उत्तराखण्ड मे जिले बनाने से पहले उत्तराखण्ड मे मूल निवास का कानून बनाने की आवश्यक्ता जरूरी है सरकार को जिले की घोषणा से पहले मूल निवाश का कानून बनाने की आवश्यक्ता है ताकी बाहरी परदेश के लोग यहा न आसके
भाई उत्तराखंड भी भारत का हिस्सा है और ये क्या होता है अंदर के लोग और बाहर के लोग,ये मानसिकता बहुत गलत है आपकी और क्या उत्तराखंड भी जम्मू की तरह 370 है क्या,नही ना तो फिर और हा उत्तराखंड के लोग दूसरे राज्यों के जिलो मे जाकर रोजगार करके वही बस जाते है,और हा उत्तराखंड 1 November 2000 मे ही बना था वरना पहले उत्तराखंड भी उत्तरप्रदेश का हिस्सा हुआ करता था और UP1 को Almora और UP 2 हल्द्वानी बोलते थे , Jai Shri Ram
जब आप अपने मूल निवासियों का तिरस्कार कर रहें होते है दरअसल उस समय आप,अपना "सम्मान" खो रहें होते हो। कौन करेगा हमारी ये मांगे पूरी #उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून #मूल_निवास_1950 #हर_परिवार_एक_रोजगार : सरकार कुछ नही करेगी, जब तक आप अपने क्षेत्रिय मुद्दों से हटकर धर्म और राज्यवाद से हटकर राष्ट्रवाद पर वोट करते रहेगें। पहले अपने घर को दुरूस्त कीजिये, राष्ट्र को बचाने के लिये हमारे हर दूसरे तीसरे घर से एक व्यक्ति सेना मे है, हम यहां रहकर पहाड़ भी नही बचायेगें क्या? ।वक्त कम हैं जितना दम हैं लगा दो, कुछ uttarakhand को मैं जगाता हूँ, कुछ uttarakhand को तुम जगा दो. Uttarakhand की पहचान बना do
इसे गरीबों को रोजगार मिलेगा क्या पलायन रुकेगा क्या जिले बढ़ाने पर खेती और बढ़ जाएगी रोजगार चाहिए ना कि जिले पलायन रोकने की सोचो रोजगार दो गाय बैल खोलो जिसे हमारे औरतों को रोजगार मिलेगा और बैल पालने से खेती होगी ऐसा कार्य बंद कर दिया तब से यहां से पलायन ज्यादा हो रहा है इसके बारे में सोचना चाहिए बैल बिकेंगे ही नहीं तो खरीदेगा कौन पलायन तो होना ही है गाय और बैलों से गोबर होता था और उसे खेती करते थे गांव मे जब गाय और बैल बेचना बंद हुआ तभी से उत्तराखंड पलायन हुआ इसके बारे में थोड़ा सोचो गाय बैल की तो दुर्दशा वैसे भी हो चुकी है पुष्कर सिंह धामी जी अच्छी तरह से जानते हैं इसके बारे मे
नये जिले बनाने से अच्छा है कि उत्तराखंड में जो मुख्य परेशानियां है उस पर काम हो जैसे शिक्षा स्वास्थ्य जंगली जानवरों का आतंक पाले हुए मवेशियों पर को छोड़े जाने पर लगाम जो गांव सड़क से जोड़ें जा रहे है वहां पर ठेकेदारों द्वारा की जा रही लूट पर लगाम कोई सुनने वाला हो तो बताए स्कूल है शिक्षक नहीं हस्पताल है ना डाक्टर ना मशीनें ना दवाई वो भी ब्लैक में लेनी पड़ती है जब ये ही हाल रहेगा तो कैसे पलायन रुकेगा और कैसे विकास होगा और कहते है उत्तराखंड आगे बढ़ रहा है अगर ये ही हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं की आने वाले दिनों में किसी विधानसभा में दो हजार लोग भी बड़े मुश्किल से मिल पायेंगे और जो भी राजनीति से जुड़ा हुआ है चाहे पद पर हो या किसी नेता की चमचागिरी कर रहा हो वो सिर्फ और सिर्फ दलाली खाने में व्यस्त है अगर उत्तराखंड को आगे बढ़ाना है तो कठोर निर्णय और चम्मचों दलालों व भ्रष्ट ठेकेदारों से प्रदेश को बचाना है।
पूरा उत्तराखंड राजनीतिक भैट चढ़ गया है जब उत्तराखंड के पर्वती क्षेत्र में लोग ही नहीं है तो फिर जिले कहां बनाओगे सिर्फ राजनेताओं का फायदा नजर आता है और जनता का कहीं कुछ नहीं और नहीं उत्तराखंड राज्य का कैसे विकास होगा लोग तो उत्तराखंड से प्लान हो गए तो फिर नए जिले किस लिएबनोगे यह भी उत्तराखंड सरकार और उत्तराखंड के लिए कुछ ना कुछ तो संकेत देती हैं जय भारतवर्ष जय देव भूमि उत्तराखंड
प्रदेश की वित्तीय स्थिति एवं प्रशासनिक अनिवार्य दोनों पहुलुओ से पूर्व महत्वपूर्ण यह है कि राज्य आन्दोलन की नींव एवं अनिवार्यता में समाहित राज्य में शसख्त भू कानून एवं मूलनिवास लागू हो
जब आप अपने मूल निवासियों का तिरस्कार कर रहें होते है दरअसल उस समय आप,अपना "सम्मान" खो रहें होते हो। कौन करेगा हमारी ये मांगे पूरी #उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून #मूल_निवास_1950 #हर_परिवार_एक_रोजगार : सरकार कुछ नही करेगी, जब तक आप अपने क्षेत्रिय मुद्दों से हटकर धर्म और राज्यवाद से हटकर राष्ट्रवाद पर वोट करते रहेगें। पहले अपने घर को दुरूस्त कीजिये, राष्ट्र को बचाने के लिये हमारे हर दूसरे तीसरे घर से एक व्यक्ति सेना मे है, हम यहां रहकर पहाड़ भी नही बचायेगें क्या? ।वक्त कम हैं जितना दम हैं लगा दो, कुछ uttarakhand को मैं जगाता हूँ, कुछ uttarakhand को तुम जगा दो. Uttarakhand की पहचान बना do
अच्छी बात है हर शहर को जिला बनाने में क्या बुराई है पांच जिलों से तेरह जिले बने उन्नीस विधायक से सत्तर विधायक हुए सबका वेतन पैन्शन खर्चा भूगतना जनता ने है
हर गांव को जिला बना दे सरकार और बंदरों का क्या कर रही है सरकार खबर तो काफी दिलचस्प है यह बिचारी करीब 1982से सुन रहे हैं सब गांव को भी जिला बना दिया तो क्या आर्थिक उन्नति होगी ऊं तत् सत्।
अगर उत्तराखंड में रोड मैप बनाना है और सारे रास्ते आसान करने हैं तो गैरसैण को स्थाई राजधानी बना दीजिए समस्या का हल हो जाएगा यह उत्तराखंड की जनता की मांग है
इतना बड़ा उत्तराखंड का क्षेत्र नहीं है जितने ज्यादा जिले हो जायेगे और वही उत्तरप्रदेश मे बिजनौर जिले मे 27 कस्बे है और हर एक कस्बा कोटद्वार के बराबर है चाहे किरतपुर और नजीबाबाद को ही देख लो,किरतपुर और नजीबाबाद की आबादी भी कोटद्वार से ज्यादा होगी,मगर किरतपुर सिर्फ नगर पंचायत और कोटद्वार बहुत पहले कस्बा था फिर नगर निगम और फिर जिला, ऐसे ही जिला बिजनोर मे भी और उत्तर प्रदेश मे भी होना चाहिये
राम मंदिर निर्माण हो गया है राम मंदिर भी बन गया है जय श्री राम 🙏🙏🙏 अब रामनगर भी एक जिला बनेगा जल्दी जय उत्तराखंड सरकार जय हो पुष्कर सिंह धामी जी की🎉🎉🎉 जय
समग्र विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा नजदीकी सुविधाओं का होना जरूरी है और जिलों का विस्तार विकास की पहली कड़ी। बाकी नितियों को बनाने वाले ज्यादा समझदार है।
आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय जी से सादर अनुरोध है की रानीखेत जिले का मुख्यालय रानीखेत में जिले का मुख्यालय नए बनने वाले जिले के मध्य में होना चाहिए जिससे बनने वाले संपूर्ण जिले के गांव गांव का विकास हो और जिले के मुख्यालय पहुंचने में किसी को भी परेशानी का सामना ना करना पड़े
कृपया एक जिल्ला देवप्रयाग या कीर्ति नगर को भी शामिल करें ।टिहरी जिल्ला इतनी दूर है कि,किसी छोटे काम के लिए 2दिन लगते है ।और हजारों खर्च आता है ।कृपया अपने बिचार मुख्यमंत्री जी तक पहुचाये ।
. Pushkar Dham me jindabad jindabad pushkardham bhaiya jindabad jindabad BJP jindabad jindabad jab tak Suraj Chand Rahega pushkardham bhaiya tumhara naam Rahega jab tak Suraj Chand Rahega pushkardham bhaiya tumhara naam Rahega Jay Hind Jay Bharat Jay Shri Ram
उत्तराखंड में कौन सा विकास हो रहा है नौकरी तो नेताओं के परिवार और मित्रों को मिल रही है और जनता को विकास के नाम पर गुमराह कर रहे हैं पहले गांव तक आने जाने के लिए रोड़ बनाये और बेरोज़गारी तथा महंगाई दूर करें सबसे बुरा हाल उत्तराखंड का है
Pushkar Dhami jindabad jindabad Uttar Dhani jindabad jindabad jab tak Suraj Chand Rahega pushkardham bhaiya tumhara naam Rahega Jay Hind Jay Bharat Jay Shri Ram
पहले पुराने जिले जो बने है उनकी स्थिति तो ठीक कीजिए साहब। क्या पहले जो प्रदेश में जिले बने है वो इतने विकसित हो गये है कि आप नये जिले बनाने की सोच रहे हैं। सड़कें हास्पिटैलिटी विद्यालय मूलभूत सुविधाओं की स्थिति लगातार प्रदेश में बिगड़ती जा रही है। भ्रष्टाचार सम्पूर्ण प्रदेश में दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है।तो नये जिले बनाकर क्या करेंगे।हे प्रभु शरंणांगत है
जनहित में विकास की मजबूत नींव रखते हुए नए जिले बनाने की तैयारी करने के लिए देवभूमि उत्तराखंड के यशस्वी,मृदुभाषी, सरल स्वभाव, कुशल नेतृत्व करने वाले युवा मुख्यमंत्री माननीय श्री पुष्कर सिंह धामी जी का आभार एवं धन्यवाद।
Bahuguna ji, itane achhe hi hai agar Dhami ji to Berojgar bachho par lathi kyu chala di. Aur unke hi khilaf case bhi file kar diya. Isliye to Uttarakhand nhi banaya tha aur na hi ye sarkar chuni thi... Agar apke bachhe berojgar hai aur padhai karke rojgar dhundh rahe hai to apke sabd aise nhi hote. Ya to aap BJP andhbhakt ho ya fir baccho ke rojgar ke liye sarkar se santh ganth kar rakhi hogi.. apne sabdo par punh vichar kare aur berojgar yuwao ki pida ko bhi samjhe
धामी जी बोलते ही रहेंगे की करगे भी एक साल से सुन रहे हैं की नये जिले बनगे टिहरी में भी दोजिले खपते जहां छ बिधान सभा है मेरे देखने से सबसे बडा टिहरी जिला है जी
1 वर्ष से ज्यादा समय हो गया अभी तक तो 7 नये जनपदों का गठन नहीं हो पाया नये जनपद बनाने में जो वित्तीय व्ययभार आयेगा उसकी पूर्ति कहां से होगी 1 वर्ष पूर्व मा० मंत्री जी ने टनकपुर के इंजीनियरिंग कालेज को शीघ्र ही IIIT बनाने की घोषणा की थी वह भी अभी तक लम्बित है पहाड़ में कुनी फसक मारडेंक डब्बल थोड़ी पड़नी चरितार्थ हुणी लागी रै
हल्द्वानी कि जनसंख्या बहुत है उसे जिला क्यों नहीं बनाया जा सकता है यहां पर न रेल कि अच्छी सुविधा है ना ही रोड़ अच्छी है ,सारा विकाश देहरादून में ही क्यों हो रहा है, हल्द्वानी में लोग नहीं रहते हैं।
नैनी डांडा धुमाकोट को भी जिला बनाया जाए।। कोटद्वार और पौड़ी गढ़वाल की यहां के लोगो के लिए बहुत दूरी है।।। कोटद्वार की जगह नैनी डांडा धुमाकोट बनना चाहिए।।
नए जिले नहीं उत्तराखण्ड पुनर्गठन विल समाप्त होना चाहिए, उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया जाय
UP ME WAPAS MILA DENA CHAHIYE UTTARPRADESH KE NAAM ME UTTAR UTTARAKHAND KI HI WAJAH SE THA
Uchit baat hai
Matlab centre ki direct chori banana chhtr poore pahad ko corporate k hath bechna h josimatj tehri banana h rishieksh doon nanital
सर्वप्रथम भू-कानून उसके बाद बाकी काम..🙏
उत्तराखण्ड मे जिले बनाने से पहले उत्तराखण्ड मे मूल निवास का कानून बनाने की आवश्यक्ता जरूरी है सरकार को जिले की घोषणा से पहले मूल निवाश का कानून बनाने की आवश्यक्ता है ताकी बाहरी परदेश के लोग यहा न आसके
भाई उत्तराखंड भी भारत का हिस्सा है और ये क्या होता है अंदर के लोग और बाहर के लोग,ये मानसिकता बहुत गलत है आपकी और क्या उत्तराखंड भी जम्मू की तरह 370 है क्या,नही ना तो फिर और हा उत्तराखंड के लोग दूसरे राज्यों के जिलो मे जाकर रोजगार करके वही बस जाते है,और हा उत्तराखंड 1 November 2000 मे ही बना था वरना पहले उत्तराखंड भी उत्तरप्रदेश का हिस्सा हुआ करता था और UP1 को Almora और UP 2 हल्द्वानी बोलते थे ,
Jai Shri Ram
नये जिले नहीं नया मुख्यमंत्री चाहिए जो भ्रष्टाचार खत्म कर सके युवाओं कुछ रोजगार व्यस्था कर सके
अब कितने मुख्यमंत्री बदलोगे। एक बार तो वोट उत्तराखंड की ही किसी पार्टी को देकर देखो
Right 👍
जब आप
अपने मूल निवासियों का तिरस्कार कर रहें होते है
दरअसल उस समय आप,अपना "सम्मान" खो रहें होते हो।
कौन करेगा हमारी ये मांगे पूरी
#उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून
#मूल_निवास_1950
#हर_परिवार_एक_रोजगार
: सरकार कुछ नही करेगी, जब तक आप अपने क्षेत्रिय मुद्दों से हटकर धर्म और राज्यवाद से हटकर राष्ट्रवाद पर वोट करते रहेगें। पहले अपने घर को दुरूस्त कीजिये, राष्ट्र को बचाने के लिये हमारे हर दूसरे तीसरे घर से एक व्यक्ति सेना मे है, हम यहां रहकर पहाड़ भी नही बचायेगें क्या? ।वक्त कम हैं जितना दम हैं लगा दो,
कुछ uttarakhand को मैं जगाता हूँ,
कुछ uttarakhand को तुम जगा दो.
Uttarakhand की पहचान बना do
आजतक तक सबसे best cm है ।।
ऐसे ही नही बना दिया cm कुछ खास है cm मे
इसे गरीबों को रोजगार मिलेगा क्या पलायन रुकेगा क्या जिले बढ़ाने पर खेती और बढ़ जाएगी रोजगार चाहिए ना कि जिले पलायन रोकने की सोचो रोजगार दो गाय बैल खोलो जिसे हमारे औरतों को रोजगार मिलेगा और बैल पालने से खेती होगी ऐसा कार्य बंद कर दिया तब से यहां से पलायन ज्यादा हो रहा है इसके बारे में सोचना चाहिए बैल बिकेंगे ही नहीं तो खरीदेगा कौन पलायन तो होना ही है गाय और बैलों से गोबर होता था और उसे खेती करते थे गांव मे जब गाय और बैल बेचना बंद हुआ तभी से उत्तराखंड पलायन हुआ इसके बारे में थोड़ा सोचो गाय बैल की तो दुर्दशा वैसे भी हो चुकी है पुष्कर सिंह धामी जी अच्छी तरह से जानते हैं इसके बारे मे
महाराज जिले नहीं चाहिए अच्छे स्कूल चाहिए अच्छे-अच्छे अस्पताल चाहिए रोजगार
नये जिले बनाने से अच्छा है कि उत्तराखंड में जो मुख्य परेशानियां है उस पर काम हो जैसे शिक्षा स्वास्थ्य जंगली जानवरों का आतंक पाले हुए मवेशियों पर को छोड़े जाने पर लगाम जो गांव सड़क से जोड़ें जा रहे है वहां पर ठेकेदारों द्वारा की जा रही लूट पर लगाम कोई सुनने वाला हो तो बताए स्कूल है शिक्षक नहीं हस्पताल है ना डाक्टर ना मशीनें ना दवाई वो भी ब्लैक में लेनी पड़ती है जब ये ही हाल रहेगा तो कैसे पलायन रुकेगा और कैसे विकास होगा और कहते है उत्तराखंड आगे बढ़ रहा है अगर ये ही हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं की आने वाले दिनों में किसी विधानसभा में दो हजार लोग भी बड़े मुश्किल से मिल पायेंगे और जो भी राजनीति से जुड़ा हुआ है चाहे पद पर हो या किसी नेता की चमचागिरी कर रहा हो वो सिर्फ और सिर्फ दलाली खाने में व्यस्त है अगर उत्तराखंड को आगे बढ़ाना है तो कठोर निर्णय और चम्मचों दलालों व भ्रष्ट ठेकेदारों से प्रदेश को बचाना है।
पूरा उत्तराखंड राजनीतिक भैट चढ़ गया है जब उत्तराखंड के पर्वती क्षेत्र में लोग ही नहीं है तो फिर जिले कहां बनाओगे सिर्फ राजनेताओं का फायदा नजर आता है और जनता का कहीं कुछ नहीं और नहीं उत्तराखंड राज्य का कैसे विकास होगा लोग तो उत्तराखंड से प्लान हो गए तो फिर नए जिले किस लिएबनोगे यह भी उत्तराखंड सरकार और उत्तराखंड के लिए कुछ ना कुछ तो संकेत देती हैं जय भारतवर्ष जय देव भूमि उत्तराखंड
23 वर्ष में होश आया
46 वर्ष में होंगे गठित
सिर्फ जिले ही बनाओ!रोजगार विरोधी सरकार
मूल निवास लागू होना चाहिए। जिसके लिए उत्तराखंड बना ।।
प्रदेश की वित्तीय स्थिति एवं प्रशासनिक अनिवार्य दोनों पहुलुओ से पूर्व महत्वपूर्ण यह है कि राज्य आन्दोलन की नींव एवं अनिवार्यता में समाहित राज्य में शसख्त भू कानून एवं मूलनिवास लागू हो
Yahi UP me bhi hona chhaiye
Chup saale
जब आप
अपने मूल निवासियों का तिरस्कार कर रहें होते है
दरअसल उस समय आप,अपना "सम्मान" खो रहें होते हो।
कौन करेगा हमारी ये मांगे पूरी
#उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून
#मूल_निवास_1950
#हर_परिवार_एक_रोजगार
: सरकार कुछ नही करेगी, जब तक आप अपने क्षेत्रिय मुद्दों से हटकर धर्म और राज्यवाद से हटकर राष्ट्रवाद पर वोट करते रहेगें। पहले अपने घर को दुरूस्त कीजिये, राष्ट्र को बचाने के लिये हमारे हर दूसरे तीसरे घर से एक व्यक्ति सेना मे है, हम यहां रहकर पहाड़ भी नही बचायेगें क्या? ।वक्त कम हैं जितना दम हैं लगा दो,
कुछ uttarakhand को मैं जगाता हूँ,
कुछ uttarakhand को तुम जगा दो.
Uttarakhand की पहचान बना do
जिले बनाने से पहले गैरसेन को राजधानी बनाई जानी चाहिए यही पहली मांग थी
ध्यान भटकने की मुहिम हो सकती है पहले विधानसभा नियुक्ति घोटाले की सफाई करायें नही तो ये बनने वाले जिले भी घोटालों की भैंट चड जायेंगे।
सही कहा आपने
बिल्कुल सही साथ ही भू कानून भी बनना चाहिए
उत्तराखंड प्रदेश को केंद्र शासित प्रदेश किया जाना चाहिए ताकि प्रदेश का विकास हो सके और नव युवकों को रोजगार मिल सके।
Lt कला बीएड वालों को नौकरी मत दो,जिले बनाओ 😢😢😢😢😢😢
अच्छी बात है हर शहर को जिला बनाने में क्या बुराई है पांच जिलों से तेरह जिले बने उन्नीस विधायक से सत्तर विधायक हुए सबका वेतन पैन्शन खर्चा भूगतना जनता ने है
हर गांव को जिला बना दे सरकार और बंदरों का क्या कर रही है सरकार खबर तो काफी दिलचस्प है यह बिचारी करीब 1982से सुन रहे हैं सब गांव को भी जिला बना दिया तो क्या आर्थिक उन्नति होगी ऊं तत् सत्।
भू कानून व मूल निवास लाओ सबसे पहले।
जो जिले तहसीलें हैँ उनमें स्टॉफ तो है नहीं काम जनता के हो नहीं रहे हैँ
काम यहां सिर्फ बाहरी लोगों के होते हैं
पलायन कर भी ध्यान दे सरकार।। पहाड़ खाली होते जा रहे हैं।।जो बहुत ही चिंता का विषय है
यमकेश्वर- ऋषिकेश को जिला बनाया जाय।
अच्छी पहल लेकिन भू कानून व्यवस्था भी हो 🎉❤❤🌹🎊🎉🪔🙏🙏🙏🙏
जिले बनाना मूर्खता पुर्ण निर्णय होगा पहले ही स्टॉफ की कमी है पैसा कहा से आयेगा वेतन देने को
अगर उत्तराखंड में रोड मैप बनाना है और सारे रास्ते आसान करने हैं तो गैरसैण को स्थाई राजधानी बना दीजिए समस्या का हल हो जाएगा यह उत्तराखंड की जनता की मांग है
बहुत बहुत शुभकामनाएं वर्तमान, सरकार का जो नये जिले बना रही है । अधिक जिले बनाने से उतराखड का बिकास तेजी से बढ़ेगा। धनयबाद।
जिले के बनते बनते 2029 आ जायेगा सब बोटबैक का खेला है होना कुछ नहीं है
सात नये जल्द बनाने चाहिए गैरसैण भीनया जिला होना चाहिए
जिलों को बनाने से हमारे प्रदेश की बच्चियों को सुरक्षा मील पाएगी,या नेता लोगे की भेट चढ़ जायेंगी,अंकिता की तरह,
एक दम सही सोच श्री धामी जी की। कुमाऊं में 2 जिले जल्दी ही चाहिए। रानीखेत और रामनगर।❤
उत्तराखंड का विकास करना है तो केन्द्र शासित प्रदेश बनाओ।
Mubarak ho aapko 7 नए विधायक मिल जायेंगे
इन के अलावा ऋषिकेश और घनसाली को भी जिला बनाने की आवश्यकता है
जिले बनने से विकास का कोई लेना देना नहीं
भर्ती घोटाले से ध्यान भटकाने की कुचेष्टा?
रूड़की, श्रीनगर, रानीखेत, डीडीहाट
कुछ नहीं होने वाला है नए जिले बनाकार,चोर उचक्के ही पैदा होंगे
जो काम होने हैं वह नहीं उत्तराखंड अभी मूल निवास भूकानून पर ही खड़ा है
सबसे पहले खटीमा में गोलीकांड हुआ उत्तराखंड मांगने पर और अभी तक खटीमा का जिला बनाने का कोई जिक्र नहीं
रामनगर की जगह जिले का नाम जिम कार्बेट होना चाहिए।
सर्वप्रथम 1950 भू कानून मूलनिवासी और चकबंदी लागू हो वर्ना वीजेपी छू मंतर।। जय बद्री विशाल 🙏💓🚩
बहुत सराहनिय एवं प्रसंसनीय
इतना बड़ा उत्तराखंड का क्षेत्र नहीं है जितने ज्यादा जिले हो जायेगे और वही उत्तरप्रदेश मे बिजनौर जिले मे 27 कस्बे है और हर एक कस्बा कोटद्वार के बराबर है चाहे किरतपुर और नजीबाबाद को ही देख लो,किरतपुर और नजीबाबाद की आबादी भी कोटद्वार से ज्यादा होगी,मगर किरतपुर सिर्फ नगर पंचायत और कोटद्वार बहुत पहले कस्बा था फिर नगर निगम और फिर जिला,
ऐसे ही जिला बिजनोर मे भी और उत्तर प्रदेश मे भी होना चाहिये
राम मंदिर निर्माण हो गया है राम मंदिर भी बन गया है जय श्री राम 🙏🙏🙏 अब रामनगर भी एक जिला बनेगा जल्दी जय उत्तराखंड सरकार जय हो पुष्कर सिंह धामी जी की🎉🎉🎉 जय
समग्र विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा नजदीकी सुविधाओं का होना जरूरी है और जिलों का विस्तार विकास की पहली कड़ी। बाकी नितियों को बनाने वाले ज्यादा समझदार है।
वृद्धा, विधवा, किसान, बिकलांग पेंशन पर भी ध्यान देने की जरूरत है
जनता को दहने बाये बहकाने की अब समय खत्म हो गया है तारीख,समय,कब तक या फिर जुमला?
सुनने में तो आ रहा है लेकिन फायदा क्या नेता ओर नौकरशाह तो लूटने के लिए ही आते हैं
आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय जी से सादर अनुरोध है की रानीखेत जिले का मुख्यालय रानीखेत में जिले का मुख्यालय नए बनने वाले जिले के मध्य में होना चाहिए जिससे बनने वाले संपूर्ण जिले के गांव गांव का विकास हो और जिले के मुख्यालय पहुंचने में किसी को भी परेशानी का सामना ना करना पड़े
उधयोगो मे छोटे क्षमिको व सिकयोटरी गारड के वेतनमान को कम से कम 15 हजार 8 घंटे मे करने पर विचार किया जाय महगाई अमीर गरीब सब के लिए बराबर हे
पुरोला जिला प्रथम लक्ष्य
कुछ नहीं भ्रष्टाचार भटकाने की कोशिश हो रही है। अब ज़िलों से पहले भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई हो।
ऋषि केश नया जिला होना चाहिए। भू कानून जलदी से लागू होना चाहिए।
राजधानी पहाड मे हो और भी कानून मजबूत
Khatima, gangolihat,drchula,munsari
Uttarakhand ko kendrasashit pardesh banana chahiye, no need for new district due low population
सही फैसला होना भी चाहिए क्योंकि रुद्राक्ष क्षेत्र गांव का क्षेत्र है उत्तराखंड
धामी जी ज़िंदाबाद ❤ ॐ ❤
जय देवभूमि उत्तराखण्ड ❤ॐ❤
नरेंद्र नगर को भी याद रखो मेरे भाई धामी जी।
जिला रामनगर उत्तराखंड ❤
jo ristedaar bache hain unhe dukhi hone ki jarurat nhi hai, unka intzaam ke liye mantri ji jitod mehnat kar rahe hain
गैरसैंण छूट गया गैरसैंण को भी एक जिला कानाम हो राजधानी नहीं तो जिला सही
कृपया एक जिल्ला देवप्रयाग या कीर्ति नगर को भी शामिल करें ।टिहरी जिल्ला इतनी दूर है कि,किसी छोटे काम के लिए 2दिन लगते है ।और हजारों खर्च आता है ।कृपया अपने बिचार मुख्यमंत्री जी तक पहुचाये ।
घनसाली को जिला बनाना बहुत जरूरी है
😢😢हमारे बच्चों के साथ इतना आनय हुआ है उसके बारे मैं कोई भी जिक्र नहीं करता गरीब को तो गरीब रहना हैं भाई साब 😢😢😢😢😢
Apki soch garib ho chuki hai apke pass mouka hota to app ese netaon ko chunate or paanch sal rote hai inhe aaina dikho or agle bar sarkar se girao
प्रताप नगर , (टिहरी गढ़वाल)को अलग जिला बनाया जाना आवश्यक
इसमें प्रताप नगर का नाम ही नहीं है जहां सबसे ज्यादा जरूरत है
. Pushkar Dham me jindabad jindabad pushkardham bhaiya jindabad jindabad BJP jindabad jindabad jab tak Suraj Chand Rahega pushkardham bhaiya tumhara naam Rahega jab tak Suraj Chand Rahega pushkardham bhaiya tumhara naam Rahega Jay Hind Jay Bharat Jay Shri Ram
Chakrata ko jila bnana chahiye
बहुत सराहनीय कदम
उत्तराखंड में कौन सा विकास हो रहा है नौकरी तो नेताओं के परिवार और मित्रों को मिल रही है और जनता को विकास के नाम पर गुमराह कर रहे हैं पहले गांव तक आने जाने के लिए रोड़ बनाये और बेरोज़गारी तथा महंगाई दूर करें सबसे बुरा हाल उत्तराखंड का है
उत्तराखंड को जिला नही सीबीआई जांच जरूरी है
Narender nagar
Good
चुनाव में एक बात जनता को स्वर्ग लोक में घुमाते रहो?
Pushkar Dhami jindabad jindabad Uttar Dhani jindabad jindabad jab tak Suraj Chand Rahega pushkardham bhaiya tumhara naam Rahega Jay Hind Jay Bharat Jay Shri Ram
एक जिला थराली बना दो नारायण बगड़ावत थराली देवाल को मिला करके
जनता जीलोसेअचारडालेगीबेरोजगारीचुपचापबैठेरहोमोजकरोनेताजी
देवप्रयाग को भी जिल्ला बनाया जाए ।टिहरी बहुत दूर पडता है । दो दिन सिर्फ आने जाने के लिए चाहिए । विनोद कंडारी जी माननीय विधायक पहल करे।
गैरसेन
ऋषिकेश
रुड़की
कोटद्वार
हल्द्वानी
मुनस्यारी
काशीपुर
रानीखेत
यमुनोत्री
चकराता
पहले पुराने जिले जो बने है उनकी स्थिति तो ठीक कीजिए साहब। क्या पहले जो प्रदेश में जिले बने है वो इतने विकसित हो गये है कि आप नये जिले बनाने की सोच रहे हैं। सड़कें हास्पिटैलिटी विद्यालय मूलभूत सुविधाओं की स्थिति लगातार प्रदेश में बिगड़ती जा रही है। भ्रष्टाचार सम्पूर्ण प्रदेश में दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है।तो नये जिले बनाकर क्या करेंगे।हे प्रभु शरंणांगत है
यदि परिवार को आर्थिक सहायता चाहिए तो हर उतरांचली इस परिवार की यथाशक्ति मदद करें , कल्याण हो - भगवान् भोलेनाथ
Bhut bdeya hai ji 🙏🕉️👍🏔️🇮🇳 Jay Uttrakhand 🙏
जनहित में विकास की मजबूत नींव रखते हुए नए जिले बनाने की तैयारी करने के लिए देवभूमि उत्तराखंड के यशस्वी,मृदुभाषी, सरल स्वभाव, कुशल नेतृत्व करने वाले युवा मुख्यमंत्री माननीय श्री पुष्कर सिंह धामी जी का आभार एवं धन्यवाद।
Bahuguna ji, itane achhe hi hai agar Dhami ji to Berojgar bachho par lathi kyu chala di. Aur unke hi khilaf case bhi file kar diya. Isliye to Uttarakhand nhi banaya tha aur na hi ye sarkar chuni thi... Agar apke bachhe berojgar hai aur padhai karke rojgar dhundh rahe hai to apke sabd aise nhi hote. Ya to aap BJP andhbhakt ho ya fir baccho ke rojgar ke liye sarkar se santh ganth kar rakhi hogi.. apne sabdo par punh vichar kare aur berojgar yuwao ki pida ko bhi samjhe
जितने नये जिले उतने अफसर, विकास के लिए दिये गए धन पर मिलने वाले कमिसन के हिस्से, आज तक तो बड़ा जिला तो मोटी रकम अब सिर्फ झिन्झुना😅😅😅
Bhai ji jile bad me banao pahle ye batao bhoo kanoon kyun ni lagu ho ra.
Govt post itni kyun khali hai.
Koi jabab hai to batao.
धामी साहब जिला नही स्कूल शिक्षा स्वास्थ जैसी सुविधाएं होनी चाहिए और धामी साहब को हमारे योगी आदित्यनाथ जी से क्लास लेनी चाहिए
इसमें गैरसैंण का भी नाम होना चाहिए सर जी
धामी जी बोलते ही रहेंगे की करगे भी एक साल से सुन रहे हैं की नये जिले बनगे टिहरी में भी दोजिले खपते जहां छ बिधान सभा है मेरे देखने से सबसे बडा टिहरी जिला है जी
ए कितनी भी कोशिश कर ले युवा का ध्यान नहीं भटकने वाला घोटाले से 😡😡
Piyare Esh sab kee jana nee Bhrasht " 70 warson se raj karne wale he hai ji ap sahe kah rahe hain ap ka dhantawad jii
reply
नये जिले बनाना परेशानियों का हल नही है.जो जिले है ही तो पहले उनकी दशा दिशा ठीक करनी होगी.नये जिले बनाने से जनता का भला नही होगा
1 वर्ष से ज्यादा समय हो गया अभी तक तो 7 नये जनपदों का गठन नहीं हो पाया
नये जनपद बनाने में जो वित्तीय व्ययभार आयेगा उसकी पूर्ति कहां से होगी
1 वर्ष पूर्व मा० मंत्री जी ने टनकपुर के इंजीनियरिंग कालेज को शीघ्र ही IIIT बनाने की घोषणा की थी वह भी अभी तक लम्बित है
पहाड़ में कुनी फसक मारडेंक डब्बल थोड़ी पड़नी चरितार्थ हुणी लागी रै
आदरणीय खटीमा को भी बनाया जाय
Dhumakot
🤗Very good decesion Dhami ji great leader👍
हल्द्वानी कि जनसंख्या बहुत है उसे जिला क्यों नहीं बनाया जा सकता है यहां पर न रेल कि अच्छी सुविधा है ना ही रोड़ अच्छी है ,सारा विकाश देहरादून में ही क्यों हो रहा है, हल्द्वानी में लोग नहीं रहते हैं।
सब के सब जनता का ध्यान भटकाने के लिए सीबीआई की जांच करो पहले और दोषियों को सजा दो भ ..को रद्द करो रद्द करो
रामनगर जिले की नितान्त आवश्यक है
जय श्री मामीजी की जय उत्तराखंड राममूर्ति शास्त्री ट्रस्ट द्वारा
Doiwala aur bhaniyawala ko bhi alag alag 2 district banana chahiye aur phir rishikesh ko bhi district banana chahiye
नैनी डांडा धुमाकोट को भी जिला बनाया जाए।। कोटद्वार और पौड़ी गढ़वाल की यहां के लोगो के लिए बहुत दूरी है।।। कोटद्वार की जगह नैनी डांडा धुमाकोट बनना चाहिए।।