहे हो तुम मानने को राजी रही हो डॉक्टर साहब जो बोल रहे हैं वह आप नहीं सुनने को तैयार करें वह सही बोल रहे हैं और आप गलत बात पूछ रहे हैं यहां हमारा कुछ भी नहीं है यह शरीर जिसने दिया है वापस ले भी रहता है वापस ले लेता है किसका शरीर कौन सा शरीर भ्रमित जिंदगी गुजार रहे हैं
👍👍👍👍👍
सनातनी
🙏👏🌺
बाबा को पुछो साकार ब्रह्म और निराकार ब्रह्म क्या भिन्न है❓
- अब बाबा फसी.
@blue Umbrella 🔵 परभु हम स्वयम् को ही नहीं जान पाया, मै कौन है❓
फिर सकार ब्रह्म
ईश्वर और ब्रह्म दोनों ही खयली पुलाव हैं l ये ठगों द्वारा मूर्ख बनाकर बोले भाले लोगों को ठगने का कुटिल षडयंत्र के सिवाय और कुछ नहीं, ऐसा झूठ प्रचार करने वालों पर , जनता को बहका कर झूठ का सहारा लेकर ठगने का आपराधिक मुकदमा चलना चाहिए
na Ishwar na Bramha Vishnu Mahesh , Bas Dhamma hi Sach hai !! Namo Budhdhay !!
Pranam guru ji
प्रणाम गुरु जी